कानपुर में एक वकील ने अपनी बेटी को उसके साथी छात्र के साथ कोल्ड ड्रिंक पीते हुए देख लिया। इसके बाद वकील ने छात्र को अपने फार्म हाउस पर बंधक बनाकर 2 घंटे तक बेरहमी से पिटाई की। प्लास से होंठ, कान और नाखून नोचा। रूह कंपाने वाली हैवानियत के आरोपी अधिवक्ता को थाने में पुलिस ने VIP ट्रीटमेंट दिया। अधिवक्ताओं की गुंडागर्दी के आगे कानपुर पुलिस ने इस कदर सरेंडर कर दिया कि सुनकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे। वकीलों के हंगामा-बवाल के बाद पुलिस कमिश्नर के आदेश पर ICU में भर्ती छात्र के खिलाफ ही छेड़खानी समेत अन्य गंभीर धाराओं में क्रॉस FIR दर्ज की गई है। आरोपियों को थाने से लेकर कोर्ट तक किस तरह VIP ट्रीटमेंट मिलता रहा? पढ़ें दैनिक भास्कर की ग्राउंड पर पड़ताल करती हुई रिपोर्ट… दबाव को देखते हुए पुलिस ने आरोपी की पत्नी को हिरासत से छोड़ा
डी. फार्मा के नाबालिग छात्र का अपहरण और उसके साथ बेरहमी से पिटाई और हैवानियत का केस सामने आने के बाद कानपुर पुलिस कमिश्नर दफ्तर से करीब 30 किमी दूर मामले की हकीकत जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम बिठूर थाने पहुंची। थाने के सामने वकीलों का झुंड था। पुलिस पर दबाव बनाने के लिए भारी संख्या में महिलाओं को भी लाया गया था। कई प्रधान भी आरोपियों की पैरवी करने के लिए थाना प्रभारी के कमरे में बैठे थे। अधिवक्ताओं के दबाव को देखते हुए पुलिस ने आरोपी बृज नारायण की पत्नी को हिरासत से छोड़ दिया। थानों में आरोपी को कुर्सी और फर्राटा पंखा लगाकर बैठाया
इतनी जघन्य वारदात को अंजाम देने के आरोपी अधिवक्ता बृजनारायण और उसके भाई तेज नारायण को थाने में कुर्सी पर बैठाया गया था। दोनों को हवा के लिए अलग से फर्राटा पंखा मंगाकर लगाया गया। आरोपी अधिवक्ता लगातार थाने के भीतर फोन पर बात करके अपने केस को मैनेज कर रहा था। बाहर निकलकर अपने साथी वकीलों और नजदीकियों को निर्देश दे रहा था। केस में आठ आरोपी शामिल थे, लेकिन अधिवक्ताओं के विरोध प्रदर्शन और हंगामा के चलते पुलिस अन्य आरोपियों की अरेस्टिंग की हिम्मत तक नहीं कर सकी। देर शाम दोनों को कोर्ट में पेश किया गया। थाने से मैनेज हो रहा था कमिश्नर दफ्तर का हंगामा-बवाल
छात्र को अगवा करके बेरहमी से पीटने के आरोपी अधिवक्ता बृज नारायण की अरेस्टिंग करते ही वकीलों ने शनिवार को पुलिस कमिश्नर दफ्तर घेर लिया। आरोपी अधिवक्ता को छोड़ने के लिए हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। पुलिस हिरासत में अधिवक्ता बिठूर थाने से फोन पर धरना प्रदर्शन को मैनेज कर रहा था। फिर शनिवार को देर शाम बैकफुट पर आई पुलिस ने पीड़ित नाबालिग छात्र के खिलाफ छेड़खानी समेत अन्य गंभीर धाराओं में FIR दर्ज की। पिता बोले…कुछ देर और नहीं पहुंचते तो मेरे बेटे को काटकर गंगा में डाल देते
छात्र के पिता केशव शर्मा ने बताया कि रात 9:30 बजे मेरा बेटा टहलने निकला था, उसकी नजदीकी लड़की मिल गई तो दोनों कोल्ड ड्रिंक पी रहे थे। लड़की के अधिवक्ता पिता ने देख लिया और उन्हें कुछ गलत लगा। इसके बाद अधिवक्ता ने मेरे बेटे को अगवा कर लिया। मेरे बेटे को अगवा कर लिया और बहुत बुरी तरह से मारा। कटरी के जंगल में बने फॉर्म हाउस में मेरे बेटे को बंधक बनाकर रखा था। मेरे बेटे को लोहे की रॉड, डंडे और बेल्ट से पीटा। इतना ही नहीं मेरे बेटे का प्लास से होठ, कान और नाखून नोचा। मेरे बेटे की हत्या का इरादा था। हमसे कह रहे थे कि एक घंटे के भीतर आ जाओ नहीं तो मारकर काटकर गंगा बैराज में डाल देंगे। मेरे पास जब धमकी देने वाले का नंबर आया तो हम कानपुर देहात से सीधे बिठूर थाने पहुंचे और पुलिस को मामले की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस सक्रिय हो गई और पुलिस के जरिए ही आरोपी तक देर रात पहुंचे। जब हम पुलिस के साथ फॉर्म हाउस में पहुंचे तो मेरा बेटा कुर्सी पर रस्सी से बंधा हुआ था। पूरे शरीर पर चोट का निशान था, वो न खड़ा हाे सकता था, न चल सकता था, यहां तक कि मेरा बेटा बोल भी नहीं पा रहा था। मेरे बेटे की सांसें टूट रही थी। ऐसा लग रहा था कि बस 5 से 10 मिनट में मेरे बेटे का दम निकल जाएगा। पांच लाख रुपए फिरौती मांगने का आरोप
छात्र की मां का कहना है कि आरोपियों ने फोन किया तो उनसे 5 लाख रुपए की डिमांड भी की गई थी। अगर एक घंटे में रुपए और तुम लोग नहीं पहुंचे तो बेटे के टुकड़े-टुकड़े करके गंगा में फेंक देंगे। मेरे बेटे के पूरे शरीर में चोट है। कोई ऐसी जगह नहीं जहां पर चोट नहीं हो। क्या इन लोगों के बच्चे नहीं हैं, जो मेरे बेटे के साथ ऐसा व्यवहार किया। मेरे बेटे ने कुछ गलत नहीं किया, सिर्फ उनकी बेटी के साथ टहल रहा था। वकील है तो कुछ भी करेगा क्या। मेरे बेटे के साथ जैसा किया है, हम तो चाहते हैं कि आरोपियों को भी इसी तरह मार पड़नी चाहिए। मेरी तो सरकार से अपील है कि इस तरह के वकीलों को तो दुनिया से ही उठा देना चाहिए। मां-बाप के दिल से पूछिए उनके दिल पर क्या बीत रही है। मेरा योगी जी से हाथ जोड़कर निवेदन है कि आरोपी वकील के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और उसके ऊपर भी बुलडोजर की कार्रवाई होनी चाहिए। मां बोली- हमारे लड़के को उनकी लड़की ले जा रही थी
छात्र की मां से जब यह सवाल पूछा गया कि आपके बेटे पर आरोपी अधिवक्ता अब छेड़खानी का आरोप लगा रहे हैं। मां ने कहा कि पांच लाख फिरौती मांग रहे थे, तब छेड़खानी का कोई मामला नहीं था। अब एफआईआर दर्ज हो गई तो अपनी बेटी से छेड़खानी का आरोप लगवा रहे हैं। हम तो ये कहेंगे कि हमारे लड़के को तुम्हारी लड़की लिए जा रही थी। लड़की ने ही पहल की होगी। ICU में छात्र की हालत गंभीर
पिटाई से गंभीर रूप से घायल छात्र हैलट के आईसीयू में भर्ती है। इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि छात्र की हालत बेहद नाजुक है। शरीर पर कोई ऐसा अंग नहीं जहां पर चोट के निशान नहीं हैं। पूरा शरीर पिटाई से काला पड़ा हुआ है। छात्र की गंभीर हालत को देखते हुए उसे आईसीयू में रखा गया है। डंडों की पिटाई से शरीर में कई जगह फ्रैक्चर भी है। फिलहाल पूरे शरीर का सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड समेत अन्य सभी जांचें कराई गई हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर इलाज किया जा रहा है। ये था पूरा मामला
कानपुर देहात बरौर में रहने वाले केशव कुमार शर्मा का 17 साल का बेटा बिठूर गंगपुर में अपनी नानी मुन्नी देवी के यहां रहकर यहीं के साक्षी स्कूल बैकुंठपुर कॉलेज से डी-फार्मा की पढ़ाई कर रहा है। ईश्वरीगंज बिठूर के ही रहने वाले अधिवक्ता बृजनारायण निषाद की बेटी से केशव के बेटे की दोस्ती हो गई थी। बृजनारायण के घर के पास शुक्रवार रात को दोनों मिले और एक शॉप पर कोल्ड ड्रिंक पी रहे थे। अधिवक्ता ने बेटी को लड़के के साथ देख लिया और यह बात इतनी नागवार गुजरी कि बेटी को तो खींचकर घर ले गया, लेकिन नाबालिग छात्र को भी कार से गुंडों के साथ अगवा कर लिया। इसके बाद बिठूर के चिरान गांव के जंगल में बने फॉर्म हाउस में डंडा, बेल्ट और लोहे की रॉड से बेरहमी से पीटा। इतना ही नहीं छात्र का प्लास से होंठ, नाखून और कान तक नोच लिया। गनीमत रही कि पिता की सूचना पर बिठूर पुलिस ने छात्र को बरामद कर लिया और दो आरोपी अधिवक्ता बृजनारायण और उसके भाई तेज नारायण को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। कानपुर में एक वकील ने अपनी बेटी को उसके साथी छात्र के साथ कोल्ड ड्रिंक पीते हुए देख लिया। इसके बाद वकील ने छात्र को अपने फार्म हाउस पर बंधक बनाकर 2 घंटे तक बेरहमी से पिटाई की। प्लास से होंठ, कान और नाखून नोचा। रूह कंपाने वाली हैवानियत के आरोपी अधिवक्ता को थाने में पुलिस ने VIP ट्रीटमेंट दिया। अधिवक्ताओं की गुंडागर्दी के आगे कानपुर पुलिस ने इस कदर सरेंडर कर दिया कि सुनकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे। वकीलों के हंगामा-बवाल के बाद पुलिस कमिश्नर के आदेश पर ICU में भर्ती छात्र के खिलाफ ही छेड़खानी समेत अन्य गंभीर धाराओं में क्रॉस FIR दर्ज की गई है। आरोपियों को थाने से लेकर कोर्ट तक किस तरह VIP ट्रीटमेंट मिलता रहा? पढ़ें दैनिक भास्कर की ग्राउंड पर पड़ताल करती हुई रिपोर्ट… दबाव को देखते हुए पुलिस ने आरोपी की पत्नी को हिरासत से छोड़ा
डी. फार्मा के नाबालिग छात्र का अपहरण और उसके साथ बेरहमी से पिटाई और हैवानियत का केस सामने आने के बाद कानपुर पुलिस कमिश्नर दफ्तर से करीब 30 किमी दूर मामले की हकीकत जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम बिठूर थाने पहुंची। थाने के सामने वकीलों का झुंड था। पुलिस पर दबाव बनाने के लिए भारी संख्या में महिलाओं को भी लाया गया था। कई प्रधान भी आरोपियों की पैरवी करने के लिए थाना प्रभारी के कमरे में बैठे थे। अधिवक्ताओं के दबाव को देखते हुए पुलिस ने आरोपी बृज नारायण की पत्नी को हिरासत से छोड़ दिया। थानों में आरोपी को कुर्सी और फर्राटा पंखा लगाकर बैठाया
इतनी जघन्य वारदात को अंजाम देने के आरोपी अधिवक्ता बृजनारायण और उसके भाई तेज नारायण को थाने में कुर्सी पर बैठाया गया था। दोनों को हवा के लिए अलग से फर्राटा पंखा मंगाकर लगाया गया। आरोपी अधिवक्ता लगातार थाने के भीतर फोन पर बात करके अपने केस को मैनेज कर रहा था। बाहर निकलकर अपने साथी वकीलों और नजदीकियों को निर्देश दे रहा था। केस में आठ आरोपी शामिल थे, लेकिन अधिवक्ताओं के विरोध प्रदर्शन और हंगामा के चलते पुलिस अन्य आरोपियों की अरेस्टिंग की हिम्मत तक नहीं कर सकी। देर शाम दोनों को कोर्ट में पेश किया गया। थाने से मैनेज हो रहा था कमिश्नर दफ्तर का हंगामा-बवाल
छात्र को अगवा करके बेरहमी से पीटने के आरोपी अधिवक्ता बृज नारायण की अरेस्टिंग करते ही वकीलों ने शनिवार को पुलिस कमिश्नर दफ्तर घेर लिया। आरोपी अधिवक्ता को छोड़ने के लिए हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। पुलिस हिरासत में अधिवक्ता बिठूर थाने से फोन पर धरना प्रदर्शन को मैनेज कर रहा था। फिर शनिवार को देर शाम बैकफुट पर आई पुलिस ने पीड़ित नाबालिग छात्र के खिलाफ छेड़खानी समेत अन्य गंभीर धाराओं में FIR दर्ज की। पिता बोले…कुछ देर और नहीं पहुंचते तो मेरे बेटे को काटकर गंगा में डाल देते
छात्र के पिता केशव शर्मा ने बताया कि रात 9:30 बजे मेरा बेटा टहलने निकला था, उसकी नजदीकी लड़की मिल गई तो दोनों कोल्ड ड्रिंक पी रहे थे। लड़की के अधिवक्ता पिता ने देख लिया और उन्हें कुछ गलत लगा। इसके बाद अधिवक्ता ने मेरे बेटे को अगवा कर लिया। मेरे बेटे को अगवा कर लिया और बहुत बुरी तरह से मारा। कटरी के जंगल में बने फॉर्म हाउस में मेरे बेटे को बंधक बनाकर रखा था। मेरे बेटे को लोहे की रॉड, डंडे और बेल्ट से पीटा। इतना ही नहीं मेरे बेटे का प्लास से होठ, कान और नाखून नोचा। मेरे बेटे की हत्या का इरादा था। हमसे कह रहे थे कि एक घंटे के भीतर आ जाओ नहीं तो मारकर काटकर गंगा बैराज में डाल देंगे। मेरे पास जब धमकी देने वाले का नंबर आया तो हम कानपुर देहात से सीधे बिठूर थाने पहुंचे और पुलिस को मामले की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस सक्रिय हो गई और पुलिस के जरिए ही आरोपी तक देर रात पहुंचे। जब हम पुलिस के साथ फॉर्म हाउस में पहुंचे तो मेरा बेटा कुर्सी पर रस्सी से बंधा हुआ था। पूरे शरीर पर चोट का निशान था, वो न खड़ा हाे सकता था, न चल सकता था, यहां तक कि मेरा बेटा बोल भी नहीं पा रहा था। मेरे बेटे की सांसें टूट रही थी। ऐसा लग रहा था कि बस 5 से 10 मिनट में मेरे बेटे का दम निकल जाएगा। पांच लाख रुपए फिरौती मांगने का आरोप
छात्र की मां का कहना है कि आरोपियों ने फोन किया तो उनसे 5 लाख रुपए की डिमांड भी की गई थी। अगर एक घंटे में रुपए और तुम लोग नहीं पहुंचे तो बेटे के टुकड़े-टुकड़े करके गंगा में फेंक देंगे। मेरे बेटे के पूरे शरीर में चोट है। कोई ऐसी जगह नहीं जहां पर चोट नहीं हो। क्या इन लोगों के बच्चे नहीं हैं, जो मेरे बेटे के साथ ऐसा व्यवहार किया। मेरे बेटे ने कुछ गलत नहीं किया, सिर्फ उनकी बेटी के साथ टहल रहा था। वकील है तो कुछ भी करेगा क्या। मेरे बेटे के साथ जैसा किया है, हम तो चाहते हैं कि आरोपियों को भी इसी तरह मार पड़नी चाहिए। मेरी तो सरकार से अपील है कि इस तरह के वकीलों को तो दुनिया से ही उठा देना चाहिए। मां-बाप के दिल से पूछिए उनके दिल पर क्या बीत रही है। मेरा योगी जी से हाथ जोड़कर निवेदन है कि आरोपी वकील के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और उसके ऊपर भी बुलडोजर की कार्रवाई होनी चाहिए। मां बोली- हमारे लड़के को उनकी लड़की ले जा रही थी
छात्र की मां से जब यह सवाल पूछा गया कि आपके बेटे पर आरोपी अधिवक्ता अब छेड़खानी का आरोप लगा रहे हैं। मां ने कहा कि पांच लाख फिरौती मांग रहे थे, तब छेड़खानी का कोई मामला नहीं था। अब एफआईआर दर्ज हो गई तो अपनी बेटी से छेड़खानी का आरोप लगवा रहे हैं। हम तो ये कहेंगे कि हमारे लड़के को तुम्हारी लड़की लिए जा रही थी। लड़की ने ही पहल की होगी। ICU में छात्र की हालत गंभीर
पिटाई से गंभीर रूप से घायल छात्र हैलट के आईसीयू में भर्ती है। इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि छात्र की हालत बेहद नाजुक है। शरीर पर कोई ऐसा अंग नहीं जहां पर चोट के निशान नहीं हैं। पूरा शरीर पिटाई से काला पड़ा हुआ है। छात्र की गंभीर हालत को देखते हुए उसे आईसीयू में रखा गया है। डंडों की पिटाई से शरीर में कई जगह फ्रैक्चर भी है। फिलहाल पूरे शरीर का सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड समेत अन्य सभी जांचें कराई गई हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर इलाज किया जा रहा है। ये था पूरा मामला
कानपुर देहात बरौर में रहने वाले केशव कुमार शर्मा का 17 साल का बेटा बिठूर गंगपुर में अपनी नानी मुन्नी देवी के यहां रहकर यहीं के साक्षी स्कूल बैकुंठपुर कॉलेज से डी-फार्मा की पढ़ाई कर रहा है। ईश्वरीगंज बिठूर के ही रहने वाले अधिवक्ता बृजनारायण निषाद की बेटी से केशव के बेटे की दोस्ती हो गई थी। बृजनारायण के घर के पास शुक्रवार रात को दोनों मिले और एक शॉप पर कोल्ड ड्रिंक पी रहे थे। अधिवक्ता ने बेटी को लड़के के साथ देख लिया और यह बात इतनी नागवार गुजरी कि बेटी को तो खींचकर घर ले गया, लेकिन नाबालिग छात्र को भी कार से गुंडों के साथ अगवा कर लिया। इसके बाद बिठूर के चिरान गांव के जंगल में बने फॉर्म हाउस में डंडा, बेल्ट और लोहे की रॉड से बेरहमी से पीटा। इतना ही नहीं छात्र का प्लास से होंठ, नाखून और कान तक नोच लिया। गनीमत रही कि पिता की सूचना पर बिठूर पुलिस ने छात्र को बरामद कर लिया और दो आरोपी अधिवक्ता बृजनारायण और उसके भाई तेज नारायण को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर