ई-बसों के बाद परिवहन विभाग चलाएगा ई-बाइक:प्रदेश के 15 शहरों में होगा संचालन; किराये पर लोग कर सकेंगे उपयोग

ई-बसों के बाद परिवहन विभाग चलाएगा ई-बाइक:प्रदेश के 15 शहरों में होगा संचालन; किराये पर लोग कर सकेंगे उपयोग

शहर में ई-बस के संचालन के बाद अब ई-साइकिल और ई-बाइक चलाने की तैयारी है। ई-बस की भांति पीपीपी मोड पर ई-साइकिल व ई-बाइक का संचालन होगा। ओला और ऊबर बाइक की बढ़ती मांग को देखते हुये नगरीय परिवहन निदेशालय ने इसी तर्ज पर कानपुर समेत 15 जिलों में टू-व्हीलर चलाने का प्रस्ताव तैयार किया है। इसको लेकर विभाग ने नगर निगम को पत्र भेजकर प्रस्तावित रूट, चार्जिंग स्टेशन की संख्या व अन्य जरूरी जानकारियां मांगी हैं, ताकि आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) तैयार किया जा सके। इनको लोग किराये पर ले सकेंगे और शहर में आराम से चल सकेंगे। 15 शहरों में पीपीपी मॉडल पर चलेगी
नगरीय परिवहन निदेशालय ने नगरीय परिवहन निधि नियमावली-2013 के तहत प्रदेश के 15 शहरों में पीपीपी मोड पर बाइसिकल और ई-बाइक संचालन का प्रस्ताव तैयार किया है। निदेशालय के अनुसार लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ, अलीगढ़, आगरा, मथुरा-वृन्दावन, बरेली, शाहजहांपुर, झांसी, अयोध्या एवं मुरादाबाद में नगरीय बसों का संचालन हो रहा है। इन जिलों में विभाग अब ओला और ऊबर की तर्ज पर ही टू-व्हीलर सुविधा शुरू करेगा। निदेशालय के संयुक्त निदेशक जयदीप वर्मा ने बताया कि इस सुविधा से आम नागरिकों को अन्तिम छोर तक परिवहन की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। विकल्प के रूप में ई-साइकिल व ई-बाइक संचालित कराये जाने की अत्यधिक आवश्यकता है। आज जनमानस को मिलेगा सीधा लाभ
ई-साइकिल और ई-बाइक के संचालन से विद्यार्थियों एवं जनसामान्य को परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई जा सकेगी। इनके संचालन से नगरीय बसों एवं अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के यात्रियों की संख्या को नियंत्रित करने के साथ ही आय में वृद्धि की भी सम्भावना है। नगर निगम से निदेशालय ने मांगा डाटा
सुविधा को शुरू करने से पहले निदेशालय ने नगर निगम को लेटर भेजा है। शहरों में वर्तमान में कंपनियों द्वारा संचालित ई-बाइक का डाटा निदेशालय ने मांगा है। ताकि, संचालन से सम्बन्धित प्रणाली का समन्वय कर मॉडल आरएफपी तैयार की जा सके। बता दें कि नगर निगम के स्तर से पीपीपी. मोड पर निविदा के माध्यम से आगे की कार्रवाई की जा सकेगी। यह जानकारी भी मांगी
1. स्मार्ट सिटी या अन्य योजनान्तर्गत ई-साइकिल और ई-बाइक का विवरण।
2. उपयुक्त क्षेत्र का विवरण जहां साइकिल व ई-बाइक संचालन हो सके।
3. साइकिल व ई-बाईक के संचालन (चार्जिंग स्टेशन एवं पार्किंग) के लिये आवश्यक भूमि का विवरण। शहर में ई-बस के संचालन के बाद अब ई-साइकिल और ई-बाइक चलाने की तैयारी है। ई-बस की भांति पीपीपी मोड पर ई-साइकिल व ई-बाइक का संचालन होगा। ओला और ऊबर बाइक की बढ़ती मांग को देखते हुये नगरीय परिवहन निदेशालय ने इसी तर्ज पर कानपुर समेत 15 जिलों में टू-व्हीलर चलाने का प्रस्ताव तैयार किया है। इसको लेकर विभाग ने नगर निगम को पत्र भेजकर प्रस्तावित रूट, चार्जिंग स्टेशन की संख्या व अन्य जरूरी जानकारियां मांगी हैं, ताकि आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) तैयार किया जा सके। इनको लोग किराये पर ले सकेंगे और शहर में आराम से चल सकेंगे। 15 शहरों में पीपीपी मॉडल पर चलेगी
नगरीय परिवहन निदेशालय ने नगरीय परिवहन निधि नियमावली-2013 के तहत प्रदेश के 15 शहरों में पीपीपी मोड पर बाइसिकल और ई-बाइक संचालन का प्रस्ताव तैयार किया है। निदेशालय के अनुसार लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ, अलीगढ़, आगरा, मथुरा-वृन्दावन, बरेली, शाहजहांपुर, झांसी, अयोध्या एवं मुरादाबाद में नगरीय बसों का संचालन हो रहा है। इन जिलों में विभाग अब ओला और ऊबर की तर्ज पर ही टू-व्हीलर सुविधा शुरू करेगा। निदेशालय के संयुक्त निदेशक जयदीप वर्मा ने बताया कि इस सुविधा से आम नागरिकों को अन्तिम छोर तक परिवहन की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। विकल्प के रूप में ई-साइकिल व ई-बाइक संचालित कराये जाने की अत्यधिक आवश्यकता है। आज जनमानस को मिलेगा सीधा लाभ
ई-साइकिल और ई-बाइक के संचालन से विद्यार्थियों एवं जनसामान्य को परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई जा सकेगी। इनके संचालन से नगरीय बसों एवं अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के यात्रियों की संख्या को नियंत्रित करने के साथ ही आय में वृद्धि की भी सम्भावना है। नगर निगम से निदेशालय ने मांगा डाटा
सुविधा को शुरू करने से पहले निदेशालय ने नगर निगम को लेटर भेजा है। शहरों में वर्तमान में कंपनियों द्वारा संचालित ई-बाइक का डाटा निदेशालय ने मांगा है। ताकि, संचालन से सम्बन्धित प्रणाली का समन्वय कर मॉडल आरएफपी तैयार की जा सके। बता दें कि नगर निगम के स्तर से पीपीपी. मोड पर निविदा के माध्यम से आगे की कार्रवाई की जा सकेगी। यह जानकारी भी मांगी
1. स्मार्ट सिटी या अन्य योजनान्तर्गत ई-साइकिल और ई-बाइक का विवरण।
2. उपयुक्त क्षेत्र का विवरण जहां साइकिल व ई-बाइक संचालन हो सके।
3. साइकिल व ई-बाईक के संचालन (चार्जिंग स्टेशन एवं पार्किंग) के लिये आवश्यक भूमि का विवरण।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर