करीब छह साल पुराने मामले में पंजाबी सिंगर व एक्टर गिप्पी ग्रेवाल की आज मंगलवार को मोहाली अदालत में सुनवाई होगी। पिछली सुनवाई पर अदालत की तरफ से उनके खिलाफ जमानती वारंट जारी किए गए थे। साथ ही अगली पेशी पर उन्हें हाजिर होने और 5 हजार का श्योरिटी बॉन्ड भरने को कहा था। फोन पर मिली थी जान से मारने की धमकी यह मामला 31 मई 2018 है। 4 चार बजे बजे गिप्पी ग्रेवाल को एक अज्ञात नंबर से उनके वॉट्सऐप पर वॉइस और टेक्स्ट मैसेज आया था। इस मैसेज में उन्हें एक नंबर दिया गया था। इस नंबर पर गैंगस्टर दिलप्रीत सिंह बाबा से बात करने के लिए कहा था। उसमें लिखा था कि यह मैसेज रंगदारी मांगने के लिए किया गया है। आप बात कर लें, नहीं तो आपका हाल परमीश वर्मा और चमकीला जैसा कर दिया जाएगा। इसके बाद गिप्पी ग्रेवाल ने इसकी शिकायत मोहाली पुलिस को दी थी। मोहाली पुलिस ने गिप्पी ग्रेवाल की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया था। अब गिप्पी ग्रेवाल को गवाही के लिए बुलाया जा रहा है, लेकिन वह कोर्ट में पेश नहीं हो रहे हैं। जिस समय उन्हें यह धमकी मिली थी, उस समय वह अपनी मूवी ‘कैरी ऑन जट्टा 2’ के प्रमोशन के लिए पंजाब से बाहर थे। इसलिए जारी हुआ था वारंट गिप्पी ग्रेवाल को मोहाली जिला अदालत की तरफ से पहले 4 जुलाई को वारंट जारी किया था। साथ ही उन्हें 10 जुलाई को अदालत में पेश होने के आदेश दिए थे। लेकिन अदालत में बैलिफ ने बताया था कि गिप्पी इस समय पंजाब में नहीं है। उन्हें पता चला है कि वह कनाडा गए हुए है। हालांकि कोर्ट का मानना है कि इस मामले में गिप्पी ग्रेवाल केस में शिकायतकर्ता है। साथ ही उनकी गवाही जरूरी है। ऐसे में उनका अदालत में पेश होना जरूरी है। कनाडा वाले घर पर फायरिंग हो चुकी गिप्पी ग्रेवाल कनाडा में वैंकूवर के व्हाइट रॉक इलाके में रहते हैं। पिछले साल 25 नवंबर को इनके घर पर फायरिंग भी हो चुकी है। इसकी जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग ने ली थी। लॉरेंस ने पोस्ट लिखकर न सिर्फ जिम्मेदारी ली, बल्कि जान से मारने की धमकी भी दी थी। लॉरेंस ने लिखा था, ‘हां जी सत श्री अकाल, राम राम सबनू। आज वैंकूवर व्हाइट रॉक एरिया में गिप्पी ग्रेवाल के बंगले पर फायरिंग लॉरेंस गैंग ने करवाई है। सलमान खान को बहुत भाई-भाई करता है तू, बोल अब बताए तुझे तेरा भाई। सलमान को भी वहम है कि दाउद उसकी मदद करेगा। कोई नहीं बचा सकता तुम्हें हमसे।’ करीब छह साल पुराने मामले में पंजाबी सिंगर व एक्टर गिप्पी ग्रेवाल की आज मंगलवार को मोहाली अदालत में सुनवाई होगी। पिछली सुनवाई पर अदालत की तरफ से उनके खिलाफ जमानती वारंट जारी किए गए थे। साथ ही अगली पेशी पर उन्हें हाजिर होने और 5 हजार का श्योरिटी बॉन्ड भरने को कहा था। फोन पर मिली थी जान से मारने की धमकी यह मामला 31 मई 2018 है। 4 चार बजे बजे गिप्पी ग्रेवाल को एक अज्ञात नंबर से उनके वॉट्सऐप पर वॉइस और टेक्स्ट मैसेज आया था। इस मैसेज में उन्हें एक नंबर दिया गया था। इस नंबर पर गैंगस्टर दिलप्रीत सिंह बाबा से बात करने के लिए कहा था। उसमें लिखा था कि यह मैसेज रंगदारी मांगने के लिए किया गया है। आप बात कर लें, नहीं तो आपका हाल परमीश वर्मा और चमकीला जैसा कर दिया जाएगा। इसके बाद गिप्पी ग्रेवाल ने इसकी शिकायत मोहाली पुलिस को दी थी। मोहाली पुलिस ने गिप्पी ग्रेवाल की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया था। अब गिप्पी ग्रेवाल को गवाही के लिए बुलाया जा रहा है, लेकिन वह कोर्ट में पेश नहीं हो रहे हैं। जिस समय उन्हें यह धमकी मिली थी, उस समय वह अपनी मूवी ‘कैरी ऑन जट्टा 2’ के प्रमोशन के लिए पंजाब से बाहर थे। इसलिए जारी हुआ था वारंट गिप्पी ग्रेवाल को मोहाली जिला अदालत की तरफ से पहले 4 जुलाई को वारंट जारी किया था। साथ ही उन्हें 10 जुलाई को अदालत में पेश होने के आदेश दिए थे। लेकिन अदालत में बैलिफ ने बताया था कि गिप्पी इस समय पंजाब में नहीं है। उन्हें पता चला है कि वह कनाडा गए हुए है। हालांकि कोर्ट का मानना है कि इस मामले में गिप्पी ग्रेवाल केस में शिकायतकर्ता है। साथ ही उनकी गवाही जरूरी है। ऐसे में उनका अदालत में पेश होना जरूरी है। कनाडा वाले घर पर फायरिंग हो चुकी गिप्पी ग्रेवाल कनाडा में वैंकूवर के व्हाइट रॉक इलाके में रहते हैं। पिछले साल 25 नवंबर को इनके घर पर फायरिंग भी हो चुकी है। इसकी जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग ने ली थी। लॉरेंस ने पोस्ट लिखकर न सिर्फ जिम्मेदारी ली, बल्कि जान से मारने की धमकी भी दी थी। लॉरेंस ने लिखा था, ‘हां जी सत श्री अकाल, राम राम सबनू। आज वैंकूवर व्हाइट रॉक एरिया में गिप्पी ग्रेवाल के बंगले पर फायरिंग लॉरेंस गैंग ने करवाई है। सलमान खान को बहुत भाई-भाई करता है तू, बोल अब बताए तुझे तेरा भाई। सलमान को भी वहम है कि दाउद उसकी मदद करेगा। कोई नहीं बचा सकता तुम्हें हमसे।’ पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में AAP का 13-0 मिशन फेल:सभी लोकसभा सीटों पर लड़ी, 3 ही जीत पाई; 4 मंत्री हारे, फेल्योर की 6 वजहें
पंजाब में AAP का 13-0 मिशन फेल:सभी लोकसभा सीटों पर लड़ी, 3 ही जीत पाई; 4 मंत्री हारे, फेल्योर की 6 वजहें लोकसभा चुनाव में राज्य की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी को करारी शिकस्त मिली है। 13-0 का मिशन लेकर सभी सीटों पर 5 मंत्री और 3 विधायकों समेत उतरी पार्टी केवल 3 सीटें ही जीत सकी। जबकि, पार्टी के 4 मंत्रियों को करारी शिकस्त मिली है। जीतने वालों में मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर प्रमुख हैं। उन्होंने संगरूर लोकसभा से जीत दर्ज की है। वहीं, होशियारपुर से राज कुमार चब्बेवाल चुनाव जीतने में कामयाब रहे। वह चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़कर AAP में शामिल हुए थे। इसके साथ आनंदपुर साहिब लोकसभा से मालविंदर सिंह कंग चुनाव जीतने में कामयाब रहे हैं। AAP के चुनाव में पिछड़ने की वजहें… मंत्रियों और विधायकों को नहीं मिला फ्री हैंड
2022 में जब राज्य के लोगों ने AAP को चुना, तो दावा किया गया था कि सरकार चंडीगढ़ से नहीं, बल्कि गांवों से चलेगी। इस वजह से लोगों ने AAP को चुना, लेकिन ढाई साल ऐसा नहीं हो पाया। किसी भी मंत्री और विधायक को फ्री हैंड नहीं दिया गया। लोगों के काम नहीं हो रहे थे। इस वजह से पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा है। दलबदलुओं को लोगों ने नकारा
AAP के पास लोकसभा चुनाव में उतरने के लिए मजबूत चेहरे नहीं थे। ऐसे में पार्टी की तरफ से दलबदलुओं पर दांव खेला गया। विशेषकर फतेहगढ़ साहिब में कांग्रेस के पूर्व विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी और जालंधर में पवन कुमार टीनू को चुनावी मैदान में उतारा गया, लेकिन दोनों को ही हार का मुंह देखना पड़ा। टीनू तो जालंधर में तीसरे नंबर पर रहे हैं। राज्य सभा में भेजे गैर पंजाबी
जब AAP की सरकार बनी तो इनके नेताओं ने पंजाब के हक की आवाज उठाई, लेकिन जब राज्य सभा मेंबर बनाने की बात आई तो उसमें पंजाब से बाहर के लोगों को चुना गया। विरोधी दलों ने इस मुद्दे को भी चुनाव में जोर-शोर से उठाया। उनकी दलील थी कि सरकार दिल्ली से चल रही है। यह पंजाब के पक्ष में नहीं है। इस मुद्दे को भी चुनाव में खूब उठाया गया। एक हजार की गारंटी का असर
सरकार की तरफ से चुनाव के समय गारंटी दी गई थी कि एक हजार रुपए हर महिला को हर महीने दिए जाएंगे, लेकिन अभी तक सरकार यह वादा पूरा नहीं पाई है। चुनाव में विरोधी दलों की सभी पार्टियां इस मुद्दे को प्रमुखता से उठा रही थी। आखिर में CM भगवंत मान को कहना पड़ा कि वह चुनाव के तुरंत बाद महिलाओं को एक हजार की जगह 11 सौ रुपए की गांरटी को पूरा करेंगे। इससे गांव से लेकर शहरों तक पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा। जबकि, पंजाब में 2.14 लाख वोटरों में से 1.4 लाख वोटर सीधे महिला थीं। अमृतपाल व बेअदबी मामला
अमृतपाल मामले में केस दर्ज करने से लोग थोड़ा नाराज हुए थे, लेकिन जब अमृतपाल सिंह को पंजाब से बाहर डिब्रूगढ़ की जेल भेजा गया तो लोग ज्यादा नाराज हो गए। इस वजह से पंथक लोग पार्टी से अलग हो गए। इसी तरह बेअदबी मामले में भी तक कुछ नहीं हुआ है। जबकि, सरकार बनने से पहले AAP ने कई बड़े वादे किए थे। कानून व्यवस्था व लोकल इश्यू भी हावी
पंजाब में बिगड़ती कानून व्यवस्था और स्थानीय मुद्दों का असर भी इस चुनाव में दिखा है। सीमावर्ती क्षेत्रों और जिलों में नशा व बड़े शहरों में लोगों को फिरौती, रंगदारी की कॉल्स आ रही थीं। मामला विधानसभा में भी उठा था। कई विधायकों से लोग काफी नाराज थे। इसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ा है।