लुधियाना| रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सर्विस लिमिटेड ने इंजीनियर प्रोफेशनल पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे हैं। इच्छुक उम्मीदवार 2 फरवरी 2025 तक rites.com पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इस भर्ती में फुल-टाइम बीई, बीटेक, बीआर्क, मास्टर ऑफ आर्किटेक्चर, एमई या एमटेक डिग्रीधारी आवेदन कर सकते हैं। अधिकतम आयु सीमा 32 या 43 वर्ष तय की गई है, जिसमें आरक्षित वर्ग को नियमानुसार छूट दी जाएगी। सामान्य और ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 600 रुपये, जबकि एससी/एसटी/पीडब्ल्यूड ी/ईडब्ल्यूएस वर्ग के लिए 300 रुपये है। चयन प्रक्रिया में लिखित परीक्षा और साक्षात्कार शामिल हैं। कॉल लेटर 3 फरवरी 2025 से डाउनलोड किए जा सकेंगे। लुधियाना| रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सर्विस लिमिटेड ने इंजीनियर प्रोफेशनल पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे हैं। इच्छुक उम्मीदवार 2 फरवरी 2025 तक rites.com पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इस भर्ती में फुल-टाइम बीई, बीटेक, बीआर्क, मास्टर ऑफ आर्किटेक्चर, एमई या एमटेक डिग्रीधारी आवेदन कर सकते हैं। अधिकतम आयु सीमा 32 या 43 वर्ष तय की गई है, जिसमें आरक्षित वर्ग को नियमानुसार छूट दी जाएगी। सामान्य और ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 600 रुपये, जबकि एससी/एसटी/पीडब्ल्यूड ी/ईडब्ल्यूएस वर्ग के लिए 300 रुपये है। चयन प्रक्रिया में लिखित परीक्षा और साक्षात्कार शामिल हैं। कॉल लेटर 3 फरवरी 2025 से डाउनलोड किए जा सकेंगे। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
फतेहगढ़ साहिब में तैनात होंगे 3 हजार पुलिसकर्मी:शहीदी सभा के लिए फ्री 100 बस और ई-रिक्शा, DC-SSP की 24 घंटे रहेगी सुपरविजन
फतेहगढ़ साहिब में तैनात होंगे 3 हजार पुलिसकर्मी:शहीदी सभा के लिए फ्री 100 बस और ई-रिक्शा, DC-SSP की 24 घंटे रहेगी सुपरविजन श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह, बाबा फतेह सिंह और माता गुजरी जी की शहादत की याद में 25 से 27 दिसंबर तक फतेहगढ़ साहिब में आयोजित होने वाली शहीद सभा को लेकर तैयारियां मुकम्मल हैं। इस दौरान देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जिला प्रशासन संगत को किसी भी तरह की परेशानी नहीं आने देगा। प्रबंधों को लेकर डिप्टी कमिश्नर डा. सोना थिंद और एसएसपी डा. रवजोत ग्रेवाल ने संयुक्त तौर पर प्रेस कांफ्रेंस करके जानकारी दी। जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स में भी बनाया रैन बसेरा प्रेस कांफ्रेंस में डीसी डा. सोना थिंद ने बताया कि जिला प्रशासन ने लगभग 100 निःशुल्क बसें एवं ई रिक्शा उपलब्ध कराए हैं। इसके अलावा 6 पूछताछ केंद्र और 5 रैन बसेरों की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि पहली बार जिला प्रशासन परिसर में भी रैन बसेरा स्थल बनाया गया है। जहां बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों के आराम करने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि शहीदी सभा के दौरान जिला प्रशासनिक कॉम्प्लेक्स में विकास प्रदर्शनी लगाई जाएगी और आम खास बाग में ऐतिहासिक नाटक ‘जिंदां निक्कियां’ पेश किया जाएगा। उन्होंने शहीदी सभा के दौरान देश-विदेश से आने वाली संगत से अपील की कि वे शहीदी सभा के दौरान ट्रैक्टरों और ट्रॉलियों पर लाउड स्पीकर न बजाएं ताकि संगत को कोई परेशानी न हो। उन्होंने लंगर कमेटियों से अपील की कि वे लंगरों में प्लास्टिक के बर्तनों का प्रयोग न करें और लंगरों का गीला व सूखा कूड़ा अलग-अलग रखें। उन्होंने कहा कि लंगरों में लाउडस्पीकर का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन संगत की सुविधा के लिए पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रहा है और संगत की सुविधा में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। संगत की सुविधा के लिए 6 अस्थाई चौकियां बनाईं एसएसपी डॉ. रवजोत ग्रेवाल ने कहा कि जिला पुलिस ने शहीदी सभा के दौरान सुचारू यातायात के लिए पूरे शहर में वन-वे ट्रैफिक जोन बनाया है और शहर के चारों ओर प्रमुख सड़कों पर मुफ्त पार्किंग स्थापित की गई हैं। उन्होंने कहा कि शहीदी सभा के दौरान शरारती तत्वों पर पैनी नजर रखने के लिए जिला पुलिस ने शहीदी सभा के पूरे इलाके में सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा बनाये जाने वाले 6 पुलिस सहायता केंद्र पुलिस चौकी की तरह काम करेंगे और यदि किसी श्रद्धालु को किसी प्रकार की समस्या आती है तो किसी भी वर्दीधारी पुलिस अधिकारी या कर्मचारी से संपर्क किया जा सकता है। ड्रोन कैमरों से होगी निगरानी एसएसपी ग्रेवाल ने बताया कि शहीदी सभा के दौरान करीब 3000 पुलिस अधिकारी व कर्मचारी तैनात किए गए हैं। उन्होंने कहा कि शहीदी सभा के पूरे क्षेत्र में ड्रोन कैमरे से कड़ी निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि जिला पुलिस संगत की सुरक्षा और सुविधा के लिए पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है और शहीदी सभा के दौरान संगत को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
90 किलो भारवर्ग में पटियाला के दविंदर पहले स्थान पर
90 किलो भारवर्ग में पटियाला के दविंदर पहले स्थान पर भास्कर न्यूज | जालंधर/पटियाला पंजाब स्कूल एजुकेशन विभाग की तरफ से स्कूल ऑफ एमिनेंस में जारी स्टेट स्तरीय जूडो चैंपियनशिप में जालंधर के लड़कों ने अपना दबदबा कायम रखा। लड़कों के 40 किलो भार वर्ग में जालंधर के करन पहले, गुरदासपुर के तरुणजीत दूसरे, फाजिल्का के प्रेम कुमार व बठिंडा के दिनेश कुमार तीसरे स्थान पर रहे। 45 किलो भार वर्ग में होशियारपुर के अक्षत बरवाल को पहला, पटियाला के जोबन को दूसरा, जालंधर के कपिश शर्मा व गुरदासपुर के आदर्श कुमार को तीसरा स्थान मिला। इसी तरह 50 किलो भारवर्ग में जालंधर के साहिल को पहला, गुरदासपुर के वरनीत सिंह को दूसरा और पटियाला के साहिल समेत मानसा के कबीर को संयुक्त रूप से तीसरा पुरस्कार मिला। प्लस 90 किलो भार वर्ग में पटियाला के वीर दविंदर वालिया पहले, जालंधर के शहबाज सिंह दूसरे, गुरदासपुर के क्रितिक गिल व फाजिल्का के अजय सिंह संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहे। चैंपियनशिप के तीसरे दिन मुख्यातिथि के रूप में जिला एजुकेशन अफसर डॉ. गुरिंदरजीत कौर, डिप्टी डीईओ राजीव जोशी, जिला खेल कोऑर्डिनेटर अमनदीप कौंडल ने खिलाड़ियों से मुलाकात कर उन्हें खेल भावना के साथ खेलने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर पंजाब जूडो एसोसिएशन के उप-प्रधान चरनजीत सिंह भुल्लर, डीएसओ कर्मजीत सिंह, प्रिंसिपल सुखदेव लाल बब्बर, लेक्चरर सुरिंदर कुमार, प्रिंसिपल योगेश कुमार, हरजीत सिंह, अमरिंदरजीत सिंह सिद्धू, आशा रानी, पवन कुमारी, सोनिया, आदिती, प्रिया, नरेश कुमार, सुलिंदर सिंह व अन्य मौजूद रहे। विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित करते हुए डिप्टी डीईओ राजीव जोशी, सुरिंदर कुमार, अमनदीप कौंडल व अन्य।
पंजाब को बढ़ानी पड़ेगी सुखना इको जोन की सीमा:SC केस में सख्त, बनाई जा रही है स्ट्रेटजी, सितंबर में है सुनवाई
पंजाब को बढ़ानी पड़ेगी सुखना इको जोन की सीमा:SC केस में सख्त, बनाई जा रही है स्ट्रेटजी, सितंबर में है सुनवाई पंजाब सरकार अपने एरिया में सुखना इको सेंसिटिव जोन की सीमा को बढ़ाने के लिए नए सिरे से विचार कर रही है। क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई करते हुए सरकार को आदेश दिया है कि सितंबर माह तक इसकी सीमा तय की जाए। मामले की 18 सितंबर को सुनवाई है। वहीं, इसके बाद संबंधित विभाग स्ट्रेटजी तैयारी करने में जुट गया है। माना जा रहा है इस संबंधी प्रस्ताव तैयार कर कैबिनेट मीटिंग में लाया जाएगा। अगर यह एरिया बढ़ता है तो कई रसूखदार लोग मुश्किल में आ सकते हैं। क्योंकि उस एरिया में कई लोगों ने अपने फार्म हाउस तक बनाए हुए हैं। जबकि कुछ तो उनका काॅमर्शियल प्रयोग तक कर रहे हैं। इसके चलते कुछ मालिकों को नोटिस तक जारी हुआ था। एरिया बढ़ा तो यह लोग हो सकते हैं प्रभावित इस मामले में पंजाब चाहता है कि यह एरिया केवल 100 मीटर का हो। क्योंकि इस एरिया में कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं। लेकिन चंडीगढ़ को भी इस पर आपत्ति था। जिसके बाद अब कई चीजों पर मंथन हो रहा है। सूत्रों की माने तो इस एरिया में को अगर 10 किलोमीटर तक बढ़ाया जाता है, तो करीब 46 फार्म हाउस प्रभावित होंगे। वहीं, एक किलोमीटर तक सीमा बढ़ाई जाती है तो 17 फार्म हाउस प्रभावित होंगे। अगर एरिया ढाई से पांच किलोमीटर तक बढ़ाया जाता है तो 9 फार्म हाउस प्रभावित होंगे। जो कि स्यूंक, पडछ और माजरी में स्थित है। जबकि एरिया पांच से 10 किलोमीटर तक होने पर पड़ौल, छोटी बौर बड़ी नंगल के करीब नौ फार्म इस एरिया में आएंगे। वहीं, आने वाले समय में गमाडा को अपने प्रोजेक्ट लांच करने से पहले नए सिरे से रणनीति बनानी होगी चंडीगढ़ अपना एरिया पहले घोषित कर चुका है सूत्रों की माने तो इको सेंसिटिव जोन की सीमा बढ़ाने में यदि प्रशासन ने काेई ढील वरती तो सुप्रीम कोर्ट द्वारा खुद इसका घेरा बढ़ाया जाएगा। सुखना का कुल 26 वर्ग किमी है। चंडीगढ़ प्रशासन ने 2 किमी से 2.75 किमी तक के क्षेत्र को इको जोन घोषित किया हुआ है। उसने इसी तर्ज पर पंजाब व हरियाणा से भी इको जोन घोषित करने की मांग रखी थी। क्येांकि 90 फीसद एरिया पंजाब व हरियाणा में पड़ता है। हरियाणा ने भी अपना एरिया घोषित किया जा चुका है।