अलीगढ़ के रोरावर थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने संपत्ति के विवाद में पत्नी की गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद अरोपी ने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन किया और कहा कि पत्नी की हत्या कर दी है। आकर लाश ले जाओ। आरोपी की बात सुनकर पुलिस हरकत में आ गई और तत्काल क्षेत्रिय पुलिस मौके पर पहुंची। जब पुलिस ने आरोपी के घर पहुंचकर देखा तो महिला की लाश उसके बेड पर पड़ी हुई थी और आरोपी वहीं पर बैठा हुआ था। पुलिस ने पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। 16 साल पहले हुआ था निकाह रोरावर थाना क्षेत्र के आसिफ बाग नीवरी निवासी इरफान का निकाह 16 साल पहले हाथरस के नगला भीका निवासी राबिया (45) के साथ हुआ था। इरफान और राबिया के तीन बच्चे भी हैं और वह सभी साथ में रहते थे। इरफान कबाड़ का काम करता था। घटना 18 अक्टूबर की रात की है। दोनों पति पत्नी के बीच प्लाट बेंचने को लेकर विवाद चल रहा था। घटना के दिन आरोपी पति पहले अपने तीनों बच्चों को पड़ोस में ही रहने वाले भाई के घर छोड़ आया था। इसके बाद उसने पत्नी से झगड़ा शुरू किया। जब वह नहीं मानी तो आरोपी ने हत्या कर दी। प्लाट नहीं बेंच रही थी, इसलिए मारा घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस आरोपी पति इरफान को अपने साथ थाने ले आर्इ और पूछताछ शुरू की। जिस पर आरोपी ने बताया कि वह कबाड़ का काम करता था। इन दिनों उसे रुपयों की जरूरत थी और उसकी पत्नी के नाम पर 50-50 गज के दो प्लाट थे। वह लगातार अपनी पत्नी से कह रहा था कि एक प्लाट को बेंचकर उसे रुपए दे दे। लेकिन राबिया प्लाट बेंचने को तैयार नहीं हो रही थी। घटना के पहले भी वह प्लाट बेंचने की बात कह रहा था, लेकिन राबिया नहीं मानी और उसे भला बुरा कहने लगी। जिसके कारण उसे गुस्सा आई और उसने राबिया की हत्या कर दी। मायके पक्ष ने लगाए गंभीर आरोप महिला हाथरस की रहने वाली थी। हत्या की सूचना मिलने पर उसके मायके पक्ष के लोग भी अलीगढ़ आ गए और उन्होंने पुलिस को तहरीर दी। मायके पक्ष के लोगों ने आरोप लगाया है कि राबिया की हत्या तीन लोगों ने मिलकर की है, लेकिन पुलिस ने सिर्फ एक को ही गिरफ्तार किया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने उनसे अपनी मर्जी से तहरीर लिखवाई है और उनकी मूल तहरीर को बदलवा दिया। एसपी सिटी मृगांग शेखर पाठक ने बताया कि प्रॉपर्टी के विवाद में आरोपी ने अपनी पत्नी की हत्या की है। मामले की जांच की जा रही है और जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। अलीगढ़ के रोरावर थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने संपत्ति के विवाद में पत्नी की गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद अरोपी ने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन किया और कहा कि पत्नी की हत्या कर दी है। आकर लाश ले जाओ। आरोपी की बात सुनकर पुलिस हरकत में आ गई और तत्काल क्षेत्रिय पुलिस मौके पर पहुंची। जब पुलिस ने आरोपी के घर पहुंचकर देखा तो महिला की लाश उसके बेड पर पड़ी हुई थी और आरोपी वहीं पर बैठा हुआ था। पुलिस ने पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। 16 साल पहले हुआ था निकाह रोरावर थाना क्षेत्र के आसिफ बाग नीवरी निवासी इरफान का निकाह 16 साल पहले हाथरस के नगला भीका निवासी राबिया (45) के साथ हुआ था। इरफान और राबिया के तीन बच्चे भी हैं और वह सभी साथ में रहते थे। इरफान कबाड़ का काम करता था। घटना 18 अक्टूबर की रात की है। दोनों पति पत्नी के बीच प्लाट बेंचने को लेकर विवाद चल रहा था। घटना के दिन आरोपी पति पहले अपने तीनों बच्चों को पड़ोस में ही रहने वाले भाई के घर छोड़ आया था। इसके बाद उसने पत्नी से झगड़ा शुरू किया। जब वह नहीं मानी तो आरोपी ने हत्या कर दी। प्लाट नहीं बेंच रही थी, इसलिए मारा घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस आरोपी पति इरफान को अपने साथ थाने ले आर्इ और पूछताछ शुरू की। जिस पर आरोपी ने बताया कि वह कबाड़ का काम करता था। इन दिनों उसे रुपयों की जरूरत थी और उसकी पत्नी के नाम पर 50-50 गज के दो प्लाट थे। वह लगातार अपनी पत्नी से कह रहा था कि एक प्लाट को बेंचकर उसे रुपए दे दे। लेकिन राबिया प्लाट बेंचने को तैयार नहीं हो रही थी। घटना के पहले भी वह प्लाट बेंचने की बात कह रहा था, लेकिन राबिया नहीं मानी और उसे भला बुरा कहने लगी। जिसके कारण उसे गुस्सा आई और उसने राबिया की हत्या कर दी। मायके पक्ष ने लगाए गंभीर आरोप महिला हाथरस की रहने वाली थी। हत्या की सूचना मिलने पर उसके मायके पक्ष के लोग भी अलीगढ़ आ गए और उन्होंने पुलिस को तहरीर दी। मायके पक्ष के लोगों ने आरोप लगाया है कि राबिया की हत्या तीन लोगों ने मिलकर की है, लेकिन पुलिस ने सिर्फ एक को ही गिरफ्तार किया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने उनसे अपनी मर्जी से तहरीर लिखवाई है और उनकी मूल तहरीर को बदलवा दिया। एसपी सिटी मृगांग शेखर पाठक ने बताया कि प्रॉपर्टी के विवाद में आरोपी ने अपनी पत्नी की हत्या की है। मामले की जांच की जा रही है और जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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लखनऊ में सुबह से छाए हल्के बादल:गुलाबी ठंड का हो रहा एहसास; सर्द-गर्म के कारण बढ़ी लोगों की परेशानी
लखनऊ में सुबह से छाए हल्के बादल:गुलाबी ठंड का हो रहा एहसास; सर्द-गर्म के कारण बढ़ी लोगों की परेशानी लखनऊ में शुक्रवार सुबह से मौसम साफ है। हल्के बादलों के साथ सुनहरी धूप खिली है। सुबह 7 बजे शहर का तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि दिन में 34 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है। हवा की गति 6 किमी प्रति घंटा से है। शाम ढलते ही हल्की ठंडक महसूस की जा सकती है। तापमान भी गिरकर 25 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा। मौसम का यह बदलाव धीरे-धीरे शरद ऋतु की ओर इशारा कर रहा है। दरअसल, पिछले कुछ दिनों से उत्तर भारत में हवा का रुख बदला है। तापमान में भी गिरावट देखी जा रही है। यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ के कारण हो सकता है, जिससे पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में हल्की ठंड का अनुभव हो रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, यह बदलाव लखनऊ में भी महसूस किया जा सकता है। ठंड की संभावना
मौसम विभाग ने लखनऊ और आसपास के जिलों में अगले 2 दिन के लिए मौसम साफ बताया है। जैसे ही दिन का तापमान 28 डिग्री तक रह जाएगा, तब मौसम और भी सर्द होने लगेगा। जिसमें तीन डिग्री की गिरावट रहेगी। पिछले 5 दिनों का तापमान आगामी 5 दिनों का तापमान (अनुमानित) सर्द-गर्म के कारण बढ़ी लोगों की परेशानी अक्टूबर के महीने में लगातार शहर में मौसम की बेरुखी का असर देखने को मिला रहा है। सर्द-गर्म के कारण लोग लगातार बीमार पड़ रहे हैं। लोगों को बुखार, सर्दी, खांसी और अन्य बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। इस वजह से पिछले एक सप्ताह से रोजाना तीन सौ से चार सौ की संख्या में लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं। रात का तापमान 18 डिग्री सेल्सियस
अक्टूबर में पिछले एक हफ्ते से रात का तापमान लगभग 23-24 डिग्री तक पहुंच रहा है। दिन में धूप खिली रहती है। अक्टूबर का महीना आधा बीत चुका है। नवंबर महीने की शुरुआत में तापमान 3 डिग्री सेल्सियस नीचे आने की संभावना है। इस सप्ताह तापमान गिरा है।
हरियाणा में राज्यसभा सीट के लिए लॉबिंग:कुलदीप बिश्नोई समेत 4 नेता दौड़ में; दिल्ली में सक्रिय, CM सैनी की चलेगी
हरियाणा में राज्यसभा सीट के लिए लॉबिंग:कुलदीप बिश्नोई समेत 4 नेता दौड़ में; दिल्ली में सक्रिय, CM सैनी की चलेगी हरियाणा में कृष्ण लाल पंवार के इसराना से विधायक बनने के बाद उनकी जगह पर सीट खाली हो गई है। कृष्ण लाल पंवार SC कोटे से राज्यसभा गए थे। इसलिए उम्मीद जताई जा रही है कि SC कोटे से ही नेता राज्यसभा में भेजा जाएगा। हालांकि भाजपा अभी चुनाव आयोग की तरफ से चुनाव घोषणा की तारीख का इंतजार कर रही है। मगर जिस तरफ से नेताओं की दिल्ली दौड़ रही है उससे साफ जाहिर है कि नेता राज्यसभा जाने के लिए ऐडी चोटी का जोर लगा रहे हैं। राज्यसभा के लिए पूर्व CM चौधरी भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई, पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल, पूर्व सांसद रतन लाल कटारिया की पत्नी बंतो कटारिया, सत्य प्रकाश जरावता दौड़ में शामिल हैं। इसके अलावा खिलाड़ियों के नाम भी विचार चल रहा है। अब आने वाले समय में पता चलेगा कि भाजपा किसे अपना उम्मीदवार बनाती है। राज्यसभा सांसद थे कृष्ण लाल पंवार, अब हैं मंत्री
2014 के चुनाव में इनेलो से टिकट कटने के बाद बीजेपी में शामिल होकर चुनाव लड़ने वाले कृष्ण लाल पंवार को भाजपा ने राज्यसभा भेजा था। कृष्ण लाल पंवार 2014 में इसराना विधानसभा से चुनाव लड़ा और विधायक बने। बीजेपी ने उन्हें परिवहन, आवास एवं कारावास मंत्रालय दिया। 2019 में वे फिर इसराना विधानसभा से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़े, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद बीजेपी ने उनको राज्यसभा भेज दिया। इसके बाद 2024 में इसराना से तीसरी बार भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत गए। राज्यसभा से इस्तीफा देकर हरियाणा सरकार में मंत्री बने। कुलदीप बिश्नोई ने परिवार सहित धनखड़ से की थी मुलाकात
हरियाणा में खाली हो रही राज्यसभा सीट के लिए अब कुलदीप बिश्नोई ने लॉबिंग शुरू कर दी है। बिश्नोई परिवार फिर से अपनी राजनीतिक जमीन बनाने में जुट गया है। 11 अक्टूबर को दिल्ली में कुलदीप बिश्नोई ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात की थी। उनके साथ पूरा परिवार भी मौजूद था। इस दौरान हरियाणा विधानसभा चुनाव और आगामी राजनीति को लेकर चर्चा हुई। इसके बाद मुख्यमंत्री नायब सैनी से हरियाणा भवन में मुलाकात की और बाहर मीडिया में बयान दिया कि वह राज्यसभा के लिए दौड़ में नहीं है। वह किसी पद के लालच में नहीं है। बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में बिश्नोई परिवार के हिस्से 3 सीटें आईं। 3 में से 2 सीटों पर नजदीकी हार हुई और 1 सीट नलवा पर कुलदीप के दोस्त रणधीर पनिहार जीत गए। बेटे की हार से उन्हें झटका लगा। उनकी इच्छा थी कि उनका बेटा आदमपुर से चुनाव जीतकर सरकार में मंत्री बने। मगर ऐसा नहीं हो पाया। इसलिए वह अब राज्यसभा के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। किरण चौधरी हाल ही में चुनी गई हैं राज्यसभा सांसद
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कुलदीप बिश्नोई राज्यसभा की खाली हुई सीट पर चुनाव लड़कर राज्यसभा जाना चाहते हैं। राज्यसभा सीट के लिए भाजपा के पास पूर्ण बहुमत भी है। इससे पहले दीपेंद्र हुड्डा के लोकसभा सांसद बनने पर खाली हुई राज्यसभा सीट पर किरण चौधरी ने चुनाव लड़ा और वह राज्यसभा सांसद चुनी गईं। किरण चौधरी के सामने विपक्ष चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। भूपेंद्र हुड्डा अकसर यह कहते नजर आए कि हमारे पास बहुमत नहीं है। कौन-कौन राज्यसभा की दौड़ में 1.कुलदीप बिश्नोई: पूर्व सीएम चौधरी भजनलाल के बेटे हैं। 2022 में भाजपा में शामिल हुए थे। 3 साल से भाजपा के साथ जुड़े हुए हैं। पूर्व में विधायक और सांसद रह चुके हैं। पत्नी और बेटा भी विधायक रह चुके हैं। प्रदेश में और राजस्थान में बिश्नोई वोटरों पर पकड़ हैं। भाजपा ने चुनाव में चुनाव कैंपेन समिति का प्रदेश संयोजक बनाया था। बेटे के पास भाजयुमो में पद है। ऐसे में इनके चेहरे पर पार्टी में विचार चल रहा है। 2. सत्य प्रकाश जरावता: भाजपा के पुराने नेताओं में से हैं। अहीरवाल में पुराना SC चेहरा हैं। दिल्ली में बड़े नेताओं के करीबी हैं। दावेदारी इसलिए भी मजबूत है क्योंकि 2019 में विधायक चुनने के बाद भाजपा ने 2024 में पटौदी से टिकट काटकर बिमला चौधरी को टिकट दे दिया। इससे पहले पार्टी ने 2019 में बिमला चौधरी का टिकट काटते हुए उनकी जगह सत्यप्रकाश जरावता को मैदान में उतारा। BJP की यह रणनीति सफल रही और जरावता यहां से बाजी मार ले गए। अब भाजपा इनको राज्यसभा भेजकर दलित वोटों को मैसेज दे सकती है। 3. सुनीता दुग्गल: सुनीता दुग्गल सिरसा से सांसद रही हैं। इस बार भाजपा ने उनका टिकट काटकर कांग्रेस से आए अशोक तंवर को दे दिया, मगर वह हार गए। सुनीता दुग्गल को रतिया से हाल ही में विधानसभा चुनाव में टिकट मिला, मगर वह हार गईं। सिरसा-फतेहाबाद की 8 विधानसभा में कोई विधायक नहीं है। ऐसे में भाजपा क्षेत्र के प्रतिनिधित्व के लिए सुनीता दुग्गल को राज्यसभा भेजने पर विचार कर सकती है। 4. बंतो कटारिया: पूर्व सांसद स्वर्गीय रतन लाल कटारिया की पत्नी बंतो कटारिया इस बार अंबाला से लोकसभा चुनाव हार गई। अंबाला एससी रिजर्व सीट है। यहां एससी वोटरों को साधने के लिए बंतो कटारिया को राज्यसभा भेजा जा सकता है। स्व. रतन लाल कटारिया नरेंद्र मोदी के करीबी रहे हैं और केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। ऐसे में बंतों कटारिया को राज्यसभा में भेजा जा सकता है। हालांकि बंतो राजनीति में ज्यादा सक्रिय नहीं है।
पानीपत में छत पर चढ़कर महिला से छेड़छाड़:शोर मचाने पर गली में कूद भागे दोनों युवक, अगली सुबह पति को पीटा
पानीपत में छत पर चढ़कर महिला से छेड़छाड़:शोर मचाने पर गली में कूद भागे दोनों युवक, अगली सुबह पति को पीटा हरियाणा के पानीपत जिले के थाना इसराना अंतर्गत गांव बुवाना लाखु में एक महिला के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है, आरोपी दो बताए जा रहे है। महिला ने आरोपियों के खिलाफ शिकायत देकर मामला दर्ज कराया। महिला को जबरदस्ती घसीटा गांव बुवाना लाखू की एक महिला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि हम परिवार सहित रात को खाना खाकर अपने-अपने कमरे में चले गए थे। तभी किसी ने हमारे घर का दरवाजा खटखटाया, मैं जैसे ही दरवाजा खोलने के लिए उठी, तो उससे पहले मेरी जेठानी ने दरवाजा खोल कर देखा, तो गांव का ही एक युवक सामने खड़ा था। युवक ने जबरदस्ती मेरी जेठानी को अंदर घसीटने लगा। तीनों ने की पति की धुनाई मैं और मेरी जेठानी ने शोर मचाया, तो वह गली में कूद कर भाग गया। हमने देखा कि उसके साथ एक युवक और भाग रहा था। हमने दोनों को पहचान लिया। अगली सुबह करीब 9 बजे जब मेरा पति खेत में गया, तो उन्हीं दो युवकों के साथ एक और युवक ने रास्ता रोक लिया। जिन के हाथ में लाठी व डंडे थे। तुम तीनों ने मेरे पति को बहुत मारा पीटा और उसके सिर में लाठी मारी। मारने की धमकी देकर फरार तभी वहां पास में खेतों में आने जाने वाले लोग इकट्ठा होने लगे। तीनों ने जान से मारने की धमकी देकर वहां से भाग गए। जब हमें घर पर सूचना मिली तो हम भी मौका पर पहुंच गए और घायल को इसराना के प्राइवेट अस्पताल में दाखिल कराया। मामले की सूचना पाकर थाना इसराना पुलिस ने प्राइवेट हॉस्पिटल में पहुंचकर घायल के बयान लिए और मामला दर्ज किया।