अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों के लिए वीरवार को हिमाचल सरकार ने शिमला में राज्य स्तरीय सम्मान समारोह आयोजित किया। शिमला में खेल विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस दौरान खेल मंत्री यादवेन्द्र गोमा और लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह मौजूद रहे। सीएम सुक्खू ने अंतरराष्ट्रीय स्तर देश और प्रदेश का नाम रोशन करने वाले 21 खिलाड़ियों को 14 करोड़ 77 लाख की राशि देकर सम्मानित किया। खिलाड़ियों की सम्मान राशि व्यवस्था परिवर्तन का सबूत मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन का जो नारा दिया था, उसका सबूत ओलिंपिक और पैरालिंपिक में पदक विजेताओं को सम्मान राशि 8 गुना बढ़ाई गई है। आज राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेताओं को करोड़ों की सम्मान राशि देकर सम्मानित किया गया है। भाजपा केवल समोसे और टॉयलेट की बात कर सकती है। कांग्रेस जो कहती है, वह करके दिखाती है। सरकार आने वाले समय में स्कूल और कॉलेजों के राष्ट्रीय स्तर पर पदक लाने वाले खिलाड़ियों को भी सम्मानित करेगी। इन खिलाड़ियों को किया सम्मानित एथलेटिक्स में ऊना के निषाद कुमार को 7 करोड़ 80 लाख, मंडी के अजय कुमार को 2 करोड़ 50 लाख, कबड्डी में सिरमौर की रीतू नेगी, पुष्पा राणा, सुषमा, सोलन की कुमारी ज्योति, बिलासपुर की कुमारी निधि सहित पुरुष कबड्डी टीम के सदस्य रहे ऊना के विशाल भारद्वाज को 33 लाख 32 हजार 800 रुपए की बराबर सम्मान राशि दी गई। इसके अलावा फेंसिंग खिलाड़ी कुमारी ज्योति दत्ता को 3 लाख, हैंडबॉल टीम की सदस्य रही बिलासपुर की दीक्षा, शालिनी, प्रियंका ठाकुर, सोलन की निधि, मिताली, भावना, मेनका को 3-3 लाख सम्मान राशि दी गई है। वहीं बोसिया में मंडी की अंजली को 3 लाख, क्रिकेट में रेणुका सिंह 13 लाख 32 हजार, भारोत्तोलन में विकास ठाकुर को 2 करोड़, बॉक्सिंग में मंडी के आशीष कुमार को 5 लाख सहित शूटिंग में हमीरपुर के विजय कुमार को 2 लाख रुपए सम्मान राशि के रूप में आवंटित किए गए है। खेल मंत्री बोले- पदक विजेताओं की पुरस्कार राशि में की वृद्धि युवा एवं खेल सेवा मंत्री यादवेंद्र गोमा ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने खेल मंत्रालय में पिछले बजट में अभूतपूर्व बदलाव किया। मुख्यमंत्री ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए कई ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। वर्तमान सरकार अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर प्रतियोगिता में पदक विजेताओं की पुरस्कार राशि में अभूतपूर्व वृद्धि की है। ओलिंपिक और पैरालिंपिक में स्वर्ण पदक के लिए पहले जहां 3 करोड़ रुपए था। इस सरकार ने 5 करोड़ रुपए किया है। वहीं रजत पदक के लिए 2 करोड़ थे, अब 3 करोड रुपए दिए जा रहे हैं। कांस्य पदक में एक करोड़ की जगह 2 करोड़ की राशि की गई। एशियाई खेलों में पदक विजेता की बढ़ी सम्मान राशि उन्होंने कहा कि एशियाई खेलों में भी स्वर्ण पदक विजाताओं के लिए पहले 50 लाख था, अब 4 करोड़ रुपए दिया जा रहा है, रजत पद के लिए 30 लाख था, अब ढाई करोड़ में दिया जा रहा है। कांस्य पदक 20 लाख था और अब डेढ़ करोड रुपए दिया जा रहा है। राष्ट्रमंडल खेलों में पहले स्वर्ण पदक के लिए 50 लख रुपए था, अब 3 करोड़ रुपए किया गया है। रजत पद के लिए 30 लाख रुपए से दो करोड़ किया गया है। वहीं कांस्य पदक विजेता को 20 लाख दिए जाते थे, उन्हें अब एक करोड़ दिए जा रहे है। यादवेंद्र गोमा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्रदेश से बाहर आयोजित होने वाली सभी खेल परीक्षा में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को 200 किलोमीटर यात्रा के लिए एसी-3 रेल किराया और 200 किलोमीटर से अधिक यात्रा पर इकोनॉमी क्लास का हवाई किराया देने का प्रावधान किया है। सम्मान राशि बढ़ाकर युवा खिलाड़ियों को मिलेगी प्रेरणा पैरालिंपिक पदक विजेता निषाद कुमार ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के इतिहास में शायद इस तरह का कार्यक्रम पहली बार हो रहा है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले सभी खिलाड़ियों एक साथ प्रदेश सरकार सम्मानित कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार खिलाड़ियों की राशि बड़ा कर उदाहरण पेश किया है। निषाद ने कहा पहले अन्य राज्यों के उदाहरण दिए जाते थे कि वहां खिलाड़ियों को इनाम के बड़ी राशि दी जाती है। परंतु अब हिमाचल प्रदेश का उदाहरण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे खिलाड़ियों को खेलों के प्रेरणा मिलेगी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों के लिए वीरवार को हिमाचल सरकार ने शिमला में राज्य स्तरीय सम्मान समारोह आयोजित किया। शिमला में खेल विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस दौरान खेल मंत्री यादवेन्द्र गोमा और लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह मौजूद रहे। सीएम सुक्खू ने अंतरराष्ट्रीय स्तर देश और प्रदेश का नाम रोशन करने वाले 21 खिलाड़ियों को 14 करोड़ 77 लाख की राशि देकर सम्मानित किया। खिलाड़ियों की सम्मान राशि व्यवस्था परिवर्तन का सबूत मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन का जो नारा दिया था, उसका सबूत ओलिंपिक और पैरालिंपिक में पदक विजेताओं को सम्मान राशि 8 गुना बढ़ाई गई है। आज राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेताओं को करोड़ों की सम्मान राशि देकर सम्मानित किया गया है। भाजपा केवल समोसे और टॉयलेट की बात कर सकती है। कांग्रेस जो कहती है, वह करके दिखाती है। सरकार आने वाले समय में स्कूल और कॉलेजों के राष्ट्रीय स्तर पर पदक लाने वाले खिलाड़ियों को भी सम्मानित करेगी। इन खिलाड़ियों को किया सम्मानित एथलेटिक्स में ऊना के निषाद कुमार को 7 करोड़ 80 लाख, मंडी के अजय कुमार को 2 करोड़ 50 लाख, कबड्डी में सिरमौर की रीतू नेगी, पुष्पा राणा, सुषमा, सोलन की कुमारी ज्योति, बिलासपुर की कुमारी निधि सहित पुरुष कबड्डी टीम के सदस्य रहे ऊना के विशाल भारद्वाज को 33 लाख 32 हजार 800 रुपए की बराबर सम्मान राशि दी गई। इसके अलावा फेंसिंग खिलाड़ी कुमारी ज्योति दत्ता को 3 लाख, हैंडबॉल टीम की सदस्य रही बिलासपुर की दीक्षा, शालिनी, प्रियंका ठाकुर, सोलन की निधि, मिताली, भावना, मेनका को 3-3 लाख सम्मान राशि दी गई है। वहीं बोसिया में मंडी की अंजली को 3 लाख, क्रिकेट में रेणुका सिंह 13 लाख 32 हजार, भारोत्तोलन में विकास ठाकुर को 2 करोड़, बॉक्सिंग में मंडी के आशीष कुमार को 5 लाख सहित शूटिंग में हमीरपुर के विजय कुमार को 2 लाख रुपए सम्मान राशि के रूप में आवंटित किए गए है। खेल मंत्री बोले- पदक विजेताओं की पुरस्कार राशि में की वृद्धि युवा एवं खेल सेवा मंत्री यादवेंद्र गोमा ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने खेल मंत्रालय में पिछले बजट में अभूतपूर्व बदलाव किया। मुख्यमंत्री ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए कई ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। वर्तमान सरकार अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर प्रतियोगिता में पदक विजेताओं की पुरस्कार राशि में अभूतपूर्व वृद्धि की है। ओलिंपिक और पैरालिंपिक में स्वर्ण पदक के लिए पहले जहां 3 करोड़ रुपए था। इस सरकार ने 5 करोड़ रुपए किया है। वहीं रजत पदक के लिए 2 करोड़ थे, अब 3 करोड रुपए दिए जा रहे हैं। कांस्य पदक में एक करोड़ की जगह 2 करोड़ की राशि की गई। एशियाई खेलों में पदक विजेता की बढ़ी सम्मान राशि उन्होंने कहा कि एशियाई खेलों में भी स्वर्ण पदक विजाताओं के लिए पहले 50 लाख था, अब 4 करोड़ रुपए दिया जा रहा है, रजत पद के लिए 30 लाख था, अब ढाई करोड़ में दिया जा रहा है। कांस्य पदक 20 लाख था और अब डेढ़ करोड रुपए दिया जा रहा है। राष्ट्रमंडल खेलों में पहले स्वर्ण पदक के लिए 50 लख रुपए था, अब 3 करोड़ रुपए किया गया है। रजत पद के लिए 30 लाख रुपए से दो करोड़ किया गया है। वहीं कांस्य पदक विजेता को 20 लाख दिए जाते थे, उन्हें अब एक करोड़ दिए जा रहे है। यादवेंद्र गोमा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्रदेश से बाहर आयोजित होने वाली सभी खेल परीक्षा में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को 200 किलोमीटर यात्रा के लिए एसी-3 रेल किराया और 200 किलोमीटर से अधिक यात्रा पर इकोनॉमी क्लास का हवाई किराया देने का प्रावधान किया है। सम्मान राशि बढ़ाकर युवा खिलाड़ियों को मिलेगी प्रेरणा पैरालिंपिक पदक विजेता निषाद कुमार ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के इतिहास में शायद इस तरह का कार्यक्रम पहली बार हो रहा है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले सभी खिलाड़ियों एक साथ प्रदेश सरकार सम्मानित कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार खिलाड़ियों की राशि बड़ा कर उदाहरण पेश किया है। निषाद ने कहा पहले अन्य राज्यों के उदाहरण दिए जाते थे कि वहां खिलाड़ियों को इनाम के बड़ी राशि दी जाती है। परंतु अब हिमाचल प्रदेश का उदाहरण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे खिलाड़ियों को खेलों के प्रेरणा मिलेगी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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ससुर बोले-नीरज चोपड़ा ने ₹1 में शादी की:हरियाणवी ड्रेस कोड, पुरुषों ने धोती-कुर्ता, महिलाओं ने दामन पहना; ससुराल आकर पसंदीदा चटनी खाई
ससुर बोले-नीरज चोपड़ा ने ₹1 में शादी की:हरियाणवी ड्रेस कोड, पुरुषों ने धोती-कुर्ता, महिलाओं ने दामन पहना; ससुराल आकर पसंदीदा चटनी खाई हरियाणा के ओलिंपियन नीरज चोपड़ा ने टेनिस प्लेयर हिमानी मोर से शादी की है। दैनिक भास्कर हिमानी के घर सोनीपत जिले के लाड़सौली गांव पहुंचा। यहां हिमानी के पिता चांदराम मोर और मां मीना से बात कर ये जानने की कोशिश की कि आखिर यह रिश्ता हुआ कैसे? उन्होंने बताया कि दोनों परिवार के लोग एक-दूसरे को अच्छे से जानते थे। दोनों बच्चे भी खेल से जुड़े हुए हैं, इसलिए अक्सर उनकी आपस में बात होती रहती थी। परिवार ने खुलासा किया कि हिमानी और नीरज की शादी एक रुपए में हुई है। शादी से पहले तय हुआ था कि 1 रुपए का रिश्ता, 1 रुपए का दान और एक रुपए की विदाई होगी। एक रुपए के अलावा कपड़े, सामान समेत कुछ भी दान दहेज नहीं लिया गया। नीरज और हिमानी के कहने पर शादी में हरियाणवी ड्रेस कोड रखा गया। पुरुषों ने धोती कुर्ता और महिलाओं ने घाघरा, दामन व कंठी पहनी। हिमाचल की वादियों में पहुंचकर उन्होंने हरियाणवी छाप छोड़ी। 18 जनवरी को नीरज अपनी ससुराल आए थे। यहां वह 2 घंटे ही रुके। नीरज ने सबसे पहले फ्रूट खाया। उनके लिए खाने में मिक्स वेज, पनीर की सब्जी, घर की दही, सिंपल रोटी बनाई गई थी। नीरज चोपड़ा की पसंदीदा हरी चटनी भी बनाई गई। खाने के बाद उन्होंने खीर भी खाई। पिता बोले- पैसों के लेनदेन से रिश्ते नहीं निभते चांदराम मोर ने आगे बताया कि दोनों परिवारों ने मिलकर यह प्रण लिया था कि समाज में एक मैसेज जाना चाहिए कि रिश्ता केवल एक रुपए का होना चाहिए। दहेज जैसी बुराई को जड़ से मिटाकर मिसाल कायम की जाए। पैसों के लेनदेन से कोई भी रिश्ते नहीं निभाए जाते। मां बोली- दोनों बच्चों और परिवारों की सहमति पर बात बढ़ी हिमानी मोर की मां मीना मोर ने बताया कि उन्हें यह था कि बेटी के लिए एक अच्छा मैच मिल जाए। भगवान की कृपा से देश के गौरव नीरज चोपड़ा के साथ उसकी शादी हुई। दोनों फैमिली एक दूसरे को अच्छे से जानती थी। दोनों बच्चे एक दूसरे को जानते थे। नीरज-हिमानी की आपस में बातचीत भी हो जाती थी। दोनों बच्चों और परिवारों की सहमति के बाद बात आगे बढ़ी। शादी के लिए बहुत कम टाइम मिला। हिमानी के पास भी छुट्टियां कम थीं। वहीं नीरज का ट्रेनिंग का शेड्यूल भी काफी टाइट था। हिमानी USA में रिक्वायरमेंट ऑफिसर मीना मोर ने आगे बताया कि मैं कबड्डी कोच रही हूं। मैंने ही हिमानी को टेनिस का खेल शुरू करवाया था। उसके साथ-साथ मैंने भी टेनिस सीख ली। हमारी पूरी फैमिली खेल से जुड़ी हुई है। उनके घर में 8 से 10 इंटरनेशनल खिलाड़ी हैं। कुश्ती, कबड्डी, बॉक्सिंग जैसे खेल में रहे हैं। लॉन टेनिस की शुरुआत करने में हिमानी के मामा सुरेश राणा का भी रोल है। हिमानी की अच्छी अचीवमेंट रही है। राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसने काफी मैडल हासिल किए हैं। किसी फिलहाल वह पढ़ाई के साथ-साथ USA की एक यूनिवर्सिटी में रिक्वायरमेंट ऑफिसर के पद पर जॉब कर रही है। नवंबर 2024 में शुरू हुई थी शादी की चर्चा चांदराम मोर ने बताया कि नवंबर महीने में मैंने बैंक से रिटायरमेंट ली थी। तभी दोनों परिवारों ने बैठकर तय किया था कि डेस्टिनेशन मैरिज कर लेते हैं। शादी में केवल खास और महत्वपूर्ण लोग ही शामिल किए गए थे। बाहर का कोई भी व्यक्ति शादी में नहीं बुलाया गया था। दोनों परिवार से बातचीत कर रिसेप्शन पार्टी रखी जाएगी। उनकी प्राथमिकता सोनीपत है। यहां गांववालों और रिश्तेदारों के लिए कार्यक्रम रखा जाएगा। ज्यादा लोगों के पहुंचने की उम्मीद के कारण दिल्ली के अलीपुर में भी कार्यक्रम किया जा सकता है। हरियाणा समेत देशभर के खिलाड़ियों को न्योता भेजा जाएगा। जिले में टेनिस कोर्ट नहीं था, जमीन खरीदकर स्टेडियम बनाया चांदराम ने बताया कि हिमानी को ग्रीनरी बहुत ज्यादा पसंद है। इसीलिए रसोई के पास एरिया को आर्टिफिशियल ग्रीनरी में बदला गया है। हिमानी के खेलने के लिए पूरे जिले में कोई टेनिस कोर्ट नहीं था। मैंने खुद स्टैंड लिया और 2005 में गांव में जमीन खरीदकर स्टेडियम बनाया। पहली बार हिमानी ने जब टेनिस के लिए कदम रखा था तो हमें टेनिस के बारे में जानकारी नहीं थी। हमारे देहात में कुश्ती कबड्डी जैसे खेल ही जाने जाते थे। हमारे लिए यह एक नया गेम था। इंटरनेट से जानकारी लेकर टेनिस कोर्ट तैयार किया। नेट से खेल के बारे में बारीकी से जाना। हिमानी की प्रैक्टिस के लिए वॉल बनाई। दीवार पर जितनी फास्ट बॉल मारी जाती थी, उतनी ही तेजी से बॉल वापस आती थी। अभी भी स्टेडियम में छोटे-छोटे बच्चे प्रेक्टिस करने के लिए आते हैं। सुबह शाम में करीबन 10 बच्चों प्रेक्टिस करते हैं। ट्रेनिंग देने के लिए एक अलग से कोच भी रखा है। अलग से 1 एकड़ में अखाड़ा बनाया हुआ है। जहां पर कबड्डी के बच्चे अलग से प्रैक्टिस करते हैं। यहां पहलवान भी सुबह-शाम प्रैक्टिस करते हैं। कोच की मामूली फीस और बिजली का आने वाले खर्च को मिलाकर खिलाड़ियों से पैसे लिए जाते हैं। अब हिमानी की कुछ तस्वीरें ************************* नीरज और हिमानी से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें :- नीरज चोपड़ा-हिमानी मोर की शादी:मां बोली- ट्रम्प की शपथ से पहले बेटी को अमेरिका पहुंचना जरूरी था; दोनों लौटेंगे तब रिसेप्शन होगा हरियाणा के पानीपत में रहने वाले गोल्डन बॉय ओलिंपियन नीरज चोपड़ा ने सोनीपत की टेनिस प्लेयर हिमानी मोर से शादी कर ली। नीरज ने रविवार रात सोशल मीडिया के जरिए शादी की जानकारी दी। शादी में शामिल हुए मेहमानों के लिए नीरज ने शर्त रखी थी कि कोई फोटो-वीडियो कहीं जारी नहीं करेगा। पढ़ें पूरी खबर कौन है हिमानी मोर, जिनकी नीरज चोपड़ा से शादी हुई:टेनिस प्लेयर, मां ने घर तक छोड़ा; राफेल नडाल आइडल, ओलिंपिक मेडल जीतना टारगेट हरियाणा के ओलिंपिक मेडलिस्ट गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा शादी के बंधन में बंध गए हैं। उन्होंने 17 जनवरी को हिमानी मोर के साथ 7 फेरे लिए। इसका पता तब चला जब नीरज ने रविवार रात सोशल मीडिया पर फोटो शेयर किए। जैसे ही इसका पता चला, सब जानना चाहते थे कि उनकी पत्नी हिमानी कौन है। गूगल तक पर ‘हू इज हिमानी’ सर्च किया जाता रहा। पढ़ें पूरी खबर
हिमाचल में देवर ने भाभी को घसीटा, VIDEO:महिला के कपड़े फटे; पीड़िता के परिजनों ने पुलिस की कार्रवाई पर उठाए सवाल
हिमाचल में देवर ने भाभी को घसीटा, VIDEO:महिला के कपड़े फटे; पीड़िता के परिजनों ने पुलिस की कार्रवाई पर उठाए सवाल हिमाचल प्रदेश के मंडी में जमीनी विवाद में देवर ने भाभी के साथ हाथापाई की। इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इसमें देवर अपनी भाभी को घसीटते हुए देखा जा सकता है। इससे महिला के कपड़े तक फट जाते है। अब इस मामले में पुलिस की कार्रवाई पर सवालिया निशान उठ रहे हैं। दरअसल, यह मामला बीते 18 अक्टूबर का है। पीड़ित महिला छंदी देवी घटना वाले दिन इसकी शिकायत लेकर रिवालसर पुलिस चौकी पहुंची। छंदी देवी के परिजनों का आरोप है कि पुलिस 5 दिन बाद भी आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही। यह शिकायत लेकर पीड़ित महिला व उसके परिजन बीते मंगलवार को SP मंडी साक्षी वर्मा और ADC मंडी रोहित राठौर से मिलने पहुंचे। छंदी देवी के बेटे यदोपति ने बताया कि रिवालसर पुलिस उनकी माता का 2 बार मेडिकल करवा चुकी है, लेकिन आरोपी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं ले रही। यदोपति ने बताया कि जिस जमीन को लेकर आरोपी ने मारपीट की है, वह उनकी अपनी जमीन है। वार्ड पंच बेटे की धौंस दिखाकर मारपीट का आरोप यदोपति ने आरोप लगाया कि आरोपी नरोत्तम राम अपने वार्ड पंच बेटे की धौंस दिखाकर उनके साथ ही नहीं जबकि गांव के अन्य लोगों के साथ भी लड़ाई झगड़ा करता है। उसके खिलाफ अन्य लोगों ने भी रिवालसर चौकी में केस दर्ज करवा रखा है। उन्होंने SP मंडी साक्षी वर्मा व ADC मंडी रोहित राठौर से न्याय की गुहार लगाई है। नियमानुसार की जा रही कार्रवाई: SP एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। दो दिन पहले व आज भी आरोपी को थाना में बुलाया गया था। साथ ही DSP हेडक्वार्टर भी इस मामले की जांच कर रहे है।
हिमाचल में होटल के जनरल मैनेजर का मर्डर:2 पुलिस कॉस्टेबल हिरासत में लिए; गुस्साएं ग्रामीण बनीखेत बस स्टेंड पर दे रहे धरना
हिमाचल में होटल के जनरल मैनेजर का मर्डर:2 पुलिस कॉस्टेबल हिरासत में लिए; गुस्साएं ग्रामीण बनीखेत बस स्टेंड पर दे रहे धरना हिमाचल प्रदेश के मशहूर पर्यटन स्थल डलहौजी में न्यू-ईयर की पूर्व संध्या पर एक होटल में मारपीट और होटल के जनरल मैनेजर की मौत का मामला सामने आया है। मारपीट के आरोप पुलिस के जवानों पर लगे है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने 2 कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया है। होटल कर्मी की हत्या से गुस्साए स्थानीय लोगों ने बनीखेत बस स्टैंड पर चक्का जाम किया। दो घंटे से अधिक समय तक धरना दिया और आरोपी पुलिस जवानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। दोपहर पौने दो बजे SP चंबा अभिषेक यादव मौके पर पहुंचे। उनके समझाने और कड़ी कार्रवाई के भरोसे के बाद ग्रामीण शांत हुए। सूचना के अनुसार, पुलिस के तीन जवान बीती रात को बहलून कैंट के पास ड्यूटी दे रहे थे। DSP हेमंत ठाकुर ने बताया कि रात एक बजे ड्यूटी खत्म करने के बाद जवान नेचर वैली होटल बनीखेत में डिनर करने गए। कॉस्टेबल अनूप और होटल कर्मी सचिन के बीच हुई बहस DSP ने बताया पुलिस कांस्टेबल अनूप की होटल के कर्मचारी सचिन के साथ किसी बात को लेकर बहस और लड़ाई हो गई। तब होटल के जनरल मैनेजर राजेंद्र मल्होत्रा, एक अन्य वेटर इन्हें छुड़ा रहे थे। इनके समझाने के बाद झगड़ा शांत हुआ। मगर कुछ देर बाद जब ये होटल से बाहर निकले और राजेंद्र मल्होत्रा भी पुलिस जवानों को लौट जाने को कह रहा था। तब होटल की पार्किंग एरिया के पास दोबारा गुथमगुत्था हो गए। इस दौरान जनरल मैनेजर राजेंद्र मल्होत्रा की ऊंचाई से गिरने से मौत हो गई। वहीं होटल कर्मचारी सचिन गंभीर रूप से घायल है। मृतक के शव का पोस्टमॉर्टम करवाया जा रहा है। मृतक जनरल मैनेजर खजियार का रहने वाला है, वहीं सचिन की हालत गंभीर बनी हुई है। 2 जवान हिरासत में लिए: DSP DSP हेमंत ठाकुर ने बताया कि होटल कर्मियों और पुलिस जवानों के बीच क्यों झगड़ा हुआ। इसकी तप्तीश की जा रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस के दो जवान अनूप और सचिन को हिरासत में ले लिया गया है। उन्होंने कहा कि इनकी ड्यूटी न्यू ईयर पार्टी की वजह से डलहौजी में लगाई थी। मूल रूप से इनकी पोस्टिंग चंबा के तीसा में है। कानून के तहत सख्त कार्रवाई करेंगे:SP SP अभिषेक यादव ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए SIT गठित कर दी गई है। अभी तक दो जवानों को गिरफ्तार किया गया है। यदि कुछ और जवानों के भी नाम सामने आते है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा। कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।