ऊना में एक महिला ने अपने ही पति को मारने की कोशिश की, जब सफलता नहीं मिली तो दोबारा अपने प्रेमी के साथ मिल कर इसकी साजिश रची। लेकिन पति बच गया, इसके बाद उसने पुलिस को अपनी पत्नी के खिलाफ शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है। ऊना के हरोली थाना क्षेत्र के व्यक्ति ने बताया कि वह शादीशुदा है और उसके 3 बच्चे हैं। मगर उसकी पत्नी का किसी व्यक्ति से काफी लंबे वक्त से अवैध संबंध चल रहा है। महिला अक्सर खाने या दूध में कुछ मिला कर अपने पति को पिला देती थी, जो स्लो पॉइजन के रूप में काम कर रहा था। पति को पहले से ही महिला पर शक हो रहा था। मगर एक बार महिला यहीं नहीं रुकी, एक दिन उसने अपने आशिक को घर पर ही बुला लिया और पति का गला और मुंह दबा कर उसकी हत्या करने की कोशिश की, मगर वह बच गया। आरोपी पत्नी की इस कोशिश के बाद मामला खुल कर सामने आ गया। इस घटना को लेकर पीड़ित पति ने पुलिस थाना हरोली में शिकायत दे दी है। पुलिस ने मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है। डीएसपी हरोली मोहन रावत ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। ऊना में एक महिला ने अपने ही पति को मारने की कोशिश की, जब सफलता नहीं मिली तो दोबारा अपने प्रेमी के साथ मिल कर इसकी साजिश रची। लेकिन पति बच गया, इसके बाद उसने पुलिस को अपनी पत्नी के खिलाफ शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है। ऊना के हरोली थाना क्षेत्र के व्यक्ति ने बताया कि वह शादीशुदा है और उसके 3 बच्चे हैं। मगर उसकी पत्नी का किसी व्यक्ति से काफी लंबे वक्त से अवैध संबंध चल रहा है। महिला अक्सर खाने या दूध में कुछ मिला कर अपने पति को पिला देती थी, जो स्लो पॉइजन के रूप में काम कर रहा था। पति को पहले से ही महिला पर शक हो रहा था। मगर एक बार महिला यहीं नहीं रुकी, एक दिन उसने अपने आशिक को घर पर ही बुला लिया और पति का गला और मुंह दबा कर उसकी हत्या करने की कोशिश की, मगर वह बच गया। आरोपी पत्नी की इस कोशिश के बाद मामला खुल कर सामने आ गया। इस घटना को लेकर पीड़ित पति ने पुलिस थाना हरोली में शिकायत दे दी है। पुलिस ने मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है। डीएसपी हरोली मोहन रावत ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हाईकोर्ट का सरकार को झटका:हिमाचल भवन दिल्ली की संपत्ति अटैच करने के आदेश, सेली कंपनी की अपफ्रंट प्रीमियम का मामला
हाईकोर्ट का सरकार को झटका:हिमाचल भवन दिल्ली की संपत्ति अटैच करने के आदेश, सेली कंपनी की अपफ्रंट प्रीमियम का मामला हिमाचल हाईकोर्ट ने राज्य सरकार के दिल्ली स्थित हिमाचल भवन की संपत्ति को अटैच करने के आदेश दिए है। न्यायाधीश अजय मोहन गोयल की कोर्ट ने सेली कंपनी को 64 करोड़ रुपए अपफ्रंट प्रीमियम नहीं देने के मामले में यह आदेश पारित किए। यही नहीं कोर्ट ने कंपनी की अपफ्रंट प्रीमियम पर 7 प्रतिशत ब्याज भी चुकता करने को कहा है। यह ब्याज उन अधिकारियों से ली जाएगी, जिनकी लापरवाही से कंपनी को अपफ्रंट प्रीमियम नहीं दी गई। कोर्ट ने ऊर्जा सचिव को निर्देश दिए कि दोषी अधिकारियों की 15 दिन के भीतर पहचान की जाए। अगली सुनवाई में ऐसे अधिकारियों के नाम अदालत को बताने होंगे। ब्याज की राशि दोषी अधिकारियों से वसूल कर कंपनी को दी जाएगी। अब यह मामला 6 दिसंबर को सुना जाएगा। अब इस इस मामले की दोबारा सुनवाई 6 दिसंबर को होगी। गौरतलब है कि साल 2009 में राज्य सरकार लाहौल स्पीति में सेली कंपनी को 320 मेगावाट का बिजली प्रोजेक्ट आवंटित किया था। सरकार ने उस समय प्रोजेक्ट लगाने के लिए सीमा सड़क सुरक्षा (BRO) को सड़क निर्माण का कार्य दिया। सरकार ने करार के मुताबिक सुविधाएं नहीं दी करार के मुताबिक सरकार ने कंपनी को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवानी थी, ताकि समय पर कंपनी प्रोजेक्ट का काम पूरा कर पाती। मगर सरकार की ओर से कंपनी को सुविधाएं नहीं दी गई। मूलभूत सुविधाएं न मिलने के कारण प्रोजेक्ट बंद करना पड़ा और सरकार को वापस दे दिया। इस पर सरकार ने कंपनी की अपफ्रंट प्रीमियम जब्त कर ली। इसके बाद कंपनी ने 2017 में हाईकोर्ट में रिट याचिका दायर की। कंपनी ने अदालत को बताया कि मूलभूत सुविधाएं न मिलने की वजह से प्रोजेक्ट सरकार को वापस दिया गया। कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद सरकार को सेली कंपनी को 64 करोड़ अपफ्रंट प्रीमियम वापस लौटाने के आदेश दिए थे। दिल्ली में बना रखा 32 कमरों का भवन बता दें हिमाचल सरकार ने दिल्ली में लगभग 32 कमरों का भवन बना रखा है, जहां पर प्रदेश के नेताओं के अलावा ब्यूरोक्रेट्स, इनके रिश्तेदार कई बार आम जनता भी रुकती है। हाईकोर्ट में यह संपत्ति कंपनी को देने के आदेश दिए है।
कंगना रनोट की फिल्म रिलीज रोकने को HC में पिटीशन:बठिंडा में थियेटर के बाहर सिखों का प्रदर्शन; कल सिर कलम की धमकी मिली थी
कंगना रनोट की फिल्म रिलीज रोकने को HC में पिटीशन:बठिंडा में थियेटर के बाहर सिखों का प्रदर्शन; कल सिर कलम की धमकी मिली थी हिमाचल प्रदेश के मंडी से BJP सांसद और बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनोट की नई फिल्म इमरजेंसी को पंजाब में रिलीज करने से रोकने की मांग की गई है। एडवोकेट इमान सिंह खारा ने पिटीशन दायर की है। इस पिटीशन में उन्होंने कहा कि कंगना ने फिल्म में सिखों को गलत तरीके से पेश किया है। इस पर 1-2 दिन में सुनवाई हो सकती है। पिटीशन दायर करने वाले इमान खारा असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के वकील हैं। वहीं, बठिंडा में थियेटर के बाहर सिखों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने कंगना रनोट का पुतला जलाया। सिखों का कहना है कि फिल्म पर रोक लगाई जाए। उधर, पंचकूला में आम आदमी पार्टी ने भी विरोध प्रदर्शन किया। नेताओं ने कहा कि पार्टी किसानों के सम्मान से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं करेगी। इससे पहले कल (26 अगस्त) कंगना को विक्की थॉमस मसीह की तरफ से सिर कलम करने की भी धमकी दी जा चुकी है। विक्की थॉमस ने धमकी देते हुए क्या कहा…
वायरल वीडियो में विक्की थॉमस धमकाते हुए कह रहा है- ”इतिहास को बदला नहीं जा सकता। अगर आतंकवादी दिखाया गया तो अंजाम के लिए तैयार हो जाना। जिसकी फिल्म कर रही है, उसकी क्या सेवा होगी। सतवंत सिंह व बेअंत सिंह (पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर गोलियां बरसाने वाले) कौन थे, वे रोल भी करने के लिए तैयार हो जाना। ये मैं दिल से बोल रहा हूं, क्योंकि उंगली जो हमारी तरफ करता है, वे उंगली ही झटका (काट) देते हैं हम। वो संत (जरनैल सिंह भिंडरांवाला) के लिए हम अपना सिर कटवा भी देंगे। अगर सिर कटवा सकते हैं तो काट भी सकते हैं।” अपकमिंग फिल्म को लेकर विवाद में कंगना
हिमाचल की मंडी सीट से BJP सांसद व एक्ट्रेस कंगना रनोट अपकमिंग मूवी ‘इमरजेंसी’ को लेकर विवादों में हैं। कंगना की यह फिल्म पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल में लगाई गई इमरजेंसी पर बनाई गई है। फिल्म 6 सितंबर को रिलीज होगी। इस पर सबसे पहले पंजाब के निर्दलीय सांसद सर्बजीत सिंह खालसा ने ट्रेलर में दिखाए गए दृश्यों पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि इसमें सिखों को गलत तरीके से पेश किया गया है। उन्होंने केंद्र सरकार को लेटर लिखकर फिल्म की रिलीज रोकने की मांग की है। सर्बजीत सिंह खालसा ने कहा, ‘नई फिल्म ‘इमरजेंसी’ में सिखों को गलत तरीके से पेश करने की खबरें सामने आ रही हैं, जिससे समाज में शांति और कानून की स्थिति बिगड़ने की आशंका है। अगर इस फिल्म में सिखों को अलगाववादी या आतंकवादी के रूप में दिखाया गया है तो यह एक गहरी साजिश है। यह फिल्म मनोवैज्ञानिक हमला है, जिस पर सरकार को पहले से ध्यान देकर दूसरे देशों में सिखों के प्रति नफरत भड़काना बंद कर देना चाहिए।’ फिल्म के इंटरव्यू में विवादित बयान दिया
हाल ही में दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में कंगना ने कहा कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे। वहां रेप और हत्याएं हो रही थीं। अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व मजबूत नहीं होता तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब को भी बांग्लादेश बना दिया जाता। किसान बिल को वापस ले लिया गया वर्ना इन उपद्रवियों की बहुत लंबी प्लानिंग थी। वे देश में कुछ भी कर सकते थे। कांग्रेस नेता ने कंगना पर NSA लगाने की मांग की
इंटरव्यू में दिए कंगना के बयान पर पहले SGPC ने माफी मांगने के लिए कहा। इसके बाद पंजाब के कांग्रेस नेता राजकुमार वेरका ने एक्ट्रेस पर NSA लगाने की बात कही। वेरका ने कहा, “कंगना लगातार किसानों पर ऐसे बयान दे रही हैं। उनके खिलाफ FIR दर्ज की जाए और उन पर NSA लगाया जाए।” कंगना के बयान से पार्टी ने किनारा किया
वहीं, आज भाजपा ने कंगना रनोट के बयान से खुद को अलग कर लिया है। न्यूज एजेंसी PTI ने भाजपा की प्रेस रिलीज जारी की है। इसमें लिखा है- पार्टी कंगना के बयान से असहमत है। उन्हें पार्टी के नीतिगत मुद्दों पर बोलने की इजाजत नहीं है। वह पार्टी की तरफ से बयान देने के लिए अधिकृत भी नहीं हैं। भाजपा ने कंगना को हिदायत दी है कि वह इस मुद्दे पर आगे कोई बयान न दें। पार्टी स्टेटमेंट में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के सिद्धांत पर चलने की बात कही गई है। किसान आंदोलन में महिलाओं को 100 रुपए में आने वाली कहा
कंगना ने किसान आंदोलन को लेकर एक पोस्ट पर कमेंट किया था। इसमें एक बुजुर्ग महिला की फोटो थी। एक्ट्रेस ने लिखा, ‘हाहाहा, ये वही दादी है, जिसे टाइम मैग्जीन में भारत की पावरफुल महिला होने पर फीचर किया गया था। वो 100 रुपए में उपलब्ध है। पाकिस्तानी जर्नलिस्ट ने भारत के लिए इंटरनेशनल पीआर को हाईजैक कर लिया है, जो शर्मिंदगी भरा रास्ता है। हमें इंटरनेशनली बोलने के लिए अपने लोगों की जरुरत है।’ आंदोलनकारियों की तुलना ‘खालिस्तानी’ आतंकियों से की
कंगना ने किसान आंदोलन के दौरान कई बयान दिए थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर आंदोलनकारियों की तुलना खालिस्तानी आतंकियों से की थी। उन्होंने लिखा था- ‘खालिस्तानी आतंकवादी आज सरकार पर दबाव बना रहे हैं, लेकिन हमें एक महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को नहीं भूलना चाहिए। इंदिरा गांधी ने इन्हें अपनी जूती के नीचे कुचल दिया था। भले उन्होंने इस देश को कितनी भी पीड़ा दी हो, लेकिन उन्होंने अपनी जान की कीमत पर इन्हें मच्छरों की तरह कुचल दिया, लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए। उनकी मृत्यु के दशकों बाद भी आज भी उनके नाम से कांपते हैं, इनको वैसा ही गुरू चाहिए।’ CISF कॉन्स्टेबल ने थप्पड़ मारा
6 जून को कंगना रनोट को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर CISF की महिला कॉन्स्टेबल ने थप्पड़ मारा था। इसका एक वीडियो भी सामने आया था। इसमें महिला कॉन्स्टेबल कह रही थी कंगना ने कहा था कि 100-100 रुपए की खातिर लोग किसान आंदोलन में बैठ रहे हैं। जब उसने यह बयान दिया तो मेरी मां भी वहां बैठी थी। इसके बाद महिला कॉन्स्टेबल सस्पेंड कर दिया गया था।
शिमला में आज से फ्लाइंग फेस्टिवल:देश-विदेश के 50 पैरा-ग्लाइडर भरेंगे उड़ान; राज्यपाल करेंगे शुभारंभ, द ग्रेट खली भी होगें मुख्य अतिथि
शिमला में आज से फ्लाइंग फेस्टिवल:देश-विदेश के 50 पैरा-ग्लाइडर भरेंगे उड़ान; राज्यपाल करेंगे शुभारंभ, द ग्रेट खली भी होगें मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश के शिमला के साथ लगते जुन्गा में आज से ‘फ्लाइंग फेस्टिवल’ शुरू होने जा रहा है। हिमाचल के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल 4 दिन चलने वाली इस चैम्पियनशिप का शुभारंभ कुछ देर बाद करेंगे। 2 दिन बाद रेसलर द ग्रेट खली भी फ्लाइंग फेस्टिवल में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। पैरा ग्लाइडिंग चैम्पियनशिप में भारत और विभिन्न प्रदेशों के 50 से ज्यादा प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। इसमें पश्चिम बंगाल की एक महिला पैरा ग्लाइडर भी शामिल होगी। फ्लाइंग फेस्टिवल में स्पॉट लैंडिंग पैरा ग्लाइडिंग चैम्पियनशिप रखी गई है। पायलट सोलो और टीम श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा करेंगे। भारत और दूसरे देशों से आए पायलटों ने मंगलवार को भी जुन्गा स्थित टिक्कर साइट में पैरा ग्लाइडिंग का अभ्यास किया। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए आयोजन शिमला में देशी और विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के मकसद से दूसरी बार इस चैम्पियनशिप का आयोजन किया जा रहा है। बीते साल भी इंटरनेशनल फ्लाइंग फेस्टिवल का आयोजन जुन्गा में किया जा चुका है। राज्यपाल करेंगे शुभारंभ: रावत शिमला ‘फ्लाइंग फेस्टिवल’ के आयोजनकर्ता शिमला ग्लाइड इन के प्रबंध निदेशक अरुण रावत ने बताया कि राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल आज इसका शुभारंभ करेंगे और 18 अक्टूबर को पंचायतीराज मंत्री अनिरुद्ध सिंह और ग्रेट खली मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करेंगे। उन्होंने बताया कि, 19 अक्टूबर को प्रतियोगिता का समापन होगा। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता जीतने वाली पैरा ग्लाइडिंग टीम को नकद 5 लाख और सोलो क्लास में प्रथम पुरस्कार जीतने वाले प्रतिभागी को 2.25 लाख रुपए नगद इनाम दिया जाएगा। बता दें कि इसी साल नवंबर में हिमाचल के नरवाना और बीड़-बिलिंग में भी पैराग्लाइडिंग प्री-वर्ल्ड कप होने वाला है।