<p style=”text-align: justify;”>महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पद से इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही पूरे मंत्रीमंडल ने भी इस्तीफा सौंप दिया है.</p> <p style=”text-align: justify;”>महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पद से इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही पूरे मंत्रीमंडल ने भी इस्तीफा सौंप दिया है.</p> महाराष्ट्र Bridge Collapsed In Kanpur: कानपुर में ढहा गंगा नदी पर बना 150 साल पुराना पुल, अंग्रेजों ने 1874 में कराया था निर्माण
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हिसार में साध संगत में रोष:बाबा वकील साहब के ड्राइवर को पगड़ी देने का मामला, सीबीआई जांच की मांग
हिसार में साध संगत में रोष:बाबा वकील साहब के ड्राइवर को पगड़ी देने का मामला, सीबीआई जांच की मांग हरियाणा के हिसार जिले में बाबा वकील साहब सेवा समिति हिसार के पदाधिकारियों व हिसार की साध संगत द्वारा हिसार एडीसी को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन के माध्यम से समिति ने गुरु बाबा बहादुर चंद (वकील साहिब) की अपहरण तथा उनकी हत्या और उनके ड्राइवर बीरेन्द्र ढिल्लो और उनके साथियों द्वारा डेरे पर जबरन कब्जे की सीबीआई जांच की मांग उठाई। जांच कमेटी गठित करवाने की जरूरत समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि वे बाबा वकील साहिब संगत, मस्ताना शाह बलोचिस्तानी आश्रम, गांव जगमालवाली, तहसील कालांवाली, जिला सिरसा, हरियाणा के अनुयायी हैं और सरकार व प्रशासन का ध्यान हाल ही में डेरा में हुई गंभीर घटनाओं की ओर दिलाना चाहते हैं और इसकी तुरंत विशेष जांच कमेटी गठित कर करवाने की जरूरत है। दिल्ली में रहस्यमयी मेडिकली हत्या समिति पदाधिकारियों ने बताया कि गुरु बाबा बहादुर चंद वकील साहिब मस्ताना शाह बलोचिस्तानी आश्रम के वर्तमान गद्दीनशीन थे और उन्हें डेरे के संस्थापक, स्वर्गीय बाबा गुरबख्श सिंह (मैनेजर साहिब) द्वारा गद्दीनशीन नियुक्त किया गया था। समिति के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि गुरु बाबा बहादुर चंद वकील साहब की जुलाई 2024 में एक बड़े षडय़ंत्र के तहत मैक्स हॉस्पिटल साकेत दिल्ली में रहस्यमयी मेडिकली हत्या कर दी गई है। मुख्यमंत्री के नाम सौंपा था ज्ञापन इस विषय को लेकर गत 7 अगस्त को समिति द्वारा उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया था लेकिन उस पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है जिससे संगत में सरकार के प्रति भारी रोष व्याप्त है। इसी विषय को लेकर गत 1 सितंबर को भी संगत द्वारा जंतर मंतर पर भी धरना प्रदर्शन किया गया था और देश के राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी दिया गया था जिस पर भी अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। संगत कर सकती है बीजेपी का बहिष्कार समिति पदाधिकारियों ने कहा कि अगर 10 लाख से ज्यादा साध संगत की भावनाओं के साथ ऐसे ही खिलवाड़ होता रहा तो हम इस विधानसभा चुनाव में भाजपा पार्टी, ब्यास डेरा मुखी ओर बलजीत दादूवाल का सामुहिक तौर से बहिष्कार करने का फैसला लेंगे। हमारी सरकार से मांग है कि हमारे गुरु बाबा वकील साहब के साथ जो साजिश हुई है उसकी सीबीआई जांच करवाई जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को सजा मिल सके। यदि भाजपा सरकार समय रहते कोई कदम नहीं उठाती तो इस विधानसभा चुनाव में उसे साध संगत के रोष के साथ बड़ा राजनीतिक नुकसान झेलना पड़ेगा। इशारे पर ड्राइवर को पहनाई पगड़ी समिति पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि अब 18 सितंबर को ब्यास डेरा मुखी ने भाजपा और सिख पंध के आगू बने बलजीत दाढूवाल के कहने पर संत वकील साहब के कातिल को पगड़ी पहनाई। पदाधिकारियों ने कहा कि ब्यास डेरा मुखी गुरविन्द्र सिंह ढिल्लो ने भाजपा पार्टी ओर सिख पंथ के आगू बने बलजीत दादूवाल के नुमाइंदे के रूप में बाबा के मौत के मुंह में पहुंचाने वाले ड्राइवर वीरेंद्र ढिल्लों को पगड़ी पहनाने का जो काम किया है, उसको लेकर समूची साध संगत डेरा जगमालवाली की भावनाएं आहत हैं और संगत में भारी रोष है। यह है मामला समिति पदाधिकारियों ने पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि बाबा वकील साहब की मृत्यु 21 जुलाई 2024 को मैक्स हॉस्पिटल में हुई और बाबा जी के ड्राइवर बीरेंद्र ढिल्लों और उसके साथियों ने 10 दिन बाद 1 अगस्त 2024 को डेरा जगमालवाली में जबरन जल्दबाजी में अंतिम संस्कार करना चाहा। जब साध संगत ने इसका विरोध किया तो ड्राइवर बीरेंद्र ढिल्लों और उसके साथियों ने साध संगत पर सरेआम गोली चला दी। लेकिन प्रशासन ने ड्राइवर बीरेंद्र ढिल्लो पर कोई कार्यवाही करने की बजाय संगत को ही अरेस्ट करने का काम किया।
सुखबीर बादल को अध्यक्ष मानने को ढींडसा तैयार:बोले- सर्वसम्मति से चुना जाएगा अगला प्रधान, जो भी बने स्वीकार होगा
सुखबीर बादल को अध्यक्ष मानने को ढींडसा तैयार:बोले- सर्वसम्मति से चुना जाएगा अगला प्रधान, जो भी बने स्वीकार होगा शिरोमणि अकाली दल सुधार लहर के नेता सुखदेव सिंह ढींडसा ने शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष पद को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि नया अध्यक्ष सभी की सहमति से चुना जाएगा। यदि सुखबीर सिंह बादल फिर से अध्यक्ष बनते हैं, तो उन्हें भी सभी स्वीकार करेंगे। सुखदेव सिंह ढींडसा ने कहा कि सभी को साथ लेकर चलने का समय आ गया है। ढींढसा ने कहा कि अध्यक्ष सभी की मर्जी से चुनकर बनाया जाएगा, जो सबके निर्णय से बनेगा। अगर सुखबीर सिंह बादल भी नए अध्यक्ष चुने जाते हैं तो वह भी सभी को स्वीकार्य होंगे। श्री अकाल तख्त साहिब का निर्देश श्री अकाल तख्त साहिब ने अकाली दल के पुनर्गठन का आदेश दिया है। जिसके तहत हरजिंदर सिंह धामी की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की गई है। यह कमेटी पार्टी को नए सिरे से गठित करने और नए सदस्यों की भर्ती पर काम करेगी। पुनर्जीवन के लिए 6 महीने की समय सीमा श्री अकाल तख्त साहिब ने अकाली दल को पुनर्जीवित करने के लिए 6 महीने का समय दिया है। कमेटी का उद्देश्य पार्टी के ढांचे को मजबूत करना और इसे एकजुट करना है। ताकि संगठन में नई ऊर्जा का संचार हो। ढींडसा ने कहा कि पार्टी के अध्यक्ष को चुनने का निर्णय सामूहिक होगा, जो सभी गुटों और विचारधाराओं को साथ लेकर चलेगा।
दिग्विजय ने रिफाइनरी पर उठाए सवाल:बठिंडा डीसी से मिले, इलाके में प्रदूषण फैलने का दावा; डबवाली से चुनाव लड़ने की तैयारी में चौटाला
दिग्विजय ने रिफाइनरी पर उठाए सवाल:बठिंडा डीसी से मिले, इलाके में प्रदूषण फैलने का दावा; डबवाली से चुनाव लड़ने की तैयारी में चौटाला हरियाणा की जननायक जनता पार्टी (JJP) के नेता दिग्विजय चौटाला ने बुधवार को बठिंडा के डीसी जसप्रीत सिंह से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान दिग्विजय चौटाला ने दावा किया कि बठिंडा जिले में चल रही गुरु गोबिंदर सिंह रिफाइनरी की वजह से इलाके में प्रदूशण फैल रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रदूषण की वजह से आसपास के गांवों के कई लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हो गए हैं और इलाके में कैंसर और चर्मरोग जैसी बीमारियां भी फैल रही हैं। गौरतलब है कि हरियाणा में इसी साल सितंबर-अक्टूबर में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं और दिग्विजय चौटाला डबवाली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। इसी वजह से वह आजकल इस इलाके में खासे एक्टिव हैं। उधर बठिंडा रिफाइनरी के अफसरों का कहना है कि रिफाइनरी ने कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सबिलिटी (CSR) प्रोग्राम के तहत इस इलाके में लोगों का जीवनस्तर सुधारने के लिए कई प्रोजेक्ट चला रखे हैं। रिफाइनरी ने पंजाब और हरियाणा के 46 गांव गोद ले रखे हैं। इनमें से 39 गांव पंजाब के हैं जबकि 7 गांव हरियाणा के हैं। इन 46 गांवों में कुल 112 स्कूल और उनमें पढ़ने वाले 18 हजार से ज्यादा बच्चों की एजुकेशन का पूरा प्रबंध रिफाइनरी की मदद से किया जाता है। रिफाइनरी मेनेजमेंट ने इलाके की 5 हजार से ज्यादा महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाया है। रिफाइनरी ने CSR के तहत फुलकारी प्रोजेक्ट चलाकर पंजाब और हरियाणा के 11 गांवों की 300 महिलाओं को पंजाब की पारंपारिक कला से जोड़कर रोजगार के काबिल बनाया है। दावा- पूरे गांव अडाप्ट नहीं किए गए दूसरी ओर दिग्विजय चौटाला ने दावा किया कि हरियाणा स्थित डबवाली इलाके के तकरीबन 11 गांव रिफाइनरी के साथ लगते है लेकिन रिफाइनरी ने अभी तक 12 किलोमीटर एरिया के तहत आते सभी गांव अडाप्ट नहीं किए। उन्होंने रिफाइनरी की ओर से CSR प्रोग्राम के तहत चलाए जा रहे प्रोजेक्ट्स पर भी सवाल उठाए और कहा कि इसमें खर्च रकम का हिसाब लिया जाना चाहिए। चौटाला ने यह भी कहा कि रिफाइनरी की वजह से आसपास के खेतों में राख गिरती है और कैमिकल जमीन में दबाया जा रहा है। कई बार इस कैमिकल के लीक हो जाने के कारण पूरे एरिया में बदबू फैल जाती है। डीसी बोले- अफसरों को बुलाकर स्थिति स्पष्ट कर दी बठिंडा के डीसी जसप्रीत सिंह ने कहा कि चौटाला ने जो मुद्दे उठाए, उन सब पर रिफाइनरी के अफसरों को मौके पर बुलाकर स्थिति स्पष्ट कर दी गई। आसपास के गांवों में मेडिकल सुविधाएं बढ़ाई जा रही है। गांवों को अडाप्ट करने का काम भी रिफाइनरी जल्दी ही पूरा कर लेगी।