हरियाणा सरकार ने प्रदेश के उन युवाओं को बड़ी राहत दी है, जो टीचर बनना चाहते हैं। सरकार ने हरियाणा टीचर्स एलिजिबिल टेस्ट (HTET) को लाइफ टाइम के लिए वैलिड कर दिया है। इसको लेकर विभागीय आदेश भी जारी कर दिए हैं। हरियाणा शिक्षण पात्रता परीक्षा (HTET) पास करने के बाद ही जेबीटी या बीएड कर चुके युवा सरकारी स्कूल में शिक्षक बनने की पात्रता पूरी करते हैं। HTET केवल एक पात्रता परीक्षा है, जो यह सत्यापित करती है कि परीक्षा के लिए अर्हता प्राप्त करने वाले उम्मीदवार स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के लिए पात्र हैं। क्या है HTET HTET का मतलब है हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा । यह उन उम्मीदवारों के लिए पात्रता परीक्षा है जो भारतीय राज्य हरियाणा के सरकारी स्कूलों में पढ़ाना चाहते हैं। HTET बाल विकास और शिक्षाशास्त्र, भाषा I और II, गणित और पर्यावरण अध्ययन सहित विभिन्न विषयों में उम्मीदवारों के ज्ञान और कौशल का आकलन करता है। यहां देखिए विभागीय आदेश… हरियाणा सरकार ने प्रदेश के उन युवाओं को बड़ी राहत दी है, जो टीचर बनना चाहते हैं। सरकार ने हरियाणा टीचर्स एलिजिबिल टेस्ट (HTET) को लाइफ टाइम के लिए वैलिड कर दिया है। इसको लेकर विभागीय आदेश भी जारी कर दिए हैं। हरियाणा शिक्षण पात्रता परीक्षा (HTET) पास करने के बाद ही जेबीटी या बीएड कर चुके युवा सरकारी स्कूल में शिक्षक बनने की पात्रता पूरी करते हैं। HTET केवल एक पात्रता परीक्षा है, जो यह सत्यापित करती है कि परीक्षा के लिए अर्हता प्राप्त करने वाले उम्मीदवार स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के लिए पात्र हैं। क्या है HTET HTET का मतलब है हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा । यह उन उम्मीदवारों के लिए पात्रता परीक्षा है जो भारतीय राज्य हरियाणा के सरकारी स्कूलों में पढ़ाना चाहते हैं। HTET बाल विकास और शिक्षाशास्त्र, भाषा I और II, गणित और पर्यावरण अध्ययन सहित विभिन्न विषयों में उम्मीदवारों के ज्ञान और कौशल का आकलन करता है। यहां देखिए विभागीय आदेश… हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
आईटीआई में अब 31 तक ले सकेंगे दाखिला, जारी किया शेड्यूल
आईटीआई में अब 31 तक ले सकेंगे दाखिला, जारी किया शेड्यूल भास्कर न्यूज | कैथल आईटीआई में दाखिला लेने से वंचित रहे विद्यार्थियों को कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग ने एक और मौका दिया है। इसके तहत अब रिक्त सीटों पर 31 अगस्त तक दाखिला ले सकेंगे। इससे पूर्व विभाग ने 23 अगस्त तक की तिथि निर्धारित की थी। इस अवधि के दौरान प्रदेश की राजकीय आईटीआई में अधिकतर सीटें भरी जा चुकी हैं लेकिन प्राइवेट आईटीआई में अभी भी सीट खाली पड़ी थी। ऐसे में प्राईवेट आईटीआई संचालकों की चिंता बढ़ती नजर आ रही थी। निदेशालय द्वारा नया दाखिला शेड्यूल जारी किए जाने से आईटीआई में रिक्त पड़ी सीटों का सदुपयोग हो सकेगा। अक्सर देखने में पाया जाता है कि कई बार विद्यार्थी आईटीआई में ऑनलाइन दाखिला तो ले लेता है लेकिन बाद में आईटीआई की प्रतिदिन की 8 घंटे की ट्रेनिंग से वह पीछे हटता है तथा आईटीआई में नहीं आता। कई बार विद्यार्थी मनपंसद कोर्स न मिलने के कारण कोर्स से नाम कटवा लेते हैं। ऐसे में अब नए शेड्यूल से इन सीटों पर दाखिला हो सकेगा। आवेदन में प्रदेश में टॉप रही राजकीय आईटीआई कैथल ने इस शेड्यूल से पूर्व ही सभी सीटों पर दाखिले हो चुके हैं। इस बार निदेशालय द्वारा संस्थान में 1220 सीट जारी की गई थीं जिनमें से 1220 सीटों पर ही दाखिला हो चुका है।अग्निवीर योजना और कौशल निगम की भर्ती में मिली वरियता आईटीआई पास युवा व युवतियों को जहां सरकार द्वारा सेना की अग्निवीर भर्ती में विशेष नंबर दिए जा रहे हैं तो वहीं कौशल निगम की कई भर्तियों में आईटीआई का डिप्लोमा अनिवार्य कर दिया गया है। यही कारण है कि इस बार आईटीआई का क्रेज बढ़ा है। जिला नोडल अधिकारी सतीश मच्छाल ने बताया कि निदेशालय द्वारा आईटीआई में दाखिले की तिथि को 31 अगस्त तक बढ़ाया गया है। यह युवाओं के लिए अंतिम मौका है।
30 सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार तय, 60 पर दावेदार फाइनल:स्क्रीनिंग कमेटी में सभी 90 सीटों पर चर्चा खत्म; 5 फॉर्मूलों से टिकट बंटवारा
30 सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार तय, 60 पर दावेदार फाइनल:स्क्रीनिंग कमेटी में सभी 90 सीटों पर चर्चा खत्म; 5 फॉर्मूलों से टिकट बंटवारा हरियाणा में कांग्रेस की टिकट बंटवारे को लेकर स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग तीसरे दिन भी हुई। सभी 90 विधानसभा सीटों पर चर्चा पूरी हो गई है। इसमें 30 नामों का सिंगल पैनल तैयार किया गया है। वहीं 60 सीटों पर दावेदार फाइनल कर लिए गए हैं। शनिवार को आखिरी मीटिंग होगी। इसके बाद यह लिस्ट कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (CWC) को भेजा जाएगा। जिसकी मीटिंग 2 सितंबर को है। उसके बाद सितंबर के पहले हफ्ते में कांग्रेस की टिकट सूची जारी कर दी जाएगी। कांग्रेस की सभी 90 सीटों पर एक साथ भी लिस्ट जारी हो सकती है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक 28 विधायकों की टिकट पर अलग से चर्चा हुई। जिसमें से 16 से 18 विधायकों को दोबारा टिकट पर सहमति बन गई है। कांग्रेस में 90 सीटों पर 2,556 दावेदारों ने टिकट के लिए आवेदन किया था। इस पर फैसला ले रही स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन कर्नाटक से कांग्रेस के राज्यसभा मेंबर अजय माकन हैं। वहीं मणिकम टैगोर, जिग्नेश मेवानी और श्रीनिवास बीवी भी मेंबर हैं। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि शनिवार तक स्क्रीनिंग कमेटी की बैठकों में चर्चा का दौर चलेगा। उसके बाद लिस्ट फाइनल कर कांग्रेस की CWC को भेज दी जाएगी। कांग्रेस के टिकट बंटवारे के 5 फॉर्मूले… 1. सांसदों को टिकट नहीं
कांग्रेस के प्रदेश इंचार्ज दीपक बाबरिया ने कहा कि इस चुनाव में सांसदों को टिकट नहीं दी जाएगी। इसकी वजह से CM कुर्सी पर दावा ठोक रही सिरसा सांसद कुमारी सैलजा और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला को झटका लगा। बाबरिया ने ये भी कहा कि ये स्क्रीनिंग कमेटी की सिफारिश है। अंतिम फैसला हाईकमान करेगा। 2. चुनाव हारे, दागी नेताओं को टिकट नहीं
चुनाव हारे नेताओं को टिकट नहीं दी जाएगी। इसमें वे नेता शामिल हैं, जो 2 या उससे ज्यादा बार से चुनाव हार चुके हैं। उनकी दावेदारी को स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग में खारिज किया जाएगा। इसके अलावा जो चेहरे दागी हैं, जिन पर गंभीर मुकदमें दर्ज हैं या कोई गंभीर आरोप लगे हैं, उन्हें भी टिकट नहीं दी जाएगी। वहीं जमानत जब्त कराने वाले नेताओं पर भी कांग्रेस दांव नहीं लगाएगी। 3. पार्टी छोड़कर फिर शामिल हुए नाम खारिज होंगे
जो लोग पहले कांग्रेस छोड़कर चले गए और अब चुनाव से पहले वापस लौट आए, उनकी दावेदारी पर विचार नहीं होगा। कांग्रेस में कई नेता ऐसे भी हैं जो 10 से लेकर 30 साल तक पार्टी में रहे लेकिन बीच में छोड़कर चले गए और एक साल के भीतर लौटे हैं, उनकी दावेदारी को झटका लग सकता है। इससे कांग्रेस में एक साल के भीतर आए करीब 20 से ज्यादा पूर्व विधायकों को झटका लग सकता है। 4. बिना चुनाव लड़े भी CM फेस हो सकता है
इंचार्ज दीपक बाबरिया ने सबको चौंकाते हुए एक और बयान दिया कि जरूरी नहीं कि कांग्रेस सरकार बनने की सूरत में चुनाव लड़ने वाला ही सीएम फेस हो। वह नेता भी सीएम चेहरा हो सकता है, जिसने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा। हालांकि इस बयान को कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला की नाराजगी को शांत करने से जोड़कर देखा जा रहा है। 5. विधायकों के टिकट कटने जरूरी नहीं
स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के बाद पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया ने कह चुके हैं कि यह जरूरी नहीं है कि मौजूदा विधायकों के टिकट काटे ही जाएंगे। उन्होंने कहा कि यदि किसी के विरुद्ध ग्राउंड पर एंटी इनकम्बेंसी है और आपराधिक रिकॉर्ड बना है तो उसे टिकटों में नजरअंदाज किया जाएगा अन्यथा पार्टी की कोशिश रहेगी कि हर जीतने वाले विधायक को पार्टी विधानसभा के चुनावी रण में उतारे। सांसद सैलजा ने कहा- मैं चुनाव लड़ूंगी
कुमारी सैलजा ने कहा कि वह राज्य में राजनीति करना चाहती हैं। वह चुनाव लड़ना चाहती हैं। इसके लिए कांग्रेस हाईकमान से मंजूरी ले लेंगी। इससे पहले सैलजा ने सवाल उठाए थे कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनने की सूरत में दलित सीएम क्यों नहीं बन सकता। कुमारी सैलजा प्रदेश में कांग्रेस के बड़े दलित चेहरों में से एक हैं। वे इस वक्त आरक्षित सिरसा सीट से लोकसभा सांसद हैं। कांग्रेस में सीएम कुर्सी पर सबसे मजबूत दावा जाट चेहरा भूपेंद्र हुड्डा का है।
कल इसराना में दीपेंद्र की हरियाणा मांगे हिसाब यात्रा
कल इसराना में दीपेंद्र की हरियाणा मांगे हिसाब यात्रा भास्कर न्यूज | इसराना रोहतक से कांग्रेस के सांसद दीपेंद्र हुड्डा 12 अगस्त को इसराना विधानसभा में पहुंचेंगे। यहां वे हरियाणा मांगे हिसाब व कांग्रेस से आस कार्यक्रम के तहत पैदल यात्रा निकालेंगे। विधायक बलबीर वाल्मीकि हजारों कार्यकर्ताओं के साथ यात्रा में शामिल होंगे। विधायक ने पत्रकार वार्ता कर 12 को कार्यकर्ताओं को निहाल गार्डन में पहुंचने का निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा के 10 वर्ष के कार्यकाल में कोई विकास कार्य नहीं हुआ। हर वर्ग सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ एकजुट हो रहा है। सरकार से पिछले 10 वर्षों के कार्यकाल का हिसाब जनता मांग रही है। प्रदेशभर में चलाई जा रही जनता मांगे हिसाब पद यात्रा 12 को इसराना में पहुंचेंगी। जिसमें दीपेंद्र हुड्डा बतौर मुख्यातिथि शामिल होंगे व हल्के की जनता को संबोधित करेंगे। पत्रकार वार्ता में पार्षद डॉ. जगबीर सिंह, अनिल मलिक, सतीश शर्मा, जसवीर जागलान, नवीन जागलान व जोगिंन्द्र सिंह उपस्थित रहे।