आजम खान से मिलने पहुंचे पत्नी-बेटा:2 महीने बाद सीतापुर जेल में मुलाकात की, बेटा बोला- सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं

आजम खान से मिलने पहुंचे पत्नी-बेटा:2 महीने बाद सीतापुर जेल में मुलाकात की, बेटा बोला- सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं

सीतापुर जेल में बंद वरिष्ठ सपा नेता आजम खान से बुधवार को उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अदीब आजम ने मुलाकात की। पत्नी और बेटे ने उनसे 1 घंटे 23 मिनट तक बातचीत की। यह मुलाकात दो महीने के लंबे अंतराल के बाद हुई है। आखिरी बार दिसंबर महीने में परिवार ने आजम से मुलाकात की थी। जेल प्रशासन की निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार, दोपहर 12 बजे ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद दोनों को जेल में एंट्री की इजाजत मिली। जेल में मुलाकात की नई व्यवस्था में पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। इसी व्यवस्था का पालन करते हुए तंजीन फातिमा और अदीब आजम ने आजम से मुलाकात की। बेटा बोला- सत्य पराजित नहीं हो सकता
मुलाकात कर जेल से बाहर आने के बाद आबिद ने कहा- मेरे पिता का स्वास्थ्य ठीक है। जेल में उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है। लेकिन, जेल तो जेल होती है। उसमें आराम क्या और दिक्कत क्या? सत्य परेशान तो हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं हो सकता। दिल्ली में हाल ही में हुए चुनाव के परिणाम पर अदीब ने कहा- अगर इंडी गठबंधन एक साथ दिल्ली में चुनाव लड़ता तो वहां के परिणाम कुछ और होते। जनता सरकार बनाने और गिराने का काम करती है। जनता का मूड जिस तरफ होता है, उसी की सरकार बनती है। आजम खान पर 108 मुकदमे दर्ज हैं
आजम खान पर जमीन कब्जाने से लेकर बकरी और किताब चोरी तक के 100 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। इसमें 9 मामलों में फैसला भी आ चुका है। जिसमें 6 में सजा सुनाई गई है और 3 में बरी हो चुके हैं। आजम खान पर 2019 में ताबड़तोड़ 84 मामले दर्ज हुए थे। इसमें से ज्यादातर मामले न्यायालय में विचाराधीन हैं। 3 मामलों में हो चुकी है सजा कौन हैं मोहम्मद आजम खान? विवादों से रहा है गहरा नाता
आजम खान का विवादों से गहरा नाता रहा है। उन पर सदन में महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी करने से लेकर अधिकारियों के साथ गलत व्यवहार करने और चुनाव के दौरान आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगता रहा है। 2019 के चुनाव में चुनाव आयोग ने उन पर 2 बार प्रचार करने पर प्रतिबंध लगाया था। हालांकि, चुनाव में उन्हें जीत मिली थी। लेकिन एक आपराधिक मामले में 2 साल से ज्यादा की सजा होने के कारण उनकी सदस्यता चली गई थी। रामपुर में उपचुनाव हुआ और भाजपा के घनश्याम ने यहां जीत दर्ज की। सपा शासनकाल में आजम खान को मिनी सीएम भी कहा जाता था। ————————— ये खबर भी पढ़ें… सिपाही भर्ती परीक्षा…रेस में तीन के पैर की हड्डी टूटी, मुरादाबाद में दौड़ते-दौड़ते लड़खड़ाकर गिरे तीन अभ्यर्थी मुरादाबाद में 9th बटालियन पीएसी के ग्राउंड पर चल रहे सिपाही भर्ती परीक्षा के फिजिकल टेस्ट में रेस के दौरान तीन युवकों के पैर में फ्रैक्चर हो गया। तीनों को ग्राउंड पर मौजूद मेडिकल टीम ने प्राइमरी ट्रीटमेंट दिया और एंबुलेंस की मदद से तुरंत जिला अस्पताल भिजवाया। भर्ती की रेस के दौरान तीनों युवक अचानक लड़खड़ाकर गिर पड़े। एक्सपर्ट का मानना है कि नियमित प्रैक्टिस नहीं होने की वजह से इस तरह की दिक्कतें होती हैं। बिना प्रैक्टिस के रेस लगाने से पहले मसल्स फ्रैक्चर होतीं हैं और अगर उसके बाद भी रेस लगाते रहें तो हड्डी फ्रैक्चर होने की खतरा बढ़ जाता है। पढ़ें पूरी खबर… सीतापुर जेल में बंद वरिष्ठ सपा नेता आजम खान से बुधवार को उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अदीब आजम ने मुलाकात की। पत्नी और बेटे ने उनसे 1 घंटे 23 मिनट तक बातचीत की। यह मुलाकात दो महीने के लंबे अंतराल के बाद हुई है। आखिरी बार दिसंबर महीने में परिवार ने आजम से मुलाकात की थी। जेल प्रशासन की निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार, दोपहर 12 बजे ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद दोनों को जेल में एंट्री की इजाजत मिली। जेल में मुलाकात की नई व्यवस्था में पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। इसी व्यवस्था का पालन करते हुए तंजीन फातिमा और अदीब आजम ने आजम से मुलाकात की। बेटा बोला- सत्य पराजित नहीं हो सकता
मुलाकात कर जेल से बाहर आने के बाद आबिद ने कहा- मेरे पिता का स्वास्थ्य ठीक है। जेल में उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है। लेकिन, जेल तो जेल होती है। उसमें आराम क्या और दिक्कत क्या? सत्य परेशान तो हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं हो सकता। दिल्ली में हाल ही में हुए चुनाव के परिणाम पर अदीब ने कहा- अगर इंडी गठबंधन एक साथ दिल्ली में चुनाव लड़ता तो वहां के परिणाम कुछ और होते। जनता सरकार बनाने और गिराने का काम करती है। जनता का मूड जिस तरफ होता है, उसी की सरकार बनती है। आजम खान पर 108 मुकदमे दर्ज हैं
आजम खान पर जमीन कब्जाने से लेकर बकरी और किताब चोरी तक के 100 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। इसमें 9 मामलों में फैसला भी आ चुका है। जिसमें 6 में सजा सुनाई गई है और 3 में बरी हो चुके हैं। आजम खान पर 2019 में ताबड़तोड़ 84 मामले दर्ज हुए थे। इसमें से ज्यादातर मामले न्यायालय में विचाराधीन हैं। 3 मामलों में हो चुकी है सजा कौन हैं मोहम्मद आजम खान? विवादों से रहा है गहरा नाता
आजम खान का विवादों से गहरा नाता रहा है। उन पर सदन में महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी करने से लेकर अधिकारियों के साथ गलत व्यवहार करने और चुनाव के दौरान आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगता रहा है। 2019 के चुनाव में चुनाव आयोग ने उन पर 2 बार प्रचार करने पर प्रतिबंध लगाया था। हालांकि, चुनाव में उन्हें जीत मिली थी। लेकिन एक आपराधिक मामले में 2 साल से ज्यादा की सजा होने के कारण उनकी सदस्यता चली गई थी। रामपुर में उपचुनाव हुआ और भाजपा के घनश्याम ने यहां जीत दर्ज की। सपा शासनकाल में आजम खान को मिनी सीएम भी कहा जाता था। ————————— ये खबर भी पढ़ें… सिपाही भर्ती परीक्षा…रेस में तीन के पैर की हड्डी टूटी, मुरादाबाद में दौड़ते-दौड़ते लड़खड़ाकर गिरे तीन अभ्यर्थी मुरादाबाद में 9th बटालियन पीएसी के ग्राउंड पर चल रहे सिपाही भर्ती परीक्षा के फिजिकल टेस्ट में रेस के दौरान तीन युवकों के पैर में फ्रैक्चर हो गया। तीनों को ग्राउंड पर मौजूद मेडिकल टीम ने प्राइमरी ट्रीटमेंट दिया और एंबुलेंस की मदद से तुरंत जिला अस्पताल भिजवाया। भर्ती की रेस के दौरान तीनों युवक अचानक लड़खड़ाकर गिर पड़े। एक्सपर्ट का मानना है कि नियमित प्रैक्टिस नहीं होने की वजह से इस तरह की दिक्कतें होती हैं। बिना प्रैक्टिस के रेस लगाने से पहले मसल्स फ्रैक्चर होतीं हैं और अगर उसके बाद भी रेस लगाते रहें तो हड्डी फ्रैक्चर होने की खतरा बढ़ जाता है। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर