एक वीडियो ने 100 साल की ‘दादी’ को पहुंचाया घर:अकेली हरिद्वार गई थी, भटकते हुए राजस्थान पहुंची, झांसी पहुंचने की कहानी

एक वीडियो ने 100 साल की ‘दादी’ को पहुंचाया घर:अकेली हरिद्वार गई थी, भटकते हुए राजस्थान पहुंची, झांसी पहुंचने की कहानी

झांसी में घर से बिछड़ी 100 साल की ‘दादी मां’ को एक वीडियो ने परिजनों से मिला दिया। वे झूठ बोलकर घर से अकेली ही हरिद्वार चली गई थी। वहां गंगा में स्नान किया और फिर भटक गई। झांसी की जगह वह भटकते हुए राजस्थान पहुंच गई। उनको रोते-बिलखते देख नोएडा के एक व्यक्ति को दया आ गई। वे सिर्फ इतना बता पा रही थी कि मैं झांसी की रहने वाली हूं। शख्स ने उन्हें दिल्ली लेकर आया और एक वीडियो बनाया कि ये बुजुर्ग झांसी की रहने वाली हैं। मैं इनको कर्नाटक एक्सप्रेस की एसी-2 में बैठाकर झांसी भेज रहा हूं। परिजन इन्हें स्टेशन से ले लें। सोशल मीडिया पर वीडियो इस कदर वायरल हुआ कि ट्रेन के झांसी पहुंचने से पहले ही वीडियो परिजन तक पहुंच गया। वे स्टेशन पहुंचे और दादी को घर ले गए। 4 दिन पहले घर से निकली थी 100 साल की बुजुर्ग का नाम रति बाई है। वह कोतवाली थाना क्षेत्र के सराय मोहल्ले की रहने वाली हैं। उनके नाती जगदीश साहू ने बताया- दादी रति बाई भक्ति में लीन रहती हैं। वह रोजाना मंदिर जाती हैं। गुरुवार को वह घर पर मंदिर जाने की बात बोलकर गई थीं। इसके बाद वे लौटकर घर नहीं आई। उनको खूब ढूंढ़ा, मगर कोई पता नहीं चल पाया। रविवार रात को एक वीडियो आया। तब पता चला कि दादी दिल्ली में हैं। उनको एक व्यक्ति ने कर्नाटक एक्सप्रेस में बैठा दिया। ट्रेन रात 2 बजे झांसी पहुंच रही थी। ऐसे में हम लोग स्टेशन पहुंचे। वहां पहले से ही 100 से ज्यादा लोग दादी को रिसीव करने के लिए खड़े थे। इसके बाद हम दादी को घर ले आए। हरिद्वार से भटक गईं रास्ता नाती जगदीश साहू ने आगे बताया- झांसी से दादी हरिद्वार पहुंची। वहां गंगा नदी में स्नान किया और फिर वे झांसी आना चाहती थीं। लेकिन भटकते हुए राजस्थान के सालासर बालाजी पहुंच गई। लोहारू स्टेशन पर वह रो रही थीं। तब नोएडा के अनुज गुप्ता मिले गए। दादी ने उनको बताया कि वे झांसी की रहने वाली है। इसके अलावा कुछ नहीं बताया। अनुज उनको अपने साथ दिल्ली ले आए। 1.01 मिनट का एक वीडियो बनाया। इसमें अनुज कह रहे हैं 21 जुलाई को सालासर धाम से लौट रहा था। लोहारू स्टेशन पर एक दादी मिलीं। जो अपना घर भूल चुकी हैं। उनको सिर्फ यह पता है कि वे झांसी की रहने वाली हैं। उनको दिल्ली लाए और कर्नाटक एक्सप्रेस में बैठा रहे हैं। ये रात 2 बजे झांसी पहुंचेगी। ज्यादा से ज्यादा वीडियो फैलाए, ताकि झांसी तक वीडियो पहुंच जाए और परिजन उनको ले जाएं। रेलवे ने शेयर किया वीडियो झांसी रेल मंडल के पीआरओ मनोज कुमार सिंह ने बताया- अनुज ने वीडियो को रेलवे को भी शेयर किया। इसे रेलवे ने बहुत गंभीरता से लिया। झांसी के कई ग्रुप और संस्थाओं को वीडियो भेजा गया। इससे परिजन मिल गए। रात 2 बजे वैगन रिपेयर वर्कशॉप के टेक्नीशियन वन आकाश कुलकर्णी, डॉ. शिवम चौहान, जागृति संस्था आदि ने वृद्ध महिला को गाड़ी से रिसीव किया। इसके बाद उनको परिजनों के हवाले कर दिया गया। ये खबर भी पढ़ें… लखनऊ से लापता छात्रा जम्मू में मिली:तीन लड़के दो लड़कियों के साथ थी; जीजा को फोन कर कहा था-बचा लो ये लोग मार देंगे लखनऊ के निगोहां से लापता छात्रा जम्मू में मिली है। पुलिस सर्विलांस की मदद से जम्मू पहुंची और छात्रा को बरामद किया। पुलिस का कहना है कि छात्रा के बयान के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पढ़ें पूरी खबर झांसी में घर से बिछड़ी 100 साल की ‘दादी मां’ को एक वीडियो ने परिजनों से मिला दिया। वे झूठ बोलकर घर से अकेली ही हरिद्वार चली गई थी। वहां गंगा में स्नान किया और फिर भटक गई। झांसी की जगह वह भटकते हुए राजस्थान पहुंच गई। उनको रोते-बिलखते देख नोएडा के एक व्यक्ति को दया आ गई। वे सिर्फ इतना बता पा रही थी कि मैं झांसी की रहने वाली हूं। शख्स ने उन्हें दिल्ली लेकर आया और एक वीडियो बनाया कि ये बुजुर्ग झांसी की रहने वाली हैं। मैं इनको कर्नाटक एक्सप्रेस की एसी-2 में बैठाकर झांसी भेज रहा हूं। परिजन इन्हें स्टेशन से ले लें। सोशल मीडिया पर वीडियो इस कदर वायरल हुआ कि ट्रेन के झांसी पहुंचने से पहले ही वीडियो परिजन तक पहुंच गया। वे स्टेशन पहुंचे और दादी को घर ले गए। 4 दिन पहले घर से निकली थी 100 साल की बुजुर्ग का नाम रति बाई है। वह कोतवाली थाना क्षेत्र के सराय मोहल्ले की रहने वाली हैं। उनके नाती जगदीश साहू ने बताया- दादी रति बाई भक्ति में लीन रहती हैं। वह रोजाना मंदिर जाती हैं। गुरुवार को वह घर पर मंदिर जाने की बात बोलकर गई थीं। इसके बाद वे लौटकर घर नहीं आई। उनको खूब ढूंढ़ा, मगर कोई पता नहीं चल पाया। रविवार रात को एक वीडियो आया। तब पता चला कि दादी दिल्ली में हैं। उनको एक व्यक्ति ने कर्नाटक एक्सप्रेस में बैठा दिया। ट्रेन रात 2 बजे झांसी पहुंच रही थी। ऐसे में हम लोग स्टेशन पहुंचे। वहां पहले से ही 100 से ज्यादा लोग दादी को रिसीव करने के लिए खड़े थे। इसके बाद हम दादी को घर ले आए। हरिद्वार से भटक गईं रास्ता नाती जगदीश साहू ने आगे बताया- झांसी से दादी हरिद्वार पहुंची। वहां गंगा नदी में स्नान किया और फिर वे झांसी आना चाहती थीं। लेकिन भटकते हुए राजस्थान के सालासर बालाजी पहुंच गई। लोहारू स्टेशन पर वह रो रही थीं। तब नोएडा के अनुज गुप्ता मिले गए। दादी ने उनको बताया कि वे झांसी की रहने वाली है। इसके अलावा कुछ नहीं बताया। अनुज उनको अपने साथ दिल्ली ले आए। 1.01 मिनट का एक वीडियो बनाया। इसमें अनुज कह रहे हैं 21 जुलाई को सालासर धाम से लौट रहा था। लोहारू स्टेशन पर एक दादी मिलीं। जो अपना घर भूल चुकी हैं। उनको सिर्फ यह पता है कि वे झांसी की रहने वाली हैं। उनको दिल्ली लाए और कर्नाटक एक्सप्रेस में बैठा रहे हैं। ये रात 2 बजे झांसी पहुंचेगी। ज्यादा से ज्यादा वीडियो फैलाए, ताकि झांसी तक वीडियो पहुंच जाए और परिजन उनको ले जाएं। रेलवे ने शेयर किया वीडियो झांसी रेल मंडल के पीआरओ मनोज कुमार सिंह ने बताया- अनुज ने वीडियो को रेलवे को भी शेयर किया। इसे रेलवे ने बहुत गंभीरता से लिया। झांसी के कई ग्रुप और संस्थाओं को वीडियो भेजा गया। इससे परिजन मिल गए। रात 2 बजे वैगन रिपेयर वर्कशॉप के टेक्नीशियन वन आकाश कुलकर्णी, डॉ. शिवम चौहान, जागृति संस्था आदि ने वृद्ध महिला को गाड़ी से रिसीव किया। इसके बाद उनको परिजनों के हवाले कर दिया गया। ये खबर भी पढ़ें… लखनऊ से लापता छात्रा जम्मू में मिली:तीन लड़के दो लड़कियों के साथ थी; जीजा को फोन कर कहा था-बचा लो ये लोग मार देंगे लखनऊ के निगोहां से लापता छात्रा जम्मू में मिली है। पुलिस सर्विलांस की मदद से जम्मू पहुंची और छात्रा को बरामद किया। पुलिस का कहना है कि छात्रा के बयान के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पढ़ें पूरी खबर   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर