आग की लपटों में घिरी दौड़ती रही और फिर घरवालों को किया कॉल… जयपुर ट्रक हादसे की दर्दनाक कहानी

आग की लपटों में घिरी दौड़ती रही और फिर घरवालों को किया कॉल… जयपुर ट्रक हादसे की दर्दनाक कहानी

<p style=”text-align: justify;”><strong>Jaipur CNG Truck Blast:</strong> जयपुर में खौफनाक सीएनजी ट्रक ब्लास्ट हादसे में मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. शुक्रवार (20 दिसंबर) को हुए इस हादसे में 14 लोग जिंदा जल गए थे जबकि कई गंभीर रूप से झुलस गए थे. झुलसे लोगों में कइयों की हालत गंभीर थी, जिनमें से चार और लोगों की मौत हो चुकी है. यानी मौत का आंकड़ा अब तक बढ़ कर 18 हो गया है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसी बीच जयपुर हादसे की एक और खौफनाक कहानी सामने आ रही है. 22 साल की विजीता मीणा हादसे में आग की चपेट में आ गई थीं और आग में घिरी दौड़ते हुए मदद की गुहार लगा रही थीं. तभी आसपास मौजूद किसी व्यक्ति ने आग बुझाने में उनकी मदद की. यह बात रामचंद्र मीणा के पिता ने इंडियन एक्सप्रेस को बताई है. हालांकि, इलाज के दौरान विजीता की जान बचाई नहीं जा सकी और वह इस हादसे में जान गंवाने वाली 18वीं पीड़ित हो गईं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>जयपुर-अजमेर हाईवे पर हुए सीएनजी ट्रक ब्लास्ट हादसे के कई घायलों का इलाज जयपुर के सवाई माधोसिंह अस्पताल में चल रहा था. यहीं विजीता मीणा की भी मौत हुई है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कैसे हुआ था जयपुर-अजमेर हादसा?</strong><br />शुक्रवार (20 दिसंबर) की सुबह 5.30 हजे जयपुर-अजमेर हाईवे पर एक सीएनजी ट्रक और एक सामान्य ट्रक की टक्कर में भीषण ब्लास्ट हुआ, जिससे आग की लपटें 200-300 मीटर के एरिया में फैल गईं और वहां उतने रेडियस में मौजूद हर व्यक्ति इस हादसे की चपेट में आ गया. फिलहाल, पांच लोगों की स्थिति अभी भी गंभीर बताई जा रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, विजीता एलएलबीएस महिला टीटी कॉलेज से बीएड की पढ़ाई कर रही थीं. शुक्रवार की सुबह वह अपने घर की ओर जा रही थीं, जब यह हादसा हुआ. विजीता 70 फीसदी जल चुकी थीं और बुधवार सुबह 4.00 बजे उन्होंने दम तोड़ दिया. बुधवार को मरने वाले तीन लोगों में से एक विजीता भी थीं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>विजीता मीणा के पिता ने बताया कि गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद विजीता ने आसपास मौजूद किसी व्यक्ति से फोन लिया और अपने घर पर फोन कर सारी जानकारी दी. अपने पिता से यह भी कहा कि फौरन जयपुर आ जाएं. तबसे उनका परिवार उनके साथ था. अब विजीता का परिवार उनका शव वापस प्रतापगढ़ लेकर जा रहा है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शाहबुद्दी ने घर पर किया फोन, कुछ देर बाद हुई मौत</strong><br />वहीं, अस्पताल प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक, इसी हादसे के पांच और पीड़ित हैं जिनकी हालत गंभीर बनी हुई है. डॉक्टर्स उन्हें करीब से मॉनिटर कर रहे हैं, लेकिन घाव बहुत गहरे हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>विजीता की ही तरह 33 वर्षीय शाहबुद्दीन ने भी अपने घर पर फोन कर के बताया कि वह पूरी तरह से जल चुका है. यूपी के बरेली के रहने वाले शाहबुद्दीन ने कुछ ही घंटों बाद दम तोड़ दिया था. वह अहमदाबाद से जयपुर तक निर्मित उत्पाद लेकर जा रहा था. शाहबुद्दीन ने अपने परिजनों को फोन कर के कहा कि उसके मालिक को बता दें, पूरा गाडी़ हादसे में जल गई है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: उर्स से पहले अजमेर दरगाह इलाके में चला बुलडोजर, हटाए जा रहे अतिक्रमण, कार्रवाई से हड़कंप</strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Jaipur CNG Truck Blast:</strong> जयपुर में खौफनाक सीएनजी ट्रक ब्लास्ट हादसे में मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. शुक्रवार (20 दिसंबर) को हुए इस हादसे में 14 लोग जिंदा जल गए थे जबकि कई गंभीर रूप से झुलस गए थे. झुलसे लोगों में कइयों की हालत गंभीर थी, जिनमें से चार और लोगों की मौत हो चुकी है. यानी मौत का आंकड़ा अब तक बढ़ कर 18 हो गया है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसी बीच जयपुर हादसे की एक और खौफनाक कहानी सामने आ रही है. 22 साल की विजीता मीणा हादसे में आग की चपेट में आ गई थीं और आग में घिरी दौड़ते हुए मदद की गुहार लगा रही थीं. तभी आसपास मौजूद किसी व्यक्ति ने आग बुझाने में उनकी मदद की. यह बात रामचंद्र मीणा के पिता ने इंडियन एक्सप्रेस को बताई है. हालांकि, इलाज के दौरान विजीता की जान बचाई नहीं जा सकी और वह इस हादसे में जान गंवाने वाली 18वीं पीड़ित हो गईं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>जयपुर-अजमेर हाईवे पर हुए सीएनजी ट्रक ब्लास्ट हादसे के कई घायलों का इलाज जयपुर के सवाई माधोसिंह अस्पताल में चल रहा था. यहीं विजीता मीणा की भी मौत हुई है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कैसे हुआ था जयपुर-अजमेर हादसा?</strong><br />शुक्रवार (20 दिसंबर) की सुबह 5.30 हजे जयपुर-अजमेर हाईवे पर एक सीएनजी ट्रक और एक सामान्य ट्रक की टक्कर में भीषण ब्लास्ट हुआ, जिससे आग की लपटें 200-300 मीटर के एरिया में फैल गईं और वहां उतने रेडियस में मौजूद हर व्यक्ति इस हादसे की चपेट में आ गया. फिलहाल, पांच लोगों की स्थिति अभी भी गंभीर बताई जा रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, विजीता एलएलबीएस महिला टीटी कॉलेज से बीएड की पढ़ाई कर रही थीं. शुक्रवार की सुबह वह अपने घर की ओर जा रही थीं, जब यह हादसा हुआ. विजीता 70 फीसदी जल चुकी थीं और बुधवार सुबह 4.00 बजे उन्होंने दम तोड़ दिया. बुधवार को मरने वाले तीन लोगों में से एक विजीता भी थीं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>विजीता मीणा के पिता ने बताया कि गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद विजीता ने आसपास मौजूद किसी व्यक्ति से फोन लिया और अपने घर पर फोन कर सारी जानकारी दी. अपने पिता से यह भी कहा कि फौरन जयपुर आ जाएं. तबसे उनका परिवार उनके साथ था. अब विजीता का परिवार उनका शव वापस प्रतापगढ़ लेकर जा रहा है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शाहबुद्दी ने घर पर किया फोन, कुछ देर बाद हुई मौत</strong><br />वहीं, अस्पताल प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक, इसी हादसे के पांच और पीड़ित हैं जिनकी हालत गंभीर बनी हुई है. डॉक्टर्स उन्हें करीब से मॉनिटर कर रहे हैं, लेकिन घाव बहुत गहरे हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>विजीता की ही तरह 33 वर्षीय शाहबुद्दीन ने भी अपने घर पर फोन कर के बताया कि वह पूरी तरह से जल चुका है. यूपी के बरेली के रहने वाले शाहबुद्दीन ने कुछ ही घंटों बाद दम तोड़ दिया था. वह अहमदाबाद से जयपुर तक निर्मित उत्पाद लेकर जा रहा था. शाहबुद्दीन ने अपने परिजनों को फोन कर के कहा कि उसके मालिक को बता दें, पूरा गाडी़ हादसे में जल गई है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: उर्स से पहले अजमेर दरगाह इलाके में चला बुलडोजर, हटाए जा रहे अतिक्रमण, कार्रवाई से हड़कंप</strong></p>  राजस्थान Ahmedabad Accident: अहमदाबाद-राजकोट हाईवे पर दर्दनाक हादसा, तीन ट्रकों में आग लगने से 2 की मौत, 3 लोग घायल