आसाराम को कोई बीमारी नहीं…अब हमें परेशान करेगा:पैरोल मिलने से शाहजहांपुर की रेप पीड़िता का परिवार दहशत में; पिता बोले- नई साजिश रचेगा

आसाराम को कोई बीमारी नहीं…अब हमें परेशान करेगा:पैरोल मिलने से शाहजहांपुर की रेप पीड़िता का परिवार दहशत में; पिता बोले- नई साजिश रचेगा

आसाराम को बीमारी का इलाज कराने के लिए कोर्ट ने 7 दिन की पैरोल दी है। उसके बाहर आने से शाहजहांपुर में रहने वाला पीड़िता का परिवार दहशत में है। पीड़िता के पिता का कहना है कि आसाराम को कोई बीमारी नहीं है। वह बस बीमारी का बहाना बनाकर जेल से बाहर आया है। अब मेरे परिवार के खिलाफ साजिश करेगा। हम लोगों को परेशान करेगा। जोधपुर हाईकोर्ट से 7 दिन की पैरोल मिलने के बाद आसाराम शुक्रवार को जेल से बाहर आया है। इसके बाद शाहजहांपुर में दुष्कर्म पीड़िता का परिवार दहशत में है। पीड़िता के पिता ने कहा- जब आसाराम जेल में था, तब उसने 2 गवाहों की हत्या करा दी। आसाराम के अनुयायियों ने उन्हें धमकी भरे पत्र भेजे। परिवार को बदनाम करने की साजिश रची। आसाराम के जेल में रहते हुए उनके परिवार को धमकाया गया। अब जब वह बाहर आ चुका है, तो परिवार की सुरक्षा की चिंता और बढ़ गई है। पीड़िता के पिता ने एसपी से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। फिलहाल परिवार की सुरक्षा में एक गनर और तीन पुलिसकर्मी तैनात हैं। अब पढ़िए… आसाराम के जेल से बाहर आने पर पीड़िता के पिता ने क्या कहा- अगर आसाराम को कोई बीमारी है तो वो जोधपुर एम्स में अपना इलाज करा सकता है। वहां भी बहुत अच्छा इलाज हो सकता था। लेकिन वो साजिश के तहत मुंबई जा रहा है। जेल से बाहर आने पर वह मेरे परिवार के खिलाफ षडयंत्र रचेगा। वैसे भी हमारी सुरक्षा ढीली रहती है। लेकिन जब कोई घटना होती है तो सुरक्षा बढ़ा दी जाती है। अब दो दिन से सुरक्षा व्यवस्था ठीक कर दी गई है। पहले भी आसाराम का इलाज जोधपुर में हुआ है। आयुर्वेद में तो हार्ट की बीमारी का कोई इलाज नहीं है। ऐसे में वो 7 दिन में क्या इलाज कराएगा। उसने पहले भी केस से जुड़े कई आदमी मरवा दिए। कई गवाह मरवा दिए। राहुल सचान का आज तक कुछ पता नहीं चला है। उसको गायब कर दिया गया है। आसाराम के आदमियों ने हमारे खिलाफ रिपोर्ट तक लिखाई। उसके लोगों से हमारे परिवार को बहुत खतरा है। आए दिन जान से मारने की धमकी देते रहते हैं। पीड़ित पिता बोले- पहले इसके बेटे ने हार्ट की बीमारी का बहाना बनाया था
आसाराम पहले कहता था कि मुझे त्रिनाड़ी शूल बीमारी है। ऐसी उल्टी-सीधी बीमारी बताता रहता था। कई साल तक कहता रहा कि इस बीमारी का इलाज कराना है। इसी बहाने जमानत मांगता रहा। अब वो बीमारी ठीक हो गई तो हार्ट की बीमारी बताता रहता है। कहता है मेरे सीने में दर्द है, जबकि इसको कोई बीमारी नहीं है। पहले इसके बेटे ने हार्ट की बीमारी का बहाना बनाया था। सीने में दर्द बताकर गिर गया था। लेकिन जब चेकअप हुआ तो सब कुछ ठीक था। कोई बीमारी नहीं निकली। अब ये हार्ट की बीमारी का बहाना करता है। सिर्फ बाहर आने के लिए हथकंडे अपना रहा है। अब जानिए क्या था मामला- शाहजहांपुर की नाबालिग पीड़िता ने 2013 में आसाराम पर दुष्कर्म का आरोप लगाया। जिसके बाद आसाराम को 25 अप्रैल, 2018 को जोधपुर की विशेष पॉक्सो अदालत ने नाबालिग के साथ रेप का दोषी ठहराया और उम्रकैद की सजा सुनाई। आसाराम 2 सितंबर, 2013 से जेल में है। दो साल पहले गुजरात की एक अदालत ने आसाराम को 2013 में उसके सूरत आश्रम में एक महिला अनुयायी के साथ कई मौकों पर रेप का दोषी ठहराया था। हाल ही में आसाराम ने इलाज के लिए पैरोल की मांग की थी, जिसे जोधपुर हाईकोर्ट ने मंजूर कर लिया। उसे आयुर्वेदिक अस्पताल में इलाज के लिए 7 दिन की पैरोल दी है। आसाराम 11 साल बाद जेल से बाहर आया है। आसाराम 2 मामलों में गुनहगार: जोधपुर और गांधीनगर कोर्ट के फैसलों में भी दोषी जोधपुर कोर्ट: आसाराम को जोधपुर पुलिस ने इंदौर के आश्रम से साल 2013 में गिरफ्तार किया था। इसके बाद से आसाराम जेल में बंद था। पांच साल तक लंबी सुनवाई के बाद 25 अप्रैल 2018 को कोर्ट ने आसाराम को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। गांधीनगर कोर्ट: आसाराम पर उसी के आश्रम की एक महिला ने रेप का केस दर्ज कराया। गुजरात की गांधीनगर कोर्ट ने 31 जनवरी, 2023 को आसाराम को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। उसने सबसे अनोखी बीमारी त्रिनाड़ी शूल, जेल में महिला वैद्य की मांग की थी। इस खबर से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें- आसाराम जेल से बाहर आया…दहशत में पीड़िता का परिवार: पिता ने कहा- अंदर था तब धमकी मिलती थी, 2 गवाहों की हत्या हो चुकी है जोधपुर हाईकोर्ट से 7 दिन की पैरोल मिलने के बाद आसाराम जेल से बाहर आ गया है। इसको लेकर शाहजहांपुर में दुष्कर्म पीड़िता का परिवार दहशत में है। पीड़िता के पिता ने कहा- जब आसाराम जेल में था, तब उसने 2 गवाहों की हत्या करा दी थी। आसाराम के अनुयायियों ने उन्हें धमकी भरे पत्र भेजे। परिवार को बदनाम करने की साजिश रची। यहां पढ़ें पूरी खबर आसाराम को बीमारी का इलाज कराने के लिए कोर्ट ने 7 दिन की पैरोल दी है। उसके बाहर आने से शाहजहांपुर में रहने वाला पीड़िता का परिवार दहशत में है। पीड़िता के पिता का कहना है कि आसाराम को कोई बीमारी नहीं है। वह बस बीमारी का बहाना बनाकर जेल से बाहर आया है। अब मेरे परिवार के खिलाफ साजिश करेगा। हम लोगों को परेशान करेगा। जोधपुर हाईकोर्ट से 7 दिन की पैरोल मिलने के बाद आसाराम शुक्रवार को जेल से बाहर आया है। इसके बाद शाहजहांपुर में दुष्कर्म पीड़िता का परिवार दहशत में है। पीड़िता के पिता ने कहा- जब आसाराम जेल में था, तब उसने 2 गवाहों की हत्या करा दी। आसाराम के अनुयायियों ने उन्हें धमकी भरे पत्र भेजे। परिवार को बदनाम करने की साजिश रची। आसाराम के जेल में रहते हुए उनके परिवार को धमकाया गया। अब जब वह बाहर आ चुका है, तो परिवार की सुरक्षा की चिंता और बढ़ गई है। पीड़िता के पिता ने एसपी से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। फिलहाल परिवार की सुरक्षा में एक गनर और तीन पुलिसकर्मी तैनात हैं। अब पढ़िए… आसाराम के जेल से बाहर आने पर पीड़िता के पिता ने क्या कहा- अगर आसाराम को कोई बीमारी है तो वो जोधपुर एम्स में अपना इलाज करा सकता है। वहां भी बहुत अच्छा इलाज हो सकता था। लेकिन वो साजिश के तहत मुंबई जा रहा है। जेल से बाहर आने पर वह मेरे परिवार के खिलाफ षडयंत्र रचेगा। वैसे भी हमारी सुरक्षा ढीली रहती है। लेकिन जब कोई घटना होती है तो सुरक्षा बढ़ा दी जाती है। अब दो दिन से सुरक्षा व्यवस्था ठीक कर दी गई है। पहले भी आसाराम का इलाज जोधपुर में हुआ है। आयुर्वेद में तो हार्ट की बीमारी का कोई इलाज नहीं है। ऐसे में वो 7 दिन में क्या इलाज कराएगा। उसने पहले भी केस से जुड़े कई आदमी मरवा दिए। कई गवाह मरवा दिए। राहुल सचान का आज तक कुछ पता नहीं चला है। उसको गायब कर दिया गया है। आसाराम के आदमियों ने हमारे खिलाफ रिपोर्ट तक लिखाई। उसके लोगों से हमारे परिवार को बहुत खतरा है। आए दिन जान से मारने की धमकी देते रहते हैं। पीड़ित पिता बोले- पहले इसके बेटे ने हार्ट की बीमारी का बहाना बनाया था
आसाराम पहले कहता था कि मुझे त्रिनाड़ी शूल बीमारी है। ऐसी उल्टी-सीधी बीमारी बताता रहता था। कई साल तक कहता रहा कि इस बीमारी का इलाज कराना है। इसी बहाने जमानत मांगता रहा। अब वो बीमारी ठीक हो गई तो हार्ट की बीमारी बताता रहता है। कहता है मेरे सीने में दर्द है, जबकि इसको कोई बीमारी नहीं है। पहले इसके बेटे ने हार्ट की बीमारी का बहाना बनाया था। सीने में दर्द बताकर गिर गया था। लेकिन जब चेकअप हुआ तो सब कुछ ठीक था। कोई बीमारी नहीं निकली। अब ये हार्ट की बीमारी का बहाना करता है। सिर्फ बाहर आने के लिए हथकंडे अपना रहा है। अब जानिए क्या था मामला- शाहजहांपुर की नाबालिग पीड़िता ने 2013 में आसाराम पर दुष्कर्म का आरोप लगाया। जिसके बाद आसाराम को 25 अप्रैल, 2018 को जोधपुर की विशेष पॉक्सो अदालत ने नाबालिग के साथ रेप का दोषी ठहराया और उम्रकैद की सजा सुनाई। आसाराम 2 सितंबर, 2013 से जेल में है। दो साल पहले गुजरात की एक अदालत ने आसाराम को 2013 में उसके सूरत आश्रम में एक महिला अनुयायी के साथ कई मौकों पर रेप का दोषी ठहराया था। हाल ही में आसाराम ने इलाज के लिए पैरोल की मांग की थी, जिसे जोधपुर हाईकोर्ट ने मंजूर कर लिया। उसे आयुर्वेदिक अस्पताल में इलाज के लिए 7 दिन की पैरोल दी है। आसाराम 11 साल बाद जेल से बाहर आया है। आसाराम 2 मामलों में गुनहगार: जोधपुर और गांधीनगर कोर्ट के फैसलों में भी दोषी जोधपुर कोर्ट: आसाराम को जोधपुर पुलिस ने इंदौर के आश्रम से साल 2013 में गिरफ्तार किया था। इसके बाद से आसाराम जेल में बंद था। पांच साल तक लंबी सुनवाई के बाद 25 अप्रैल 2018 को कोर्ट ने आसाराम को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। गांधीनगर कोर्ट: आसाराम पर उसी के आश्रम की एक महिला ने रेप का केस दर्ज कराया। गुजरात की गांधीनगर कोर्ट ने 31 जनवरी, 2023 को आसाराम को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। उसने सबसे अनोखी बीमारी त्रिनाड़ी शूल, जेल में महिला वैद्य की मांग की थी। इस खबर से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें- आसाराम जेल से बाहर आया…दहशत में पीड़िता का परिवार: पिता ने कहा- अंदर था तब धमकी मिलती थी, 2 गवाहों की हत्या हो चुकी है जोधपुर हाईकोर्ट से 7 दिन की पैरोल मिलने के बाद आसाराम जेल से बाहर आ गया है। इसको लेकर शाहजहांपुर में दुष्कर्म पीड़िता का परिवार दहशत में है। पीड़िता के पिता ने कहा- जब आसाराम जेल में था, तब उसने 2 गवाहों की हत्या करा दी थी। आसाराम के अनुयायियों ने उन्हें धमकी भरे पत्र भेजे। परिवार को बदनाम करने की साजिश रची। यहां पढ़ें पूरी खबर   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर