आगरा में 7,8,9 जनवरी को उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ के 57 वें राज्य सम्मेलन का आयोजन मुफीद ए आजम इंटर कॉलेज में किया जाएगा। 7 जनवरी को सम्मेलन का उद्घाटन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। सम्मेलन में 75 जिलों से आए शिक्षक शामिल होंगे। शनिवार दोपहर कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर मुफीद ए आजम इंटर कॉलेज में संगठन पदाधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। जहां कार्यक्रम की रूपरेखा को लेकर चर्चा हुई। संगठन पदाधिकारियों ने पत्रकारों को आयोजन के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। सम्मेलन संयोजक मुकेश शर्मा ने बताया कि 7 जनवरी को सुबह 10 बजे सम्मेलन का शुभारंभ किया जाएगा। तीन दिवसीय सम्मेलन में शिक्षक हितों से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की जाएगी। शिक्षकों की परेशानियां भी सुनी जाएंगी। जो भी शिक्षक इस सम्मेलन में शामिल होंगे। उन्हें अवकाश प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा। सर्वसम्मति से शिक्षक हित से जुड़े प्रस्ताव पारित किए जाएंगे। पुरानी पेंशन बहाली, चयन बोर्ड अधिनियम की धारा 12,18 और 21 को समाहित करने पर चर्चा की जाएगी। राजकीय शिक्षकों की तरह निशुल्क चिकित्सा भत्ता प्रदान करने की मांग की जाएगी। यहां रहेगी बाहर से आने वाले शिक्षकों के ठहरने की व्यवस्था प्रयागराज, अयोध्या और गोरखपुर मंडल से आने वाले शिक्षकों के ठहरने की व्यवस्था महर्षि परशुराम इंटर कॉलेज यमुना किनारा मार्ग में रहेगी. बस्ती चित्रकूट और देवीपाटन मंडल से आने वाले शिक्षकों के ठहरने की व्यवस्था केदारनाथ सेकसरिया इंटर कॉलेज यमुना किनारा मार्ग में रहेगी. विंध्याचल, कानपुर और लखनऊ मंडल से आने वाले शिक्षकों के ठहरने की व्यवस्था सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज विजय नगर कॉलोनी में रहेगी. सहारनपुर, मेरठ और मुरादाबाद मंडल से आने वाले शिक्षकों के ठहरने की व्यवस्था सनातन धर्म कन्या इंटर कॉलेज बल्केश्वर में रहेगी. वाराणसी, आजमगढ़ और झांसी मंडल से आने वाले शिक्षकों के ठहरने की व्यवस्था विक्टोरिया इंटर कॉलेज में रहेगी. बैठक में ये लोग रहे मौजूद इस मौके पर प्रधानाचार्य परिषद के प्रांतीय मंत्री डॉ अनिल वशिष्ठ, मंडल अध्यक्ष भीष्म भद्र लवानिया, मंडलीय मंत्री अजय कुमार शर्मा, जिलाध्यक्ष डॉ विशाल आनंद, जिलामंत्री प्रवीन शर्मा, डॉ रागिनी शर्मा, नरेंद्र लवानियां, डॉ मोहम्मद जमीर, संदीप परिहार, श्रीराम शर्मा, प्रभात समाधिया, राकेश सारस्वत, सर्वेश तिवारी, विमल शर्मा, अरुण कांत लवानिया, सौरभ गुप्ता, परवेज कुरैशी, राज मोहन शर्मा, गणतंत्र जैन, जितेंद्र शर्मा, विदुषी सिंह, नीलम, डॉ अतुल जैन, अतुल यादव, अंकित शर्मा आदि मौजूद रहे। आगरा में 7,8,9 जनवरी को उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ के 57 वें राज्य सम्मेलन का आयोजन मुफीद ए आजम इंटर कॉलेज में किया जाएगा। 7 जनवरी को सम्मेलन का उद्घाटन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। सम्मेलन में 75 जिलों से आए शिक्षक शामिल होंगे। शनिवार दोपहर कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर मुफीद ए आजम इंटर कॉलेज में संगठन पदाधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। जहां कार्यक्रम की रूपरेखा को लेकर चर्चा हुई। संगठन पदाधिकारियों ने पत्रकारों को आयोजन के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। सम्मेलन संयोजक मुकेश शर्मा ने बताया कि 7 जनवरी को सुबह 10 बजे सम्मेलन का शुभारंभ किया जाएगा। तीन दिवसीय सम्मेलन में शिक्षक हितों से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की जाएगी। शिक्षकों की परेशानियां भी सुनी जाएंगी। जो भी शिक्षक इस सम्मेलन में शामिल होंगे। उन्हें अवकाश प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा। सर्वसम्मति से शिक्षक हित से जुड़े प्रस्ताव पारित किए जाएंगे। पुरानी पेंशन बहाली, चयन बोर्ड अधिनियम की धारा 12,18 और 21 को समाहित करने पर चर्चा की जाएगी। राजकीय शिक्षकों की तरह निशुल्क चिकित्सा भत्ता प्रदान करने की मांग की जाएगी। यहां रहेगी बाहर से आने वाले शिक्षकों के ठहरने की व्यवस्था प्रयागराज, अयोध्या और गोरखपुर मंडल से आने वाले शिक्षकों के ठहरने की व्यवस्था महर्षि परशुराम इंटर कॉलेज यमुना किनारा मार्ग में रहेगी. बस्ती चित्रकूट और देवीपाटन मंडल से आने वाले शिक्षकों के ठहरने की व्यवस्था केदारनाथ सेकसरिया इंटर कॉलेज यमुना किनारा मार्ग में रहेगी. विंध्याचल, कानपुर और लखनऊ मंडल से आने वाले शिक्षकों के ठहरने की व्यवस्था सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज विजय नगर कॉलोनी में रहेगी. सहारनपुर, मेरठ और मुरादाबाद मंडल से आने वाले शिक्षकों के ठहरने की व्यवस्था सनातन धर्म कन्या इंटर कॉलेज बल्केश्वर में रहेगी. वाराणसी, आजमगढ़ और झांसी मंडल से आने वाले शिक्षकों के ठहरने की व्यवस्था विक्टोरिया इंटर कॉलेज में रहेगी. बैठक में ये लोग रहे मौजूद इस मौके पर प्रधानाचार्य परिषद के प्रांतीय मंत्री डॉ अनिल वशिष्ठ, मंडल अध्यक्ष भीष्म भद्र लवानिया, मंडलीय मंत्री अजय कुमार शर्मा, जिलाध्यक्ष डॉ विशाल आनंद, जिलामंत्री प्रवीन शर्मा, डॉ रागिनी शर्मा, नरेंद्र लवानियां, डॉ मोहम्मद जमीर, संदीप परिहार, श्रीराम शर्मा, प्रभात समाधिया, राकेश सारस्वत, सर्वेश तिवारी, विमल शर्मा, अरुण कांत लवानिया, सौरभ गुप्ता, परवेज कुरैशी, राज मोहन शर्मा, गणतंत्र जैन, जितेंद्र शर्मा, विदुषी सिंह, नीलम, डॉ अतुल जैन, अतुल यादव, अंकित शर्मा आदि मौजूद रहे। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
गिद्दड़बाहा से चुनाव लड़ सकते हैं सुखबीर बादल:उपचुनाव लड़ने की अटकलें, 1 दिन में कीं 14 बैठकें
गिद्दड़बाहा से चुनाव लड़ सकते हैं सुखबीर बादल:उपचुनाव लड़ने की अटकलें, 1 दिन में कीं 14 बैठकें पंजाब में उपचुनाव को लेकर चुनाव आयोग की ओर से थोड़ी देरी की गई है। लेकिन पंजाब में राजनीतिक दल उपचुनाव के लिए तैयार चारों सीटों पर सक्रिय हो रहे हैं। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बाद अब अकाली दल ने भी विधानसभा क्षेत्र गिद्दड़बाहा की ओर रुख कर लिया है। सुखबीर बादल शनिवार से गिद्दड़बाहा में हैं और कयास लगाए जा रहे हैं कि वह अपनी पार्टी की ओर से उम्मीदवार हो सकते हैं। पंजाब की गिद्दड़बाहा सीट सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के इस्तीफे के बाद से खाली है। जबकि इस सीट के इतिहास पर नजर डालें तो यह अकाली दल का गढ़ रहा है। अब अकाली दल इसे वापस चाहता है और उनकी कोशिशें भी शुरू हो गई हैं। अकाली दल अब तक यहां से हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों को अपना उम्मीदवार मानता रहा है, लेकिन इसकी औपचारिक घोषणा नहीं की गई है। लेकिन अब जिस तरह से पिछले दो दिनों में सुखबीर बादल यहां सक्रिय हुए हैं, उससे कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्हें भी इस सीट से उम्मीदवार घोषित किया जा सकता है। 1 दिन में कार्यकर्ताओं के साथ 14 बैठकें सुखबीर ने खिरकियावाला और काओनी गांवों का दौरा किया। काओनी कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार नरिंदर सिंह काओनी का पैतृक गांव है, जो मुक्तसर जिला परिषद के अध्यक्ष और राजा वड़िंग के करीबी सहयोगी हैं। सुखबीर ने कहा, “1995 में गिद्दड़बाहा उपचुनाव जीतने के बाद, 1997 में शिअद ने सरकार बनाई और इस बार भी यहीं से शुरुआत होगी।” बैठकों में उन्होंने सभी उपस्थित लोगों की बात सुनी, जिन्होंने अपने पुराने अनुभव और समस्याएं साझा कीं। उन्होंने खन्ना और कपूरथला में हाल ही में हुई बेअदबी की घटनाओं की भी निंदा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल रही है। वड़िंग भी कर रहे हैं गिद्दड़बाहा का दौरा इस बीच, पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने भी शनिवार को लगातार दूसरे दिन निर्वाचन क्षेत्र का दौरा किया और अपने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें कीं। कांग्रेस ने भी मुक्तसर शहर में अपने पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक की। उपचुनाव के लिए पूर्व सांसद जसबीर सिंह डिम्पा को प्रभारी बनाया गया है। एक कांग्रेस नेता ने बताया कि कैप्टन संदीप संधू भी चुनाव प्रचार के लिए यहीं रहेंगे।
फरीदाबाद में 3 मासूम बहन-भाइयों की मौत:मकान का छज्जा गिरने से मलबे में दबे; कम किराए में जर्जर घर में रहता था परिवार
फरीदाबाद में 3 मासूम बहन-भाइयों की मौत:मकान का छज्जा गिरने से मलबे में दबे; कम किराए में जर्जर घर में रहता था परिवार हरियाणा के फरीदाबाद में शुक्रवार देर शाम सीकरी इलाके में जर्जर मकान का छज्जा भरभरा कर गिर गया। इसके मलबे की चपेट में आकर 3 बच्चों की मौत हो गई। तीनों मृतकों में दो भाई व इनकी एक बहन है। तीनों बच्चों के शव बीके अस्पताल की मोर्चरी में रखे गए हैं। आज शवों का पोस्टमार्टम होगा। गांव के सरपंच विवेक छोकर और पड़ोसी सावित्री देवी ने शुक्रवार की शाम लगभग 6:30 बजे कुछ बच्चे घर के बाहर छज्जे के नीचे खेल रहे थे। तभी अचानक से छज्जा उनके ऊपर गिर गया। बच्चे मलके के नीचे दब गए। उनको किसी तरह बाहर निकाला, लेकिन तीनों की मौत हो चुकी थी। इनकी पहचान 12 वर्षीय आदित्य कुमार, 10 वर्षीय मुस्कान और 8 वर्षीय आकाश के रूप में हुई है। तीनों भाई-बहन हैं। सरपंच विवेक छोकरा ने बताया कि यह बिल्डिंग काफी जर्जर हालत में है। इसमें लगे लोहे के गाटर जंग से गल चुके थे। किराया कम होने के कारण यहां10 परिवार रहते हैं। मृतक बच्चों का परिवार बिहार का रहने वाला है। हादसे की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे फरीदाबाद के सेक्टर 58 थाना के प्रभारी कृष्ण कुमार ने बताया कि तीनों बच्चे आपस में भाई-बहन हैं। इनका पिता धर्मेंद्र कंपनी में काम करता है, जबकि मां रेहड़ी पर सामान बेचती है। घटना के समय घर पर माता-पिता में से कोई नहीं था। धर्मेंद्र का परिवार जिस मकान में रहता है, वह मकान काफी पुराना है और जर्जर हो चुका था। इसी वजह से छज्जा गिरा है। पुलिस छानबीन कर रही है। सीकरी चौकी इंचार्ज ललित ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के तुरंत बाद वह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और बच्चों का रेस्क्यू कर उन्हें बादशाह खान सिविल अस्पताल भिजवा दिया। तब तक बच्चों की मौत हो चुकी थी। फिलहाल सभी के शवों को पोस्टमार्टम के लिए बादशाह खान सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। इस मामले में पीड़ित परिवार से मकान मालिक राकेश के खिलाफ शिकायत लेकर कार्रवाई की जाएगी।
हरियाणा में मिड-डे मील खाने से 10 बच्चे बीमार:उल्टी के साथ चक्कर आया, कई बेहोश हुए; शिक्षकों ने बिना दवा दिए बाहर भेजे
हरियाणा में मिड-डे मील खाने से 10 बच्चे बीमार:उल्टी के साथ चक्कर आया, कई बेहोश हुए; शिक्षकों ने बिना दवा दिए बाहर भेजे हरियाणा में करनाल के सरकारी स्कूल मिड-डे मील खाने के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। खाना खाने के कुछ देर बाद ही बच्चों को उल्टियां होने लगीं। उन्हें पेट दर्द और चक्कर आने लगे। आनन-फानन में स्कूल के अन्य बच्चे उन्हें गांव के बस स्टैंड स्थित मेडिकल स्टोर पर ले गए। इसके बाद कुछ बच्चों ने अपने घर जाकर इसकी जानकारी दी। सूचना मिलते ही परिजन तुरंत मौके पर पहुंचे। बच्चों की हालत गंभीर देख वे उन्हें पानीपत के नजदीकी सिविल अस्पताल ले गए। यहां डॉक्टरों की हड़ताल के कारण एनएचएम के डॉक्टर आधे घंटे देरी से पहुंचे। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने बच्चों को अस्पताल में भर्ती कर लिया। बताया जा रहा है कि फूड पॉइजनिंग हुई है। अस्पताल में दाखिल बीमार बच्चों की PHOTOS… बच्चों को सांस लेने में भी दिक्कत
जानकारी देते हुए देबो ने बताया कि वह गांव पूंडरी की रहने वाली है। उसकी पोती भारती (11) भी गांव के सरकारी हाई स्कूल में पढ़ती है। वह छठी कक्षा की छात्रा है। दोपहर को स्कूल के कुछ बच्चे घर आए और बताया कि स्कूल में बनी खिचड़ी खाने से भारती समेत कई बच्चे बीमार हो गए हैं। यह सुनते ही परिजन तुरंत मौके पर पहुंचे। बच्चों को मेडिकल स्टोर से दवाई दी जा रही थी। यहां कई बच्चे खड़े थे। जिन्हें उल्टी हो रही थी। उन्हें पेट दर्द, गले में दर्द के साथ ही चक्कर भी आ रहे थे। बच्चों को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी। सभी छात्र छठी कक्षा के हैं
भारती, नवीन और कृष को पानीपत के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जबकि परिजनों का दावा है कि 10 से ज्यादा बच्चों की हालत बिगड़ गई है। जिन्हें उनके परिजन अलग-अलग अस्पतालों में ले गए हैं। BEO बोले- मामले की जांच की जाएगी
BEO रविंद्र कुमार ने कहा कि बच्चों की तबीयत बिगड़ने का मामला सामने आया है। पानीपत अस्पताल में जाकर बच्चों की सेहत की जानकारी ली जाएगी। कहां पर क्या कुछ कमी रही है, किसकी तरफ से लापरवाही बरती गई है? पूरे मामले की जांच की जाएगी। जिस भी तरह के तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुरूप आगामी प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी।