अमृतसर | 16 जून को गंगा दशमी का पर्व देश भर में मनाया जाएगा। इस बार यह पर्व बेहद खास होने वाला है। क्योंकि इस दिन शुभ संयोग का निर्माण हो रहा है। खास बात है कि यह योग 100 साल बाद बन रहा है। इस वजह से जो भी व्यक्ति सच्चे मन से गंगा मैया की पूजा करेगा, उसके द्वारा किए गए जाने-अनजाने के पापों से मुक्ति मिलेगी। वहीं साथ ही साथ अंत समय में मोक्ष की प्राप्ति होगी। इस बार 100 साल बाद गंगा दशहरा पर अद्भुत संयोग होगा। ज्योतिषाचार्य घनश्याम शास्त्री के अनुसार इस दिन अमृत योग, रवि योग का अद्भुत संगम होने जा रहा है। सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत योग का निर्माण सुबह 10 बजकर 23 मिनट तक होगा और सारा दिन रवि योग रहेगा। गंगा दशहरा 16 जून दोपहर 2 बजकर 32 मिनट पर होगा और समापन 17 जून को शाम 4 बजकर 43 मिनट पर होगा। इसलिए गंगा दशहरे का स्नान और पूजा 16 जून को होगी। अमृतसर | 16 जून को गंगा दशमी का पर्व देश भर में मनाया जाएगा। इस बार यह पर्व बेहद खास होने वाला है। क्योंकि इस दिन शुभ संयोग का निर्माण हो रहा है। खास बात है कि यह योग 100 साल बाद बन रहा है। इस वजह से जो भी व्यक्ति सच्चे मन से गंगा मैया की पूजा करेगा, उसके द्वारा किए गए जाने-अनजाने के पापों से मुक्ति मिलेगी। वहीं साथ ही साथ अंत समय में मोक्ष की प्राप्ति होगी। इस बार 100 साल बाद गंगा दशहरा पर अद्भुत संयोग होगा। ज्योतिषाचार्य घनश्याम शास्त्री के अनुसार इस दिन अमृत योग, रवि योग का अद्भुत संगम होने जा रहा है। सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत योग का निर्माण सुबह 10 बजकर 23 मिनट तक होगा और सारा दिन रवि योग रहेगा। गंगा दशहरा 16 जून दोपहर 2 बजकर 32 मिनट पर होगा और समापन 17 जून को शाम 4 बजकर 43 मिनट पर होगा। इसलिए गंगा दशहरे का स्नान और पूजा 16 जून को होगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts

पंजाब में उपचुनाव जीते चारों विधायकों का शपथ आज:विधानसभा में सुबह 11:30 बजे होगा समारोह; AAP के पास अब 95 विधायक
पंजाब में उपचुनाव जीते चारों विधायकों का शपथ आज:विधानसभा में सुबह 11:30 बजे होगा समारोह; AAP के पास अब 95 विधायक पंजाब में विधानसभा उपचुनाव में जीते चारों विधायकों को आज (सोमवार) शपथ दिलाई जाएगी। शपथ ग्रहण समारोह विधानसभा में सुबह 11:30 बजे होगा। विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवान शपथ दिलाएंगे। कार्यक्रम में सीएम भगवंत मान के भी मौजूद रहने की उम्मीद है। जबकि सभी विधायकों के परिवार के सदस्य मौजूद रहेंगे। वहीं, राज्य की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (आप) के पास अब 95 विधायक हैं। आप सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। यह चुने गए हैं नए विधायक पंजाब में चार विधानसभा सीटों डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल, बरनाला और गिद्दड़बाहा पर नवंबर माह में उप चुनाव हुए थे। क्योंकि इन सीटों के विधायक सांसद बन गए थे। इसके बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। इस दौरान हुए विधानसभा उप चुनाव में डेरा बाबा नानक सीट से गुरदीप सिंह रंधावा, चब्बेवाल से डॉ. इशांक चब्बेवाल और गिद्दड़बाहा सीट से हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों चुनाव जीते हैं। ये तीनों नेता आम आदमी पार्टी से ताल्लुक रखते हैं। जबकि इस बार बरनाला सीट से कांग्रेस उम्मीदवार कुलदीप सिंह काला ढिल्लों चुनाव जीतकर विधायक बने हैं। हालांकि पहले इस सीट AAP का कब्जा था। यहां से 2017 और 2022 में लगातार दो बार गुरमीत सिंह मीत हेयर विधायक बने थे। 2022 में विधायक बनने के बाद वह सरकार में मंत्री बने थे। सत्ता में आने के बाद AAP हारी दो चुनाव आम आदमी पार्टी को पंजाब की सत्ता में आए हुए लगभग ढाई साल हो गए है। इस समय अवधि में पार्टी को मुख्य रूप से एक लोकसभा व एक विधानसभा उप चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा है। पार्टी ने दोनों सीटें उस एरिया में हारी है, जिन्हें की AAP की राजधानी के रूप में जाना जाता है। जब भगवंत मान पंजाब के सीएम बने थे, तो उस समय संगरूर से सांसद भी थे। इस दौरान उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। जून 2022 में हुए लोकसभा उप चुनाव में आम आदमी पार्टी उम्मीदवार गुरमेल सिंह को सिमरनजीत सिंह मान ने 5822 मतों से हराया था। जबकि इस बार बरनाला विधानसभा सीट पर हुए उप चुनाव में सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर के दोस्त हरिंदर धालीवाल को हार काे मुंह देखना पड़ा है। उन्हें कांग्रेस के उम्मीदवार कुलदीप सिंह उर्फ काला ढिल्लों ने हराया है। यहां पर जीत हार का अंतर करीब 2176 मतों का था। जबकि यहां पर चुनाव में हार की वजह पार्टी में बगावत थी। AAP के प्रधान गुरदीप सिंह बाठ ने आजाद होकर चुनाव लड़ा था। वह 15 हजार वोट हासिल करने में कामयाब रहे थे।

खन्ना में डल्लेवाल का हरियाणा सरकार पर निशाना:बोले- साजिश के तहत रखी मीटिंग, 12 मांगों को पूरा करो, वरना संघर्ष जारी रहेगा
खन्ना में डल्लेवाल का हरियाणा सरकार पर निशाना:बोले- साजिश के तहत रखी मीटिंग, 12 मांगों को पूरा करो, वरना संघर्ष जारी रहेगा एक तरफ पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट की तरफ से हरियाणा में बार्डर खोलने के आदेश को लागू न किए जाने के चलते किसानों में भारी रोष है। वहीं दूसरी तरफ दिल्ली की तरफ कूच कर रहे किसानों से साथ हरियाणा सरकार की मीटिंग की चर्चा है। इसके बीच किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का बड़ा बयान सामने आया। किसान यूनियन ने खन्ना में डल्लेवाल का वीडियो जारी किया। जिसमें हरियाणा सरकार पर निशाना साधा गया है। सरकार के साथ मीटिंग में जाने वाले अपने साथी नेताओं से भी अपील की कि वे सरकार के किसी झांसे में आकर संघर्ष को कमजोर न करें। अपनी एकता का सबूत दें। पहले क्यों नहीं जागी सरकार ? जगजीत डल्लेवाल ने कहा कि हरियाणा सरकार कुछ नेताओं से मीटिंग करने जा रही है। लंबे समय से किसानों का संघर्ष जारी है। शंभू बार्डर पर लगातार धरना दिया जा रहा है। हरियाणा सरकार ने उन्हें दिल्ली जाने से रोक रखा है। इससे पहले जब किसान सरकार के नुमाइंदों को ज्ञापन दे रहे थे, तब सरकार ने मीटिंग क्यों नहीं रखी। अब हरियाणा में चुनाव हैं। ऊपर से हाईकोर्ट ने सख्त फैसला सुनाया है। इसके डर से किसान यूनियनों को झांसे में लेकर हरियाणा सरकार नई साजिश रच रही है। किसानों की सभी को किया जाए पूरा उन्होंने कहा कि किसान नेताओं को अब बगैर किसी चर्चा के सिर्फ इस बात पर जोर देना चाहिए कि उनकी मांगों को पूरा करो। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार अपने प्रदेश के किसानी मसले तो हल कर सकती है। लेकिन इससे पूरे देश में किसानों का आंदोलन नहीं रुकेगा। डल्लेवाल ने कहा कि फसलों पर एमएसपी को यकीनी बनाना, स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने सहित किसान मजदूरों की सभी 12 मांगों को बिना शर्त पूरा किया जाना चाहिए। शुभकरण की शहादत पर जवाब मांगा जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि यह चर्चा है कि हरियाणा सरकार ने कुछ यूनियनों के नुमाइंदों को मीटिंग में बुलाया है। पहली बात को यह है कि किसान नेताओं को एकता का सबूत देना चाहिए। संयुक्त किसान मोर्चे का फैसला लेकर ही मीटिंग में जाना चाहिए। अगर फिर भी कोई नुमाइंदा मीटिंग में जाता है, तो सबसे पहले हरियाणा सरकार से शुभकरण की शहादत का जवाब मांगना चाहिए। किसानों पर गोलियां बरसाने वाले पुलिस अधिकारियों को सम्मानित करने की सिफारिश को रद्द कराना चाहिए और इन अधिकारियों खिलाफ कार्रवाई की मांग की जाए।

मोहाली में जहर खाकर व्यक्ति ने की आत्महत्या:सुसाइड नोट में पत्नी-सास को बताया जिम्मेदार; 2012 में की थी लव मैरिज
मोहाली में जहर खाकर व्यक्ति ने की आत्महत्या:सुसाइड नोट में पत्नी-सास को बताया जिम्मेदार; 2012 में की थी लव मैरिज मोहाली में एक व्यक्ति ने जहरीला पदार्थ निगलकर आत्महत्या कर ली। मृतक के पास से सुसाइड नोट बरामद हुआ। जिसमें उसने ने अपनी मौत के लिए पत्नी और सास को जिम्मेदार ठहराया है। मामला मोहाली के आदर्श नगर खरड़ का है। अम्बाला निवासी भूपिंदर सिंह ने बताया कि उनके बेटे हरदीप सिंह उर्फ दीपक (35) ने 2012 में पटियाला की कर्मजीत कौर से प्रेम विवाह किया था। दोनों का 11 साल का बेटा भी है। भूपिंदर के मुताबिक, शादी के बाद से ही बेटे की पत्नी और ससुराल वाले छोटी-छोटी बातों पर उसे तंग करते थे। पत्नी की मनमानी से बढ़ी परेशानी भूपिंदर ने बताया कि कर्मजीत डांस पार्टियों में काम करती थी और अधिक कमाई के चलते पति को नीचा दिखाती थी। हरदीप ने उसकी खुशी के लिए लोन लेकर आदर्श नगर खरड़ में फ्लैट खरीदा, लेकिन इससे भी उनकी परेशानियां खत्म नहीं हुईं। पत्नी पिछले साल बिना बताए दुबई चली गई थी और तीन महीने बाद लौटी। कुछ समय बाद वह फिर दुबई चली गई और जुलाई में वापस आई। इसी बीच, हरदीप मानसिक रूप से बेहद परेशान रहने लगा। 28 नवंबर को की थी पिता से बात पुलिस को घटनास्थल से हरदीप का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने पत्नी और सास को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया। भूपिंदर ने बताया कि बेटे ने 28 नवंबर को फोन पर बताया था कि वह पत्नी और ससुराल वालों की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या जैसा कदम उठा सकता है। सास पर कर्ज न लौटाने का आरोप
भूपिंदर ने कहा कि बहू की मां राजविंदर कौर ने बेटे की शादी के लिए 2 लाख रुपए उधार लिए थे, लेकिन लौटाने के बजाय विवाद खड़ा कर देती थी। पुलिस ने सुसाइड नोट को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।