कपूरथला इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट ने 15 विभिन्न संपत्तियों की ई-नीलामी कर 6 करोड़ 6 लाख 8 हजार रुपए जुटाए हैं। इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन गुरपाल सिंह इंडियन ने बताया कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की जन-समर्थक और विकास-समर्थक नीतियों के कारण ही यह संभव हुआ है। पिछले दिनों हुई ई-नीलामी में एक आवासीय प्लॉट, 14 दुकानें और अन्य संपत्तियां शामिल थीं। उन्होंने बताया कि हाउसिंग और शहरी विकास विभाग के तहत शहरी सुधार ट्रस्ट ने समाज के सभी वर्गों के लोगों को अपने सपनों की संपत्ति खरीदने का अवसर प्रदान किया है। चेयरमैन गुरपाल सिंह ने यह भी कहा कि इन संपत्तियों की नीलामी में आम जनता ने विशेष रूप से रिहायशी प्लॉटों में विशेष रुचि दिखाई है। शहरी ट्रस्ट की विभिन्न योजनाओं के तहत व्यपाक और आवासीय संपत्तियों की नीलामी के दौरान ट्रस्ट ने 15 संपत्तियां बेचने के लिए बोली लगाई गई, जिसमें ट्रस्ट ने सभी 15 संपत्तियां बेचकर करीब 6 करोड़ 6 लाख 8 हजार रुपए जुटाए। ट्रस्ट के चेयरमैन गुरपाल सिंह इंडियन ने कहा कि लोग अब ई-बोली में हिस्सा ले रहे हैं। इससे भ्रष्टाचार पर पूरी तरह से रोक लग गई है। उन्होंने कहा कि इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट कपूरथला द्वारा शहर का व्यापक विकास किया जा रहा है। इस मौके पर ट्रस्ट कार्यकारी अधिकारी केवलजीत कौर, एसडीओ मनप्रीत सिंह और JE राज कुमार आदि शामिल थे। कपूरथला इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट ने 15 विभिन्न संपत्तियों की ई-नीलामी कर 6 करोड़ 6 लाख 8 हजार रुपए जुटाए हैं। इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन गुरपाल सिंह इंडियन ने बताया कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की जन-समर्थक और विकास-समर्थक नीतियों के कारण ही यह संभव हुआ है। पिछले दिनों हुई ई-नीलामी में एक आवासीय प्लॉट, 14 दुकानें और अन्य संपत्तियां शामिल थीं। उन्होंने बताया कि हाउसिंग और शहरी विकास विभाग के तहत शहरी सुधार ट्रस्ट ने समाज के सभी वर्गों के लोगों को अपने सपनों की संपत्ति खरीदने का अवसर प्रदान किया है। चेयरमैन गुरपाल सिंह ने यह भी कहा कि इन संपत्तियों की नीलामी में आम जनता ने विशेष रूप से रिहायशी प्लॉटों में विशेष रुचि दिखाई है। शहरी ट्रस्ट की विभिन्न योजनाओं के तहत व्यपाक और आवासीय संपत्तियों की नीलामी के दौरान ट्रस्ट ने 15 संपत्तियां बेचने के लिए बोली लगाई गई, जिसमें ट्रस्ट ने सभी 15 संपत्तियां बेचकर करीब 6 करोड़ 6 लाख 8 हजार रुपए जुटाए। ट्रस्ट के चेयरमैन गुरपाल सिंह इंडियन ने कहा कि लोग अब ई-बोली में हिस्सा ले रहे हैं। इससे भ्रष्टाचार पर पूरी तरह से रोक लग गई है। उन्होंने कहा कि इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट कपूरथला द्वारा शहर का व्यापक विकास किया जा रहा है। इस मौके पर ट्रस्ट कार्यकारी अधिकारी केवलजीत कौर, एसडीओ मनप्रीत सिंह और JE राज कुमार आदि शामिल थे। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
मिसेज चंडीगढ़ रहीं अपर्णा मोहाली में गिरफ्तार:विदेश भेजने के नाम पर करोड़ों की ठगी, सोने के बिस्किट और 7 लाख कैश बरामद
मिसेज चंडीगढ़ रहीं अपर्णा मोहाली में गिरफ्तार:विदेश भेजने के नाम पर करोड़ों की ठगी, सोने के बिस्किट और 7 लाख कैश बरामद पंजाब की मोहाली पुलिस ने विदेश भेजने के नाम पर लोगों से ठगी करने के आरोप में पूर्व मिसेज चंडीगढ़ अपर्णा सरगोता और उसके बेटे कुणाल को गिरफ्तार किया है। फेज-11 थाना पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से 500 ग्राम सोने के बिस्किट, सात लाख की नकदी और एक लग्जरी कार बरामद की गई है। इस मामले में पुलिस उनके पति संजय को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। फेज-11 थाने के एसएचओ गणदीप सिंह ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि करीब ढाई से तीन करोड़ रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। इनके खिलाफ 25 और मामले दर्ज हैं। रिमांड में कई और परतें खुलेंगी। वहीं ठगी के शिकार लोगों की संख्या भी बढ़ सकती है। पति के साथ मिलकर खोला ऑफिस मोहाली पुलिस के मुताबिक महिला ने अपने पति के साथ मिलकर सेक्टर 105 में इमिग्रेशन ऑफिस खोला था। जहां वे विदेश जाने वाले लोगों की मजबूरी का फायदा उठाते थे। इस दौरान वे लोगों से लाखों रुपए ऐंठ लेते थे। लेकिन बाद में उन्हें विदेश भेजना तो दूर, उनका फोन तक नहीं उठाते थे। लोगों को लगातार परेशान किया जाता था। उनकी ठगी के शिकार कई लोग थाने पहुंचे। इसके बाद मामला दर्ज किया गया। धोखाधड़ी के पैसे से बनाए थे बिस्किट पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपी महिला ने धोखाधड़ी के पैसे से आधा किलो सोने के बिस्किट खरीदे थे। उसके पास से 100-100 ग्राम के बिस्किट बरामद किए गए हैं। सात लाख रुपए नकद और एक फोर्ड इको स्पोर्ट कार भी बरामद की गई है। अब पुलिस उसके बैंक खाते में मौजूद संपत्ति का पता लगाने में जुट गई है। पुलिस ने साफ कहा कि संपत्ति कुर्क की जाएगी। हमारा प्रयास लोगों को न्याय दिलाना है। 2019 में जीता था खिताब पुलिस के अनुसार अपर्णा पेशे से वकील थी। उसने 2019 में 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में मिसेज चंडीगढ़ का खिताब जीता था। उसने अपने पति के साथ मिलकर एक ऑफिस खोला था। डेराबस्सी की एक महिला ने आरोप लगाया था कि उसने उसके पति का नाम ईएस जोसेफ बताकर चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित एक निजी स्कूल में दाखिला दिलाने के नाम पर 5 लाख रुपये और निवेश के नाम पर 16 लाख रुपये ठग लिए। वह खुद को वकील बताकर कोर्ट में झूठा केस दर्ज कराने की धमकी देती थी। लोगों को डराने के लिए वह लग्जरी कारों का इस्तेमाल करती थी।
पंजाब में आप मंत्री की अश्लील वीडियो का मामला:राष्ट्रीय महिला आयोग का एक्शन, DGP यादव से तीन दिन में विस्तृत रिपोर्ट मांगी
पंजाब में आप मंत्री की अश्लील वीडियो का मामला:राष्ट्रीय महिला आयोग का एक्शन, DGP यादव से तीन दिन में विस्तृत रिपोर्ट मांगी पंजाब में लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग से 4 दिन पहले आम आदमी पार्टी के लोकल बॉडी मंत्री बलकार सिंह का कथित वीडियो वायरल होने के मामले में राजनीति तेज हो गई है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने पंजाब के डीजीपी गौरव यादव से विस्तृत रिपोर्ट तीन दिन के अंदर जमा करने के आदेश दिए हैं। बता दें कि, वायरल वीडियो से पूरे पंजाब में राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। सभी पार्टियों के मंत्रियों ने बलकार सिंह को बर्खास्त किए जाने की मांग की थी और सदस्यता भी रद्द किए जाने की मांग की थी। बता दें कि वायरल हो रहा वीडियो करीब 1.25 मिनट का है। हालांकि इसे लेकर बलकार सिंह ने कहा- मुझे इस मामले की जानकारी नहीं है। विदेशी नंबरों से मीडिया संस्थानों को भेजा गया वीडियो जानकारी के अनुसार, यह वीडियो विदेशी नंबरों से पंजाब के कुछ मीडिया संस्थानों को भेजा गया था। इसमें कोई आवाज नहीं है। यह वीडियो कब की है? इसे किसने बनाया? किसने वायरल किया? इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। वीडियो के साथ लिखा था कि जल्द इसका दूसरा पार्ट भी आएगा। बता दें कि उक्त वीडियो जब लोगों तक पहुंचने लगा तो कांग्रेस, बीजेपी, शिअद ने विरोध शुरू कर दिया था। कल यानी सोमवार को महिला कांग्रेस द्वारा मंत्री बलकार सिंह का पुतला भी जलाया गया था। अकाली नेता मजीठिया ने उठाए सवाल, गवर्नर को सौंपी थी वीडियो कुछ समय पहले शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम मजीठिया ने दावा किया था कि इस वायरल वीडियो में दिख रहा शख्स पंजाब का मंत्री है। मजीठिया ने यह वीडियो पंजाब के गवर्नर बीएल पुरोहित को भी भेजी थी। उन्होंने केंद्रीय एजेंसियों से इसकी जांच की मांग की थी। पूर्व CM रूपाणी ने कहा था कि मंत्री की हरकतें शर्मनाक भाजपा के पंजाब मामलों के प्रभारी और गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी ने इस वीडियो से जुड़े सवाल पर कहा था कि ये बहुत शर्मनाक हरकत है। उन्होंने पंजाब की AAP सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल से लेकर उनके सारे मंत्री एक्सपोज हो चुके हैं।
फरीदकोट के नवनिर्वाचित सांसद ने मांगा नया कानून:सरबजीत सिंह खालसा बोले- श्री अकाल तख्त के हमले के आरोपियों के साथ नहीं जाएंगे
फरीदकोट के नवनिर्वाचित सांसद ने मांगा नया कानून:सरबजीत सिंह खालसा बोले- श्री अकाल तख्त के हमले के आरोपियों के साथ नहीं जाएंगे फरीदकोट लोकसभा सीट से आजाद उम्मीदवार के रुप में नवनिर्वाचित हुए सरबजीत सिंह खालसा का बड़ा बयान सामाने आया है। उन्होंने केन्द्र सरकार पर बदलते समीकरण पर अपनी राय रखते हुए कहा है कि वह श्री अकाल तख्त साहिब पर हमले के आरोपियों के साथ कभी भी नहीं जा सकते है। उन्होंने कहा कि, उन्हें फरीदकोट लोकसभा के हलके के लोगों ने बड़ी जीत दिलाई है। ऐसे में वह लोगों के राय के बिना कुछ नहीं कर सकते। इस अहम मसले पर लोगों के राय के साथ ही केंद्र सरकार को समर्थन का फैसला लेंगे। वह संसद में पहुंच कर बेअदबी पर कानून बनाए जाने की आवाज उठाएंगे। बेअदबी करने वालों पर कानून बनना चाहिए और कानून के तहत आईपीसी की धारा 302 बेअदबी करने वालों पर लगाई जानी चाहिए, इसके अलावा उनका मुख्य मुद्दा बंदी सिखों की रिहाई का होगा, जो कि वर्षों पहले अपनी सजा पूरी कर चुके है, परंतु उनकी रिहाई नहीं हो पा रही है। उन्होंने कहा कि, वह संसद में पंजाब के हितों के लिए अपनी आवाज बुलंद करेंगे। उन्होंने सिख कौम से अपील की कि वह गुरु की शरण में और दस्तार बांध कर रखें। पहले भी तीन लड़ा चुनाव आपको बता दें कि, सरबजीत सिंह अब तक चार बार लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। उन्हें 2004, 2014 व 2019 में हार का सामना करना पड़ा था, जबकि इस बार उन्होंने फरीदकोट सीट पर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी करमजीत अनमोल को हराया है। हालांकि, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सरबजीत की मां बिमल कौर ने1989 में लोकसभा चुनाव लड़ा था और वह रोपड़ निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुने गई थीं। सरबजीत सिंह ने इस बार चुनाव प्रचार शहर की जगह गांवों में फोकस किया, उनकी जीत का बड़ा कारण बेअदबी की घटनाओं पर आरोपियों को सही रूप में सजा प्रदेश की मौजूदा व पूर्व सरकारों द्वारा न दिया जाना है।