गाजियाबाद में शुक्रवार यानी 28 जून की शाम एनकाउंटर में एक बदमाश रिहान मारा गया। इसके खिलाफ रंगदारी, हत्या का प्रयास और मारपीट जैसे चार मुकदमे दर्ज थे। रिहान ने पहले तो दिल्ली पुलिस पर फायरिंग करके अपने चाचा बदमाश को छुड़ाया। फिर गाजियाबाद पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल को गोली मार दी। तीसरी गोली खुद को ही लग गई और मारा गया। पुलिस का दावा है कि रिहान और इसका पूरा परिवार ही अपराध में लिप्त है। इसके परिवार की महिलाएं भी जेल जा चुकी हैं। रिहान की मौत से पहले एक वीडियो सामने आया है। नौ सेकेंड की वीडियो में वो खुलेआम पुलिस के ऊपर गोलियां चलाते दिख रहा है। खुलेआम गोलीबारी से सड़क पर दहशत के हालात बन गए थे। चोरी में वांटेड है मन्नू, उसे पकड़ने आई थी दिल्ली पुलिस
शुक्रवार दोपहर डेढ़ बजे दिल्ली की गोकुलपुरी थाना पुलिस ने गाजियाबाद में सबसे पहले लोनी क्षेत्र की प्रेमनगर कॉलोनी में दबिश दी। यहां मन्नू बदमाश नहीं मिला। पता चला कि वो अंकुर विहार थाना क्षेत्र की डाबर तालाब कॉलोनी के एक घर में छिपा हुआ है। दिल्ली पुलिस यहां पर आई। मन्नू को घर से दबोच लिया। उसको साथ ले जाने लगी। तभी मन्नू का भतीजा रिहान निकलकर आया। उसके हाथ में पिस्टल थी। मन्नू ने बीच सड़क पर खुलेआम पुलिस के ऊपर पिस्टल चलाई। फायरिंग होते देख दिल्ली पुलिस मन्नू को छोड़ने के लिए मजबूर हो गई। रिहान और मन्नू वहीं एक अन्य घर में छिप गए। पिस्टल छुड़ाने के प्रयास में दबा ट्रिगर, जांघ में लगी गोली
दिल्ली पुलिस वापस नहीं लौटी, बल्कि दोनों बदमाशों के घर से बाहर निकलने का इंतजार करती रही। इतने में दिल्ली पुलिस ने गाजियाबाद पुलिस को फोन करके सूचना दे दी। तुरंत गाजियाबाद पुलिस की SOG टीम के एक सब इंस्पेक्टर और चार हेड कॉन्स्टेबल घटनास्थल पर पहुंच गए। जैसे ही हेड कॉन्स्टेबल विजय राठी ने दरवाजा खोला, सामने खड़े रिहान ने पिस्टल से सीधे गोली चलाई। ये गोली विजय के कंधे में लगी। रिहान के हाथ में पूरी लोडेड पिस्टल थी, जिसमें अभी कई कारतूस बाकी थे। पुलिसकर्मियों ने जान की परवाह किए बिना उसको दबोच लिया। उन्होंने बदमाश के हाथ में थमी पिस्टल को छुड़ाने का प्रयास किया। ट्रिगर दबने से फिर एक गोली चल गई, जो खुद रिहान की जांघ में जा लगी। दिल्ली के GTB हॉस्पिटल में रिहान की मौत हो गई। मन्नू की गिरफ्तारी को लगाई कई टीमें
रिहान के खिलाफ गाजियाबाद के थाना लोनी में चार मुकदमे दर्ज हैं। उस पर रंगदारी, हत्या का प्रयास, धमकी देना, मारपीट करने जैसे मामले शामिल हैं। रिहान के चाचा सोहेल उर्फ मन्नू पर पानीपत, बागपत, नोएडा और गाजियाबाद में 10 मुकदमे दर्ज हैं। डीसीपी विवेक चंद यादव ने बताया-मन्नू फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए कई पुलिस टीमें लगा दी गई हैं। घायल हेड कॉन्स्टेबल की हालत अब खतरे से बाहर है। गाजियाबाद में शुक्रवार यानी 28 जून की शाम एनकाउंटर में एक बदमाश रिहान मारा गया। इसके खिलाफ रंगदारी, हत्या का प्रयास और मारपीट जैसे चार मुकदमे दर्ज थे। रिहान ने पहले तो दिल्ली पुलिस पर फायरिंग करके अपने चाचा बदमाश को छुड़ाया। फिर गाजियाबाद पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल को गोली मार दी। तीसरी गोली खुद को ही लग गई और मारा गया। पुलिस का दावा है कि रिहान और इसका पूरा परिवार ही अपराध में लिप्त है। इसके परिवार की महिलाएं भी जेल जा चुकी हैं। रिहान की मौत से पहले एक वीडियो सामने आया है। नौ सेकेंड की वीडियो में वो खुलेआम पुलिस के ऊपर गोलियां चलाते दिख रहा है। खुलेआम गोलीबारी से सड़क पर दहशत के हालात बन गए थे। चोरी में वांटेड है मन्नू, उसे पकड़ने आई थी दिल्ली पुलिस
शुक्रवार दोपहर डेढ़ बजे दिल्ली की गोकुलपुरी थाना पुलिस ने गाजियाबाद में सबसे पहले लोनी क्षेत्र की प्रेमनगर कॉलोनी में दबिश दी। यहां मन्नू बदमाश नहीं मिला। पता चला कि वो अंकुर विहार थाना क्षेत्र की डाबर तालाब कॉलोनी के एक घर में छिपा हुआ है। दिल्ली पुलिस यहां पर आई। मन्नू को घर से दबोच लिया। उसको साथ ले जाने लगी। तभी मन्नू का भतीजा रिहान निकलकर आया। उसके हाथ में पिस्टल थी। मन्नू ने बीच सड़क पर खुलेआम पुलिस के ऊपर पिस्टल चलाई। फायरिंग होते देख दिल्ली पुलिस मन्नू को छोड़ने के लिए मजबूर हो गई। रिहान और मन्नू वहीं एक अन्य घर में छिप गए। पिस्टल छुड़ाने के प्रयास में दबा ट्रिगर, जांघ में लगी गोली
दिल्ली पुलिस वापस नहीं लौटी, बल्कि दोनों बदमाशों के घर से बाहर निकलने का इंतजार करती रही। इतने में दिल्ली पुलिस ने गाजियाबाद पुलिस को फोन करके सूचना दे दी। तुरंत गाजियाबाद पुलिस की SOG टीम के एक सब इंस्पेक्टर और चार हेड कॉन्स्टेबल घटनास्थल पर पहुंच गए। जैसे ही हेड कॉन्स्टेबल विजय राठी ने दरवाजा खोला, सामने खड़े रिहान ने पिस्टल से सीधे गोली चलाई। ये गोली विजय के कंधे में लगी। रिहान के हाथ में पूरी लोडेड पिस्टल थी, जिसमें अभी कई कारतूस बाकी थे। पुलिसकर्मियों ने जान की परवाह किए बिना उसको दबोच लिया। उन्होंने बदमाश के हाथ में थमी पिस्टल को छुड़ाने का प्रयास किया। ट्रिगर दबने से फिर एक गोली चल गई, जो खुद रिहान की जांघ में जा लगी। दिल्ली के GTB हॉस्पिटल में रिहान की मौत हो गई। मन्नू की गिरफ्तारी को लगाई कई टीमें
रिहान के खिलाफ गाजियाबाद के थाना लोनी में चार मुकदमे दर्ज हैं। उस पर रंगदारी, हत्या का प्रयास, धमकी देना, मारपीट करने जैसे मामले शामिल हैं। रिहान के चाचा सोहेल उर्फ मन्नू पर पानीपत, बागपत, नोएडा और गाजियाबाद में 10 मुकदमे दर्ज हैं। डीसीपी विवेक चंद यादव ने बताया-मन्नू फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए कई पुलिस टीमें लगा दी गई हैं। घायल हेड कॉन्स्टेबल की हालत अब खतरे से बाहर है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर