हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना के उपमंडल अंब के एसडीएम सचिन शर्मा ने इलीगल माइनिंग करने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की है। उन्होंने रविवार को पुलिस की एक टीम को साथ लेकर कलरूही में अवैध माइनिंग कर रहे 5 ट्रैक्टर व एक जेसीबी को जब्त कर 2 लाख 25 हजार रुपया जुर्माना वसूल किया है। दरअसल एसडीएम ने पुलिस के साथ रविवार दोपहर कलरूही खड्ड में चेकिंग की। इस दौरान उन्होंने वहां पर एक जेसीबी व 5 ट्रैक्टरों को मिट्टी से भरा हुआ पाया। एसडीएम इन सभी वाहनों को अपने कार्यालय लेकर आए थे। इसके बाद उन्होंने एनजीटी ऑर्डर्स के अनुसार जेसीबी का 2 लाख रुपए का और इलीगल माइनिंग के लिए प्रति ट्रैक्टर ₹5000 का जुर्माना लगाया है।एसडीएम अंब सचिन शर्मा का कहना है। यह ट्रैक्टर न केवल इलीगल माइनिंग कर रहे थे बल्कि यह सड़क पर बिना नंबर के ही दौड़ रहे थे। इनके ऊपर मौका पर कार्रवाई करने की बजाय इन्हें जब्त कर कार्यालय लाया गया है। उन्होंने कहा कि जब इनके मालिक इन्हें छुड़वाने आएंगे तब आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि अवैध खनन पर्यावरण के लिए खतरा बनता जा रहा है और बिना नंबर घूम रहे ट्रैक्टर लोगों की सुरक्षा के लिए भी किसी खतरे से काम नहीं है। उन्होंने कहा कि बिना नंबर प्लेट घूमने वाले वाहनों और अवैध खनन करने वालों पर ऐसी कार्रवाई निकट भविष्य में भी चलती रहेगी। हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना के उपमंडल अंब के एसडीएम सचिन शर्मा ने इलीगल माइनिंग करने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की है। उन्होंने रविवार को पुलिस की एक टीम को साथ लेकर कलरूही में अवैध माइनिंग कर रहे 5 ट्रैक्टर व एक जेसीबी को जब्त कर 2 लाख 25 हजार रुपया जुर्माना वसूल किया है। दरअसल एसडीएम ने पुलिस के साथ रविवार दोपहर कलरूही खड्ड में चेकिंग की। इस दौरान उन्होंने वहां पर एक जेसीबी व 5 ट्रैक्टरों को मिट्टी से भरा हुआ पाया। एसडीएम इन सभी वाहनों को अपने कार्यालय लेकर आए थे। इसके बाद उन्होंने एनजीटी ऑर्डर्स के अनुसार जेसीबी का 2 लाख रुपए का और इलीगल माइनिंग के लिए प्रति ट्रैक्टर ₹5000 का जुर्माना लगाया है।एसडीएम अंब सचिन शर्मा का कहना है। यह ट्रैक्टर न केवल इलीगल माइनिंग कर रहे थे बल्कि यह सड़क पर बिना नंबर के ही दौड़ रहे थे। इनके ऊपर मौका पर कार्रवाई करने की बजाय इन्हें जब्त कर कार्यालय लाया गया है। उन्होंने कहा कि जब इनके मालिक इन्हें छुड़वाने आएंगे तब आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि अवैध खनन पर्यावरण के लिए खतरा बनता जा रहा है और बिना नंबर घूम रहे ट्रैक्टर लोगों की सुरक्षा के लिए भी किसी खतरे से काम नहीं है। उन्होंने कहा कि बिना नंबर प्लेट घूमने वाले वाहनों और अवैध खनन करने वालों पर ऐसी कार्रवाई निकट भविष्य में भी चलती रहेगी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल सरकार ने 80 खनन रक्षकों की भर्ती निकाली:100 मीटर दौड़ 13 सेकेंड में पूरी करनी होगी, 165 CM हाइट जरूरी, मेरिट पर चयन हिमाचल प्रदेश में सरकारी नौकरी का इंतजार कर रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर है। राज्य का इंडस्ट्री डिपार्टमेंट अपने जियोलॉजिकल विंग में 80 पदों पर खनन रक्षकों की भर्ती करने जा रहा है। उद्योग विभाग ने इसके लिए सूचना एवं जन संपर्क विभाग को अखबारों में विज्ञापन देने को लिख दिया है। न्यूजपेपर में विज्ञापन पब्लिश होने के 30 दिन के भीतर सामान्य क्षेत्र के इच्छुक युवाओं को इन पदों के लिए आवेदन करना होगा, जबकि ट्राइबल एरिया के युवा 45 दिन तक आवेदन कर सकेंगे। ग्रेजुएशन पास होना अनिवार्य खनन रक्षक के लिए ग्रेजुएशन पास होना अनिवार्य है। उम्र 20 साल से कम और 30 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। युवाओं को विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर या जिला उद्योग सेंटर के जीएम के पास आवेदन करना होगा। सामान्य श्रेणी के युवाओं को 200 रुपए फीस के साथ आवेदन करना होगा, जबकि आरक्षित श्रेणी के युवाओं को 66 रुपए का डिमांड ड्रॉफ्ट बनाना होगा। मेरिट के आधार पर होगा चयन खनन रक्षकों का चयन मेरिट के आधार पर होगा। यह चयन 90 अंकों के आधार पर होगा। ग्रेजुएशन में अधिकतम 75 अंक दिए जाएंगे। वीकर सेक्शन और BPL अभ्यर्थी को 2 नंबर अतिरिक्त, SC, ST व OBC के अभ्यर्थी को 2 अतिरिक्त अंक, NCC, NSS, भारत स्काउट गाइड, नेशनल मेडल विनर को अधिकतम 5 अतिरिक्त अंक, विधवा, तलाकशुदा, एकल नारी व अनाथ को 3 अंक तथा खनन रक्षक का अनुभव रखने वाले अभ्यर्थियों को 3 अतिरिक्त अंक मिलेगे। 165 सेंटीमीटर हाइट जरूरी खनन रक्षक बनने के लिए पुरुष वर्ग में हाइट 165 सेंटीमीटर और महिलाओं की 150 सेंटीमीटर अनिवार्य की गई है। युवाओं की छाती 79 सेंटीमीटर और महिलाओं की 74 सेंटीमीटर होनी चाहिए। पुरुष वर्ग में 100 मीटर दौड़ 14 सेकेंड में पूरी करनी होगी, जबकि महिलाओं को 17 सेकेंड में रेस पूरी करनी होगी। इसी तरह 1500 मीटर दौड़ पुरुषों को 10 मिनट तथा महिलाओं को 800 मीटर की रेस 6 मिनट में करनी होगी। खनन रक्षक बनने के लिए ग्राउंड-टेस्ट अनिवार्य रूप से पास करना होगा। ये कमेटी करेगी चयन जिलों में ADC की अध्यक्षता में चयन कमेटी बनाई जाएगी। DSP मुख्यालय और GM जिला उद्योग सेंटर को सदस्य होंगे, जबकि संबंधित जिला के माइनिंग ऑफिसर को मेंबर सेक्रेटरी बनाया गया है। यह कमेटी मेरिट के आधार पर पात्र युवाओं का चयन करेगी। इसलिए भर्ती किए जा रहे खनन रक्षक बता दें कि उद्योग विभाग में माइनिंग बहुत बड़ा मुद्दा रहा है। हर बार विपक्षी पार्टी अवैध खनन को लेकर सत्तारूढ़ दल को घेरती रही है। प्रदेश में अवैध माइनिंग रोकने के लिए फील्ड स्टाफ की कमी है। इसे देखते हुए कांग्रेस सरकार ने खनन रक्षकों की भर्ती करने का फैसला लिया है।
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मंडी में गौशाला में घुसा तेंदुआ:2 भेड़ों को उतारा मौत के घाट, सूचना मिलने पर रात को ही पहुंची वन विभाग की टीम मंडी जिला के वन परिक्षेत्र पनारसा के तहत आने वाली ग्राम पंचायत जलाकाशना के जला गांव में एक तेंदुआ बीती रात करीब 12 बजे एक गौशाला में जा घुसा। लेकिन तेंदुए के गौशाला में घुसते ही दरवाजा अपने आप बंद हो गया। ग्रामीणों को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने मौके पर पहुंचकर गौशाला के दरवाजे को और मजबूती के साथ बंद कर दिया और इसकी सूचना वन विभाग को दी। इस दौरान गौशाला में बंधी 2 भेंडों पर तेंदुए नें हमला कर दिया, जिससे दोनों की मौत हो गई। वन विभाग पनारसा की टीम ने रात करीब 2 बजे मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और वाइल्ड लाइफ कुल्लू की टीम को इसकी सूचना दी। वाइल्ड लाइफ कुल्लू की टीम ने शुक्रवार सुबह मौके पर पहुंचकर कार्रवाई शुरू की और ट्रेंकुलाइजर गन की मदद से तेंदुए को बेहोश करके उसका सुरक्षित रेस्क्यू किया। इसके बाद उसे जांच के लिए चिकित्सालय भेज दिया है। डीसीएफ मंडी वासु डोगर ने जानकारी देते हुए बताया कि गौशाला में चार भेड़ें थी, जिसमें से तेंदुए ने दो को मार दिया है जबकि बाकी दो पूरी तरह से सुरक्षित हैं। नर तेंदुए की उम्र 12 से 15 वर्ष के बीच प्रतीत हो रही है। उन्होंने बताया कि सूचना मिलते ही संबंधित खंड अधिकारी उम्मीद सिंह और वन रक्षक सुरभि रात को ही मौके पर पहुंच गए थे। कुल्लू वन्य जीव प्रभाग की टीम जिसमें डॉ. सुब्रमण्यम, चमन लाल, देश राज, जय प्रकाश और कमल द्वारा सुबह के समय बचाव कार्य शुरू किया गया और लगभग दो घंटे के बाद बचाव कार्य सफल रहा। बचाव अभियान डीएफओ वाइल्ड लाइफ कुल्लू राजेश और एसीएफ नवजोत सिंह भी मौके पर मौजूद रहे।
शिमला पहुंचे पेरिस पैरा ओलिंपिक पदक विजेता:निषाद कुमार ने सीएम सुक्खू से की मुलाकात, स्कूली बच्चों से किया संवाद
शिमला पहुंचे पेरिस पैरा ओलिंपिक पदक विजेता:निषाद कुमार ने सीएम सुक्खू से की मुलाकात, स्कूली बच्चों से किया संवाद हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले सबंध रखने वाले पैरिस पैरा ओलिंपिक 2024 के रजत पदक विजेता निषाद कुमार शनिवार को शिमला पहुंचे। इस दौरान उन्होंने शिमला के विकास नगर स्थित सरस्वती विद्यामंदिर स्कूल में छात्रों व शिक्षकों से भी संवाद किया । पैरा ओलिंपिक पदक विजेता निषाद कुमार ने इस दौरान बच्चों से बातचीत करते हुए बताया कि पैरा खेलों में मेडल तक का सफ़र उनके लिए आसान नहीं रहा है। लेकिन उन्होंने विकट परिस्थितियों के बावजूद खेलों के लिए अपने जुनून को हमेशा जिंदा रखा। मां को दिया सफलता का श्रेय उन्होंने कहा कि उनके जीवन में परिस्थितियां बहुत विकट रही है, लेकिन उनकी मां ने कदम कदम पर हौंसला और साथ दोनों दिया है, इसलिए इस सफलता में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है और वह इस सफलता का श्रेय अपनी मां को देते हैं। नशे से दूर रहें युवा निषाद कुमार ने बच्चों से बातचीत करते हुए आगे कहा कि युवाओ को खेल के प्रति जुनून रखना चाहिए और नशे की बुराई से दूर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवाओ को अपने समय का सदुपयोग करते हुए देश व प्रदेश के लिए बेहतर कार्य करने के प्रयास करें। सीएम सुक्खू से मिले ओलिंपिक पदक विजेता ओलिंपिक पदक विजेता निषाद कुमार बीते कल ही शिमला पहुंच गए थे और देर शाम प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मुलाकात की । वहीं, आज शिमला के विकासनगर में सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल पहुंचे, जहाँ उन्होंने स्कूल के अध्यापकों व छात्रों से संवाद किया। इस मौके पर निषाद कुमार ने बच्चों व युवाओ को खेलों से जुड़ने और नशे से दूर रहने का संदेश दिया। आपकी बता दें कि हिमाचल प्रदेश के लाल निषाद ने हाल ही में पेरिस में संपन्न हुए पैरा ओलिंपिक 2024 में ऊंची कूद में 2.04 मीटर की ऊंचाई के साथ छलांग लगाकर रजत पदक जीता है। निषाद ने टोक्यो में भी 2.04 मीटर की ऊंचाई के साथ रजत पदक जीता था।