एचआरटीसी बसों में 15% किराया बढ़ाने का विरोध:माकपा ने एडीसी को सौंपा ज्ञापन, कहा- वापस नहीं लिया तो करेंगे आंदोलन

एचआरटीसी बसों में 15% किराया बढ़ाने का विरोध:माकपा ने एडीसी को सौंपा ज्ञापन, कहा- वापस नहीं लिया तो करेंगे आंदोलन

हिमाचल प्रदेश में एचआरटीसी बसों के किराए में की गई 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी के विरोध में माकपा और सीपीआईएम ने आंदोलन की चेतावनी दी है। वामदलों ने एडीसी मंडी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर किराया वृद्धि वापस लेने की मांग की है। माकपा की राज्य कमेटी सदस्य बिना वैद्य ने बताया कि एडीसी रोहित राठौर को सौंपे ज्ञापन में बेतहाशा की गई किराया वृद्धि को तत्काल वापस लेने की मांग की गई है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर मांग नहीं मानी गई तो लोगों के साथ मिलकर उग्र आंदोलन किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी। वैद्य ने कहा कि प्रदेश में युद्ध जैसे माहौल के दौरान सरकार ने बस किराया बढ़ाकर गरीब तबके को ठेस पहुंचाई है। सरकार को महंगाई कम करने और रोजगार के अवसर पैदा करने चाहिए, लेकिन वह किराया बढ़ाकर आम जनता पर अतिरिक्त बोझ डाल रही है। वामदल नेता ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से किराया वृद्धि को तुरंत वापस लेने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने जल्द निर्णय नहीं लिया तो व्यापक जन आंदोलन किया जाएगा। हिमाचल प्रदेश में एचआरटीसी बसों के किराए में की गई 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी के विरोध में माकपा और सीपीआईएम ने आंदोलन की चेतावनी दी है। वामदलों ने एडीसी मंडी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर किराया वृद्धि वापस लेने की मांग की है। माकपा की राज्य कमेटी सदस्य बिना वैद्य ने बताया कि एडीसी रोहित राठौर को सौंपे ज्ञापन में बेतहाशा की गई किराया वृद्धि को तत्काल वापस लेने की मांग की गई है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर मांग नहीं मानी गई तो लोगों के साथ मिलकर उग्र आंदोलन किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी। वैद्य ने कहा कि प्रदेश में युद्ध जैसे माहौल के दौरान सरकार ने बस किराया बढ़ाकर गरीब तबके को ठेस पहुंचाई है। सरकार को महंगाई कम करने और रोजगार के अवसर पैदा करने चाहिए, लेकिन वह किराया बढ़ाकर आम जनता पर अतिरिक्त बोझ डाल रही है। वामदल नेता ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से किराया वृद्धि को तुरंत वापस लेने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने जल्द निर्णय नहीं लिया तो व्यापक जन आंदोलन किया जाएगा।   हिमाचल | दैनिक भास्कर