हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला को आवाजाही करने वाली 6 ट्रेनें आज नहीं चलेगी। पंजाब में किसान आंदोलन की वजह से इन्हें रद्द किया गया है। लिहाजा वंदे भारत सहित समेत छह रेलगाड़ियां आज रद्द रहेंगी। केवल हिमाचल एक्सप्रेस ट्रेन संख्या 14053/54 ही चलेगी, क्योंकि ये सुबह सात बजे ऊना पहुंच गई है। यह ट्रेन शाम को ऊना से दिल्ली लौटेगी। बता दें कि किसान संगठनों के अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पंजाब बंद का एलान कर रखा है। इससे सड़क व ट्रेनों के बाधित होने संभावना है। इसे देखते हुए रेलवे प्रबंधन ने रेलगाड़ियों की आवाजाही बंद की है। लोगों को झेलनी पड़ेगी परेशानी ट्रेनों की आवाजाही बंद होने से लोगों को परेशानी है, क्योंकि रविवार की छुट्टी की वजह से खासकर ऊना और कांगड़ा जिला के लोग बड़ी संख्या में घर आते हैं। ऐसे में ट्रेनें नहीं चलने से लोगों को परेशानी होगी। हिमाचल से पंजाब जाने वाले बसों की आवाजाही भी प्रभावित होगी हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) ने भी किसान आंदोलन को देखते हुए बसों के परिचालन के लिए पंजाब बॉर्डर पर इंस्पेक्टर तैनात किए हैं। पंजाब में हालात ठीक होने पर इनके कहने पर ही हिमाचल से पंजाब को बसे भेजी जाएगी। जहां रास्ते बंद होंगे, वहां कानून व्यवस्था की समस्या देखते हुए बसें नहीं भेजी जाएगी। HRTC ने यात्रियों से भी लोकल बस अड्डे से बसों के संचालन को लेकर जानकारी प्राप्त करने की अपील की है। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला को आवाजाही करने वाली 6 ट्रेनें आज नहीं चलेगी। पंजाब में किसान आंदोलन की वजह से इन्हें रद्द किया गया है। लिहाजा वंदे भारत सहित समेत छह रेलगाड़ियां आज रद्द रहेंगी। केवल हिमाचल एक्सप्रेस ट्रेन संख्या 14053/54 ही चलेगी, क्योंकि ये सुबह सात बजे ऊना पहुंच गई है। यह ट्रेन शाम को ऊना से दिल्ली लौटेगी। बता दें कि किसान संगठनों के अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पंजाब बंद का एलान कर रखा है। इससे सड़क व ट्रेनों के बाधित होने संभावना है। इसे देखते हुए रेलवे प्रबंधन ने रेलगाड़ियों की आवाजाही बंद की है। लोगों को झेलनी पड़ेगी परेशानी ट्रेनों की आवाजाही बंद होने से लोगों को परेशानी है, क्योंकि रविवार की छुट्टी की वजह से खासकर ऊना और कांगड़ा जिला के लोग बड़ी संख्या में घर आते हैं। ऐसे में ट्रेनें नहीं चलने से लोगों को परेशानी होगी। हिमाचल से पंजाब जाने वाले बसों की आवाजाही भी प्रभावित होगी हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) ने भी किसान आंदोलन को देखते हुए बसों के परिचालन के लिए पंजाब बॉर्डर पर इंस्पेक्टर तैनात किए हैं। पंजाब में हालात ठीक होने पर इनके कहने पर ही हिमाचल से पंजाब को बसे भेजी जाएगी। जहां रास्ते बंद होंगे, वहां कानून व्यवस्था की समस्या देखते हुए बसें नहीं भेजी जाएगी। HRTC ने यात्रियों से भी लोकल बस अड्डे से बसों के संचालन को लेकर जानकारी प्राप्त करने की अपील की है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में भारी बारिश से 126 करोड़ की संपत्ति नष्ट:270 लोगों की मौत; आज-कल खिलेगी धूप, परसो से 48 घंटे फिर बारिश की चेतावनी हिमाचल प्रदेश में इस मानसून सीजन में 126 करोड़ रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति नष्ट हो चुकी है। अकेले लोक निर्माण विभाग की 58 करोड़ रुपए की संपत्ति को नुकसान हो चुका है। भारी बारिश के कारण 175 मकान जमींदोज हुए है, जबकि 475 मकान को आंशिक क्षति हुई है। इस मानसून सीजन में 270 लोगों की जान चुकी है। इनमें ज्यादातर की मौत सड़क हादसों में हुई है। 6 लोगों की जान लैंडस्लाइड, 8 की मौत बाढ़, 23 की बादल फटने, 26 की पानी में डूबने, 1 की आसमानी बिजली, 24 की सांप के काटने, 15 की करंट लगने, 38 की पेड़ व ढांक से गिरने तथा 9 की अन्य कारणों से मौत हुई है। 120 लोगों की मौत सड़क हादसों में हुई है। 2 दिन कमजोर रहेगा मानसून प्रदेश में आज और कल 2 दिन तक मानसून कमजोर रहेगा। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, प्रदेश के ज्यादातर भागों में आज धूप खिलेगी। मगर परसो यानी 2 अगस्त को मानसून 48 घंटे के लिए फिर से एक्टिव होगा। इससे पहाड़ों पर 2 दिन तक बारिश के आसार है। मानसून सीजन में 23% कम बारिश प्रदेश में पूरे मानसून सीजन के दौरान 1 जून से 30 अगस्त तक सामान्य से 23 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इस अवधि में 608.7 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 467.9 मिलीमीटर बादल बरसे है। प्रदेश के 12 जिलों में इकलौते शिमला जिला में ही सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। अन्य सभी जिलों में सामान्य से काफी कम बरसात हुई है। लाहौल स्पीति जिला में औसत से 76 प्रतिशत कम बादल बरसे हैं। अगस्त महीने में बिलासपुर, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन व सिरमौर जिला में जरूर अच्छी बारिश हुई है।
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राज्य सचिवालय में माहौल उस वक्त गरमा गया जब मुख्यमंत्री से मिलने आए सैकड़ों डॉक्टर के सब्र का बांध टूट गया और सचिवालय हॉल में बने वेटिंग हॉल से निकलने लगे। डॉक्टरों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने 11 बजे मिलने बुलाया था। लेकिन डेढ़ घण्टे इंतजार करने के बाद भी वो मिलने नहीं पहुंचे। जिसके बाद उन्होंने वहां से जाने का फैसला किया। हालांकि माहौल को बिगड़ता देख अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को उसकी सूचना दी। जिसके बाद सीएम तुंरत डॉक्टरों से मिलने पहुंच गए और डॉक्टरों के साथ एक लंबी बैठक की।
डॉ अभिषेक शर्मा ने सचिवालय से निकलते वक्त कहा कि करीब डेढ़ घण्टे घण्टे इंतजार करने के बाद मिलने आए है मुख्यमंत्री। उन्होंने कहा कि नेता लोग जब बीमार होते है तो हॉस्पिटल में इंतजार तुंरत चाइए और जब डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर जाते है, तब घण्टों इंतजार करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर सीनियर डॉक्टर बात करेंगे ।मंगलवार को शिमला में IGMC से विरोध मार्च लेकर सचिवालय मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे डॉक्टर एक घण्टे सीएम सुक्खू का इंतजार करते रहे। सीएम सुक्खू के ना होने पर आधे डॉक्टर निराश होकर लौट गए । अस्पताल से बिना इलाज के लौट रहे मरीज शिमला सहित प्रदेश के सभी अस्पतालों में रोजाना लोग उपचार के लिए पहुँच रहे है लेकिन ओपीडी में डॉक्टरों के नहीं बैठने से मरीजों को बिना उपचार के लिए वापस लौटना पड़ रहा। आपातकालीन वार्ड के बाहर कतारें लग रही हैं। बहुत से मरीजों को बिना इलाज के ही मायूस होकर वापस घर जाना पड़ रहा है। डॉक्टरों का 4 दिनों से प्रदर्शन जारी डॉक्टरों ने अलग-अलग जिलों व अस्पतालों के बाहर अलग अलग अंदाज में प्रदर्शन कर रहे है। कहीं कोलकाता की घटना को लेकर डॉक्टरों ने नारेबाजी की, तो कुछ जगह नाटक का मंचन करके डॉक्टरों का दर्द दिखाया जा रहा है। कुछ जगह पर मौन प्रदर्शन किया जा रहा है। पश्चिम बंगाल की घटना पर भड़के देशभर के डॉक्टर पश्चिम बंगाल के कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और मर्डर मामले में देशभर के डॉक्टर भड़के हुए है। डॉक्टर का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल को एक सप्ताह होने को है, तो वहीं बीते 4 दिनों से सीनियर डॉक्टर भी हड़ताल पर हैं। जिससे स्वास्थ्य सेवाएं पटरी से उतर गई हैं। हिमाचल प्रदेश में अकेले आईजीएमसी शिमला में रोजाना 3 हजार से ज्यादा मरीज ओपीडी में उपचार को पहुंचते है। इसी तरह प्रदेश के अन्य अस्पतालों में भी रोजाना बड़ी संख्या में मरीज आते है, जिन्हें डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। 9 अगस्त को मिली थी महिला प्रशिक्षु डॉक्टर की लाश बता दें कि बीते 9 अगस्त की सुबह कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर की अर्धनग्न बॉडी मिली थी। डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट, आंखों और मुंह से खून बह रहा था। उनकी गर्दन की हड्डी भी टूटी हुई पाई गई थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई की रेप के बाद मर्डर किया गया। 13 अगस्त को कलकत्ता हाईकोर्ट ने मामले की जांच CBI सौंपीं।डॉक्टरों का आरोप है कि सबूतों से छेड़छाड़ की गई। इससे डॉक्टर सीबीआई जांच के आदेशों के बाद भी काम पर लौटने को तैयार नहीं है।
हिमाचल में रिश्वत लेते JE गिरफ्तार:शिकायत मिलने पर विजिलेंस ने बिछाया जाल; बिल क्लियर करने के लिए मांगे थे 50 हजार
हिमाचल में रिश्वत लेते JE गिरफ्तार:शिकायत मिलने पर विजिलेंस ने बिछाया जाल; बिल क्लियर करने के लिए मांगे थे 50 हजार हिमाचल प्रदेश के ऊना में विजिलेंस ने नगर परिषद के जूनियर इंजीनियर (JE) को रिश्वत की रकम के साथ गिरफ्तार किया। विजिलेंस टीम ने एक शिकायत के आधार पर नगर निगम बशदेड़ा (मेहतपुर) के JE की गिरफ्तारी को जाल बिछाया और रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। विजिलेंस ने भ्रष्टाचार की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। सूचना के अनुसार, JE ने शिकायतकर्ता से 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। बताया जा रहा है कि शिकायतकर्ता ने 20 हजार की रकम आज ही JE को दी। इससे पहले यह जानकारी विजिलेंस को भी दी। जैसे ही ठेकेदार ने 20 हजार JE को दिए। विजिलेंस ने उसे रिश्वत की राशि के साथ गिरफ्तार कर दिया। बिल क्लियर करने को मांगी रिश्वत इसमें शिकायतकर्ता के काफी समय से कुछ बिल पेंडिंग थे। वह बार बार इन्हें क्लियर करने की मांग कर रहा था। मगर JE ने बिल क्लियर करने के लिए रिश्वत मांगी। नालागढ़ का रहने वाला है JE गिरफ्तार JE का नाम शरीफ मोहम्मद है और वह लगभग 5 साल से नगर निगम बशदेड़ा में तैनात था। मूल रूप से वह सोलन जिले के नालागढ़ का रहने वाला है।