हरियाणा की अटेली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव 66 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति की मालकिन हैं। उनके पास दिल्ली में 5 करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत के दो फ्लैट हैं। साथ ही 77 लाख रुपए से ज्यादा की सोने-चांदी और डायमंड की ज्वेलरी भी हैं। हालांकि आरती राव के नाम पर कोई वाहन रजिस्टर्ड नहीं है। अटेली विधानसभा के लिए बुधवार को आरती राव ने अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान जमा कराए एफिडेविट के मुताबिक, आरती राव ने वर्ष 2023-24 में 22 लाख 23 हजार 600 रुपए बतौर टैक्स अदा किया है। जबकि 19-20 में टैक्स की ये राशि सिर्फ 14 लाख 83 हजार 380 रुपए थी। आरती राव के पास कुल 1 लाख 1 हजार 200 रुपए कैश हैं। उन पर कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। बैंक में 1.21 करोड़ से ज्यादा जमा आरती राव के पास नई दिल्ली की बैंक ऑफ बड़ौदा ब्रांच में 23 लाख 8 हजार 63 रुपए, नई दिल्ली की ही पंजाब नेशनल बैंक शाखा में 87 लाख 6 हजार 458 रुपए, ICICI बैंक की ब्रांच में 9 लाख 4 हजार 518 रुपए हैं। रेवाड़ी के झज्जर रोड स्थित एक्सिस बैंक की शाखा में 2 लाख रुपए जमा हैं। उनके पास बैंक में कुल डिपॉजिट 1 करोड़ 21 लाख 20 हजार 39 रुपए है। 3 करोड़ के बॉन्ड, शेयर और म्यूचुअल फंड आरती राव के पास 3 करोड़ रुपए के म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, शेयर हैं। इतना ही नहीं 63 लाख 63 हजार 385 रुपए कीमत की 950 ग्राम सोने की ज्वेलरी, 7 लाख 41 हजार 270 रुपए कीमत की 10 किलो चांदी, के अलावा 6 लाख 40 हजार 500 रुपए के डायमंड के गहने हैं। इस ज्वेलरी की कीमत 77 लाख 45 हजार 155 रुपए है। पति के नाम पर करोड़ों की प्रॉपर्टी आरती राव के पति की चल-अचल संपत्ति भी करोड़ों रुपए हैं। उनके पति के पास 8 करोड़ 91 लाख 14 हजार 563 रुपए की संपत्ति हैं। आरती राव के खुद के पास कोई कृषि योग्य जमीन नहीं है, लेकिन पति के पास रेवाड़ी जिले में कृषि भूमि है, जिसकी कीमत 35 करोड़ 11 लाख 38 रुपए है। पति के पास पति के पास 13 करोड़ 94 लाख 50 हजार 92 रुपए की कॉमर्शियल प्रॉपर्टी भी हैं। जबकि आरती राव के पास कॉमर्शियल प्रॉपर्टी नहीं हैं। आरती के पास दिल्ली में फ्लैट आरती राव के पास रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी की बात करें तो उनके नाम पर नई दिल्ली के द्वारका एरिया के अलावा दिल्ली में ही एक अन्य जगह पर फ्लैट हैं। जिनकी कीमत 5 करोड़ 30 लाख रुपए है। आरती राव और उनकी पति की इनकम सोर्स कंपनी में उनकी कई कंपनियों में हिस्सेदारी, किराया और बैंक से मिलने वाला ब्याज है। आरती राव के पति पर 2 करोड़ 55 लाख रुपए का लोन भी है, लेकिन आरती पर कोई लोन नहीं है। पहली बार लड़ रही चुनाव राव इंद्रजीत सिंह हरियाणा की राजनीति में बड़ा चेहरा हैं। उनके पिता हरियाणा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उनके परिवार का अहीरवाल बेल्ट में खासा दबदबा है। पिता की राजनीतिक विरासत को पहले राव इंद्रजीत सिंह ने संभाला और अब राव इंद्रजीत सिंह अपनी राजनीति विरासत का उत्तराधिकारी एक तरह से आरती राव को बना चुकी हैं। आरती राव इस बार अपना पहला चुनाव लड़ रही हैं। जबकि उनके पिता लगातार तीसरी बार मोदी सरकार में राज्यमंत्री हैं। राव इंद्रजीत सिंह 6 बार सांसद और 4 बार विधायक बन चुके हैं। हरियाणा की अटेली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव 66 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति की मालकिन हैं। उनके पास दिल्ली में 5 करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत के दो फ्लैट हैं। साथ ही 77 लाख रुपए से ज्यादा की सोने-चांदी और डायमंड की ज्वेलरी भी हैं। हालांकि आरती राव के नाम पर कोई वाहन रजिस्टर्ड नहीं है। अटेली विधानसभा के लिए बुधवार को आरती राव ने अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान जमा कराए एफिडेविट के मुताबिक, आरती राव ने वर्ष 2023-24 में 22 लाख 23 हजार 600 रुपए बतौर टैक्स अदा किया है। जबकि 19-20 में टैक्स की ये राशि सिर्फ 14 लाख 83 हजार 380 रुपए थी। आरती राव के पास कुल 1 लाख 1 हजार 200 रुपए कैश हैं। उन पर कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। बैंक में 1.21 करोड़ से ज्यादा जमा आरती राव के पास नई दिल्ली की बैंक ऑफ बड़ौदा ब्रांच में 23 लाख 8 हजार 63 रुपए, नई दिल्ली की ही पंजाब नेशनल बैंक शाखा में 87 लाख 6 हजार 458 रुपए, ICICI बैंक की ब्रांच में 9 लाख 4 हजार 518 रुपए हैं। रेवाड़ी के झज्जर रोड स्थित एक्सिस बैंक की शाखा में 2 लाख रुपए जमा हैं। उनके पास बैंक में कुल डिपॉजिट 1 करोड़ 21 लाख 20 हजार 39 रुपए है। 3 करोड़ के बॉन्ड, शेयर और म्यूचुअल फंड आरती राव के पास 3 करोड़ रुपए के म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, शेयर हैं। इतना ही नहीं 63 लाख 63 हजार 385 रुपए कीमत की 950 ग्राम सोने की ज्वेलरी, 7 लाख 41 हजार 270 रुपए कीमत की 10 किलो चांदी, के अलावा 6 लाख 40 हजार 500 रुपए के डायमंड के गहने हैं। इस ज्वेलरी की कीमत 77 लाख 45 हजार 155 रुपए है। पति के नाम पर करोड़ों की प्रॉपर्टी आरती राव के पति की चल-अचल संपत्ति भी करोड़ों रुपए हैं। उनके पति के पास 8 करोड़ 91 लाख 14 हजार 563 रुपए की संपत्ति हैं। आरती राव के खुद के पास कोई कृषि योग्य जमीन नहीं है, लेकिन पति के पास रेवाड़ी जिले में कृषि भूमि है, जिसकी कीमत 35 करोड़ 11 लाख 38 रुपए है। पति के पास पति के पास 13 करोड़ 94 लाख 50 हजार 92 रुपए की कॉमर्शियल प्रॉपर्टी भी हैं। जबकि आरती राव के पास कॉमर्शियल प्रॉपर्टी नहीं हैं। आरती के पास दिल्ली में फ्लैट आरती राव के पास रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी की बात करें तो उनके नाम पर नई दिल्ली के द्वारका एरिया के अलावा दिल्ली में ही एक अन्य जगह पर फ्लैट हैं। जिनकी कीमत 5 करोड़ 30 लाख रुपए है। आरती राव और उनकी पति की इनकम सोर्स कंपनी में उनकी कई कंपनियों में हिस्सेदारी, किराया और बैंक से मिलने वाला ब्याज है। आरती राव के पति पर 2 करोड़ 55 लाख रुपए का लोन भी है, लेकिन आरती पर कोई लोन नहीं है। पहली बार लड़ रही चुनाव राव इंद्रजीत सिंह हरियाणा की राजनीति में बड़ा चेहरा हैं। उनके पिता हरियाणा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उनके परिवार का अहीरवाल बेल्ट में खासा दबदबा है। पिता की राजनीतिक विरासत को पहले राव इंद्रजीत सिंह ने संभाला और अब राव इंद्रजीत सिंह अपनी राजनीति विरासत का उत्तराधिकारी एक तरह से आरती राव को बना चुकी हैं। आरती राव इस बार अपना पहला चुनाव लड़ रही हैं। जबकि उनके पिता लगातार तीसरी बार मोदी सरकार में राज्यमंत्री हैं। राव इंद्रजीत सिंह 6 बार सांसद और 4 बार विधायक बन चुके हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा का गैंगस्टर पपला गुर्जर, जिसे उम्रकैद हुई:गुरू की हत्या से शुरू हुई कहानी; डेढ़ साल में 4 मर्डर, पुलिस सिक्योरिटी में भी कत्ल
हरियाणा का गैंगस्टर पपला गुर्जर, जिसे उम्रकैद हुई:गुरू की हत्या से शुरू हुई कहानी; डेढ़ साल में 4 मर्डर, पुलिस सिक्योरिटी में भी कत्ल हरियाणा और राजस्थान के नामी गैंगस्टर विक्रम उर्फ पपला गुर्जर को नारनौल के एडिशनल सेशन जज (ASJ) डीएन भारद्वाज की कोर्ट ने श्रीराम मर्डर केस में उम्रकैद की सजा सुनाई है। पपला को पहले भी कई केस में कोर्ट से सजा हो चुकी है और कई मामले अभी भी कोर्ट में विचाराधीन हैं। जिस श्रीराम नाम के बुजुर्ग की हत्या के मामले में उसे सजा हुई, उसकी कहानी खौफनाक है। गैंगस्टर पपला ने श्रीराम को पुलिस सुरक्षा के बीच गोलियों ने भून दिया था। पपला ने डेढ़ साल के भीतर श्रीराम के अलावा उसकी बेटी बिमला, बेटे महेश और भांजे संदीप उर्फ फौजी का मर्डर कर दिया। पपला गुर्जर के खौफ की कहानी उसके गुरु शक्ति पहलवान के कत्ल से शुरू हुई। 10 साल पहले तक महेंद्रगढ़ जिले के खैरोली गांव में रहने वाले विक्रम उर्फ पपला की पहचान सिर्फ एक पहलवान के रूप में थी। 4 फरवरी 2014 को उसके गुरु शक्ति पहलवान उर्फ दूधिया की खैरोली गांव में ही हत्या हो गई। हत्या का आरोप कुख्यात बदमाश सुरेंद्र उर्फ चीकू पर लगा। पपला को पता चला कि उसके गांव खैरोली में ही रहने वाले संदीप उर्फ फौजी ने शक्ति पहलवान की मुखबिरी की है। पुलिस ने शक्ति गुर्जर की हत्या में सुरेंद्र उर्फ चीकू के साथ संदीप को भी साजिश का हिस्सेदार मानते हुए गिरफ्तार कर लिया। 2014 में पहला मर्डर किया
गुरु की हत्या से शुरू हुई अदावत में पपला गुर्जर के सिर पर ऐसा खून सवार हुआ कि उसने एक महीने बाद मार्च 2014 में संदीप की मां बिमला पर घर में घुसकर हमला कर दिया। उसने बिमला के दोनों हाथ-पैर तोड़ डाले। उस समय घर में बिमला को अस्पताल पहुंचाने वाला कोई नहीं था। महेंद्रगढ़ के ही बिहारीपुर गांव में रहने वाला बिमला का भाई महेश और पिता श्रीराम उसे लेने खैरोली गांव पहुंचे। श्रीराम अपनी बेटी बिमला को एंबुलेंस में लेकर नारनौल के लिए चल पड़े। महेश बाइक पर रवाना हुआ। पपला गुर्जर ने अपने साथियों के साथ मिलकर महेश को रास्ते में गुलावला गांव के पास रोक लिया और लाठी-डंडों से बुरी तरह पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। 2015 में 3 और हत्याएं
इसके बाद शक्ति पहलवान की हत्या के मामले में गिरफ्तार संदीप को जमानत मिल गई। जनवरी 2015 में संदीप पेशी पर नारनौल कोर्ट में पहुंचा। वहां कोर्ट से निकलते ही पपला गुर्जर ने अपने गैंग के साथ मिलकर संदीप की हत्या कर दी। इस हत्या के बाद नारनौल सिटी थाने में पपला और उसके साथियों पर मर्डर का दूसरा केस दर्ज हो गया। संदीप मर्डर केस में उसके नाना श्रीराम मुख्य गवाह बने। पुलिस पहले से दर्ज मर्डर के 2 मामलों में पपला को तलाश ही रही थी कि उसने 21 अगस्त 2015 को संदीप की मां बिमला को घर में घुसकर 23 गोलियां मारीं। एक के बाद एक लगातार हो रही हत्याओं के बाद महेंद्रगढ़ पुलिस ने संदीप के नाना श्रीराम को पुलिस सिक्योरिटी मुहैया करवा दी। इसके बावजूद 16 नवंबर 2015 को पपला गुर्जर ने अपने गैंग के साथ मिलकर बिहारीपुर गांव में धावा बोला और श्रीराम को घर में घुसकर गोली मार दी। इस वारदात के समय श्रीराम के घर में हथियारों से लैस 2 पुलिसवाले मौजूद थे, लेकिन वह कुछ नहीं कर पाए। पुलिस सुरक्षा में होने के बावजूद श्रीराम की हत्या हो जाने से पुलिस महकमे की चारों तरफ किरकिरी होने लगी। 2021 में राजस्थान पुलिस ने महाराष्ट्र से पकड़ा
पुलिस पर दबाव बढ़ा तो महेंद्रगढ़ CIA की टीम ने 12 फरवरी 2016 को पपला गुर्जर को अरेस्ट कर लिया। लगभग डेढ़ साल बाद 5 सितंबर 2017 को पपला गुर्जर के साथी महेन्द्रगढ़ कोर्ट में फायरिंग कर उसे पुलिस सुरक्षा से छुड़ाकर फरार हो गए। इसके बाद पपला साल 2020 में उस वक्त सुर्खियों में आया, जब उसे राजस्थान की बहरोड़ पुलिस ने पकड़ लिया। उसी रात उसकी गैंग के 20 से ज्यादा बदमाशों ने बहरोड़ थाना में AK-47 से हमला बोलते हुए पपला को पुलिस कस्टडी से ही छुड़ा लिया। उसके बाद पपला इधर-उधर भागता रहा। आखिर में 28 जनवरी 2021 को राजस्थान पुलिस ने पपला गुर्जर को महाराष्ट्र से दबोच लिया। इसके बाद से ही पहले वह राजस्थान और हरियाणा की जेल में बंद हैं। श्रीराम मर्डर केस में उसे सोमवार को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है।
फतेहाबाद में मंत्री की मीटिंग में BJP नेता-डीसी में बहस:जमीन कब्जे के सबूत मांगे; वेद फुलां बोले- अपनी चलानी है तो हम चले जाएंगे
फतेहाबाद में मंत्री की मीटिंग में BJP नेता-डीसी में बहस:जमीन कब्जे के सबूत मांगे; वेद फुलां बोले- अपनी चलानी है तो हम चले जाएंगे हरियाणा के फतेहाबाद में सोमवार (16 दिसंबर) को जिला लोक संपर्क एवं लोक परिवाद समिति की बैठक के दौरान भाजपा नेता एवं हरको चेयरमैन वेद फुलां और डीसी मंदीप कौर के बीच बहस हो गई। भाजपा नेता वेद फुलां शिकायतकर्ता का पक्ष रखते हुए कह रहे थे कि राजस्व विभाग ने रात के अंधेरे में उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया है। इस पर डीसी ने कहा कि विभाग रात में कार्रवाई नहीं करता, अगर किया है तो सबूत लेकर आएं। भाजपा नेता वेद फुलां ने यहां तक कह दिया कि अगर आपको अपनी चलानी है तो हम यहां से चले जाएंगे। इस बैठक में राज्य मंत्री श्रुति चौधरी भी मौजूद थीं। उन्होंने कहा कि यहां बहुत कन्फ्यूजन है। श्रुति चौधरी ने मीटिंग कहीं 2 बड़ी बातें… 1.शिकायतकर्ता को इधर-उधर न दौड़ाएं
जिस पर मंत्री श्रुति चौधरी ने कहा कि यहां बहुत कन्फ्यूजन है। इस मामले को निपटाएं, लेकिन शिकायतकर्ता को इधर-उधर न दौड़ाएं, यानी शिकायतकर्ता को एक विभाग से दूसरे विभाग में न दौड़ाएं। बैठक में विधायक बलवान दौलतपुरिया, चेयरमैन भारत भूषण मिढ़ा, भाजपा नेता वेद फुलां सहित सभी कमेटी सदस्य और पदाधिकारी मौजूद रहे। 2.किसी का पक्ष लेना हमारा काम नहीं
बहस के बाद मंत्री श्रुति चौधरी ने बोलना शुरू किया और कहा कि यहां किसी का पक्ष लेना हमारा काम नहीं है। यह जनपरिवाद समिति इसलिए बनाई गई है ताकि लोगों को न्याय मिले और लोगों को न्याय मिलेगा। इस मामले में प्रशासन को दोनों पक्षों की बात सुनकर न्याय करना चाहिए। डीसी ने कहा- सबूत लाओ
गांव तामसपुरा निवासी जगदीश ने शिकायत की कि उसकी व उसके भाई की 14 कनाल 18 मरला जमीन पर कब्जा है। तीर्थ राम व राजेश ने तहसीलदार रतिया की अदालत में बंटवारे का दावा दायर किया, लेकिन आवेदक की अनुपस्थिति में बिना उसकी सुनवाई के ही बंटवारा कर दिया गया। उन्होंने जमीन पर धान की फसल बोई थी और प्रशासन ने रातों-रात कब्जा ले लिया। इस पर भाजपा नेता वेद फुलां ने भी आपत्ति जताई और कहा कि रात के अंधेरे में कब्जे की कार्रवाई नहीं की जा सकती। शिकायतकर्ता के वकील व अधिकारी अभी मामले में अपना पक्ष रख ही रहे थे कि डीसी मंदीप कौर ने भी कहा कि अगर अधिकारी रात को कब्जा लेने गए हैं तो इसका सबूत दें। रात में ऐसा काम नहीं होता। सीवरेज ब्लॉक की समस्या पर झाड़ा पल्ला
वहीं, इससे पहले रतिया मॉडल टाऊन रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन रतिया प्रधान सतपाल मंगला द्वारा शिकायत दी गई कि मॉडल टाऊन में समय -समय पर सीवरेज ब्लाक होती है और पानी लीक होकर सड़क पर बहता रहता है। इस मामले में न तो नगर पालिका, न हुडा और न ही पब्लिक हेल्थ विभाग सुनवाई कर रहा। जब मंत्री ने अधिकारियों से पक्ष जानना चाहा तो तीनों विभाग के अधिकारी पल्ला झाड़ते नजर आए। डीएमसी ने कहा कि पूरे हरियाणा में कहीं भी नगर पालिका या नगर परिषद सीवरेज के काम नहीं देखती। पब्लिक हेल्थ इस पर काम करता है। वहीं मॉडल टाऊन की देखरेख करने वाले हुडा विभाग ने भी पब्लिक हेल्थ विभाग पर पल्ला झाड़ दिया। पब्लिक हेल्थ हुडा पर मामला डालता नजर आया। जिस पर मंत्री ने कहा कि मामले में काफी कन्फ्यूजन है। प्रशासन इस मामले को सुलझाएं और जब तक मामला नहीं सुलझता तब तक गंदे पानी निकासी की समस्या को समय-समय पर दुरुस्त करें। इस तरह शिकायतकर्ता को चक्करी न बनाएं। बैठक में कुल 17 मामले उठाए गए। इनमें से एक मामला फर्जी एनओसी का था। जिसमें किरढ़ान निवासी शिकायतकर्ता देवेंद्र की पांच साल पुरानी शिकायत पर प्रशासन द्वारा पूर्व क्लर्क ओपी सिहाग के खिलाफ आज बैठक से पहले एफआईआर दर्ज की गई थी। जब शिकायतकर्ता द्वारा यह मामला उठाया गया तो प्रशासन ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
करनाल में हार के बाद बोले दिव्यांशु बुद्धिराजा:सड़क पर लड़ेंगे जनता की लड़ाई, खट्टर जिम्मेदारी से हटे तो चैन नहीं सोने दूंगा
करनाल में हार के बाद बोले दिव्यांशु बुद्धिराजा:सड़क पर लड़ेंगे जनता की लड़ाई, खट्टर जिम्मेदारी से हटे तो चैन नहीं सोने दूंगा करनाल लोकसभा सीट हारने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी दिव्यांशु बुद्धिराजा पत्रकारों से मुखातिब हुए। उन्होंने लोकसभा की जनता के साथ-साथ कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं का भी आभार जताया है। दिव्यांशु ने कहा कि 2019 के मुकाबले 2024 में कांग्रेस का वोट बैंक बढ़ा है और पीछे जो मार्जिन साढ़े छह लाख का था, वह सिर्फ सवा दो लाख पर सिमट गया है। जनता का निर्णय हमें स्वीकार है और मंथन किया जा रहा है कि किस बूथ पर हम जीते है और किस बूथ पर वोट हमारी उम्मीदों के अनुकूल नहीं आ पाए, उसका विशलेषण करेंगे। हरियाणा के माहौल की अगर बात की जाए तो 10 में से 5 सीटे कांग्रेस के खाते में गई है। उन्होंने कहा कि, यह इस बात का संकेत है कि बीजेपी से हरियाणा की जनता नाखुश है, क्योंकि मोदी फैक्टर भी चुनावों में थोड़ा बहुत ही रहा है। केंद्र और प्रदेश में बीजेपी की सरकार होते हुए भी हरियाणा में पांच सीट ही बीजेपी को मिली है और जनता ने व्यक्त कर दिया है कि वे बीजेपी से नाखुश है। विधानसभा चुनावों की राह तय करेगा लोकसभा का परिणाम
दिव्यांशु ने कहा कि लोकसभा चुनावों में जो जनादेश आया है, उसका असर आने वाले विधानसभा चुनावों में देखने को जरूर मिलेगा, क्योंकि लोग बीजेपी से खुश नहीं है और विधानसभा में कांग्रेस की सरकार बनेगी, क्योंकि बीजेपी 10 सीटों पर बात करती थी, वह आज बराबर आकर खड़ी हो गई। अगर विधानसभा क्षेत्रों पर दृष्टि डाली जाए तो हरियाणा में कांग्रेस 46 सीट लेकर जाएगी।
सड़कों पर लड़ी जाएगी जनता की लड़ाई दिव्यांशु ने कहा कि जनता ने मुझे पर विश्वास जताया। अगर संसद में जाता तो उनकी लड़ाई संसद में लड़ता, लेकिन जो जनादेश दिया है उसको हाथ जोड़कर स्वीकार करता हूं और करनाल और पानीपत की जनता की लड़ाई सड़कों पर लड़ने का काम करूंगा। संसद नहीं तो सड़क ही सही। मतदाताओं से भी अपील करूंगा कि अगर आपको रात के 12 बजे भी किसी तरह की कोई परेशानी हो, तो मेरा नंबर 24 घंटे ऑन है, अगर कोई परेशानी है और मेरे लायक कोई सेवा है तो हर वक्त उपलब्ध रहूंगा। इसके अलावा जिन मतदाताओं ने बीजेपी पर विश्वास जताया है उन सबके लिए भी आपका बेटा आपका भाई हमेशा खड़ा रहेगा। मनोहर लाल खट्टर की जिम्मेदारी अब बढ़ गई है, अगर मनोहर लाल खट्टर अपनी जिम्मेदारी निभाने में नाकाम रहते हैं तो उनको चैन की नींद में भी सोने नहीं दूंगा।