सीतापुर जेल में बंद पिता आजम खान से बेटे अब्दुल्ला ने 19 महीने बाद मुलाकात की। उनके साथ रामपुर के पूर्व विधायक यूसुफ मलिक और सपा नेता मोहम्मद सलीम भी थे। शनिवार दोपहर 12 बजे अब्दुल्ला निजी कार से सीतापुर जेल पहुंचे। उन्होंने विजिटर रजिस्टर में हस्ताक्षर किए, इसके बाद जेल में एंट्री दी गई। 25 फरवरी को पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम हरदोई जेल से रिहा हुए थे। वह दो जन्म प्रमाण पत्र मामले में 16 महीने से जेल में बंद थे। अक्टूबर 2023 में कोर्ट ने उन्हें 7 साल की सजा सुनाई थी, जिसके बाद उन्हें हरदोई जेल भेज दिया गया था। आजम खान पर 108 मुकदमे दर्ज हैं
आजम खान 19 महीने से सीतापुर की जेल में बंद हैं। उन पर जमीन कब्जाने से लेकर बकरी और किताब चोरी तक के 100 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। इसमें 9 मामलों में फैसला भी आ चुका है। जिसमें 6 में सजा सुनाई गई है और 3 में बरी हो चुके हैं। आजम खान पर 2019 में ताबड़तोड़ 84 मामले दर्ज हुए थे। इसमें से ज्यादातर मामले न्यायालय में विचाराधीन हैं। 3 मामलों में हो चुकी है सजा कौन हैं मोहम्मद आजम खान? विवादों से रहा है गहरा नाता
आजम खान का विवादों से गहरा नाता रहा है। उन पर सदन में महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी करने से लेकर अधिकारियों के साथ गलत व्यवहार करने और चुनाव के दौरान आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगता रहा है। 2019 के चुनाव में चुनाव आयोग ने उन पर 2 बार प्रचार करने पर प्रतिबंध लगाया था। हालांकि, चुनाव में उन्हें जीत मिली थी। लेकिन एक आपराधिक मामले में 2 साल से ज्यादा की सजा होने के कारण उनकी सदस्यता चली गई थी। रामपुर में उपचुनाव हुआ और भाजपा के घनश्याम ने यहां जीत दर्ज की। सपा शासनकाल में आजम खान को मिनी सीएम भी कहा जाता था। सीतापुर जेल में बंद पिता आजम खान से बेटे अब्दुल्ला ने 19 महीने बाद मुलाकात की। उनके साथ रामपुर के पूर्व विधायक यूसुफ मलिक और सपा नेता मोहम्मद सलीम भी थे। शनिवार दोपहर 12 बजे अब्दुल्ला निजी कार से सीतापुर जेल पहुंचे। उन्होंने विजिटर रजिस्टर में हस्ताक्षर किए, इसके बाद जेल में एंट्री दी गई। 25 फरवरी को पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम हरदोई जेल से रिहा हुए थे। वह दो जन्म प्रमाण पत्र मामले में 16 महीने से जेल में बंद थे। अक्टूबर 2023 में कोर्ट ने उन्हें 7 साल की सजा सुनाई थी, जिसके बाद उन्हें हरदोई जेल भेज दिया गया था। आजम खान पर 108 मुकदमे दर्ज हैं
आजम खान 19 महीने से सीतापुर की जेल में बंद हैं। उन पर जमीन कब्जाने से लेकर बकरी और किताब चोरी तक के 100 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। इसमें 9 मामलों में फैसला भी आ चुका है। जिसमें 6 में सजा सुनाई गई है और 3 में बरी हो चुके हैं। आजम खान पर 2019 में ताबड़तोड़ 84 मामले दर्ज हुए थे। इसमें से ज्यादातर मामले न्यायालय में विचाराधीन हैं। 3 मामलों में हो चुकी है सजा कौन हैं मोहम्मद आजम खान? विवादों से रहा है गहरा नाता
आजम खान का विवादों से गहरा नाता रहा है। उन पर सदन में महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी करने से लेकर अधिकारियों के साथ गलत व्यवहार करने और चुनाव के दौरान आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगता रहा है। 2019 के चुनाव में चुनाव आयोग ने उन पर 2 बार प्रचार करने पर प्रतिबंध लगाया था। हालांकि, चुनाव में उन्हें जीत मिली थी। लेकिन एक आपराधिक मामले में 2 साल से ज्यादा की सजा होने के कारण उनकी सदस्यता चली गई थी। रामपुर में उपचुनाव हुआ और भाजपा के घनश्याम ने यहां जीत दर्ज की। सपा शासनकाल में आजम खान को मिनी सीएम भी कहा जाता था। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
आजम खान से जेल में मिलने पहुंचा बेटा अब्दुल्ला:ईद से पहले 20 महीने बाद हुई मुलाकात; पूर्व विधायक भी साथ
