हरियाणा में ब्राह्मणों पर फायरिंग की इनसाइड स्टोरी:तीसरे दिन ही बासी खिचड़ी मिली, शिकायत नहीं सुनी; ब्राह्मण भारी पड़े तो बाउंसरों ने गोलियां चलाईं हरियाणा के कुरुक्षेत्र में शनिवार को महायज्ञ में आए ब्राह्मणों पर आयोजकों के ही पर्सनल सुरक्षाकर्मियों ने अचानक फायरिंग कर दी। इसमें एक ब्राह्मण आशीष तिवारी को गोली लग गई, जबकि दूसरे ब्राह्मण प्रिंस शुक्ला को भी चोट लग गई। इससे ब्राह्मणों ने गुस्से में आकर सड़क जाम कर दी। महायज्ञ के बैनर-होर्डिंग फाड़ दिए, पथराव किया। हालात इतने बिगड़े कि पुलिस को हल्का बल प्रयोग तक करना पड़ गया। ब्राह्मणों ने कहा कि उन्हें बासी खाना दिया जा रहा था। फिलहाल, पुलिस ने घायल आशीष तिवारी के बयान के आधार पर 2 अज्ञातों पर आर्म्स एक्ट और हत्या की कोशिश समेत कई धाराओं में FIR दर्ज की है। आखिर अचानक महायज्ञ में ऐसा क्या हुआ कि ब्राह्मणों पर फायरिंग करने तक की नौबत आ गई। मंत्रोच्चार छोड़ ब्राह्मणों ने तोड़फोड़ कर दी। दैनिक भास्कर ने इसकी पड़ताल की तो उसमें सामने आया कि इस झड़प की नींव 18 मार्च से महायज्ञ शुरू होने के 3 दिन बाद ही पड़ गई थी। हालांकि, तब मामला निपट गया, लेकिन जब ब्राह्मणों की शिकायत दूर नहीं हुई तो विवाद बढ़ गया और नौबत फायरिंग तक पहुंच गई। महायज्ञ में विवाद से फायरिंग तक की कहानी… सबसे पहले 20 मार्च को हुआ विवाद
कुरुक्षेत्र के केशव पार्क में 1008 कुंडीय जनकल्याण शिव शक्ति महायज्ञ 18 मार्च को शुरू हुआ। इसमें उत्तर प्रदेश के 1008 ब्राह्मणों को खास तौर पर बुलाया गया। उनके रहने और खाने-पीने की व्यवस्था अलग-अलग धर्मशालाओं में की गई। 20 मार्च को जब ये ब्राह्मण खाना खा रहे थे तो उन्होंने कहा कि उन्हें बासी खाना दिया गया है। उन्होंने खाना बनाने वालों के साथ आयोजकों से भी इसकी शिकायत की। उन्हें भरोसा मिला कि खाना ताजा है और आगे से उन्हें शिकायत का मौका नहीं मिलेगा। इसके बाद ब्राह्मण अपने मंत्रोच्चार के काम पर लग गए। नाश्ते में मिली खिचड़ी, ब्राह्मणों ने कहा- बासी चावल से बनाई
फायरिंग वाले दिन यानी शनिवार, 22 मार्च को सुबह करीब 9 बजे ब्राह्मण सैनी समाज भवन में भंडारे में भोजन कर रहे थे। उसी वक्त उन्होंने कहा कि खिचड़ी से बदबू आ रही है। उन्होंने खाना छोड़ दिया। ब्राह्मणों ने आरोप लगाया कि खिचड़ी रात के बचे चावल से बनाई गई है। शिकायत की तो भंडारे में मौजूद लोगों ने झगड़ा किया
इसके बाद ब्राह्मणों ने खाने पर सवाल उठाने शुरू किए और भंडारे की देखरेख कर रहे लोगों से शिकायत की तो उन्होंने उल्टा बहस शुरू कर दी। ब्राह्मणों का आरोप है कि उनके साथ गाली-गलौज की गई। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो उनसे मारपीट की गई। इससे माहौल गरमा गया। शिकायत करने गए ब्राह्मणों पर बाउंसरों का हमला, फायरिंग
इसके आगे की कहानी मध्य प्रदेश के दमोह के ब्राह्मण प्रशांत अवस्थी ने बताई। कहा कि जब ब्राह्मण भोजन की गुणवत्ता की शिकायत लेकर आयोजकों के पास जा रहे थे, तभी मारपीट करने वालों ने बाउंसरों को मौके पर बुला लिया। बाउंसर 2 गाड़ियों में भरकर पहुंचे। उन्होंने आते ही ब्राह्मणों को धमकाना और गाली-गलौज करना शुरू कर दिया। जब ब्राह्मणों ने इसका विरोध किया, तो बाउंसरों ने मारपीट कर दी। ब्राह्मणों ने रोकने की कोशिश की तो फायरिंग कर दी
ब्राह्मणों से मारपीट करते देख उनके साथी ब्राह्मण भी वहां इकट्ठा हो गए। मारपीट के दौरान वह बाउंसरों पर भारी पड़ गए। ब्राह्मणों का गुस्सा देख बाउंसर भी डर गए और उन्हें डराने के लिए उन्होंने फायरिंग कर दी। 2 राउंड फायरिंग में एक गोली लखनऊ के ब्राह्मण आशीष तिवारी को लग गई। आशीष की जांघ में गोली लगते ही माहौल बिगड़ गया। ब्राह्मणों ने भी पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद बाउंसर वहां से फरार हो गए। फायरिंग के बाद फूटा ब्राह्मणों का गुस्सा
बाउंसर तो भाग निकले, लेकिन ब्राह्मणों का गुस्सा भड़क उठा। उन्होंने केशव पार्क के सामने गुलजारी लाल नंद मार्ग पर जाम लगा दिया। वहां लगाए गए यज्ञ महोत्सव के पोस्टर फाड़ दिए। बाउंसरों पर पत्थरबाजी की। इसी दौरान एक और ब्राह्मण प्रिंस शुक्ला की छाती में पत्थर लग गया। करीब 3 घंटे तक रोड जाम रहा। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर किसी तरह भीड़ को शांत कराया। साथ ही गोली लगने से घायल आशीष तिवारी और पत्थरबाजी में घायल प्रिंस शुक्ला को LNJP अस्पताल ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने उन्हें रेफर कर दिया। फिलहाल दोनों कुरुक्षेत्र के एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं। ब्राह्मणों के आरोप के बाद फेंक दी गई खिचड़ी
ब्राह्मणों ने आरोप लगाया कि बाउंसर उनके साथ मारपीट कर देते थे। वे कहीं घूम रहे होते तो आते ही हाथ उठा देते थे। इस बारे में कई बार शिकायत भी की, मगर कोई एक्शन नहीं लिया गया। खराब भोजन को लेकर दो दिन पहले भी शिकायत हुई थी। उस पर आयोजकों ने कुछ नहीं किया। उधर, महायज्ञ के आयोजक स्वामी हरिओम दास ने कहा कि कुछ षडयंत्रकारी यज्ञ को किसी भी तरह नष्ट करना चाहते हैं। भोजन की शिकायत कुछ चंद लोगों ने की। यदि भोजन खराब होता तो 700-800 लोग आए थे, वे भी शिकायत करते। वहीं, विवाद बढ़ने पर नाश्ते के लिए बनी खिचड़ी को फेंक दिया गया। दो अज्ञात आरोपियों पर FIR, CCTV फुटेज खंगाले जा रहे
DSP हेडक्वार्टर सुनील कुमार ने बताया कि आशीष तिवारी के बयान के आधार पर 2 अज्ञात लोगों पर आर्म्स एक्ट और हत्या की कोशिश समेत कई धाराओं में FIR दर्ज की गई है। फिलहाल, स्थिति नियंत्रण में है और दोनों पक्षों के बीच बातचीत चल रही है। आरोपियों की पहचान के लिए CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं। मामले की जांच CIA-1 और CIA-2 की टीमें कर रही हैं। थाना कृष्णा गेट के SHO जगदीश टामक ने बताया कि महायज्ञ के लिए 40 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी। रात के समय 9 कर्मी तैनात रहते थे और दिन में 31 कर्मी यज्ञशाला में तैनात रहते थे। जिस वक्त संतों ने हंगामा शुरू किया, उस वक्त वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया था। पूर्व राज्यमंत्री बोले- घायलों का पूरा खर्चा उठाएंगे
शनिवार शाम को पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने अस्पताल में घायलों का हाल जाना। उन्होंने सैनी समाज धर्मशाला में श्रद्धालुओं के लिए बने भोजन की गुणवत्ता भी चेक की। कहा कि इस मामले में जो भी लोग घायल हुए हैं, उनके इलाज का पूरा खर्च वह उठाएंगे। यह भी बताया कि केशव पार्क में निर्धारित शेड्यूल के अनुसार 1008 कुंडीय जनकल्याण शिव शक्ति महायज्ञ जारी रहेगा। ———————- महायज्ञ बवाल से जुड़ी ये खबरे पढ़ें… कुरुक्षेत्र में महायज्ञ में आए ब्राह्मणों पर फायरिंग, लखनऊ के ब्राह्मण को लगी गोली; गुस्साए ब्राह्मणों ने तोड़फोड़-पथराव किया, बासी खाने पर झगड़ा हुआ हरियाणा के कुरुक्षेत्र में महायज्ञ में आए ब्राह्मणों पर शनिवार सुबह साढ़े 9 बजे आयोजकों के सुरक्षा गार्डों ने फायरिंग कर दी। जिसमें लखनऊ से आए ब्राह्मण आशीष तिवारी को गोली लग गई। इससे ब्राह्मण भड़क गए। इसके बाद उनकी और आयोजकों के हायर निजी एजेंसी के सुरक्षा गार्डों के बीच मारपीट हुई। इसमें लखीमपुर के रहने वाले प्रिंस शुक्ला भी जख्मी हो गए। पूरी खबर पढ़ें… 13 तस्वीरों में देखिए कुरुक्षेत्र का बवाल, द्वार तोड़े, हाईवे जाम किया कुरुक्षेत्र में 18 मार्च से शुरू हुए महायज्ञ में शनिवार सुबह बवाल हो गया। बासी खाने को लेकर ब्राह्मणों ने कुछ ऐसा विरोध किया कि आयोजकों के बाउंसरों को गोलियां तक चलानी पड़ गईं। गोली की आवाज सुन महायज्ञ में पहुंचे हजारों ब्राह्मण गुस्सा गए। बड़ी संख्या में वे पंडाल से बाहर निकलने लगे। किसी ने यज्ञ द्वार तोड़े, किसी ने आयोजकों के होर्डिंग फाड़े तो किसी ने महायज्ञ के लिए बनाए गए पंडालों पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। पूरी खबर पढ़ें…