आतंकी पन्नू ने सीएम मान को दी धमकी:फरीदकोट में लिखवाए खालिस्तानी नारे; बोला- विदेशों में गणतंत्र दिवस के दिन फहराएगा खालिस्तान फ्लैग

आतंकी पन्नू ने सीएम मान को दी धमकी:फरीदकोट में लिखवाए खालिस्तानी नारे; बोला- विदेशों में गणतंत्र दिवस के दिन फहराएगा खालिस्तान फ्लैग

सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक बार फिर खालिस्तान का मुद्दा उठाते गणतंत्र दिवस से पहले पंजाब में तनाव फैलाने की कोशिश की है। आतंकी पन्नू ने अपना नया वीडियो जारी कर बताया कि फरीदकोट रेलवे स्टेशन और नेहरू स्टेडियम में, जहां मुख्यमंत्री भगवंत मान गणतंत्र दिवस पर झंडा फहराने वाले हैं, खालिस्तान समर्थक नारे लिखे गए और झंडा फहराया गया है। गुरपतवंत सिंह पन्नू फिलहाल अमेरिका में है और ट्रंप के शपथ ग्रहण के समय नजर आया था। अमेरिका से ही वे अपना खालिस्तान समर्थक गतिविधियों का संचालन कर रहा है। पन्नू ने अपनी नई वीडियो में कहा कि अमेरिका में अब डोनाल्ड ट्रंप की सरकार आ चुकी है और सरकारें बदलने के साथ बहुत कुछ बदलता है। उसने सिखों और भारतीय सरकार के बीच धर्म और राजनीतिक अंतर का मुद्दा उठाया है। उसने सिखों को हिंदू धर्म से अलग बताते हुए दावा किया कि पंजाब भारत का हिस्सा नहीं है। पन्नू ने पंजाब के सीएम भगवंत मान को चेतावनी दी है कि जो उल्ट चलता है, उसका हश्र पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह जैसा होता है। उसने सिख युवाओं को उकसाते हुए कहा कि वे कमर पर बम ना बांधें और तिरंगा हाथ में न लें, सिर्फ खालिस्तान का झंडा पकड़ें। पंजाब के युवाओं व किसानों को भड़काने का प्रयास पन्नू ने अपने संदेश में कहा कि 26 जनवरी को पंजाब के युवा और किसान, जो पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर बैठे हैं, अमृतसर, गुरदासपुर, और जालंधर जैसे जिलों में डीसी ऑफिसों पर खालिस्तान के झंडे फहराएं। ताकि पंजाब से संदेश सीधा अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तक पहुंच सके। विदेशी एंबेसियों में फहराएंगा खालिस्तानी झंडा आतंकी पन्नू ने यह भी कहा कि वॉशिंगटन डीसी, सेंट फ्रांसिस्को, कनाडा में टोरंटो, ओटावा, वेंकूवर, यूके, इटली, आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की एंबेसियों में खालिस्तान के झंडे फहराएगा। ऐसा करके वह स्थानीय सरकारों, विशेषकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, को यह संदेश देगा कि सिखों और भारत सरकार के बीच धर्म और राजनीति को लेकर बड़ा अंतर है। सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पंजाब में इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। गणतंत्र दिवस को लेकर पहले से ही पुलिस सतर्क है। इस घटना के बाद पंजाब सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी है। देश विरोधी गतिविधियों के बाद आतंकी घोषित पन्नू लगातार देश और पंजाब में आतंक फैलाने की कोशिश करता रहा है। कभी यह आतंकी पंजाब के युवाओं को भड़काने की कोशिश करता रहा है तो कभी जम्मू-कश्मीर के मुस्लिम समुदाय को। विदेशी धरती पर आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के मारे जाने के बाद पन्नू लगातार देश के प्रधानमंत्री और भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को निशाना बना रहा है। पन्नू कई बार देश के विभिन्न शहरों में गुप्त रूप से देश विरोधी और खालिस्तान समर्थक नारे लिखकर आतंकवाद फैलाने की कोशिश कर चुका है। 2020 में आतंकी घोषित हुआ पन्नू भारत सरकार ने 2019 में आतंकी गतिविधियां चलाने के आरोप में पन्नू के संगठन SFJ को गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम यानी UAPA के तहत प्रतिबंधित कर दिया था। कुछ माह पहले 2024 में गृह मंत्रालय की मांग पर SFJ पर प्रतिबंध को अगले 5 साल के लिए और बढ़ा दिया गया है। गृहमंत्रालय ने अपनी अधिसूचना में कहा था कि SFJ सिखों के लिए जनमत संग्रह की आड़ में पंजाब में अलगाववाद और चरमपंथी विचारधारा का समर्थन कर रहा है। पन्नू पर 2020 में अलगाववाद को बढ़ावा देने और पंजाबी सिख युवाओं को हथियार उठाने के लिए उकसाने का आरोप लगा था। इसके बाद केंद्र सरकार ने 1 जुलाई 2020 को पन्नू को यूएपीए के तहत आतंकवादी घोषित किया था। 2020 में सरकार ने एसएफजे से जुड़े 40 से ज्यादा वेब पेज और यूट्यूब चैनल पर प्रतिबंध लगा दिया था। सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक बार फिर खालिस्तान का मुद्दा उठाते गणतंत्र दिवस से पहले पंजाब में तनाव फैलाने की कोशिश की है। आतंकी पन्नू ने अपना नया वीडियो जारी कर बताया कि फरीदकोट रेलवे स्टेशन और नेहरू स्टेडियम में, जहां मुख्यमंत्री भगवंत मान गणतंत्र दिवस पर झंडा फहराने वाले हैं, खालिस्तान समर्थक नारे लिखे गए और झंडा फहराया गया है। गुरपतवंत सिंह पन्नू फिलहाल अमेरिका में है और ट्रंप के शपथ ग्रहण के समय नजर आया था। अमेरिका से ही वे अपना खालिस्तान समर्थक गतिविधियों का संचालन कर रहा है। पन्नू ने अपनी नई वीडियो में कहा कि अमेरिका में अब डोनाल्ड ट्रंप की सरकार आ चुकी है और सरकारें बदलने के साथ बहुत कुछ बदलता है। उसने सिखों और भारतीय सरकार के बीच धर्म और राजनीतिक अंतर का मुद्दा उठाया है। उसने सिखों को हिंदू धर्म से अलग बताते हुए दावा किया कि पंजाब भारत का हिस्सा नहीं है। पन्नू ने पंजाब के सीएम भगवंत मान को चेतावनी दी है कि जो उल्ट चलता है, उसका हश्र पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह जैसा होता है। उसने सिख युवाओं को उकसाते हुए कहा कि वे कमर पर बम ना बांधें और तिरंगा हाथ में न लें, सिर्फ खालिस्तान का झंडा पकड़ें। पंजाब के युवाओं व किसानों को भड़काने का प्रयास पन्नू ने अपने संदेश में कहा कि 26 जनवरी को पंजाब के युवा और किसान, जो पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर बैठे हैं, अमृतसर, गुरदासपुर, और जालंधर जैसे जिलों में डीसी ऑफिसों पर खालिस्तान के झंडे फहराएं। ताकि पंजाब से संदेश सीधा अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तक पहुंच सके। विदेशी एंबेसियों में फहराएंगा खालिस्तानी झंडा आतंकी पन्नू ने यह भी कहा कि वॉशिंगटन डीसी, सेंट फ्रांसिस्को, कनाडा में टोरंटो, ओटावा, वेंकूवर, यूके, इटली, आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की एंबेसियों में खालिस्तान के झंडे फहराएगा। ऐसा करके वह स्थानीय सरकारों, विशेषकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, को यह संदेश देगा कि सिखों और भारत सरकार के बीच धर्म और राजनीति को लेकर बड़ा अंतर है। सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पंजाब में इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। गणतंत्र दिवस को लेकर पहले से ही पुलिस सतर्क है। इस घटना के बाद पंजाब सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी है। देश विरोधी गतिविधियों के बाद आतंकी घोषित पन्नू लगातार देश और पंजाब में आतंक फैलाने की कोशिश करता रहा है। कभी यह आतंकी पंजाब के युवाओं को भड़काने की कोशिश करता रहा है तो कभी जम्मू-कश्मीर के मुस्लिम समुदाय को। विदेशी धरती पर आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के मारे जाने के बाद पन्नू लगातार देश के प्रधानमंत्री और भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को निशाना बना रहा है। पन्नू कई बार देश के विभिन्न शहरों में गुप्त रूप से देश विरोधी और खालिस्तान समर्थक नारे लिखकर आतंकवाद फैलाने की कोशिश कर चुका है। 2020 में आतंकी घोषित हुआ पन्नू भारत सरकार ने 2019 में आतंकी गतिविधियां चलाने के आरोप में पन्नू के संगठन SFJ को गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम यानी UAPA के तहत प्रतिबंधित कर दिया था। कुछ माह पहले 2024 में गृह मंत्रालय की मांग पर SFJ पर प्रतिबंध को अगले 5 साल के लिए और बढ़ा दिया गया है। गृहमंत्रालय ने अपनी अधिसूचना में कहा था कि SFJ सिखों के लिए जनमत संग्रह की आड़ में पंजाब में अलगाववाद और चरमपंथी विचारधारा का समर्थन कर रहा है। पन्नू पर 2020 में अलगाववाद को बढ़ावा देने और पंजाबी सिख युवाओं को हथियार उठाने के लिए उकसाने का आरोप लगा था। इसके बाद केंद्र सरकार ने 1 जुलाई 2020 को पन्नू को यूएपीए के तहत आतंकवादी घोषित किया था। 2020 में सरकार ने एसएफजे से जुड़े 40 से ज्यादा वेब पेज और यूट्यूब चैनल पर प्रतिबंध लगा दिया था।   पंजाब | दैनिक भास्कर