हिमाचल प्रदेश में ऊना जिले के हरोली उपमंडल के पंजाबर में एक सुनार ने सुसाइड कर लिया। मृतक की पत्नी ने ऑयल निवासी एक व्यक्ति पर पैसों के लेनदेन को लेकर उसके पति को परेशान करने और आत्महत्या के लिए उकसाने का गंभीर आरोप लगाया है। मृतक सुनार बलवीर वर्मा की पत्नी राधिका वर्मा (38) ने बताया कि उनके पति बलवीर वर्मा ऑयल में सुनार की दुकान चलाते थे। 13 जनवरी को वह सुबह दुकान गए, लेकिन दोपहर 12 बजे ही वापस लौट आए। रात को खाना खाने के बाद जब वह घर से बाहर जाने लगे, तो उन्हें चक्कर आ गए और वह गिर पड़े। परिजन उन्हें तुरंत क्षेत्रीय अस्पताल ऊना ले गए, जहां से गंभीर हालत के चलते डॉक्टरों ने पीजीआई रेफर कर दिया। पैसों को लेकर आ रहे थे फोन राधिका के अनुसार, इस दौरान उनके पति ने बताया कि ऑयल निवासी बिल्ला और कुछ अन्य लोग पैसों के लेनदेन को लेकर उन्हें लगातार परेशान कर रहे थे। आरोपी बार-बार फोन कर रहे थे, जिससे तंग आकर उन्होंने अपना फोन स्विच ऑफ कर दिया था। इसके बाद आरोपी राधिका के फोन पर भी अनजान नंबरों से कॉल करने लगे। 14 जनवरी को पीजीआई में इलाज के दौरान बलवीर की मौत हो गई। पुलिस ने मृतका की पत्नी के बयान पर मामला दर्ज कर लिया है। डीएसपी हरोली मोहन रावत ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है। हिमाचल प्रदेश में ऊना जिले के हरोली उपमंडल के पंजाबर में एक सुनार ने सुसाइड कर लिया। मृतक की पत्नी ने ऑयल निवासी एक व्यक्ति पर पैसों के लेनदेन को लेकर उसके पति को परेशान करने और आत्महत्या के लिए उकसाने का गंभीर आरोप लगाया है। मृतक सुनार बलवीर वर्मा की पत्नी राधिका वर्मा (38) ने बताया कि उनके पति बलवीर वर्मा ऑयल में सुनार की दुकान चलाते थे। 13 जनवरी को वह सुबह दुकान गए, लेकिन दोपहर 12 बजे ही वापस लौट आए। रात को खाना खाने के बाद जब वह घर से बाहर जाने लगे, तो उन्हें चक्कर आ गए और वह गिर पड़े। परिजन उन्हें तुरंत क्षेत्रीय अस्पताल ऊना ले गए, जहां से गंभीर हालत के चलते डॉक्टरों ने पीजीआई रेफर कर दिया। पैसों को लेकर आ रहे थे फोन राधिका के अनुसार, इस दौरान उनके पति ने बताया कि ऑयल निवासी बिल्ला और कुछ अन्य लोग पैसों के लेनदेन को लेकर उन्हें लगातार परेशान कर रहे थे। आरोपी बार-बार फोन कर रहे थे, जिससे तंग आकर उन्होंने अपना फोन स्विच ऑफ कर दिया था। इसके बाद आरोपी राधिका के फोन पर भी अनजान नंबरों से कॉल करने लगे। 14 जनवरी को पीजीआई में इलाज के दौरान बलवीर की मौत हो गई। पुलिस ने मृतका की पत्नी के बयान पर मामला दर्ज कर लिया है। डीएसपी हरोली मोहन रावत ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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कंगना पर मंत्री जगत नेगी का निशाना:बोले-अनपढ़ जैसी बातें करती हैं, देशभर में हम मजाक का पात्र बने, हमने सांसद चुनकर बेवकूफी की मंडी से सांसद कंगना रनोट पर हिमाचल के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा, जिस तरह की बातें कंगना करती हैं। ऐसी तो कोई अनपढ़ भी नहीं कर सकता। हिमाचल सरकार द्वारा कर्ज की राशि सोनिया गांधी को देने के कंगना के बयान पर पलटवार करते हुए जगत नेगी ने कहा कंगना के कारण पूरे देश में हमारा सिर शर्म से नीचे गिरा है। देश में हम मजाक के पात्र बन गए हैं। दूसरे प्रदेशों के लोग सोचते होंगे कि हमने किस तरह का सांसद चुन कर भेजा है, जिसको कोई समझ ही नहीं है। उन्होंने कहा, कंगना अब सांसद है। इनको सोच समझकर बयान देने चाहिए। इसका मतलब यह है कि हमने जो सांसद चुना है, हमसे बहुत बड़ी बेवकूफी हुई है। हमने कैसे मूर्ख व्यक्ति को चुन कर भेजा है। मंडी के मतदाता आज पछता रहे हैं, क्योंकि मतदाताओं ने कंगना को भारत के सबसे बड़े लोकतंत्र के मंदिर में चुन कर भेजा है। कंगना वहां भी ऐसी बातें करनी से नहीं हटती। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। कंगना ने सोनिया गांधी को लेकर दिया था ये बयान दरअसल, कंगना दो दिन पहले मनाली में एक कार्यक्रम में कहा था कि हिमाचल सरकार कर्ज लेनी है और सोनिया गांधी की झोली में डाल देती है। इस पर कांग्रेस पार्टी भड़क उठी है। बीते कल PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी कंगना को कम शिक्षित बोला था। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कौल सिंह ठाकुर ने भी कंगना को निशाने पर लिया। विक्रमादित्य बोले- कंगना पर करेंगे मानहानि का केस विक्रमादित्य सिंह ने कहा, यदि कंगना रनोट पैसे सोनिया गांधी को देने के सबूत नहीं दिखाती और माफी नहीं मांगती तो सोनिया गांधी की छवि को खराब करने के लिए मानहानि का केस करेंगे।
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कंगना हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से BJP की टिकट पर सांसद चुनी गई। यह वाक्या उस वक्त हुआ, जब कंगना चंडीगढ़ एयरपोर्ट से दिल्ली जा रही थी। इस घटना के बाद कंगना दिल्ली रवाना हो गई। दिल्ली पहुंचकर कंगना रनोट ने CISF की महानिदेशक नीना सिंह को शिकायत की। जिसमें कंगना ने कहा कि एयरपोर्ट के कर्टन एरिया में कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने उनसे बहस की और थप्पड़ मारा। कंगना ने महिला जवान को नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की थी। वहीं इस घटना से एयरपोर्ट पर 10 से 15 मिनट तक हंगामा चलता रहा। इस पूरे मामले की डिपार्टमैंटल इन्क्वायरी के लिए CISF के 4 अधिकारियों की टीम बनाई गई थी। सीआईएसएफ सूत्रों के मुताबिक उस वक्त सिक्योरिटी चेक के दौरान कंगना ने मोबाइल ट्रे में रखने से इनकार कर दिया। वहीं कंगना रनोट से बहस का एक वीडियो सामने आया था। जिसमें कंगना सिक्योरिटी चेकइन के पास है। तब एक आवाज सुनाई दे रही है कि मैडम इंतजार करो। वहीं कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर कह रही है कि जिस वक्त किसानों को लेकर कंगना रनोट ने बयानबाजी की, मेरी मां वहां आंदोलन में बैठी हुई थी। कुलविंदर का भाई बोला- उसका पति भी CISF में
थप्पड़ मारने वाली कुलविंदर कौर कपूरथला जिले के सुल्तानपुर लोधी की माहीवाल की रहने वाली है। उस समय उनके भाई शेर सिंह ने कहा था कि अभी हमें पूरे मामले का पता नहीं कि उसने ऐसा क्यों किया?। कुलविंदर से बात करने के बाद ही मैं कुछ कह सकता हूं। वह करीब 2 साल से चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर तैनात हैं। उन्होंने कहा था कि मैं सरवण पंधेर और सतनाम पन्नू की किसान मजदूर संघर्ष कमेटी से जुड़ा हुआ हूं। कुलविंदर के पति भी CISF में हैं। उसके 2 छोटे बच्चे (बेटा-बेटी) हैं। सिक्योरिटी चेक इन के वक्त हुआ वाक्या
शुरूआती जानकारी के मुताबिक नवनिर्वाचित सांसद कंगना रनोट फ्लाइट संख्या UK707 से चंडीगढ़ से दिल्ली जा रही थी। सिक्योरिटी चेक इन के बाद जब वह बोर्डिंग के लिए जा रही थी, इसी दौरान चंडीगढ़ एयरपोर्ट की CISF यूनिट की लेडी कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने उन्हें थप्पड़ मारा।
महिला कांग्रेस ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाए:हिमाचल प्रदेश पुलिस की बीजेपी MLA पर कार्रवाई से नाराज
महिला कांग्रेस ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाए:हिमाचल प्रदेश पुलिस की बीजेपी MLA पर कार्रवाई से नाराज हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र का आज से आगाज हो गया है। विधानसभा में विपक्ष ने प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर वॉकआउट किया। बाहर महिला कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश में अपनी ही कांग्रेस सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। महिला कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा ने कहा कि भाजपा बूथ अध्यक्ष की बेटी ने भाजपा विधायक हंसराज के खिलाफ शिकायत की और एफआईआर दर्ज हुई। लेकिन पुलिस ने विधायक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक हंसराज के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर आज विधानसभा का घेराव करने पहुंचे। इसके बाद पुलिस के आला अधिकारियों से भी मुलाकात करेंगे। इसी दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प हो गई। लांबा से पुलिस पर सवाल उठाया की अब तक विधायक से पूछताछ क्यों नहीं हुई
अलका लांबा ने कहा कि पुलिस ने एफआईआर के बाद भी विधायक हंसराज से पूछताछ क्यों नही की। क्यों भाजपा विधायक का फोन जब्त नही किया, जिससे उसने लड़की को अश्लील मैसेज और फोटो भेजने को कहा है। लांबा ने कहा कि महिला कांग्रेस मांग करती है कि भाजपा विधायक के फोन जब्त किए कर फोरेंसिक जांच की जाएं। अगर वो दोषी पाएं जाते है उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाही की जाएं। लांबा ने उन्हें भाजपा विधायक को गिरफ्तार करने की मांग की है। अलका लांबा ने लड़की के एफआईआर वापस लेने पर कहा कि भाजपा बूथ अध्यक्ष की बेटी 9 अगस्त को भाजपा विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाती है, लेकिन पुलिस मामले में कोई कार्रवाई नही करती है और कई दिनों मामले को दबा के रखती है। मामला मीडिया में आने के बाद भाजपा के आला नेताओं ने बेटी पर एफआईआर वापस लेने का दबाव बनाती है और भारी दबाव के बाद बेटी एफआईआर वापस लेती है। क्या है पूरा मामला ?
भाजपा विधायक के खिलाफ उसी के विधानसभा क्षेत्र की भाजपा बूथ अध्यक्ष बेटी ने एफआईआर दर्ज करवाई थी, जिसमें पीड़िता ने पुलिस को बताया कि बीजेपी विधायक हंसराज उससे चैट पर अश्लील बातें करता है और न्यूड फोटो मांगता था। उसने कहा कि उसने एक काम के सिलसिले में विधायक से बात की थी। इस पर विधायक उससे मिलने के लिए कहने लगा और अपनी बात मनवाने के लिए दबाव बनाने लगा। पुलिस को एफआईआर में बीजेपी बूथ अध्यक्ष की पीड़ित बेटी ने बताया था कि आरोपी विधायक के कार्यकर्ता उसे लगातार चैट डिलीट करने के लिए धमकी देते हैं। उसने अपनी जान को खतरा बताया था। एफआईआर कराने के 10 दिन बार लड़की ने लिया यू-टर्न ले लिया था।