<p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Vidhan Sabha Chunev 2024:</strong> महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी पार्टियां अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरी जोर अजमाइश कर रही हैं. चुनाव से पहले दल बदलने का सिलसिला भी शुरू हो चुका है. एक ओर जहां बीजेपी सांसद नारायण राणे के बेटे निलेश राणे के शिवसेना में शामिल होने की चर्चा है. वहीं दूसरी ओर सीएम एकनाथ शिंदे ने राणे को लेकर बड़ा बयान दिया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि “नारायाण राणे को कुडाल में जो लीड मिली निलेश राणे इस चुनाव में उससे दोगुना यानी 52000 की लीड से चुनाव जीतेंगे.” दरअसल, पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी सांसद नारायण राणे के बेटे निलेश राणे ने मंगलवार (22 अक्टूबर) को कहा कि “वह <a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल होंगे और कुडाल विधानसभा चुनाव लड़ेंगे.” </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शिवसेना में जाने की चर्चा <br /></strong>सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में सीट बंटवारे के फार्मूले के मुताबिक, पार्टी सूत्रों ने कहा कि कुडाल निर्वाचन क्षेत्र शिवसेना के पास है और यही कारण है कि नीलेश बीजेपी से शिवसेना में जा रहे. शिवसेना (यूबीटी) के वैभव नाइक कुडाल से मौजूदा विधायक हैं. उन्हें राणे का पुराना प्रतिद्वंद्वी माना जाता है. कुडाल विधानसभा, नारायण राणे के लोकसभा क्षेत्र, रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग का हिस्सा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>साल 2009 के <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में नीलेश कांग्रेस पार्टी के साथ थे. तब वह रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग लोकसभा से चुनाव जीते थे. इस चुनाव में उन्होंने शिवसेना के सुरेश प्रभु को चुनाव हराया था. पांच साल बाद नीलेश इसी सीट से फिर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े, लेकिन शिवसेना से चुनाव हार गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>साल 2017 में नारायण राणे ने कांग्रेस छोड़ दी. उन्होंने महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष नाम से पार्टी बनाई. साल 2019 में नीलेश ने महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा. इस चुनाव में वह दूसरी बार शिवसेना के वैभव नाइक से चुनाव हारे. वहीं साल 2024 में नारायण राणे को बीजेपी ने यहां से उतारा और वो यह सीट जीतने में सफल रहे.</p>
<div id=”article-hstick-inner” class=”abp-story-detail ” style=”text-align: justify;”>
<p><strong>यह भी पढ़ें:<a title=” ‘साथ निभाना तो कभी इनकी फितरत में…’, NCP विधायक जीशान सिद्दीकी का महाविकास आघाडी पर निशाना” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/maharashtra-assembly-election-2024-ncp-mla-zeeshan-siddique-targets-maha-vikas-aghadi-uddhav-thackeray-congress-2809587″ target=”_blank” rel=”noopener”> ‘साथ निभाना तो कभी इनकी फितरत में…’, NCP विधायक जीशान सिद्दीकी का महाविकास आघाडी पर निशाना</a></strong></p>
</div> <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Vidhan Sabha Chunev 2024:</strong> महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी पार्टियां अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरी जोर अजमाइश कर रही हैं. चुनाव से पहले दल बदलने का सिलसिला भी शुरू हो चुका है. एक ओर जहां बीजेपी सांसद नारायण राणे के बेटे निलेश राणे के शिवसेना में शामिल होने की चर्चा है. वहीं दूसरी ओर सीएम एकनाथ शिंदे ने राणे को लेकर बड़ा बयान दिया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि “नारायाण राणे को कुडाल में जो लीड मिली निलेश राणे इस चुनाव में उससे दोगुना यानी 52000 की लीड से चुनाव जीतेंगे.” दरअसल, पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी सांसद नारायण राणे के बेटे निलेश राणे ने मंगलवार (22 अक्टूबर) को कहा कि “वह <a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल होंगे और कुडाल विधानसभा चुनाव लड़ेंगे.” </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शिवसेना में जाने की चर्चा <br /></strong>सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में सीट बंटवारे के फार्मूले के मुताबिक, पार्टी सूत्रों ने कहा कि कुडाल निर्वाचन क्षेत्र शिवसेना के पास है और यही कारण है कि नीलेश बीजेपी से शिवसेना में जा रहे. शिवसेना (यूबीटी) के वैभव नाइक कुडाल से मौजूदा विधायक हैं. उन्हें राणे का पुराना प्रतिद्वंद्वी माना जाता है. कुडाल विधानसभा, नारायण राणे के लोकसभा क्षेत्र, रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग का हिस्सा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>साल 2009 के <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में नीलेश कांग्रेस पार्टी के साथ थे. तब वह रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग लोकसभा से चुनाव जीते थे. इस चुनाव में उन्होंने शिवसेना के सुरेश प्रभु को चुनाव हराया था. पांच साल बाद नीलेश इसी सीट से फिर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े, लेकिन शिवसेना से चुनाव हार गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>साल 2017 में नारायण राणे ने कांग्रेस छोड़ दी. उन्होंने महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष नाम से पार्टी बनाई. साल 2019 में नीलेश ने महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा. इस चुनाव में वह दूसरी बार शिवसेना के वैभव नाइक से चुनाव हारे. वहीं साल 2024 में नारायण राणे को बीजेपी ने यहां से उतारा और वो यह सीट जीतने में सफल रहे.</p>
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