हिमाचल की मंडी सीट से सांसद कंगना रनोट ने एक बार फिर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम लिए बगैर निशाना साधा और कहा कि पप्पू और उनकी बहन ने छोटे-छोटे बच्चे पाल कर रखे हैं। कंगना ने कहा, हम लोग जब बच्चे थे तो हमारा बचपन छिन गया। 15 साल की उम्र में कमाना शुरू कर दिया। कंगना ने कहा, हमारी उम्र की लड़कियां जब प्रेम पत्र लिखा करती थीं तो हमने तो स्क्रिप्ट लिखना शुरू कर दिया था। हमारा तो बचपन छिन गया। बच्चे तो ये हैं। बचपना तो इनका खूब चल रहा है। 50 साल की उम्र में भी बच्चे हैं। 3 कृषि कानून वापस लाने की अपील करें किसान: कंगना दरअसल, कंगना रनोट सोमवार को मंडी संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत नाचन विधानसभा क्षेत्र के ख्योड़ नलवाड़ मेले के समापन अवसर पर पहुंची थीं। इस दौरान कंगना ने कहा कि भारत है तो हम हैं और जो किसानों के हितकारी तीन कानून है, वह वापस आने चाहिए। कंगना ने कहा कि वह चाहती है किसान खुद अपील करें कि तीनों कानूनों को वापस लाया जाए। उन्होंने कहा कि विपक्ष हमेशा कहता है कि उनके संबंध किसानों के साथ ठीक नहीं है। वह किसान परिवार से आती हैं। यह पूरा देश जानता है कि जिस तरह से गलत खबरें चलाकर उनकी छवि को खराब किया जा रहा है, यह ज्यादा दिन तक चलने वाला नहीं है। अपना नुकसान कर देश के बारे में सोचने वाली इकलौती बेटी: कंगना कंगना ने कहा कि देश जानता है कि वह भारत की इकलौती ऐसी बेटी है जो अपना नुकसान कर देश के बारे में सोचती हैं। यह लड़की सिक्योरिटी लेकर घूमती है और टुकड़े-टुकड़े गैंग के खिलाफ अकेली खड़ी है। अगर उन पर कोई बात आती है तो देश का बच्चा-बच्चा उनके साथ खड़ा होता है। मुंबई में जब उनका घर तोड़ा गया तब भी देश का हर नागरिक उनके साथ खड़ा रहा। हिमाचल की मंडी सीट से सांसद कंगना रनोट ने एक बार फिर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम लिए बगैर निशाना साधा और कहा कि पप्पू और उनकी बहन ने छोटे-छोटे बच्चे पाल कर रखे हैं। कंगना ने कहा, हम लोग जब बच्चे थे तो हमारा बचपन छिन गया। 15 साल की उम्र में कमाना शुरू कर दिया। कंगना ने कहा, हमारी उम्र की लड़कियां जब प्रेम पत्र लिखा करती थीं तो हमने तो स्क्रिप्ट लिखना शुरू कर दिया था। हमारा तो बचपन छिन गया। बच्चे तो ये हैं। बचपना तो इनका खूब चल रहा है। 50 साल की उम्र में भी बच्चे हैं। 3 कृषि कानून वापस लाने की अपील करें किसान: कंगना दरअसल, कंगना रनोट सोमवार को मंडी संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत नाचन विधानसभा क्षेत्र के ख्योड़ नलवाड़ मेले के समापन अवसर पर पहुंची थीं। इस दौरान कंगना ने कहा कि भारत है तो हम हैं और जो किसानों के हितकारी तीन कानून है, वह वापस आने चाहिए। कंगना ने कहा कि वह चाहती है किसान खुद अपील करें कि तीनों कानूनों को वापस लाया जाए। उन्होंने कहा कि विपक्ष हमेशा कहता है कि उनके संबंध किसानों के साथ ठीक नहीं है। वह किसान परिवार से आती हैं। यह पूरा देश जानता है कि जिस तरह से गलत खबरें चलाकर उनकी छवि को खराब किया जा रहा है, यह ज्यादा दिन तक चलने वाला नहीं है। अपना नुकसान कर देश के बारे में सोचने वाली इकलौती बेटी: कंगना कंगना ने कहा कि देश जानता है कि वह भारत की इकलौती ऐसी बेटी है जो अपना नुकसान कर देश के बारे में सोचती हैं। यह लड़की सिक्योरिटी लेकर घूमती है और टुकड़े-टुकड़े गैंग के खिलाफ अकेली खड़ी है। अगर उन पर कोई बात आती है तो देश का बच्चा-बच्चा उनके साथ खड़ा होता है। मुंबई में जब उनका घर तोड़ा गया तब भी देश का हर नागरिक उनके साथ खड़ा रहा। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में भगवान शिव की फ़ोटो के साथ छेड़छाड़:सोशल मीडिया पर की अपलोड; देवभूमि संघर्ष समिति ने की कार्रवाई की मांग
हिमाचल में भगवान शिव की फ़ोटो के साथ छेड़छाड़:सोशल मीडिया पर की अपलोड; देवभूमि संघर्ष समिति ने की कार्रवाई की मांग शिमला में सोशल मीडिया पर एक अकाउंट से भगवान शिव की फ़ोटो के साथ छेड़छाड़ व अश्लील फोटो डालने पर देवभूमि संघर्ष समिति भड़क गई। समिति ने इस संबंध में पुलिस को शिकायत दी है और सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। संघर्ष समिति सह संयोजक मदन ठाकुर ने कहा है कि फेसबुक पर सत्य की खोज नाम से एक अकाउंट पर बार बार भगवान शिव की फ़ोटो के साथ छेड़छाड़ की जा रही है। इस बारे में उन्होंने आज बालूगंज थाना में शिकायत भी दर्ज करवाई है। मदन ठाकुर का कहना है कि भगवान शिव की अश्लील फोटो बनाई जा रही है, जिसे फेसबुक पर सत्य की खोज नामक पेज पर लगातार अपलोड किया जा रहा है। इसमें भगवान शिव के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करने के साथ ही उनकी अश्लील फोटो बनाकर डाली जा रही है। यही नहीं इस पेज में भगवान श्रीराम और भगवान श्री कृष्ण को लेकर भी अपशब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इससे हिंदू धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया है कि एक विशेष समुदाय के लोगों द्वारा इसको सोशल मीडिया वायरल करने का काम किया जा रहा है, इससे समाज में सांप्रदायिक सौहार्द खराब किया जा रहा है। मदन ठाकुर ने कहा कि भगवान का इस तरह से अपमान करने से समाज में सांप्रदायिक तनाव बढ़ेगा, जो कि चिंता का विषय है। ऐसे में पुलिस इस पेज को तुरंत बंद करे और इस तरह का कृत्य करने वालों पर एफआईआर कर उनको गिरफ्तार करे ताकि समाज में सौहार्द बना रहे। कार्रवाई नहीं करने पर दी चेतावनी देवभूमि संघर्ष समिति ने चेतावनी दी कि अगर इन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो हिंदू समाज सड़कों पर उतरकर खुद निर्णय करने को मजबूर होगा। जिसकी ज़िम्मेवारी शासन और प्रशासन की होगी। SP बोले ध्यान में नहीं आया मामला, सख्त कार्रवाई करेंगे इस मामले में एसपी संजीव गांधी का कहना है कि उनके ध्यान में अभी ऐसा कोई मामला नहीं आया है। अगर ऐसा कोई मामला होगा तो उस पर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
हिमाचल के CPS राम कुमार की पत्नी का चालान:अवैध खनन करते पकड़े टिप्पर और पोकलेन मशीन से 75 हजार जुर्माना वसूला
हिमाचल के CPS राम कुमार की पत्नी का चालान:अवैध खनन करते पकड़े टिप्पर और पोकलेन मशीन से 75 हजार जुर्माना वसूला हिमाचल सरकार में मुख्य संसदीय सचिव (CPS) एवं सोलन जिला के दून से विधायक राम कुमार चौधरी की पत्नी की पोकलेन मशीन और टिप्पर का पुलिस ने 75 हजार रुपए का चालान किया है। बद्दी के मलपुर क्षेत्र में स्थानीय लोगों के प्रदर्शन के बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की है। पोकलेन और टिप्पर के चालान के बाद पुलिस इसकी जांच में जुट गई है कि अवैध खनन सरकारी जमीन पर किया गया या फिर निजी जमीन पर। जिस जगह पर खनन चल रहा था, वह जगह सरकारी निकली तो सीपीएस की पत्नी के खिलाफ नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) के आदेशानुसार, एफआईआर होगी। आपको बता दें कि बीते शनिवार को मलपुर के ग्रामीणों ने सरकारी जमीन पर खनन का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया था। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो पुलिस को मौके पर टिप्पर और पोक लेन मशीन मिली। पुलिस को देख ड्राइवर और खनन कर रहे मजदूर मौके से भाग गए। इसके बाद पुलिस ने टिप्पर और पोक लेन को जब्त किया। पुलिस ने अभी चालान कर टिप्पर और पोक लेन रिलीज कर दिए है। मलपुर निवासी कृष्ण कुमार ने इस बाबत पुलिस अधीक्षक को लिखित में शिकायत दे रखी है। भाजपा ने सीपीएस पर लगाया अवैध खनन का आरोप वहीं इस मामले में अब राजनीति होने लगी है। भारतीय जनता पार्टी ने पुलिस ने सीपीएस राम कुमार के क्रशर पर पड़ी सामग्री की जांच की मांग की है। दून के पूर्व विधायक परमजीत पम्मी ने कहा कि सरकार राम कुमार के परिवार पर मेहरबान है। उन्होंने बताया कि राम कुमार का परिवार अर्से से खनन कर रहा है। बिना एनओसी चल रहे राम कुमार के क्रशर: चौधरी सोलन भाजपा के जिला सचिव गुरमेल चौधरी ने कहा कि राम कुमार के क्रशर बिना एनओसी के चल रहे हैं। वहीं राम कुमार चौधरी ने कहा कि अवैध खनन के आरोप लगा भाजपा उन्हें बदनाम कर रही है। लीज की जमीन पर वह खनन कर रहे हैं, इसकी सरकार को रॉयल्टी दे रहे हैं।
हिमाचल में हाटी समुदाय से जुड़ा मुद्दा फिर गरमाया:कानून बनने के बाद भी लोगों को नहीं मिल रहा लाभ, हाईकोर्ट में लटका मामला
हिमाचल में हाटी समुदाय से जुड़ा मुद्दा फिर गरमाया:कानून बनने के बाद भी लोगों को नहीं मिल रहा लाभ, हाईकोर्ट में लटका मामला हिमाचल प्रदेश जिला सिरमौर के गिरी पार हाटी समुदाय के करीब तीन लाख लोगों से जुड़ा अनुसूचित जनजाति का मामला एक बार फिर गरमा गया है। यह मामला हिमाचल हाईकोर्ट में विचाराधीन है। हाटी समुदाय के लोग इसको जल्दी निपटाने की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि एक साल से ज्यादा का समय केंद्र से कानून बनने के बाद भी लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसको लेकर हाटी समुदाय का एक प्रतिनिधि मंडल मंगलवार देर शाम कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन चौहान से मिला। जिसके बाद मंत्री ने प्रतिनिधिमंडल के साथ हिमाचल हाईकोर्ट में महाधिवक्ता के साथ एक संयुक्त बैठक की। इस बैठक में उन्होंने हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति से जुड़े मामले को हाईकोर्ट से जल्द निपटाने को लेकर चर्चा की। मामले का जल्द निपटारा करने की मांग
कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति दर्जा देने को लेकर सरकार का पक्ष साफ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने के मामले में असमंजस की स्थिति केंद्र सरकार की अधिसूचना की वजह से हुई। उन्होंने कहा कि केंद्र का जैसे ही इस मामले में स्पष्टीकरण आया, हिमाचल सरकार ने 24 घंटे के भीतर उसको लागू किया। मगर मामला कोर्ट पहुंच गया जिसके कारण यह लंबित हो गया और इसके लिए उन्होंने लोगों के साथ मिलकर एडवोकेट जनरल से बैठक की है। उनसे आग्रह किया कि इस मामले को जल्द से जल्द निपटाया जाए। मंत्री ने कहा कि इसके लिए एक अच्छा वकील हायर करेंगे, जो मजबूती से हाटी समुदाय का पक्ष रखेंगे, सरकार पूरी मदद करेगी। मंत्री हर्षवर्धन ने भाजपा पर बोला हमला
इस दौरान मंत्री हर्ष वर्धन चौहान ने भाजपा पर भी जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा ने इस मामले को हाई जैक करने का प्रयास किया। लेकिन यह मामला राजनीतिक नहीं है, सभी लोगों ने इसके लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय हाटी संघर्ष समिति आज भाजपा का पिट्ठू बनी हुई है। समिति जनता से हाटी के नाम पर इसलिए पैसे इकट्ठे कर रही है कि सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। उन्होंने कहा कि समिति के लोग सुप्रीम कोर्ट की बात सिर्फ इसलिए करते हैं क्योंकि उन्होंने अपनी राजनीति चमकानी है। परंतु हाटी कल्याण मंच इस लड़ाई को हाईकोर्ट में मजबूती से लड़ेगा। उन्होंने कहा कि इस लड़ाई के लिए बहुत लोगों ने काम किया है जो आज इस दुनिया में नहीं हैं वह उन्हें नमन करता है। कैबिनेट मंत्री ने दिया मदद का आश्वासन
वहीं हाटी कल्याण मंच गिरी पार के अध्यक्ष प्रताप सिंह तोमर ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति दर्जा देने के मामले की वर्तमान स्थिति को लेकर एक प्रतिनिधिमंडल ने कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन चौहान से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति दर्जा लागू करने को लेकर हाईकोर्ट के स्टे को हटाया जाए। इसको लेकर हाईकोर्ट में एडवोकेट जनरल के साथ विस्तृत रूप से चर्चा की। प्रताप सिंह तोमर ने कहा कि कैबिनेट मंत्री की ओर से उन्हें आश्वासन दिया गया है, कि इस मामले में सरकार हाटी समुदाय की पूरी तरह से मदद करने का प्रयास करेगी। 21 नवंबर को मामले की होगी सुनवाई
वहीं हिमाचल हाईकोर्ट में महाधिवक्ता अनूप रतन ने कहा कि हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा प्रदेश में लागू करने के मामला हाई कोर्ट में विचाराधीन है। अनूप ने बताया कि आज एक प्रतिनिधि मंडल ने उनसे मुलाकात की है। वह दलीलों के जरिए जल्द से जल्द इस मामले का निपटारा करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने बताया कि 21 नवंबर को इस मामले में सुनवाई होनी है। मगर सरकार न्यायालय से दरख़्वास्त करेगी कि जल्द से जल्द मामले को सुना जाए। क्या है मामला.?
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के ट्रांसगिरी क्षेत्र में हाटी समुदाय के लोग 1967, यानी 55 सालों से उत्तराखंड के जौनसार बाबर को जनजाति दर्जा मिलने के बाद से उसी तर्ज पर जनजाति दर्जे की मांग को लेकर संघर्षरत हैं। केंद्रीय कैबिनेट ने हाटी समुदाय की मांग को 14 सितंबर 2022 को अपनी मंजूरी दी थी। उसके बाद 16 दिसंबर 2022 को यह बिल लोकसभा से पारित हुआ और जुलाई 2023 में राज्यसभा से भी पारित हो गया। बाद में इसे राष्ट्रपति के लिए भेजा गया था, जहां 9 दिनों में ही राष्ट्रपति ने भी विधेयक पर मुहर लगा दी। लेकिन फिर मामला हाईकोर्ट पहुंच गया और तब से लंबित पड़ा है। इसका लाभ लोगों को नही मिल रहा है। बता दें कि सिरमौर जिले के हाटी समुदाय में करीब तीन लाख लोग, शिलाई, श्रीरेणुकाजी, पच्छाद और पांवटा साहिब विधानसभा क्षेत्रों में रहते हैं। जिला सिरमौर की कुल 269 पंचायतों में से ट्रांसगिरी में 154 पंचायतें आती हैं। इन 154 पंचायतों की 14 जातियों तथा उप जातियों को एसटी संशोधित विधेयक में शामिल किया गया है।