दिल्ली की शिवानी की शादी अयोध्या के प्रदीप से 7 मार्च को हुई। 8 मार्च को शिवानी विदा होकर प्रदीप के घर आ गई। सुहागरात पर दोनों के बीच रिलेशन बने। फिर दुल्हन की लाश बेड पर मिली। प्रदीप की लाश उसी कमरे में फंदे से लटकती मिली। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने मौत की उलझी हुई गुत्थियों को कुछ हद तक सुलझा दिया। रिपोर्ट के मुताबिक, शिवानी की हत्या के 1 घंटे बाद प्रदीप की मौत हुई। दैनिक भास्कर ने अयोध्या में इस पोस्टमॉर्टम को करने वाले 3 डॉक्टर्स के पैनल और पुलिस से अलग-अलग बात की। जो कुछ सामने आया, वो सिलसिलेवार पढ़िए… जानिए सुहागरात को क्या हुआ… दम घुटने से शिवानी की नींद टूटी, बचने के लिए प्रदीप को नोचा
पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर ने बताया- शनिवार रात को शिवानी रिलेशन बनाने के बाद सो गई होगी। प्रदीप ने करीब 3.30 बजे शिवानी का गला दबाया था। दम घुटने से शिवानी की नींद टूट गई। आंखें खुलीं, तो उसने प्रदीप को देखा होगा। शिवानी के गले पर जितने गहरे नीले रंग के निशान बने थे, उनसे साफ है कि प्रदीप ने दोनों हाथों से शिवानी का गला दबा रखा होगा। शिवानी ने बचने के लिए ताकत लगाई, लेकिन प्रदीप की पकड़ से छूट नहीं पाई। जिंदगी के लिए जूझते हुए उसने प्रदीप के चेहरे और सीने पर हाथ मारे। प्रदीप के हाथों पर नोचा। लेकिन, 3 मिनट में उसकी सांसें घुट गईं। डॉक्टर को शिवानी के हाथ के नाखूनों से प्रदीप के शरीर की चमड़ी (स्किन) मिली है। प्रदीप का पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर को उसकी बॉडी पर भी नोचे जाने के निशान मिले हैं। आवाज गले में घुट गई, बगल के कमरे में सो रहे परिवार को पता नहीं चला
पुलिस के मुताबिक, शिवानी का गला इतनी तेज दबाया गया था कि वह चिल्ला भी नहीं सकी। उसकी आवाज गले में घुटकर रह गई। क्योंकि, जिस कमरे में प्रदीप और शिवानी मौजूद थे। उसकी खिड़की से सिर्फ 5 फीट की दूरी पर बाकी परिवार सोया हुआ था। अगर आवाज बाहर तक पहुंचती, तो शिवानी को बचाने के लिए परिवार के लोग आ जाते। लेकिन, परिवार को सुबह ही इस बारे में पता चला। ब्लड जांच में नशे या दवा की पुष्टि नहीं
डॉक्टर ने यह भी कहा कि शिवानी या प्रदीप के ब्लड में किसी तरह का केमिकल नहीं मिला। सीधे शब्दों में कहें तो उन्होंने किसी तरह का नशा नहीं किया था। न ही उन्हें कोई दवा दी गई थी। अब क्राइम सीन… दाईं तरफ बने कमरे में मिली थीं लाशें
प्रदीप के घर के अंदर दाखिल होने के बाद दाई तरफ 2 कमरे बने हैं। सामने की तरफ भी एक कमरा था। बायीं तरफ किचन बना हुआ था। दाईं तरफ के कमरे में दोनों की लाश मिली थी। कमरे के अंदर एक कोने में गिफ्ट में मिली अलमारी, बेड और सामान रखा हुआ था। बेड पर शिवानी की लाश मिली थी। वह सीधे लेटी थी। जबकि प्रदीप की लाश पंखे से लटकी थी। परिवार को सुबह 7 बजे इस हादसे का पता चला, जब घर की महिलाएं दरवाजा खुलवाने के लिए पहुंचीं। दरवाजा नहीं खुलने पर खिड़की से अंदर झांककर देखा गया। अंदर लाश लटकती दिखने पर खिड़की तोड़ी गई। अब वह मैसेज पढ़िए, जिस पर पूरा मामला हुआ… मुझे छोड़कर अच्छा नहीं किया
तुम कैसी हो…मुझे छोड़कर अच्छा नहीं किया…। इसके आगे मैसेज में 2 और लाइनें लिखी थीं। पुलिस जांच के चलते हम पूरा मैसेज नहीं लिख रहे हैं। पुलिस के मुताबिक, इस मैसेज के जरिए ब्लैकमेल करने की कोशिश हो रही थी। यह मैसेज प्रदीप के मोबाइल पर पुलिस को मिला है। परिवार को इस बारे में कोई जानकारी नहीं। शिवानी दिल्ली में रहती थी। पुलिस के मुताबिक, उसका रहन-सहन भी ठीक था। परिवार के लोगों से पुलिस ने संपर्क किया है। शिवानी का मोबाइल रिकवर किया जाना है। मां के मुताबिक, शिवानी सिलाई का काम करती थी। एक दिन काम करते हुए शिवानी का मोबाइल पानी में गिर गया था। इसके बाद उसके पास कोई मोबाइल नहीं था। पुलिस जांच में जो कुछ सामने आया, वो पढ़िए… प्रदीप ने गांठ जल्दबाजी में नहीं बांधी
डॉक्टर के मुताबिक, शिवानी की हत्या के बाद प्रदीप करीब 45 मिनट तक कमरे में जिंदा रहा था। अनुमान है, इसके बाद उसने कमरे में रखे सफेद रंग के पर्दे से फंदा बनाया। फोरेंसिक टीम के मुताबिक, प्रदीप ने फंदे की गांठ को बनाते वक्त पूरा टाइम लिया। यह गांठ जल्दबाजी में नहीं बनाई गई। फिर वह इस फंदे के सहारे लटक गया। मर्डर से पहले प्रदीप ने भांजे से बात की, नया मोबाइल मंगवाया
पुलिस को मौके पर प्रदीप का मोबाइल फोन मिला, जबकि दुल्हन शिवानी के पास कोई फोन नहीं था। जांच में सामने आया है कि वारदात से करीब 2 घंटे पहले प्रदीप ने अपने भांजे अनुज को फोन किया था। अनुज ने बताया कि प्रदीप ने रविवार को उससे नया मोबाइल फोन खरीदने को कहा था। माना जा रहा है कि पत्नी शिवानी के पास कोई फोन न होने पर उसे नया फोन देना चाह रहा था। पुलिस ने प्रदीप के मोबाइल नंबर की CDR निकाली है। ज्यादातर कॉल शादी से संबंधित ही रही हैं। मोबाइल फोन में कोई संदिग्ध चैटिंग, फोटो, वीडियो आदि नहीं मिले हैं। प्रदीप का घर कैंट इलाके के सहादतगंज में है। वह टाइल्स लगाने का काम करता था। शादी से इतना खुश था कि घर के कमरे, बाथरूम और बरामदे में उसने टाइल्स लगवाए थे। 45 मिनट का इंतजार, 30 मिनट सुसाइड के तरीके सोचे
फोरेंसिक टीम की जांच से एक फैक्ट और सामने आया। प्रदीप ने शिवानी की हत्या करने के बाद करीब 30 मिनट तक यह सोचा कि वह खुद की जिंदगी को कैसे खत्म करे। लाश के पास बैठकर वह सोचता रहा। कमरे में एक चाकू भी मिला है। हालांकि उस पर खून के निशान नहीं थे। कमरे में बेड पर प्रदीप ने स्टूल और सामान रखकर पंखे तक पहुंचने की कोशिश की थी, क्योंकि ये सब सामान बिखरा हुआ मिला था। मनोवैज्ञानिक की राय… प्रदीप के सुसाइड के पीछे 3 वजह
आखिर शिवानी को इस तरह मारने के बाद प्रदीप ने क्यों सुसाइड कर लिया। इसकी वजह जानने के लिए हमने अयोध्या के जिला अस्पताल के मनोवैज्ञानिक डॉ. आलोक मनदर्शन से बात की। हमने पूछा- पत्नी को मारने के बाद प्रदीप ने सुसाइड क्यों किया होगा? वह कहते हैं- इसके तीन कारण हो सकते हैं। पहला- बेवफाई। दूसरा- सामाजिक डर। तीसरा- तुम नहीं तो मैं भी नहीं। अब पुलिस की बात… पुलिस ने कहा- मोबाइल में अधूरा मैसेज मिला
CO सिटी शैलेंद्र सिंह ने कहा- हमें प्रदीप के मोबाइल पर एक अधूरा मैसेज मिला है। उसकी भाषा कुछ ऐसी है, जिससे प्रदीप अपनी पत्नी से कुछ सवाल पूछना चाहता है। उसी मैसेज को दिखाकर दोनों में विवाद हुआ होगा। ऐसा हमारा अनुमान है। बाकी जांच अभी जारी है। परिवार की तरफ कोई शिकायत नहीं मिली है। परिवार जब शिकायत देगा और जो भी आरोप लगाएगा, उसी अनुसार कार्रवाई की जाएगी। ——————————— यह खबर भी पढ़ें अयोध्या में सुहागरात पर रिलेशन बनाए…फिर दुल्हन का गला दबाया, लड़की ने मायके में छोड़ा था मोबाइल; बेटी वालों ने चिता को आग नहीं दी अयोध्या में 7 मार्च को प्रदीप पासवान की शादी थी। शादी धूमधाम से हुई। 8 मार्च को प्रदीप अपनी पत्नी शिवानी को लेकर घर आया। 9 मार्च को रिसेप्शन होना था। इसलिए परिवार के बाकी लोग दूसरे कामों में जुट गए। प्रदीप और शिवानी खुश थे। रात में दोनों ने परिवार के बाकी लोगों के साथ खाना खाया। फिर अपने कमरे में चले गए। अगले 4 घंटे में कुछ ऐसा हुआ कि जिसे भी पता चला, वह सन्न रह गया। प्रदीप शिवानी की हत्या करके सुसाइड कर चुका था। आइए सब कुछ एक तरफ से जानते हैं… दिल्ली की शिवानी की शादी अयोध्या के प्रदीप से 7 मार्च को हुई। 8 मार्च को शिवानी विदा होकर प्रदीप के घर आ गई। सुहागरात पर दोनों के बीच रिलेशन बने। फिर दुल्हन की लाश बेड पर मिली। प्रदीप की लाश उसी कमरे में फंदे से लटकती मिली। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने मौत की उलझी हुई गुत्थियों को कुछ हद तक सुलझा दिया। रिपोर्ट के मुताबिक, शिवानी की हत्या के 1 घंटे बाद प्रदीप की मौत हुई। दैनिक भास्कर ने अयोध्या में इस पोस्टमॉर्टम को करने वाले 3 डॉक्टर्स के पैनल और पुलिस से अलग-अलग बात की। जो कुछ सामने आया, वो सिलसिलेवार पढ़िए… जानिए सुहागरात को क्या हुआ… दम घुटने से शिवानी की नींद टूटी, बचने के लिए प्रदीप को नोचा
पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर ने बताया- शनिवार रात को शिवानी रिलेशन बनाने के बाद सो गई होगी। प्रदीप ने करीब 3.30 बजे शिवानी का गला दबाया था। दम घुटने से शिवानी की नींद टूट गई। आंखें खुलीं, तो उसने प्रदीप को देखा होगा। शिवानी के गले पर जितने गहरे नीले रंग के निशान बने थे, उनसे साफ है कि प्रदीप ने दोनों हाथों से शिवानी का गला दबा रखा होगा। शिवानी ने बचने के लिए ताकत लगाई, लेकिन प्रदीप की पकड़ से छूट नहीं पाई। जिंदगी के लिए जूझते हुए उसने प्रदीप के चेहरे और सीने पर हाथ मारे। प्रदीप के हाथों पर नोचा। लेकिन, 3 मिनट में उसकी सांसें घुट गईं। डॉक्टर को शिवानी के हाथ के नाखूनों से प्रदीप के शरीर की चमड़ी (स्किन) मिली है। प्रदीप का पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर को उसकी बॉडी पर भी नोचे जाने के निशान मिले हैं। आवाज गले में घुट गई, बगल के कमरे में सो रहे परिवार को पता नहीं चला
पुलिस के मुताबिक, शिवानी का गला इतनी तेज दबाया गया था कि वह चिल्ला भी नहीं सकी। उसकी आवाज गले में घुटकर रह गई। क्योंकि, जिस कमरे में प्रदीप और शिवानी मौजूद थे। उसकी खिड़की से सिर्फ 5 फीट की दूरी पर बाकी परिवार सोया हुआ था। अगर आवाज बाहर तक पहुंचती, तो शिवानी को बचाने के लिए परिवार के लोग आ जाते। लेकिन, परिवार को सुबह ही इस बारे में पता चला। ब्लड जांच में नशे या दवा की पुष्टि नहीं
डॉक्टर ने यह भी कहा कि शिवानी या प्रदीप के ब्लड में किसी तरह का केमिकल नहीं मिला। सीधे शब्दों में कहें तो उन्होंने किसी तरह का नशा नहीं किया था। न ही उन्हें कोई दवा दी गई थी। अब क्राइम सीन… दाईं तरफ बने कमरे में मिली थीं लाशें
प्रदीप के घर के अंदर दाखिल होने के बाद दाई तरफ 2 कमरे बने हैं। सामने की तरफ भी एक कमरा था। बायीं तरफ किचन बना हुआ था। दाईं तरफ के कमरे में दोनों की लाश मिली थी। कमरे के अंदर एक कोने में गिफ्ट में मिली अलमारी, बेड और सामान रखा हुआ था। बेड पर शिवानी की लाश मिली थी। वह सीधे लेटी थी। जबकि प्रदीप की लाश पंखे से लटकी थी। परिवार को सुबह 7 बजे इस हादसे का पता चला, जब घर की महिलाएं दरवाजा खुलवाने के लिए पहुंचीं। दरवाजा नहीं खुलने पर खिड़की से अंदर झांककर देखा गया। अंदर लाश लटकती दिखने पर खिड़की तोड़ी गई। अब वह मैसेज पढ़िए, जिस पर पूरा मामला हुआ… मुझे छोड़कर अच्छा नहीं किया
तुम कैसी हो…मुझे छोड़कर अच्छा नहीं किया…। इसके आगे मैसेज में 2 और लाइनें लिखी थीं। पुलिस जांच के चलते हम पूरा मैसेज नहीं लिख रहे हैं। पुलिस के मुताबिक, इस मैसेज के जरिए ब्लैकमेल करने की कोशिश हो रही थी। यह मैसेज प्रदीप के मोबाइल पर पुलिस को मिला है। परिवार को इस बारे में कोई जानकारी नहीं। शिवानी दिल्ली में रहती थी। पुलिस के मुताबिक, उसका रहन-सहन भी ठीक था। परिवार के लोगों से पुलिस ने संपर्क किया है। शिवानी का मोबाइल रिकवर किया जाना है। मां के मुताबिक, शिवानी सिलाई का काम करती थी। एक दिन काम करते हुए शिवानी का मोबाइल पानी में गिर गया था। इसके बाद उसके पास कोई मोबाइल नहीं था। पुलिस जांच में जो कुछ सामने आया, वो पढ़िए… प्रदीप ने गांठ जल्दबाजी में नहीं बांधी
डॉक्टर के मुताबिक, शिवानी की हत्या के बाद प्रदीप करीब 45 मिनट तक कमरे में जिंदा रहा था। अनुमान है, इसके बाद उसने कमरे में रखे सफेद रंग के पर्दे से फंदा बनाया। फोरेंसिक टीम के मुताबिक, प्रदीप ने फंदे की गांठ को बनाते वक्त पूरा टाइम लिया। यह गांठ जल्दबाजी में नहीं बनाई गई। फिर वह इस फंदे के सहारे लटक गया। मर्डर से पहले प्रदीप ने भांजे से बात की, नया मोबाइल मंगवाया
पुलिस को मौके पर प्रदीप का मोबाइल फोन मिला, जबकि दुल्हन शिवानी के पास कोई फोन नहीं था। जांच में सामने आया है कि वारदात से करीब 2 घंटे पहले प्रदीप ने अपने भांजे अनुज को फोन किया था। अनुज ने बताया कि प्रदीप ने रविवार को उससे नया मोबाइल फोन खरीदने को कहा था। माना जा रहा है कि पत्नी शिवानी के पास कोई फोन न होने पर उसे नया फोन देना चाह रहा था। पुलिस ने प्रदीप के मोबाइल नंबर की CDR निकाली है। ज्यादातर कॉल शादी से संबंधित ही रही हैं। मोबाइल फोन में कोई संदिग्ध चैटिंग, फोटो, वीडियो आदि नहीं मिले हैं। प्रदीप का घर कैंट इलाके के सहादतगंज में है। वह टाइल्स लगाने का काम करता था। शादी से इतना खुश था कि घर के कमरे, बाथरूम और बरामदे में उसने टाइल्स लगवाए थे। 45 मिनट का इंतजार, 30 मिनट सुसाइड के तरीके सोचे
फोरेंसिक टीम की जांच से एक फैक्ट और सामने आया। प्रदीप ने शिवानी की हत्या करने के बाद करीब 30 मिनट तक यह सोचा कि वह खुद की जिंदगी को कैसे खत्म करे। लाश के पास बैठकर वह सोचता रहा। कमरे में एक चाकू भी मिला है। हालांकि उस पर खून के निशान नहीं थे। कमरे में बेड पर प्रदीप ने स्टूल और सामान रखकर पंखे तक पहुंचने की कोशिश की थी, क्योंकि ये सब सामान बिखरा हुआ मिला था। मनोवैज्ञानिक की राय… प्रदीप के सुसाइड के पीछे 3 वजह
आखिर शिवानी को इस तरह मारने के बाद प्रदीप ने क्यों सुसाइड कर लिया। इसकी वजह जानने के लिए हमने अयोध्या के जिला अस्पताल के मनोवैज्ञानिक डॉ. आलोक मनदर्शन से बात की। हमने पूछा- पत्नी को मारने के बाद प्रदीप ने सुसाइड क्यों किया होगा? वह कहते हैं- इसके तीन कारण हो सकते हैं। पहला- बेवफाई। दूसरा- सामाजिक डर। तीसरा- तुम नहीं तो मैं भी नहीं। अब पुलिस की बात… पुलिस ने कहा- मोबाइल में अधूरा मैसेज मिला
CO सिटी शैलेंद्र सिंह ने कहा- हमें प्रदीप के मोबाइल पर एक अधूरा मैसेज मिला है। उसकी भाषा कुछ ऐसी है, जिससे प्रदीप अपनी पत्नी से कुछ सवाल पूछना चाहता है। उसी मैसेज को दिखाकर दोनों में विवाद हुआ होगा। ऐसा हमारा अनुमान है। बाकी जांच अभी जारी है। परिवार की तरफ कोई शिकायत नहीं मिली है। परिवार जब शिकायत देगा और जो भी आरोप लगाएगा, उसी अनुसार कार्रवाई की जाएगी। ——————————— यह खबर भी पढ़ें अयोध्या में सुहागरात पर रिलेशन बनाए…फिर दुल्हन का गला दबाया, लड़की ने मायके में छोड़ा था मोबाइल; बेटी वालों ने चिता को आग नहीं दी अयोध्या में 7 मार्च को प्रदीप पासवान की शादी थी। शादी धूमधाम से हुई। 8 मार्च को प्रदीप अपनी पत्नी शिवानी को लेकर घर आया। 9 मार्च को रिसेप्शन होना था। इसलिए परिवार के बाकी लोग दूसरे कामों में जुट गए। प्रदीप और शिवानी खुश थे। रात में दोनों ने परिवार के बाकी लोगों के साथ खाना खाया। फिर अपने कमरे में चले गए। अगले 4 घंटे में कुछ ऐसा हुआ कि जिसे भी पता चला, वह सन्न रह गया। प्रदीप शिवानी की हत्या करके सुसाइड कर चुका था। आइए सब कुछ एक तरफ से जानते हैं… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
अयोध्या में सुहागरात पर 3 मिनट मौत से लड़ी दुल्हन:गला दबा रहे पति को नोचा; शिवानी तुमने अच्छा नहीं किया, इस मैसेज पर हुआ झगड़ा
