आगरा में बीजेपी मंडल अध्यक्ष पद के आवेदन प्रक्रिया के दौरान बवाल हो गया। भाजपा नेता आपस में भिड़ गए। सड़क पर लाठी-डंडों और बेल्ट से एक-दूसरे को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। करीब 30 मिनट तक हंगामा चला। दरअसल भाजपा के संगठनात्मक चुनाव चल रहे हैं। नुनिहाई में शिव मंदिर में सीतानगर भाजयुमो के मंडल अध्यक्ष पद के दावेदारों के आवेदन की प्रक्रिया चल रही थी। यहां मुख्य अतिथि रंजना पवार, ब्रज क्षेत्र अध्यक्ष महिला मोर्चा एवं सीता नगर मंडल की प्रभारी मौजूद थीं। इसी दौरान भाजपा युवा मोर्चा के पदाधिकारी आपस में भिड़ गए। दोनों पक्ष ने एक दूसरे के विरुद्ध एत्माद्दौला थाने में तहरीर दी है। पहले पढ़िए दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर क्या-क्या आरोप लगाए पिंटू गुप्ता बोले- सीने पर लात रखकर गर्दन दबाई ट्रांस यमुना कॉलोनी निवासी भाजयुमो पदाधिकारी पिंटू गुप्ता ने बताया कि वह शनिवार को मंडल अध्यक्ष पद के लिए आवदेन करने पहुंचे थे। मंदिर के मुख्य गेट पर भाजयुमो के सचिन भदौरिया ने उन पर हमला कर दिया। सचिन और उसके समर्थकों सौरभ ठाकुर, मिलन ठाकुर, धीरज तोमर, अंकित वर्मा, गौरव शर्मा समेत दो दर्जन से अधिक लोगों ने उनके साथ मारपीट की। आरोपियों ने कहा- तू विधायक का चमचा है। देखते हैं कैसे मंडल अध्यक्ष बनता है। इसके बाद उन्होंने मारपीट शुरू कर दी। उन्हें और उनके साथ आए लोगों को दौड़ाकर डंडों से पीटा गया। जमीन गिराकर लात-घूंसों और बेल्ट से भी मारा। सीने पर लात रखकर गर्दन दबाने लगे। जैसे-तैसे धक्का मारकर अपनी जान बचाई। गौरव बोले- कुल्हाड़ी और लाठी-डंडों से किया हमला सीतानगर मंडल के निवर्तमान अध्यक्ष सचिन भदौरिया पक्ष के गौरव शर्मा का कहना है कि वह भी नामांकन दाखिल करने पहुंचे थे। जैसे ही वह अपना नामांकन दाखिल कर बाहर निकले, वहां पर पहले से खड़े पिंटू गुप्ता ने अपने समर्थकों के साथ मारपीट शुरू कर दी। बबलू यादव, ऋषि यादव,हरजीत,आशु पंडित, प्रवीन चौधरी समेत एक दर्जन लोंगों के साथ कुल्हाड़ी और लाठी-डंडों से हमला कर दिया। बुरी तरह से पीटा। खून निकलने पर लोग छोड़कर भाग गए। वहीं सचिन भदौरिया का कहना है कि उनकी मजबूत दावेदारी के चलते विवाद में घसीटा जा रहा है। विवाद के समय वह मौके पर नहीं थे। 19 नामजद और 20 अज्ञात पर मुकदमा इंस्पेक्टर एत्माद्दौला देवेंद्र दुबे का कहना है कि चुनाव के दौरान दोनों पक्ष में झगड़ा हुआ था। एक पक्ष से पिंटू गुप्ता घायल हैं, दूसरे पक्ष से गौरव शर्मा और दीपक घायल हैं। घायलों का मेडिकल कराया गया है। पिंटू गुप्ता की ओर से 12 नामजद और 10 अज्ञात लोगों के विरुद्ध तहरीर दी गई है। गौरव शर्मा ने 7 नामजद और 10 अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी है। दोनों की तहरीर के आधार पर मारपीट और बलवे की धारा में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। अब पढ़िए क्या है विवाद की जड़ युवा मोर्चा का मंडल अध्यक्ष को लेकर सचिन और पिंटू गुप्ता के बीच पिछले पांच-छह माह से विवाद चल रहा है। दोनों ही अपने आप को युवा मोर्चा का मंडल अध्यक्ष होने का दावा करते हैं। दरअसल पूर्व मंडल अध्यक्ष मंगल सिंह ने पिंटू गुप्ता को सीता नगर मंडल युवा मोर्चा का अध्यक्ष बनाया था। इसके एक माह बाद ही महानगर अध्यक्ष युवा मोर्चा शैलू पंडित ने सचिन भदौरिया को सीता नगर मंडल का अध्यक्ष बना दिया। इसके बाद से दोनों के बीच विवाद पैदा हो गया। दोनों के बीच रार बढ़ती चली गई। दो महीने पहले सचिन भदौरिया ने फेसबुक पर इसे लेकर पोस्ट भी किया था। इसमें खुद को सीता नगर मंडल युवा मोर्चा का अध्यक्ष बताया था। यह भी बताया जा रहा है कि भाजपा रामबाग मंडल के उपाध्यक्ष मोहन सिंह भी इस बार मंडल अध्यक्ष पद के दावेदार हैं। मोहन सिंह अपनी पैरोकारी के लिए पिंटू गुप्ता को लेकर विधायक धर्मपाल सिंह से मिलने गया था। सचिन भदौरिया को इसकी भनक लग गई थी। इसको लेकर भी सचिन के अंदर गुस्सा था। ………………………… ये खबर भी पढ़ें AI इंजीनियर सुसाइड केस- पत्नी, सास और साला गिरफ्तार:बेंगलुरु पुलिस की कार्रवाई; ससुराल वाले जौनपुर का घर छोड़कर फरार थे AI इंजीनियर अतुल सुभाष सुसाइड केस में बेंगलुरु पुलिस ने उनकी पत्नी, सास और साले को गिरफ्तार किया है। बेंगलुरु पुलिस के DCP शिवाकुमार ने कहा-अतुल सुभाष की सास निशा सिंघानिया और साले अनुराग को प्रयागराज से जबकि पत्नी निकिता को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया। शनिवार को गिरफ्तारी के बाद इन सभी को कोर्ट के सामने पेश किया, जहां से न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। अतुल सुभाष ने 9 दिसंबर को बेंगलुरु के फ्लैट में सुसाइड किया था।आत्महत्या से पहले 1.20 घंटे का वीडियो बनाया। इसमें पत्नी निकिता और उनकी फैमिली पर हैरेसमेंट का आरोप लगाया। अतुल के भाई की एप्लीकेशन पर बेंगलुरु में 4 लोगों पर FIR दर्ज हुई। इसमें पत्नी, सास, साले और चाचा ससुर सुशील सिंघानिया का नाम है। पढ़ें पूरी खबर आगरा में बीजेपी मंडल अध्यक्ष पद के आवेदन प्रक्रिया के दौरान बवाल हो गया। भाजपा नेता आपस में भिड़ गए। सड़क पर लाठी-डंडों और बेल्ट से एक-दूसरे को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। करीब 30 मिनट तक हंगामा चला। दरअसल भाजपा के संगठनात्मक चुनाव चल रहे हैं। नुनिहाई में शिव मंदिर में सीतानगर भाजयुमो के मंडल अध्यक्ष पद के दावेदारों के आवेदन की प्रक्रिया चल रही थी। यहां मुख्य अतिथि रंजना पवार, ब्रज क्षेत्र अध्यक्ष महिला मोर्चा एवं सीता नगर मंडल की प्रभारी मौजूद थीं। इसी दौरान भाजपा युवा मोर्चा के पदाधिकारी आपस में भिड़ गए। दोनों पक्ष ने एक दूसरे के विरुद्ध एत्माद्दौला थाने में तहरीर दी है। पहले पढ़िए दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर क्या-क्या आरोप लगाए पिंटू गुप्ता बोले- सीने पर लात रखकर गर्दन दबाई ट्रांस यमुना कॉलोनी निवासी भाजयुमो पदाधिकारी पिंटू गुप्ता ने बताया कि वह शनिवार को मंडल अध्यक्ष पद के लिए आवदेन करने पहुंचे थे। मंदिर के मुख्य गेट पर भाजयुमो के सचिन भदौरिया ने उन पर हमला कर दिया। सचिन और उसके समर्थकों सौरभ ठाकुर, मिलन ठाकुर, धीरज तोमर, अंकित वर्मा, गौरव शर्मा समेत दो दर्जन से अधिक लोगों ने उनके साथ मारपीट की। आरोपियों ने कहा- तू विधायक का चमचा है। देखते हैं कैसे मंडल अध्यक्ष बनता है। इसके बाद उन्होंने मारपीट शुरू कर दी। उन्हें और उनके साथ आए लोगों को दौड़ाकर डंडों से पीटा गया। जमीन गिराकर लात-घूंसों और बेल्ट से भी मारा। सीने पर लात रखकर गर्दन दबाने लगे। जैसे-तैसे धक्का मारकर अपनी जान बचाई। गौरव बोले- कुल्हाड़ी और लाठी-डंडों से किया हमला सीतानगर मंडल के निवर्तमान अध्यक्ष सचिन भदौरिया पक्ष के गौरव शर्मा का कहना है कि वह भी नामांकन दाखिल करने पहुंचे थे। जैसे ही वह अपना नामांकन दाखिल कर बाहर निकले, वहां पर पहले से खड़े पिंटू गुप्ता ने अपने समर्थकों के साथ मारपीट शुरू कर दी। बबलू यादव, ऋषि यादव,हरजीत,आशु पंडित, प्रवीन चौधरी समेत एक दर्जन लोंगों के साथ कुल्हाड़ी और लाठी-डंडों से हमला कर दिया। बुरी तरह से पीटा। खून निकलने पर लोग छोड़कर भाग गए। वहीं सचिन भदौरिया का कहना है कि उनकी मजबूत दावेदारी के चलते विवाद में घसीटा जा रहा है। विवाद के समय वह मौके पर नहीं थे। 19 नामजद और 20 अज्ञात पर मुकदमा इंस्पेक्टर एत्माद्दौला देवेंद्र दुबे का कहना है कि चुनाव के दौरान दोनों पक्ष में झगड़ा हुआ था। एक पक्ष से पिंटू गुप्ता घायल हैं, दूसरे पक्ष से गौरव शर्मा और दीपक घायल हैं। घायलों का मेडिकल कराया गया है। पिंटू गुप्ता की ओर से 12 नामजद और 10 अज्ञात लोगों के विरुद्ध तहरीर दी गई है। गौरव शर्मा ने 7 नामजद और 10 अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी है। दोनों की तहरीर के आधार पर मारपीट और बलवे की धारा में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। अब पढ़िए क्या है विवाद की जड़ युवा मोर्चा का मंडल अध्यक्ष को लेकर सचिन और पिंटू गुप्ता के बीच पिछले पांच-छह माह से विवाद चल रहा है। दोनों ही अपने आप को युवा मोर्चा का मंडल अध्यक्ष होने का दावा करते हैं। दरअसल पूर्व मंडल अध्यक्ष मंगल सिंह ने पिंटू गुप्ता को सीता नगर मंडल युवा मोर्चा का अध्यक्ष बनाया था। इसके एक माह बाद ही महानगर अध्यक्ष युवा मोर्चा शैलू पंडित ने सचिन भदौरिया को सीता नगर मंडल का अध्यक्ष बना दिया। इसके बाद से दोनों के बीच विवाद पैदा हो गया। दोनों के बीच रार बढ़ती चली गई। दो महीने पहले सचिन भदौरिया ने फेसबुक पर इसे लेकर पोस्ट भी किया था। इसमें खुद को सीता नगर मंडल युवा मोर्चा का अध्यक्ष बताया था। यह भी बताया जा रहा है कि भाजपा रामबाग मंडल के उपाध्यक्ष मोहन सिंह भी इस बार मंडल अध्यक्ष पद के दावेदार हैं। मोहन सिंह अपनी पैरोकारी के लिए पिंटू गुप्ता को लेकर विधायक धर्मपाल सिंह से मिलने गया था। सचिन भदौरिया को इसकी भनक लग गई थी। इसको लेकर भी सचिन के अंदर गुस्सा था। ………………………… ये खबर भी पढ़ें AI इंजीनियर सुसाइड केस- पत्नी, सास और साला गिरफ्तार:बेंगलुरु पुलिस की कार्रवाई; ससुराल वाले जौनपुर का घर छोड़कर फरार थे AI इंजीनियर अतुल सुभाष सुसाइड केस में बेंगलुरु पुलिस ने उनकी पत्नी, सास और साले को गिरफ्तार किया है। बेंगलुरु पुलिस के DCP शिवाकुमार ने कहा-अतुल सुभाष की सास निशा सिंघानिया और साले अनुराग को प्रयागराज से जबकि पत्नी निकिता को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया। शनिवार को गिरफ्तारी के बाद इन सभी को कोर्ट के सामने पेश किया, जहां से न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। अतुल सुभाष ने 9 दिसंबर को बेंगलुरु के फ्लैट में सुसाइड किया था।आत्महत्या से पहले 1.20 घंटे का वीडियो बनाया। इसमें पत्नी निकिता और उनकी फैमिली पर हैरेसमेंट का आरोप लगाया। अतुल के भाई की एप्लीकेशन पर बेंगलुरु में 4 लोगों पर FIR दर्ज हुई। इसमें पत्नी, सास, साले और चाचा ससुर सुशील सिंघानिया का नाम है। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में 12 वर्षीय बच्चे पर पिस्टल तानी:बच्चों के झगड़े में आरोपी बाप आया; पीड़ित का पिता बोला- पत्नी न रोकती तो मार देता
हरियाणा में 12 वर्षीय बच्चे पर पिस्टल तानी:बच्चों के झगड़े में आरोपी बाप आया; पीड़ित का पिता बोला- पत्नी न रोकती तो मार देता हरियाणा के गुरुग्राम में पार्क में फुटबॉल खेल रहे कुछ बच्चों में अचानक किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। इससे नाराज एक बच्चे के पिता ने 12 साल के बच्चे पर पिस्टल तान दी। आरोपी व्यक्ति ने बच्चे को गालियां दीं और जान से मारने की धमकी दी। यह पूरी घटना सोसाइटी में लगे CCTV कैमरे में कैद हुई है। उसमें साफ देखा जा सकता है कि आरोपी व्यक्ति हाथ में पिस्टल लेकर बच्चों की ओर बढ़ रहा है। उसे रोकने के लिए उसकी पत्नी पीछे दौड़ रही है। इस व्यक्ति के खिलाफ अब मामला दर्ज हो गया है। पीड़ित बच्चे के पिता ने आरोपी को जेल में डालने की मांग की है। बताया जा रहा है कि आरोपी पर पहले से ही हरियाणा के अलावा पंजाब और उत्तर प्रदेश में भी आपराधिक मामले दर्ज हैं। वारदात के 2 PHOTOS… CCTV फुटेज में क्या दिख रहा…
वारदात को लेकर सामने आए CCTV फुटेज में दिख रहा है कि एंबिएंस लगून अपार्टमेंट के पार्क में एक व्यक्ति सफेद शर्ट पहने हुए बढ़ रहा है। उसके हाथ में पिस्टल है। पार्क में कुछ बच्चे खेलते दिख रहे हैं। पिस्टल हाथ में लिए आगे बढ़ रहे व्यक्ति के पीछे एक महिला भी दौड़ रही है। यह व्यक्ति पार्क में खेल रहे बच्चों के पास जाता है और एक बच्चे पर पिस्टल तान देता है। पीछे दौड़ रही महिला फौरन उसकी पिस्टल को नीचे करवाती है। इस दौरान महिला और व्यक्ति के बीच थोड़ी खींचतान भी होती है। इसके बाद धक्का मारकर महिला उस व्यक्ति को ले जाती है। उनके पीछे साइकिल पर एक बच्चा भी आता है। 19 नवंबर की शाम का मामला
जानकारी के अनुसार, यह घटना गुरुग्राम के पॉश एरिया एंबिएंस लगून अपार्टमेंट की है। पीड़ित बच्चे के पिता करण लोहिया ने बताया है कि 19 नवंबर की शाम करीब 5 बजे उनका बच्चा सोसाइटी के पार्क में ही अन्य बच्चों के साथ फुटबॉल खेल रहा था। करण ने बताया कि खेल-खेल में बच्चों का आपस में झगड़ा हो गया। यह झगड़ा उनके 12 साल के बेटे और सोसाइटी में रहने वाले प्रतीक सचदेवा के बेटे के साथ हुआ था। प्रतीक के बेटे ने शोर कर झगड़े की सूचना अपने पिता को दे दी। आरोपी को खींचकर ले गई उसकी पत्नी
अपने बच्चे की आवाज सुनकर प्रतीक गुस्से में तमतमाता हुआ पार्क में आया। उसके हाथ में पिस्टल थी। उसने जाते ही पिस्टल करण के बेटे पर तान दी। वह 12 साल के बच्चे को गोली मारकर जान से मारने की धमकी देने लगा। साथ में गालियां भी दे रहा था। इसी दौरान प्रतीक की पत्नी भी उसके पीछे दौड़कर पहुंच गई थी। उसने अपने पति को समझाया और वहां से खींचकर ले गई। बालकनी से चिल्लाती रही पीड़ित बच्चे की मां
करण का कहना है कि इस दौरान उनकी पत्नी बालकनी से चिल्लाती रही कि मेरे बच्चे को कुछ कर मत देना। अगर प्रतीक को उसकी पत्नी खींचकर ले नहीं जाती तो हो सकता है कि वह मेरे बेटे को गोली मार देता। करण लोहिया ने प्रतीक सचदेवा के खिलाफ थाने में शिकायत दे दी है। करण का कहना है कि उन्हें थाने से पता चला है कि प्रतीक पर पहले से ही कई मामले दर्ज हैं। वह हरियाणा के बाहर उत्तर प्रदेश और पंजाब में भी अपराध कर चुका है। करण ने बताया है कि वारदात के बाद से उनका बच्चा काफी डरा हुआ है। वह बाहर ही नहीं निकल रहा था, इसलिए उसे इस माहौल से दूर किसी रिश्तेदार के पास भेज दिया है।
यूपी के रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल:सोमवार से 4 हजार डॉक्टर स्ट्राइक पर, OPD सहित कई मेडिकल सेवाएं रहेंगी प्रभावित
यूपी के रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल:सोमवार से 4 हजार डॉक्टर स्ट्राइक पर, OPD सहित कई मेडिकल सेवाएं रहेंगी प्रभावित उत्तर प्रदेश के 4 हजार से ज्यादा रेजिडेंट डॉक्टर सोमवार से हड़ताल पर रहेगें। इसके चलते प्रदेश के सबसे बड़े चिकित्सा विश्वविद्यालय, KGMU समेत लगभग सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में मरीजों का इलाज प्रभावित होगा। बड़ी बात ये हैं कि हड़ताल के दौरान रेजिडेंट डॉक्टर, OPD समेत सभी रूटीन इलेक्टिव सर्जरी व नियमित चिकित्सीय उपचार से दूर रहेंगे। हालांकि, गंभीर मरीजों को मिलने वाली ट्रॉमा समेत आपातकालीन चिकित्सा सुविधाओं से अभी रेजिडेंट डॉक्टरों ने खुद को अलग नही किया हैं। इसके चलते इन मरीजों का इलाज जारी रहेगा। दरअसल, कोलकाता की ट्रेनी डॉक्टर की रेप और मर्डर की घटना के बाद देशभर के रेजिडेंट डॉक्टरों में जबरदस्त आक्रोश हैं। रविवार शाम फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (FORDA) के आहवाहन पर यूपी समेत प्रदेश भर के सभी रेजिडेंट डॉक्टर के एसोसिएशन, यूपी रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने इस हड़ताल का ऐलान किया हैं। OPD समेत कई मेडिकल सेवाएं हो सकती हैं ठप रेजिडेंट डॉक्टरों के हड़ताल का लखनऊ समेत प्रदेश के लगभग सभी मेडिकल कॉलेजों में मरीजों को मिलने वाले इलाज पर बड़ा असर पड़ सकता हैं। इन कॉलेजों की OPD समेत सामान्य चिकित्सा व्यवस्था भी ठप हो सकती हैं। रेजिडेंट डॉक्टरों की इस हड़ताल में MBBS स्टूडेंट्स के शामिल होने की आशंका भी हैं। ऐसे में हालात और बदतर हो सकते हैं। हालांकि, यूपी रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने 4 हजार रजिस्टर्ड डॉक्टरों सहित कुल 10 हजार डॉक्टर और MBBS स्टूडेंट्स के स्ट्राइक में शामिल होने की बात कही हैं। लखनऊ के 2 हजार सहित कुल 4 हजार डॉक्टर हड़ताल पर सोमवार से रेजिडेंट डॉक्टरों की प्रस्तावित इस हड़ताल का असर प्रदेश के लाखों मरीजों पर पड़ेगा। अकेले राजधानी लखनऊ के 3 बड़े चिकित्सा संस्थानों में 2 हजार के करीब रेजिडेंट डॉक्टर तैनात हैं। इनमें से KGMU, SGPGI और लोहिया संस्थान जैसे राज्य के टॉप मेडिकल संस्थान शामिल हैं। इन संस्थानों में रोजाना 10 हजार से ज्यादा मरीज सिर्फ OPD में इलाज के लिए पहुंचते हैं। कोलकाता की घटना से रेजिडेंट डॉक्टरों में उबाल यूपी रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन प्रदेश अध्यक्ष डॉ.हरदीप जोगी ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बताया कि सरकारी अस्पतालों में सिक्योरिटी का न होना, डॉक्टरों के लिए जानलेवा बन चुका हैं। आखिर कब तक सहन करेंगे डॉक्टर? इतने बड़े जघन्य अपराध के बाद भी जिम्मेदार एक्शन लेने में कोताही कर रहे हैं। यही कारण हैं कि डॉक्टरों में बेहद आक्रोश हैं। निर्भया से भी ज्यादा जघन्य अपराध हुआ डॉ. हरदीप कहते हैं कि कोलकाता की रेजिडेंट डॉक्टर के साथ दिल्ली के निर्भया कांड से ज्यादा जघन्य और बर्बर तरीके से अपराध किया गया हैं। बावजूद इसके वहां के जिम्मेदार कार्रवाई को लेकर लचर रवैया अपना रहे हैं। तमाम राज्यों में जब कोई अधिकारी निकलता हैं, तो वो गार्ड साथ लेकर जाता हैं। पर डॉक्टर को अकेले भेजा जाता हैं। ऐसे में डॉक्टरों के ऐसी घटना होना लाजिमी हैं।सवाल ये भी उठता हैं कि NMC जो मेडिकल कॉलेज को अप्रूवल देने वाली बॉडी हैं, वो ऐसे कॉलेज के संचालन की कैसे परमिशन दे देती हैं। जहां डॉक्टरों के लिए सुरक्षित माहौल तक नही हैं। ऐसे हालात में डॉक्टर कैसे लोगों का इलाज कर सकेंगे जब वो खुद ही सुरक्षित नही रहेंगे। रेजिडेंट डॉक्टरों की प्रमुख मांग – कोलकाता के जघन्य रेप और हत्याकांड मामले की जांच CBI जैसी किसी सेंट्रल एजेंसी से कराई जाए। और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। डॉक्टरों को उनके कार्यक्षेत्र समेत सभी वर्कप्लेस पर समुचित सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराई जाए। सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी खुद NMC द्वारा की जाए। गवर्नमेंट द्वारा सेंट्रल मेडिकल प्रोफेशनल प्रोटेक्शन एक्ट को देशभर में लागू किया जाए। KGMU में शाम 7 बजे होगी शोक सभा और कैंडल मार्च कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की सेकेंड ईयर पीजी महिला चिकित्सक के साथ हुई वीभत्स घटना और हत्याकांड के बाद दिवंगत आत्मा को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए सोमवार शाम 7 बजे को KGMU में प्रशासनिक भवन पर शोक सभा और उसके बाद कैंडल मार्च निकाला जाएगा। इसमें रेजिडेंट डॉक्टरों के अलावा MBBS स्टूडेंट्स के भी शामिल होने की उम्मीद हैं।
प्रयागराज के युवक की नाक से जिंदा जोक निकाला:19 दिन तक खून चूसता रहा, ब्लीडिंग हुई तो डॉक्टर के पास पहुंचा; झरने में नहाते समय घुसा
प्रयागराज के युवक की नाक से जिंदा जोक निकाला:19 दिन तक खून चूसता रहा, ब्लीडिंग हुई तो डॉक्टर के पास पहुंचा; झरने में नहाते समय घुसा उत्तराखंड में झरने में नहाते समय प्रयागराज के रहने वाले 19 साल के युवक की नाक में जोक घुस गया। चौंकाने वाली बात यह है कि उसकी नाक के अंदर ही जोक उसका खून चूसकर 19 दिनों तक जिंदा रहा। युवक की नाक से जब ब्लीडिंग शुरू हुई तो वह डॉक्टर के पास पहुंचा। जांच में पता चला कि उसे कोई बीमारी नहीं, बल्कि उसके नाक के अंदर जिंदा जोक बैठा है। सोमवार को ENT सर्जन डॉ. सुभाष चंद्र वर्मा ने एंडोस्कोपी से जिंदा जोक बाहर निकाला। डॉक्टर ने कहा- यह बहुत ही रेयर केस है, शायद ही इस तरह का केस भारत में हुआ हो। उत्तराखंड के झरने में नहाने गया था सेसिल
प्रयागराज के डॉ. काटजू रोड के रहने वाले सेसिल एंड्रू गोम्स एक टेलीकॉम कंपनी में काम करता है। वह 4 जून को उत्तराखंड घूमने गया था। भालूगाड़ झरने में खूब नहाया और दोस्तों के साथ जमकर मस्ती की। वापस घर लौट कर आया तो 8 जून काे उसके नाक से हल्की ब्लीडिंग हुई। उसने इसे सामान्य समझा। फिर धीरे-धीरे उसे छींके आने लगी। बीच-बीच में उसके सिर में दर्द भी होने लगा। वह बेचैन हो उठता था। किसी डॉक्टर को दिखाकर कुछ दवाइयां ले ली, लेकिन उससे कोई आराम नहीं हुआ। ड्रॉप्स डालने पर जोक का हल्का मुंह बाहर आया
सेसिल शहर के नाजरेथ हॉस्पिटल में ENT (नाक, कान-गला) सर्जन डॉ. सुभाष चंद्र वर्मा को दिखाया। उसने डॉक्टर को पूरी बात बताई। डॉक्टर ने नाक में डालने के लिए कुछ ड्रॉप्स दिए। वह लेकर सेसिल घर आ गया। घर पर उसने ड्रॉप्स नाक में डाली तो अंदर खुजली बढ़ गई। शीशे में देखा तो नाक के अंदर से कुछ कीड़े की तरह दिखा। उसने इसका वीडियो भी बना लिया। वह 24 जून को फिर डॉक्टर के पास पहुंचा और वीडियो दिखाया। डॉक्टर ने दूरबीन डालकर देखा तो वह भी चौंक गए। डॉक्टर को दिखा कि अंदर तो जोक है। वह भी जिंदा और खून चूस रहा है। बिना किसी देरी डॉक्टर उसे ऑपरेशन थियेटर में ले गए और एंडोस्कोपी के जरिए किसी तरह जोक बाहर निकालने में सफल हुए। सांस या खाने की नली में जाने से जा सकती थी जान
डॉ. सुभाष चंद्र से दैनिक भास्कर रिपोर्टर ने बातचीत की। डॉ. सुभाष ने बताया- जोक अपने वजन से 8-9 गुना ज्यादा खून पी सकता है। अच्छी बात यह थी कि वह जोक नाक में था। अगर सांस की नली या खाने की नली में जाकर फंस जाता तो युवक की जान भी खतरे में पड़ सकती थी।