एसकेएम और केएमएम आज घेरेंगे सीएम निवास:17 जगह मंत्रियों-विधायकों को भी घेरेंगे; शंभू-खनौरी मोर्चे पर हुए नुकसान की भरपाई की रखी मांग

एसकेएम और केएमएम आज घेरेंगे सीएम निवास:17 जगह मंत्रियों-विधायकों को भी घेरेंगे; शंभू-खनौरी मोर्चे पर हुए नुकसान की भरपाई की रखी मांग

पंजाब और हरियाणा के शंभू व खनौरी बॉर्डर पर 13 महीने आंदोलन चलाने वाले किसान मजदूर मोर्चा (KMM) और संयुक्त किसान मोर्चा (नॉन पॉलिटिकल) आज सीएम भगवंत मान सहित कई कैबिनेट मिनिस्टर व विधायकों का घर घेरेंगे। बीते दिन दोपहर KMM के संयोजक सरवण सिंह पंधेर ने इस प्रदर्शन को करने की घोषणा की। जिसके बाद एसकेएम नॉन पॉलिटिकल के साथ ऑनलाइन बैठक हुई। जिसमें एसकेएम गैर-राजनीतिक ने भी साथ चलने की बात कही। बता दें कि, 19 मार्च को पंजाब पुलिस ने किसान नेताओं को हिरासत में लेकर शंभू और खनौरी बॉर्डर खाली कर लिया था। इसके बाद दोनों बॉर्डरों पर वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई। सरवण सिंह पंधेर को पुलिस रिहा कर चुकी है। जबकि अनशन कर रहे डल्लेवाल को पटियाला के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 13 महीने बाद पुलिस ने खुलवाए थे दोनों बॉर्डर
13 फरवरी 2024 में किसानों ने मांगों को लेकर दिल्ली कूच का ऐलान किया था। किसानों को रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने शंभू और खनौरी बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर रास्ता बंद कर दिया। किसानों ने 4 बार दिल्ली कूच की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागकर किसानों को आगे नहीं बढ़ने दिया। 21 फरवरी को टकराव के दौरान खनौरी बॉर्डर पर युवा किसान शुभकरण सिंह की मौत हो गई। 7 बार वार्ता का नहीं निकला हल 26 नवंबर 2024 को किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन शुरू कर दिया। केंद्र और किसानों के बीच 7 बार वार्ता हुई, लेकिन कोई हल नहीं निकला। 19 मार्च 2025 को सातवीं दौर की बातचीत के बाद पंजाब पुलिस ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल, सरवण सिंह पंधेर समेत अन्य किसान नेताओं को अलग-अलग जगह से हिरासत में ले लिया। इसके बाद दोनों बॉर्डर खाली करा लिए। 20 और 21 मार्च को दोनों बॉर्डर पर वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई। पंजाब और हरियाणा के शंभू व खनौरी बॉर्डर पर 13 महीने आंदोलन चलाने वाले किसान मजदूर मोर्चा (KMM) और संयुक्त किसान मोर्चा (नॉन पॉलिटिकल) आज सीएम भगवंत मान सहित कई कैबिनेट मिनिस्टर व विधायकों का घर घेरेंगे। बीते दिन दोपहर KMM के संयोजक सरवण सिंह पंधेर ने इस प्रदर्शन को करने की घोषणा की। जिसके बाद एसकेएम नॉन पॉलिटिकल के साथ ऑनलाइन बैठक हुई। जिसमें एसकेएम गैर-राजनीतिक ने भी साथ चलने की बात कही। बता दें कि, 19 मार्च को पंजाब पुलिस ने किसान नेताओं को हिरासत में लेकर शंभू और खनौरी बॉर्डर खाली कर लिया था। इसके बाद दोनों बॉर्डरों पर वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई। सरवण सिंह पंधेर को पुलिस रिहा कर चुकी है। जबकि अनशन कर रहे डल्लेवाल को पटियाला के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 13 महीने बाद पुलिस ने खुलवाए थे दोनों बॉर्डर
13 फरवरी 2024 में किसानों ने मांगों को लेकर दिल्ली कूच का ऐलान किया था। किसानों को रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने शंभू और खनौरी बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर रास्ता बंद कर दिया। किसानों ने 4 बार दिल्ली कूच की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागकर किसानों को आगे नहीं बढ़ने दिया। 21 फरवरी को टकराव के दौरान खनौरी बॉर्डर पर युवा किसान शुभकरण सिंह की मौत हो गई। 7 बार वार्ता का नहीं निकला हल 26 नवंबर 2024 को किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन शुरू कर दिया। केंद्र और किसानों के बीच 7 बार वार्ता हुई, लेकिन कोई हल नहीं निकला। 19 मार्च 2025 को सातवीं दौर की बातचीत के बाद पंजाब पुलिस ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल, सरवण सिंह पंधेर समेत अन्य किसान नेताओं को अलग-अलग जगह से हिरासत में ले लिया। इसके बाद दोनों बॉर्डर खाली करा लिए। 20 और 21 मार्च को दोनों बॉर्डर पर वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई।   पंजाब | दैनिक भास्कर