<p style=”text-align: justify;”>शिवसेना-यूबीटी सांसद संजय राउत ने उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे की मुलाकात पर कहा कि दोनों भाई हैं, परिवार में शादी है, दोनों मिले हैं और इसका स्वागत करना चहिए. राजनीति घर से बाहर है, घर के अंदर नहीं है. उन्होंने दोनों के साथ आने पर कहा कि जब तक अमित शाह और देवेंद्र फडणवीस के साथ राज ठाकरे रहेंगे, जब तक साथ मिलने का सवाल ही नहीं है. उन्होंने अटकलों पर कहा कि आप अटकलें लगा सकते हैं, निर्मला सीतारमण ने अटकलों पर जीएसटी नहीं लगाया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में संरक्षक मंत्री के पदों पर उन्होंने कहा कि पहले तो सरकार नहीं बनी और जब सरकार बनी तो विभागों का बंटवारा एक महीने बाद हुआ. अब संरक्षक मंत्री पदों को लेकर मुद्दा है. यह अंत तक जारी रहेगा. ये लोकतंत्र की हत्या है. नियम जो बनाया गया है कि हम चुनाव आयोग के पास जानकारी नहीं ले सकते हैं, ये तानाशाही है, हम क्यों जानकारी नहीं मांग सकते?</p>
<p style=”text-align: justify;”>संजय राउत ने कहा, “अगर आप चाहते हैं कि हम आपसे जानकारी नहीं मांगे तो आप पहले EVM हटा दीजिए और बैलेट पेपर से चुनाव करवाए. हम तब कोई जानकारी नहीं मांगेंगे. ये बीजेपी के लोग संविधान के खिलाफ काम करते हैं.”</p> <p style=”text-align: justify;”>शिवसेना-यूबीटी सांसद संजय राउत ने उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे की मुलाकात पर कहा कि दोनों भाई हैं, परिवार में शादी है, दोनों मिले हैं और इसका स्वागत करना चहिए. राजनीति घर से बाहर है, घर के अंदर नहीं है. उन्होंने दोनों के साथ आने पर कहा कि जब तक अमित शाह और देवेंद्र फडणवीस के साथ राज ठाकरे रहेंगे, जब तक साथ मिलने का सवाल ही नहीं है. उन्होंने अटकलों पर कहा कि आप अटकलें लगा सकते हैं, निर्मला सीतारमण ने अटकलों पर जीएसटी नहीं लगाया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में संरक्षक मंत्री के पदों पर उन्होंने कहा कि पहले तो सरकार नहीं बनी और जब सरकार बनी तो विभागों का बंटवारा एक महीने बाद हुआ. अब संरक्षक मंत्री पदों को लेकर मुद्दा है. यह अंत तक जारी रहेगा. ये लोकतंत्र की हत्या है. नियम जो बनाया गया है कि हम चुनाव आयोग के पास जानकारी नहीं ले सकते हैं, ये तानाशाही है, हम क्यों जानकारी नहीं मांग सकते?</p>
<p style=”text-align: justify;”>संजय राउत ने कहा, “अगर आप चाहते हैं कि हम आपसे जानकारी नहीं मांगे तो आप पहले EVM हटा दीजिए और बैलेट पेपर से चुनाव करवाए. हम तब कोई जानकारी नहीं मांगेंगे. ये बीजेपी के लोग संविधान के खिलाफ काम करते हैं.”</p> महाराष्ट्र उत्तराखंड निकाय चुनाव आरक्षण पर विवाद, किसी को OBC से समस्या, तो किसी को सामान्य सीट से ऐतराज