इंदौर में Tea Stall पर नहीं चलेगा डिस्पोजल कप, तीन दिनों में हटाने के निर्देश, जानें वजह

इंदौर में Tea Stall पर नहीं चलेगा डिस्पोजल कप, तीन दिनों में हटाने के निर्देश, जानें वजह

<p style=”text-align: justify;”><strong>Indore News:</strong> डिस्पोजेबल कप में चाय पीने से स्वास्थ्य को नुकसान है. लोगों के स्वास्थ्य को देखते हुए इंदौर महापौर ने बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने गुमटी संचालकों से तीन दिन के अंदर डिस्पोजल कप हटाने को कहा है. चाय की गुमटी से डिस्पोजल कप तीन दिन में नहीं हटाये जाने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गयी है. महापौर के आदेश से गुमटी संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है. दरअसल, डिस्पोजल कप के अंदर प्लास्टिक की लेयर होती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्लास्टिक में पॉलीप्रोपाइलीन या पॉलीइथाइलीन जैसे जानलेवा रसायन होते हैं. चाय की गर्मी से माइक्रोप्लास्टिक के कण घुलकर शरीर में प्रवेश करते हैं. यानी आप लापरवाही में प्लास्टिक का इस्तेमाल कर रहे होते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्लास्टिक के कण आंतों में जमा होकर सेहत को बुरी तरह प्रभावित करते हैं. पॉलीप्रोपाइलीन या पॉलीइथाइलीन रसायनों में शामिल बिस्फेनॉल ए (BPA) और स्टाइरीन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माने जाते हैं और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं.&nbsp;आइए अब जानते हैं कि बिस्फेनॉल ए का नुक्सान क्या है? बिस्फेनॉल ए एक रसायन है जो प्लास्टिक और रेजिन में पाया जाता है. यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>डिस्पोजल कप पर मेयर की सख्त हिदायत</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>खासकर जब हमारे शरीर में प्रवेश करता है. बिस्फेनॉल ए के संपर्क में आने से मस्तिष्क और प्रजनन ग्रंथियों पर असर होता है. इसके अलावा, भ्रूण, शिशु और बच्चों के मस्तिष्क और प्रजनन ग्रंथियों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है. इतना ही नहीं बिस्फेनॉल ए रसायन बच्चों के व्यवहार को भी प्रभावित कर सकता है. बिस्फेनॉल ए के संपर्क से ब्लड प्रेशर और हृदय रोग का खतरा पैदा हो सकता है. बिस्फेनॉल ए का संबंध टाइप 2 मधुमेह और मोटापे से भी जुड़ा हुआ है. बिस्फेनॉल ए एक एंडोक्राइन डिसरप्टर है, जिसका मतलब है कि यह हार्मोनल सिस्टम को बाधित कर सकता है, जिससे शरीर की सामान्य कार्यप्रणाली प्रभावित होती है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”लग्जरी लाइफ ने बनाया चोर, बीमार बन कर अस्पताल पहुंचा शख्स, 4 लाख कैश लेकर रफू चक्कर” href=”https://www.abplive.com/city/indore/indore-thief-stole-4-lakh-rupees-cash-from-hospital-lab-arrested-by-mp-police-ann-2774538″ target=”_self”>लग्जरी लाइफ ने बनाया चोर, बीमार बन कर अस्पताल पहुंचा शख्स, 4 लाख कैश लेकर रफू चक्कर</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Indore News:</strong> डिस्पोजेबल कप में चाय पीने से स्वास्थ्य को नुकसान है. लोगों के स्वास्थ्य को देखते हुए इंदौर महापौर ने बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने गुमटी संचालकों से तीन दिन के अंदर डिस्पोजल कप हटाने को कहा है. चाय की गुमटी से डिस्पोजल कप तीन दिन में नहीं हटाये जाने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गयी है. महापौर के आदेश से गुमटी संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है. दरअसल, डिस्पोजल कप के अंदर प्लास्टिक की लेयर होती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्लास्टिक में पॉलीप्रोपाइलीन या पॉलीइथाइलीन जैसे जानलेवा रसायन होते हैं. चाय की गर्मी से माइक्रोप्लास्टिक के कण घुलकर शरीर में प्रवेश करते हैं. यानी आप लापरवाही में प्लास्टिक का इस्तेमाल कर रहे होते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्लास्टिक के कण आंतों में जमा होकर सेहत को बुरी तरह प्रभावित करते हैं. पॉलीप्रोपाइलीन या पॉलीइथाइलीन रसायनों में शामिल बिस्फेनॉल ए (BPA) और स्टाइरीन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माने जाते हैं और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं.&nbsp;आइए अब जानते हैं कि बिस्फेनॉल ए का नुक्सान क्या है? बिस्फेनॉल ए एक रसायन है जो प्लास्टिक और रेजिन में पाया जाता है. यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>डिस्पोजल कप पर मेयर की सख्त हिदायत</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>खासकर जब हमारे शरीर में प्रवेश करता है. बिस्फेनॉल ए के संपर्क में आने से मस्तिष्क और प्रजनन ग्रंथियों पर असर होता है. इसके अलावा, भ्रूण, शिशु और बच्चों के मस्तिष्क और प्रजनन ग्रंथियों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है. इतना ही नहीं बिस्फेनॉल ए रसायन बच्चों के व्यवहार को भी प्रभावित कर सकता है. बिस्फेनॉल ए के संपर्क से ब्लड प्रेशर और हृदय रोग का खतरा पैदा हो सकता है. बिस्फेनॉल ए का संबंध टाइप 2 मधुमेह और मोटापे से भी जुड़ा हुआ है. बिस्फेनॉल ए एक एंडोक्राइन डिसरप्टर है, जिसका मतलब है कि यह हार्मोनल सिस्टम को बाधित कर सकता है, जिससे शरीर की सामान्य कार्यप्रणाली प्रभावित होती है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”लग्जरी लाइफ ने बनाया चोर, बीमार बन कर अस्पताल पहुंचा शख्स, 4 लाख कैश लेकर रफू चक्कर” href=”https://www.abplive.com/city/indore/indore-thief-stole-4-lakh-rupees-cash-from-hospital-lab-arrested-by-mp-police-ann-2774538″ target=”_self”>लग्जरी लाइफ ने बनाया चोर, बीमार बन कर अस्पताल पहुंचा शख्स, 4 लाख कैश लेकर रफू चक्कर</a></strong></p>  मध्य प्रदेश Chhattisgarh: धमतरी में घर के टॉयलेट में पानी पीने घुसा तेंदुआ, वन विभाग ने कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ा