<p style=”text-align: justify;”><strong>Operation Lotus Himachal Pradesh:</strong> हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के दौरान मची सियासी उथल-पुथल को अभी ब-मुश्किल आठ महीने का वक्त पूरा हुआ है. इससे पहले ही एक बार फिर ऑपरेशन लोटस की सुगबुगाहट तेज होती हुई नजर आ रही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>साल 2022 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए और बाद में कांग्रेस के बहुमत के बावजूद बीजेपी से राज्यसभा सांसद बने हर्ष महाजन के बयान ने हिमाचल की सियासत में उबाल ला दिया है. जहां एक तरफ यह कांग्रेस के लिए परेशानी बढ़ाने वाला है. वहीं, दूसरी तरफ हर्ष महाजन के इस बयान से बीजेपी के कई नेताओं में भी नाराजगी की जानकारी सामने आ रही है. हर्ष महाजन के इस बयान से बीजेपी में आंतरिक असंतोष की स्थिति पैदा हो चुकी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हर्ष महाजन के बयान से बीजेपी में ही असंतोष?</strong><br />बीते शनिवार 16 नवंबर को भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन मीडिया से मुखातिब हुए. मीडिया के साथ बातचीत के दौरान महाजन ने कहा कि वह चाहें तो आज ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार को गिरा सकते हैं. उनके साथ कांग्रेस के कई असंतुष्ट ग्रुप संपर्क में हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उनके पास पिक एंड चूज़ का ऑप्शन भी है. हालांकि केंद्रीय नेतृत्व और हिमाचल बीजेपी के नेताओं के साथ बातचीत के बाद ही कुछ होगा. हर्ष महाजन ने हिमाचल प्रदेश के लोगों के हित में भी फैसला लेने की बात कही थी. जहां एक तरफ हर्ष महाजन के का यह बयान कांग्रेस के लिए परेशानी बढ़ाने वाला साबित हुआ. तो वहीं, इससे बीजेपी के नेता भी नाराज बताए जा रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महाजन को ऐसे बयानों के लिए अधिकृत नहीं मानते पुराने नेता</strong><br />हिमाचल प्रदेश में तत्कालीन जयराम सरकार में मंत्री रहे और मौजूदा विधायक हर्ष महाजन के इस बयान से इत्तेफाक नहीं रखते हैं. बीजेपी नेता हर्ष महाजन को इस तरह के बयानबाजी के लिए अधिकृत भी नहीं मानते. हालांकि एक दिलचस्प बात यह भी है कि कांग्रेस छोड़ जितने भी बड़े नेता बीजेपी में आए, उनसे हर्ष महाजन ने ही संपर्क साधा. भारतीय जनता पार्टी को अनुशासन वाली पार्टी के तौर पर देखा जाता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी में हर बयान और हर कार्यक्रम की रूपरेखा पहले तैयार की जाती है. कौन नेता क्या बयान देगा और किसके बारे में कितनी टिप्पणी करेगा, यह सब कुछ पार्टी का शीर्ष नेतृत्व तय करता है. ऐसे में कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए हर्ष महाजन का यह बयान बीजेपी के पुराने नेताओं को खल रहा है. पार्टी के अनुशासन के चलते नेता खुलकर महाजन के बयान का विरोध तो नहीं कर रहे, लेकिन पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के पास अपना विरोध दर्ज करवा चुके हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महाजन के बयान से असहज महसूस कर रहे बीजेपी नेता?</strong><br />गौर हो कि मौजूदा वक्त में राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन साल 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे. जिस वक्त उन्होंने कांग्रेस छोड़ी थी, उस वक्त वे हिमाचल कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भी थे. महाजन की गिनती पूर्व मुख्यमंत्री और हिमाचल प्रदेश की सियासत में बड़ा नाम रहे वीरभद्र सिंह के करीबी लोगों में भी होती है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अब हर्ष महाजन का सीधा संपर्क भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और गृह मंत्री <a title=”अमित शाह” href=”https://www.abplive.com/topic/amit-shah” data-type=”interlinkingkeywords”>अमित शाह</a> के साथ बताया जाता है. ऐसे में हर्ष महाजन की शीर्ष केंद्रीय नेतृत्व के साथ इस नजदीकी से भी बीजेपी के पुराने नेता परेशान हैं. बता दें कि इसी साल 27 फरवरी को हर्ष महाजन ने कांग्रेस पार्टी के राज्यसभा चुनाव के उम्मीदवार डॉ. अभिषेक मनु सिंघवी को चुनाव हराकर जीत हासिल की थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/shimla-winter-carnival-starts-from-24-december-celebration-ann-2826217″>24 दिसंबर को होगा शिमला विंटर कार्निवल का आगाज, पहाड़ों की रानी में दूसरी बार बड़ा आयोजन</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Operation Lotus Himachal Pradesh:</strong> हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के दौरान मची सियासी उथल-पुथल को अभी ब-मुश्किल आठ महीने का वक्त पूरा हुआ है. इससे पहले ही एक बार फिर ऑपरेशन लोटस की सुगबुगाहट तेज होती हुई नजर आ रही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>साल 2022 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए और बाद में कांग्रेस के बहुमत के बावजूद बीजेपी से राज्यसभा सांसद बने हर्ष महाजन के बयान ने हिमाचल की सियासत में उबाल ला दिया है. जहां एक तरफ यह कांग्रेस के लिए परेशानी बढ़ाने वाला है. वहीं, दूसरी तरफ हर्ष महाजन के इस बयान से बीजेपी के कई नेताओं में भी नाराजगी की जानकारी सामने आ रही है. हर्ष महाजन के इस बयान से बीजेपी में आंतरिक असंतोष की स्थिति पैदा हो चुकी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हर्ष महाजन के बयान से बीजेपी में ही असंतोष?</strong><br />बीते शनिवार 16 नवंबर को भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन मीडिया से मुखातिब हुए. मीडिया के साथ बातचीत के दौरान महाजन ने कहा कि वह चाहें तो आज ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार को गिरा सकते हैं. उनके साथ कांग्रेस के कई असंतुष्ट ग्रुप संपर्क में हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उनके पास पिक एंड चूज़ का ऑप्शन भी है. हालांकि केंद्रीय नेतृत्व और हिमाचल बीजेपी के नेताओं के साथ बातचीत के बाद ही कुछ होगा. हर्ष महाजन ने हिमाचल प्रदेश के लोगों के हित में भी फैसला लेने की बात कही थी. जहां एक तरफ हर्ष महाजन के का यह बयान कांग्रेस के लिए परेशानी बढ़ाने वाला साबित हुआ. तो वहीं, इससे बीजेपी के नेता भी नाराज बताए जा रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महाजन को ऐसे बयानों के लिए अधिकृत नहीं मानते पुराने नेता</strong><br />हिमाचल प्रदेश में तत्कालीन जयराम सरकार में मंत्री रहे और मौजूदा विधायक हर्ष महाजन के इस बयान से इत्तेफाक नहीं रखते हैं. बीजेपी नेता हर्ष महाजन को इस तरह के बयानबाजी के लिए अधिकृत भी नहीं मानते. हालांकि एक दिलचस्प बात यह भी है कि कांग्रेस छोड़ जितने भी बड़े नेता बीजेपी में आए, उनसे हर्ष महाजन ने ही संपर्क साधा. भारतीय जनता पार्टी को अनुशासन वाली पार्टी के तौर पर देखा जाता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी में हर बयान और हर कार्यक्रम की रूपरेखा पहले तैयार की जाती है. कौन नेता क्या बयान देगा और किसके बारे में कितनी टिप्पणी करेगा, यह सब कुछ पार्टी का शीर्ष नेतृत्व तय करता है. ऐसे में कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए हर्ष महाजन का यह बयान बीजेपी के पुराने नेताओं को खल रहा है. पार्टी के अनुशासन के चलते नेता खुलकर महाजन के बयान का विरोध तो नहीं कर रहे, लेकिन पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के पास अपना विरोध दर्ज करवा चुके हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महाजन के बयान से असहज महसूस कर रहे बीजेपी नेता?</strong><br />गौर हो कि मौजूदा वक्त में राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन साल 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे. जिस वक्त उन्होंने कांग्रेस छोड़ी थी, उस वक्त वे हिमाचल कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भी थे. महाजन की गिनती पूर्व मुख्यमंत्री और हिमाचल प्रदेश की सियासत में बड़ा नाम रहे वीरभद्र सिंह के करीबी लोगों में भी होती है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अब हर्ष महाजन का सीधा संपर्क भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और गृह मंत्री <a title=”अमित शाह” href=”https://www.abplive.com/topic/amit-shah” data-type=”interlinkingkeywords”>अमित शाह</a> के साथ बताया जाता है. ऐसे में हर्ष महाजन की शीर्ष केंद्रीय नेतृत्व के साथ इस नजदीकी से भी बीजेपी के पुराने नेता परेशान हैं. बता दें कि इसी साल 27 फरवरी को हर्ष महाजन ने कांग्रेस पार्टी के राज्यसभा चुनाव के उम्मीदवार डॉ. अभिषेक मनु सिंघवी को चुनाव हराकर जीत हासिल की थी. </p>
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