<p style=”text-align: justify;”><strong>Indian Students Stuck In Iran:</strong> हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक (Mirwaiz Umar Farooq) ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह ईरान में फंसे कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा और उनकी सकुशल वापसी के लिए तुरंत कदम उठाए. मीरवाइज ने यह अपील रविवार (15 जून) को X पर एक पोस्ट के जरिए की, जिसमें उन्होंने ईरान में छात्रों के छात्रावास पर कथित इजरायली हवाई हमले की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस हमले में सौभाग्य से केवल मामूली चोटें आई हैं, लेकिन हालात चिंताजनक हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बहुत डरे हुए हैं कश्मीरी छात्र- मीरवाइज उमर फारूक</strong><br />मीरवाइज ने अपने पोस्ट में लिखा, “‘ईरान से कश्मीरी छात्रों के छात्रावास पर इजरायली हवाई हमले की खबर आ रही है. सौभाग्य से, केवल मामूली चोटें ही आई हैं. वहां 1300 से अधिक कश्मीरी छात्र पढ़ते हैं, जो अपनी जान को लेकर बहुत डरे हुए हैं, जबकि उनके माता-पिता यहां बेहद दुखी हैं. हम सरकार से अपील करते हैं कि वह उनकी सुरक्षा और सकुशल तथा संभावित वापसी सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाए.”</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”en”>Deeply disturbing news coming from Iran of a hostel housing Kashmiri students being hit by an Israeli airstrike. Fortunately, only minor injuries have been reported. <br />More than 1300+ Kashmiri students study there, who must be in great fear for their lives, while their parents are…</p>
— Mirwaiz Umar Farooq (@MirwaizKashmir) <a href=”https://twitter.com/MirwaizKashmir/status/1934284782432657539?ref_src=twsrc%5Etfw”>June 15, 2025</a>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</blockquote>
<p style=”text-align: justify;”><strong>भारतीय विदेश मंत्रालय ने जारी किया बयान</strong><br />इस मामले में भारत के विदेश मंत्रालय ने 16 जून को स्थिति पर बयान जारी किया है. मंत्रालय ने जानकारी दी कि तेहरान स्थित भारतीय दूतावास लगातार सुरक्षा हालात पर नजर बनाए हुए है और ईरान में रह रहे भारतीय छात्रों के संपर्क में है. मंत्रालय ने कहा, “कुछ मामलों में छात्रों को दूतावास की मदद से सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है. अन्य विकल्पों पर भी विचार चल रहा है.” इसके अलावा, दूतावास स्थानीय समुदाय के नेताओं के साथ भी संपर्क में है, ताकि छात्रों की भलाई और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Indian Students Stuck In Iran:</strong> हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक (Mirwaiz Umar Farooq) ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह ईरान में फंसे कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा और उनकी सकुशल वापसी के लिए तुरंत कदम उठाए. मीरवाइज ने यह अपील रविवार (15 जून) को X पर एक पोस्ट के जरिए की, जिसमें उन्होंने ईरान में छात्रों के छात्रावास पर कथित इजरायली हवाई हमले की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस हमले में सौभाग्य से केवल मामूली चोटें आई हैं, लेकिन हालात चिंताजनक हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बहुत डरे हुए हैं कश्मीरी छात्र- मीरवाइज उमर फारूक</strong><br />मीरवाइज ने अपने पोस्ट में लिखा, “‘ईरान से कश्मीरी छात्रों के छात्रावास पर इजरायली हवाई हमले की खबर आ रही है. सौभाग्य से, केवल मामूली चोटें ही आई हैं. वहां 1300 से अधिक कश्मीरी छात्र पढ़ते हैं, जो अपनी जान को लेकर बहुत डरे हुए हैं, जबकि उनके माता-पिता यहां बेहद दुखी हैं. हम सरकार से अपील करते हैं कि वह उनकी सुरक्षा और सकुशल तथा संभावित वापसी सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाए.”</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”en”>Deeply disturbing news coming from Iran of a hostel housing Kashmiri students being hit by an Israeli airstrike. Fortunately, only minor injuries have been reported. <br />More than 1300+ Kashmiri students study there, who must be in great fear for their lives, while their parents are…</p>
— Mirwaiz Umar Farooq (@MirwaizKashmir) <a href=”https://twitter.com/MirwaizKashmir/status/1934284782432657539?ref_src=twsrc%5Etfw”>June 15, 2025</a>
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<p style=”text-align: justify;”><strong>भारतीय विदेश मंत्रालय ने जारी किया बयान</strong><br />इस मामले में भारत के विदेश मंत्रालय ने 16 जून को स्थिति पर बयान जारी किया है. मंत्रालय ने जानकारी दी कि तेहरान स्थित भारतीय दूतावास लगातार सुरक्षा हालात पर नजर बनाए हुए है और ईरान में रह रहे भारतीय छात्रों के संपर्क में है. मंत्रालय ने कहा, “कुछ मामलों में छात्रों को दूतावास की मदद से सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है. अन्य विकल्पों पर भी विचार चल रहा है.” इसके अलावा, दूतावास स्थानीय समुदाय के नेताओं के साथ भी संपर्क में है, ताकि छात्रों की भलाई और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.</p> जम्मू और कश्मीर मध्य प्रदेश की लाड़ली बहनों के लिए खुशखबरी, सीएम मोहन यादव देंगे ये बड़ी सौगात
ईरान में इजरायली हमलों के बाद मीरवाइज उमर फारूक का बड़ा बयान, ‘हम सरकार से अपील करते हैं कि वह…’
