अपना दल (एस) के कार्यकारी अध्यक्ष एवं योगी सरकार के टेक्निकल एजुकेशन मिनिस्टर आशीष पटेल इन दिनों अपनी साली पल्लवी पटेल के निशाने पर हैं। वह इसके लिए योगी सरकार के अफसरों और STF को टारगेट कर रहे हैं। योगी का नाम लिए बिना वह यूपी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। आशीष पटेल ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की। उन्होंने कहा कि पल्लवी पटेल को चाबी कहीं और से भरी जा रही है। आशीष पटेल ने पल्लवी से पूछा- उनके पिता ने अपनी बेटी की शादी चोर उचक्के से क्यों की? अगर पल्लवी अपनी छोटी बहन की संपत्ति वापस लौटा दें तो सुलह हो सकती है, वह उन्हें विधायक भी बना देंगे। आरोप-प्रत्यारोप कर सरकार को डिस्टर्ब करने के सवाल पर कहा कि, वह ईंट का जवाब पत्थर से देते हैं। लड़ाई की शुरुआत उन्होंने नहीं की। पढ़िए पूरा इंटरव्यू… सवाल- पलल्वी पटेल ने आपको चोर उचक्का कहा, उनका आरोप है कि आप उनके पिता के नाम की दलाली कर और मलाई खाकर यहां तक पहुंचे हैं? जवाब- मैं अपने माता-पिता का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने मुझे ऐसे संस्कार दिए हैं कि ऐसे शब्दों का प्रयोग न करूं। अगर किसी के संस्कार इतने खराब है कि वह इतने खराब शब्द प्रयोग कर रहा है तो मेरे पास इसके लिए कोई शब्द नहीं हैं। सवाल- पल्लवी पटेल कहती हैं कि हर अपराधी को एसटीएफ से डर लगता है? जवाब- निश्चित तौर पर जो जिस मानसिकता का होता है, वह दूसरे को वैसा समझता है। जिस विधानसभा में यह कहा जाता है कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता, उस विधानसभा के अंदर केवल विधायक को धरने पर बैठने का अधिकार है। विधायक के साथ दो आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति STF के किस अधिकारी के कहने पर धरने पर बैठने गए। धरना करने की अनुमति क्यों मिली, ऐसा कौन बड़ा अधिकारी था, जिसके दबाव में आकर विधानसभा के सुरक्षा कर्मी भी पीछे हट गए। माननीय विधायक और पति के फोन लगातार किन लोगों से संपर्क में रहते हैं, यह सामने लेकर आइए, इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। इससे स्पष्ट हो जाएगा कि किसके इशारे पर कौन नृत्य कर रहा है। जितनी चाबी भरी, राम ने उतना चलना खिलौना….एक बात और कहूंगा, कभी-कभी लोग इतना फ्रस्ट्रेट हो जाते हैं कि वह शॉर्टकट सफलता पाने के लिए गलत रास्ता चुनते हैं। धैर्य नहीं होता है उनके पास। मेहनत के अलावा गलत रास्ता अपनाते हैं। मुझे तो सिर्फ इतना कहना है कि जो व्यक्ति अपनी सगी बहन का, जिसका विवाह नहीं हुआ था, उसके पिता भी जिंदा नहीं थे, उसकी वसीयत अपने नाम करा ली। उस बहन ने पल्लवी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। उस मुकदमे में छह साल से आज भी जांच चल रही है, किसका वरद हस्त है? पल्लवी की जांच पूरी नहीं हो रही है, इतने साल में तो सामान्य व्यक्ति की शिकायत पर भी जांच पूरी हो जाती है। इससे अंदाजा लगा लीजिए कि कौन सी चाबी कहां से भरी जा रही है, उनके पीछे कौन है? सवाल- NDA के सहयोगी दलों के सरकार से अच्छे रिश्ते हैं, आपको क्या दिक्कत है?
जवाब- हमारा बड़ा स्पष्ट मत है कि हम 69000 शिक्षक भर्ती का विषय उठाएंगे, हम आउटसोर्स भर्ती में आरक्षण का विषय उठाएंगे। जिन्हें हमसे नाराज होना है होता रहे, हमें फर्क नहीं पड़ता। हमें जिस समाज ने नेतृत्व करने का अवसर दिया है, उसके लिए हम लड़ते रहेंगे। सवाल- आरोप है कि आपने वंचित समाज का हक छीनकर विभागाध्यक्ष बनाए? जवाब- मेरी गलती है कि 14 में से सात इंजीनियरिंग कॉलेज का डायरेक्टर मैंने वंचित वर्ग के लोगों को बनाया। इससे पहले केवल दस में से एक कॉलेज में डायरेक्टर वंचित वर्ग से था। तीन विश्वविद्यालय में से दो विवि में दलित और पिछड़े वर्ग के कुलपति बनाएं। यही सामाजिक न्याय है। बार-बार कहा जा रहा है कि पिछड़ों के आरक्षण में खेल किया है तो मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि 177 में से यदि 140 के आसपास वंचित वर्ग के लोग प्रमोट हुए हैं तो प्रायोजित लोगों के पेट में दर्द क्यों हो रहा है? सवाल- क्या आप सीधे तौर पर योगी सरकार पर निशाना साध रहे हैं जवाब- देखिए मैं किसी का नाम नहीं ले रहा हूं। पल्लवी के खिलाफ उनकी छोटी बहन की ओर से दर्ज मुकदमे में जांच क्यों नहीं हो रही? पल्लवी को किसका संरक्षण प्राप्त है। यदि मैं चोर उचक्का हूं, पल्लवी बहुत अच्छे व्यक्तित्व की हैं तो सामने आकर छोटी बहन अमन पटेल के आरोप का जवाब दें। किसी भी पिता का कोई भी वारिस यदि आगे बढ़ता है तो सबसे ज्यादा खुशी उनके माता-पिता को होती है। यदि उस पिता की एक बेटी अनुप्रिया पटेल मेहनत से केंद्र में मंत्री बनी है। मेरी शुभकामना है कि पल्लवी भी उस ऊंचाई को प्राप्त करें, उसके लिए एक रास्ता है मेहनत का। दूसरा है षड्यंत्र का। सवाल- भाजपा के नेता कह रहे है कि आप पिछड़ों के नाम पर व्यक्तिगत राजनीति कर रहे हैं?
जवाब- मैं इस पर इसलिए टिप्पणी नहीं करना चाहता, क्योंकि मेरे पास अवसर है कि मैंने पिछड़े और वंचित वर्ग के लिए क्या किया है, यह बता सकूं। सबके पास अवसर है, वह काम करके दिखाएं। जनता सबको इवेल्यूवेट करती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछड़े वर्ग के लिए काम किया है। आज पूरे देश की जनता पीएम मोदी के साथ है। सवाल- बीजेपी में आपके नेता कौन है?
जवाब- मेरे और पूरे एनडीए के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। सवाल- आप योगी सरकार में मंत्री हैं, क्या योगी आपके नेता नहीं है?
जवाब- योगी हमारे मुख्यमंत्री हैं, मैं उनका सम्मान करता हूं। पूरे एनडीए के नेता पीएम नरेंद्र मोदी है, हमारे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। सवाल- अनुप्रिया पटेल ने कहा है कि आपका संगठन चुप नहीं बैठेगा तो क्या करेंगे?
जवाब- निश्चित तौर पर हमारे खिलाफ हो रहे हर षड्यंत्र का हम जवाब देंगे। सवाल- क्या एनडीए से गठबंधन जारी रहेगा?
जवाब- पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम 2014 में एनडीए का अंग बने। जब तक पीएम नरेंद्र मोदी एनडीए के नेता हैं।अपना दल एनडीए का अंग रहेगा। सवाल- आपके पारिवारिक कलह की वजह क्या है? जवाब- लालच, दो रास्ते हैं। पहला- मेहनत कर आगे बढ़ने का और दूसरा षड्यंत्र का है। अनुप्रिया पटेल ने मेहनत कर अपने पिता की पार्टी को आगे बढ़ाया। पल्लवी के विषय में बात करना बंद कर देना चाहिए। सवाल- आप इस तरह आरोप-प्रत्यारोप कर सरकार को डिस्टर्ब कर रहे हैं?
जवाब- मैं तो सिर्फ ईंट का जवाब पत्थर से देता हूं। यदि आप मेरे घर में पत्थर फेकेंगे तो मुझे सुरक्षा के लिुए कुछ तो करना पड़ेगा। मैंने लड़ाई की शुरुआत नहीं की। सवाल- क्या आपके और पल्लवी के बीच सुलह की संभावना है?
जवाब- जिस दिन पल्लवी अपनी छोटी बहन अमन पटेल की संपत्ति वापस लौटा देंगी, उस दिन समझौता हो जाएगा। हमारे 13 विधायक हैं, एक सीट से पल्लवी को भी लड़ा देंगे। सवाल- आपने सीएम योगी के खिलाफ मोर्चा खोला है?
जवाब- मैंने उन अधिकारियों के खिलाफ अपनी बात रखी है जो षड्यंत्र करते हैं। हमारे सीएम योगी आदित्यनाथ जी हैं, मैं सिर्फ इतना कहूंगा। सवाल- आपको एसटीएफ से खतरा क्यों हैं?
जवाब- मैं कह रहा हूं कि एसटीएफ यूपी में एक षड्यंत्रकारी फोर्स बन गई है। उसका काम टारगेट किलिंग करना है। राजनीतिक लोगों के बारे में षड्यंत्र करके उनका मान मर्दन करना। मेरे जैसे मंत्री जो वंचित वर्ग की आवाज उठाते हैं, उन्हें दबाने के लिए षड्यंत्रकारी शक्तियों का इस्तेमाल करना एसटीएफ का काम है। इसलिए मेरे साथ कुछ भी गड़बड़ होता है तो उसके लिए एसटीएफ जिम्मेदार होगी। सवाल- पूरी स्पेशल टास्क फोर्स है या कोई अधिकारी विशेष?
जवाब- ना मैं बच्चा हूं और ना समझने वाले बच्चे हैं। राजनीतिक वचनबद्धता के साथ काम करने वालों को झुकाने का काम एसटीएफ करती है।
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पल्लवी पटेल का इंटरव्यू पढ़िए… पल्लवी पटेल ने मंत्री जीजा आशीष को चोर-उचक्का कहा:बोलीं- मेरे पिता की फोटो लगाकर दलाली कर रहे; 25-25 लाख लेने के सबूत हैं सपा विधायक पल्लवी पटेल अपने जीजा और योगी सरकार के मंत्री आशीष पटेल के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है। तकनीकी शिक्षा विभाग में लेक्चरर्स के प्रमोशन में किए गए घोटाले के लिए आशीष पटेल को जिम्मेदार बता रही हैं। दैनिक भास्कर ने पल्लवी पटेल से विशेष बातचीत की। उन्होंने आशीष पटेल को लेकर कहा- मेरे बाप की फोटो लगाकर, दलाली करके यहां तक पहुंचे हैं। भास्कर ने उनसे सवाल किए कि क्या वे सरकार के इशारे पर काम कर रही हैं? क्या अब भी सपा के साथ हैं? उनके नेता कौन हैं? इन सभी सवालों के पल्लवी पटेल ने बेबाकी से जवाब दिए। पढ़िए पूरा इंटरव्यू… अपना दल (एस) के कार्यकारी अध्यक्ष एवं योगी सरकार के टेक्निकल एजुकेशन मिनिस्टर आशीष पटेल इन दिनों अपनी साली पल्लवी पटेल के निशाने पर हैं। वह इसके लिए योगी सरकार के अफसरों और STF को टारगेट कर रहे हैं। योगी का नाम लिए बिना वह यूपी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। आशीष पटेल ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की। उन्होंने कहा कि पल्लवी पटेल को चाबी कहीं और से भरी जा रही है। आशीष पटेल ने पल्लवी से पूछा- उनके पिता ने अपनी बेटी की शादी चोर उचक्के से क्यों की? अगर पल्लवी अपनी छोटी बहन की संपत्ति वापस लौटा दें तो सुलह हो सकती है, वह उन्हें विधायक भी बना देंगे। आरोप-प्रत्यारोप कर सरकार को डिस्टर्ब करने के सवाल पर कहा कि, वह ईंट का जवाब पत्थर से देते हैं। लड़ाई की शुरुआत उन्होंने नहीं की। पढ़िए पूरा इंटरव्यू… सवाल- पलल्वी पटेल ने आपको चोर उचक्का कहा, उनका आरोप है कि आप उनके पिता के नाम की दलाली कर और मलाई खाकर यहां तक पहुंचे हैं? जवाब- मैं अपने माता-पिता का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने मुझे ऐसे संस्कार दिए हैं कि ऐसे शब्दों का प्रयोग न करूं। अगर किसी के संस्कार इतने खराब है कि वह इतने खराब शब्द प्रयोग कर रहा है तो मेरे पास इसके लिए कोई शब्द नहीं हैं। सवाल- पल्लवी पटेल कहती हैं कि हर अपराधी को एसटीएफ से डर लगता है? जवाब- निश्चित तौर पर जो जिस मानसिकता का होता है, वह दूसरे को वैसा समझता है। जिस विधानसभा में यह कहा जाता है कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता, उस विधानसभा के अंदर केवल विधायक को धरने पर बैठने का अधिकार है। विधायक के साथ दो आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति STF के किस अधिकारी के कहने पर धरने पर बैठने गए। धरना करने की अनुमति क्यों मिली, ऐसा कौन बड़ा अधिकारी था, जिसके दबाव में आकर विधानसभा के सुरक्षा कर्मी भी पीछे हट गए। माननीय विधायक और पति के फोन लगातार किन लोगों से संपर्क में रहते हैं, यह सामने लेकर आइए, इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। इससे स्पष्ट हो जाएगा कि किसके इशारे पर कौन नृत्य कर रहा है। जितनी चाबी भरी, राम ने उतना चलना खिलौना….एक बात और कहूंगा, कभी-कभी लोग इतना फ्रस्ट्रेट हो जाते हैं कि वह शॉर्टकट सफलता पाने के लिए गलत रास्ता चुनते हैं। धैर्य नहीं होता है उनके पास। मेहनत के अलावा गलत रास्ता अपनाते हैं। मुझे तो सिर्फ इतना कहना है कि जो व्यक्ति अपनी सगी बहन का, जिसका विवाह नहीं हुआ था, उसके पिता भी जिंदा नहीं थे, उसकी वसीयत अपने नाम करा ली। उस बहन ने पल्लवी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। उस मुकदमे में छह साल से आज भी जांच चल रही है, किसका वरद हस्त है? पल्लवी की जांच पूरी नहीं हो रही है, इतने साल में तो सामान्य व्यक्ति की शिकायत पर भी जांच पूरी हो जाती है। इससे अंदाजा लगा लीजिए कि कौन सी चाबी कहां से भरी जा रही है, उनके पीछे कौन है? सवाल- NDA के सहयोगी दलों के सरकार से अच्छे रिश्ते हैं, आपको क्या दिक्कत है?
जवाब- हमारा बड़ा स्पष्ट मत है कि हम 69000 शिक्षक भर्ती का विषय उठाएंगे, हम आउटसोर्स भर्ती में आरक्षण का विषय उठाएंगे। जिन्हें हमसे नाराज होना है होता रहे, हमें फर्क नहीं पड़ता। हमें जिस समाज ने नेतृत्व करने का अवसर दिया है, उसके लिए हम लड़ते रहेंगे। सवाल- आरोप है कि आपने वंचित समाज का हक छीनकर विभागाध्यक्ष बनाए? जवाब- मेरी गलती है कि 14 में से सात इंजीनियरिंग कॉलेज का डायरेक्टर मैंने वंचित वर्ग के लोगों को बनाया। इससे पहले केवल दस में से एक कॉलेज में डायरेक्टर वंचित वर्ग से था। तीन विश्वविद्यालय में से दो विवि में दलित और पिछड़े वर्ग के कुलपति बनाएं। यही सामाजिक न्याय है। बार-बार कहा जा रहा है कि पिछड़ों के आरक्षण में खेल किया है तो मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि 177 में से यदि 140 के आसपास वंचित वर्ग के लोग प्रमोट हुए हैं तो प्रायोजित लोगों के पेट में दर्द क्यों हो रहा है? सवाल- क्या आप सीधे तौर पर योगी सरकार पर निशाना साध रहे हैं जवाब- देखिए मैं किसी का नाम नहीं ले रहा हूं। पल्लवी के खिलाफ उनकी छोटी बहन की ओर से दर्ज मुकदमे में जांच क्यों नहीं हो रही? पल्लवी को किसका संरक्षण प्राप्त है। यदि मैं चोर उचक्का हूं, पल्लवी बहुत अच्छे व्यक्तित्व की हैं तो सामने आकर छोटी बहन अमन पटेल के आरोप का जवाब दें। किसी भी पिता का कोई भी वारिस यदि आगे बढ़ता है तो सबसे ज्यादा खुशी उनके माता-पिता को होती है। यदि उस पिता की एक बेटी अनुप्रिया पटेल मेहनत से केंद्र में मंत्री बनी है। मेरी शुभकामना है कि पल्लवी भी उस ऊंचाई को प्राप्त करें, उसके लिए एक रास्ता है मेहनत का। दूसरा है षड्यंत्र का। सवाल- भाजपा के नेता कह रहे है कि आप पिछड़ों के नाम पर व्यक्तिगत राजनीति कर रहे हैं?
जवाब- मैं इस पर इसलिए टिप्पणी नहीं करना चाहता, क्योंकि मेरे पास अवसर है कि मैंने पिछड़े और वंचित वर्ग के लिए क्या किया है, यह बता सकूं। सबके पास अवसर है, वह काम करके दिखाएं। जनता सबको इवेल्यूवेट करती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछड़े वर्ग के लिए काम किया है। आज पूरे देश की जनता पीएम मोदी के साथ है। सवाल- बीजेपी में आपके नेता कौन है?
जवाब- मेरे और पूरे एनडीए के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। सवाल- आप योगी सरकार में मंत्री हैं, क्या योगी आपके नेता नहीं है?
जवाब- योगी हमारे मुख्यमंत्री हैं, मैं उनका सम्मान करता हूं। पूरे एनडीए के नेता पीएम नरेंद्र मोदी है, हमारे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। सवाल- अनुप्रिया पटेल ने कहा है कि आपका संगठन चुप नहीं बैठेगा तो क्या करेंगे?
जवाब- निश्चित तौर पर हमारे खिलाफ हो रहे हर षड्यंत्र का हम जवाब देंगे। सवाल- क्या एनडीए से गठबंधन जारी रहेगा?
जवाब- पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम 2014 में एनडीए का अंग बने। जब तक पीएम नरेंद्र मोदी एनडीए के नेता हैं।अपना दल एनडीए का अंग रहेगा। सवाल- आपके पारिवारिक कलह की वजह क्या है? जवाब- लालच, दो रास्ते हैं। पहला- मेहनत कर आगे बढ़ने का और दूसरा षड्यंत्र का है। अनुप्रिया पटेल ने मेहनत कर अपने पिता की पार्टी को आगे बढ़ाया। पल्लवी के विषय में बात करना बंद कर देना चाहिए। सवाल- आप इस तरह आरोप-प्रत्यारोप कर सरकार को डिस्टर्ब कर रहे हैं?
जवाब- मैं तो सिर्फ ईंट का जवाब पत्थर से देता हूं। यदि आप मेरे घर में पत्थर फेकेंगे तो मुझे सुरक्षा के लिुए कुछ तो करना पड़ेगा। मैंने लड़ाई की शुरुआत नहीं की। सवाल- क्या आपके और पल्लवी के बीच सुलह की संभावना है?
जवाब- जिस दिन पल्लवी अपनी छोटी बहन अमन पटेल की संपत्ति वापस लौटा देंगी, उस दिन समझौता हो जाएगा। हमारे 13 विधायक हैं, एक सीट से पल्लवी को भी लड़ा देंगे। सवाल- आपने सीएम योगी के खिलाफ मोर्चा खोला है?
जवाब- मैंने उन अधिकारियों के खिलाफ अपनी बात रखी है जो षड्यंत्र करते हैं। हमारे सीएम योगी आदित्यनाथ जी हैं, मैं सिर्फ इतना कहूंगा। सवाल- आपको एसटीएफ से खतरा क्यों हैं?
जवाब- मैं कह रहा हूं कि एसटीएफ यूपी में एक षड्यंत्रकारी फोर्स बन गई है। उसका काम टारगेट किलिंग करना है। राजनीतिक लोगों के बारे में षड्यंत्र करके उनका मान मर्दन करना। मेरे जैसे मंत्री जो वंचित वर्ग की आवाज उठाते हैं, उन्हें दबाने के लिए षड्यंत्रकारी शक्तियों का इस्तेमाल करना एसटीएफ का काम है। इसलिए मेरे साथ कुछ भी गड़बड़ होता है तो उसके लिए एसटीएफ जिम्मेदार होगी। सवाल- पूरी स्पेशल टास्क फोर्स है या कोई अधिकारी विशेष?
जवाब- ना मैं बच्चा हूं और ना समझने वाले बच्चे हैं। राजनीतिक वचनबद्धता के साथ काम करने वालों को झुकाने का काम एसटीएफ करती है।
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पल्लवी पटेल का इंटरव्यू पढ़िए… पल्लवी पटेल ने मंत्री जीजा आशीष को चोर-उचक्का कहा:बोलीं- मेरे पिता की फोटो लगाकर दलाली कर रहे; 25-25 लाख लेने के सबूत हैं सपा विधायक पल्लवी पटेल अपने जीजा और योगी सरकार के मंत्री आशीष पटेल के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है। तकनीकी शिक्षा विभाग में लेक्चरर्स के प्रमोशन में किए गए घोटाले के लिए आशीष पटेल को जिम्मेदार बता रही हैं। दैनिक भास्कर ने पल्लवी पटेल से विशेष बातचीत की। उन्होंने आशीष पटेल को लेकर कहा- मेरे बाप की फोटो लगाकर, दलाली करके यहां तक पहुंचे हैं। भास्कर ने उनसे सवाल किए कि क्या वे सरकार के इशारे पर काम कर रही हैं? क्या अब भी सपा के साथ हैं? उनके नेता कौन हैं? इन सभी सवालों के पल्लवी पटेल ने बेबाकी से जवाब दिए। पढ़िए पूरा इंटरव्यू… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर