दोस्त की गर्लफ्रेंड को अपना बनाने के लिए मर्डर:कहता था- तुम उसको नहीं छोड़ोगे तो सीने में गोली मारुंगा; दौड़ाकर 2 गोली मारी ‘शशांक की गर्लफ्रेंड को शुभम लाइक करता था, वो उससे जबरन दोस्ती करना चाहता था। कई बार लड़की को रास्ते में रोका, लेकिन वो उससे बात नहीं करना चाहती थी। तब गुस्से में शुभम ने शशांक को धमकी दी- तुम उसको छोड़ दो, नहीं तो सीने में गोली मार दूंगा।’ यह बातें शशांक के दोस्तों ने प्रयागराज पुलिस को पूछताछ में बताई। कहा-उस लड़की के पीछे दोनों दीवाने थे। कई बार कॉलेज के अंदर मारपीट तक हुई। यह नहीं पता था कि धमकी और मारपीट की ये घटनाएं कत्ल तक पहुंच जाएंगी। उसे दौड़ाकर गोली मार देंगे। पढ़िए दोस्तों ने जो पुलिस को बताया
24 फरवरी को शशांक अपने दोस्तों के साथ सिविल लाइन के चाइना टाउन गया था। सलोरी में रहने वाला शुभम अपने दोस्तों के साथ काले रंग की स्कॉर्पियो में पहुंचा। गाड़ी पर BJP का झंडा लगा था। शुभम और उसके साथियों ने शशांक को घेर लिया। वहां मारपीट होने लगी। शशांक को धमकी दी कि मार देंगे। दोस्तों ने बताया कि शशांक समझ गया था कि ये लोग उसको मार डालेंगे, इसलिए वह बाइक लेकर भागा। तब शुभम ने स्कॉर्पियो से उसका पीछा किया। कर्नलगंज के फौव्वारा चौराहे पर बाइक के सामने स्कॉर्पियो लगा दी। शशांक वहीं गिर पड़ा। यहां उन लोगों ने फिर उसकी पिटाई की। इसके बाद दौड़ाकर सीने में गोली मार दी। अब पढ़िए सिलसिलेवार पूरी घटना… गर्लफ्रेंड बनने के बाद दोस्त दो गुटों में बंटे
पुलिस के मुताबिक, शशांक यादव और शुभम सीएमपी डिग्री कॉलेज में बीए सेकेंड ईयर का स्टूडेंट थे। 2023 में दोनों ने एडमिशन लिया। शशांक (24) नवाबगंज के जगदीशपुर गांव का रहने वाला था। तेलियरगंज में किराए का कमरा लेकर रहता था। साथ में एक शोरूम में बतौर मैनेजर नौकरी करता था। दोनों कॉलेज में एक साथ ही रहते थे। उनका 10 से 15 लड़कों का गुट था। 2024 में शशांक यादव की कॉलेज की एक लड़की से दोस्ती हुई। जो उसकी गर्लफ्रेंड बन गई। शुभम भी उसे पसंद करने लगा। कई बार उससे दोस्ती करनी चाही। लेकिन, वो उससे बात नहीं करती थी। इसके बाद पर उसे लेकर शशांक और शुभम में लड़ाई होने लगी। कुछ वक्त बाद 10 से 15 लड़कों का गुट बंट गया। फिर दो गुटों में आए दिन फाइट होने लगी। कॉलेज में दोनों किसी बात पर आपस में लड़ते थे। कई बार शुभम ने शशांक से कहा था कि उससे दूर रहो, नहीं तो जान से मार दूंगा। अब समझिए पूरा क्राइम सीन
24 फरवरी को देर रात शशांक जॉब के बाद अपने दोस्त संग जा रहा था। तभी उसकी बाइक के आगे एक भाजपा झंडा लगी कार स्कॉर्पियो आई। उससे पहले मुख्य आरोपी शुभम उपाध्याय उतरा। इसके बाद उसका दोस्त सूरजभान, अंशुल यादव, यश पांडेय, शशांक पंडित, देवेश समेत 3 अज्ञात आए। देखकर शशांक यादव भागने लगा। शुभम ने आवाज लगाई। कहा-अब तू नहीं बच सकता, बहुत समझाया पर तू नहीं समझा।’ स्कार्पियों से उसकी बाइक का पीछा किया। फौव्वारा चौराहे पर उसे घेरकर पीटा। इस दौरान लोगों की भीड़ लग गई। लेकिन, कोई कुछ नहीं कर सका। शुभम ने सूरजभान की पिस्टल निकाली। कहा-‘जितना भाग सकता है भाग’ फिर दौड़ाकर गोली मार दी। इसके बाद सभी कार में बैठकर भाग गए। पुलिस ने आरोपियों के दोस्तों, रिश्तेदारों समेत 7 लोगों को हिरासत में लिया है। पूछताछ की जा रही है। शुभम ‘ब्वायज हाईस्कूल’ नाम से ग्रुप चलाता था
पुलिस के मुताबिक, शुभम उपाध्याय खुद को शुभम बीएचएस नाम से बुलवाता था। उसने ग्रुप भी बना रखा था जिसे ‘ब्वायज हाईस्कूल’ नाम से जाना जाता था।इसमें जूनियर और सीनियर जुड़े थे। शुभम पर कई लोकल BJP नेताओं का हाथ है। हालांकि पुलिस इस बात से इनकार कर रही है। मामा ने कहा- भांजे को पहले लात घूसों से पीटा
मामा सचिन ने पुलिस को दी तहरीर में बताया-मेरा भांजा अमन उर्फ शशांक किसी काम से बीएसए आफिस गया था। वहां पर पहले से मौजूद काले रंग की गाड़ी में बैठे शुभम उपाध्याय उर्फ शुभम बीएचएस, उसके साथी सूरजभान, देवेश, अंशुल सिंह यादव, शशांक पंडित, यश पांडेय और 3 से 4 अज्ञात लोग बैठे थे। वो लोग गाड़ी से उतरकर शशांक को गाली देने लगे। फिर लात घूसों से मारा पीटा। उसी में से किसी ने अमन उर्फ शशांक को गोली मार दी। मौके पर ही उसकी मौत हो गई थी। घर का इकलौता लड़का था शशांक
मौसी आरती ने बताया-पुलिस ने फोन किया तो बेली अस्पताल पहुंची। मुझे कुछ पता नहीं है कि किसने क्या किया है। किसकी क्या गलती है, शशांक घर का इकलौता लड़का था। उसकी एक बहन है, जबकि पिता शिवशंकर बांदा जिले में सेल टैक्स विभाग में सीटीओ के पद पर कार्यरत हैं। उसकी शादी की बात भी चल रही थी। ———————————– ये खबर भी पढ़ें :- जिन 2 बहनों के दूल्हे मंडप से लौटे…अब उनमें गुस्सा:बोलीं- अब वो लड़के चौखट पर नाक भी रगड़े तब भी रिश्ता नहीं करेंगे पहले बाजार में सरेआम हमें पीटा गया, मुंह पर कीचड़ लगा दिया गया। किसी तरह हम बहनें अपनी ही शादी में पहुंच सके। तब दूल्हे और उनके परिवार ने शादी से ही इनकार कर दिया। क्या इसमें हमारी कोई गलती थी? यह सवाल है इन दो बहनों का, जिनकी शादी 21 फरवरी को टूट गई। उनके साथ तब मारपीट की गई, जब वह अपनी शादी के लिए ब्यूटी पॉर्लर से तैयार होकर गेस्ट हाउस जा रही थीं। पढ़ें पूरी खबर…