कपूरथला मामले में सिविल अस्पताल से फरार हुए बंदी के मामले में कपूरथला की एसएसपी ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। हालांकि फरार हुए बंदी और उसके साथी को पुलिस ने कुछ ही देर बाद पकड़ लिया। फरार होने की कोशिश करने वाले आरोपी ने जेल ही फरार होने की साजिश रची थी। SSP वत्सला गुप्ता ने बताया कि मंगलवार की दोपहर लगभग पौने दो बजे पुलिस गार्द जेल से UAPA केस के हवालाती जश्नप्रीत सिंह निवासी नूरदी थाना सिटी तरनतारन को दवा दिलाने के लिए सिविल अस्पताल लेकर आई थी। जहां कुछ समय बाद एक युवक बिना नंबर की बाइक पर आया और हवाई फायरिंग करते हुए जश्नप्रीत सिंह को बाइक पर बैठाकर भगा ले गया। गोलियां चलने से अफरा-तफरी का माहौल बन गया। घटना के बाद पुलिस गार्द व PCR टीम ने पीछा करते हुए स्थानीय लोगों की मदद से दोनों को सब्जी मंडी में दबोच लिया। इस दौरान एक आरोपी ने एक पुलिस कर्मी के सिर पर पिस्टल की बट से हमला कर जख्मी भी कर दिया। लेकिन पुलिस कर्मियों ने बहादुरी दिखाते हुए दोनों को काबू किया। अवैध असलाह के साथ बुलाया था दोस्त को SSP ने बताया कि पिछले वर्ष जून 2023 में जश्नप्रीत सिंह ने बटाला में शिवसेना नेता राजीव महाजन पर गोलियां चलाई थीं। इस समय जश्नप्रीत सिंह माडर्न जेल कपूरथला में बंद था। जश्नप्रीत सिंह को दवा लेने के लिए सिविल अस्पताल कपूरथला लाया गया। आरोपी ने जेल के अंदर से अपने सोर्स के जरिए अपने दोस्त अमृतपाल सिंह निवासी बच्चड़े थाना सिटी तरनतारन को अवैध असलाह के साथ अपने पास सिविल अस्पताल बुलाया। ताकि वह पुलिस हिरासत से भाग सके। जैसे ही अमृतपाल सिंह बाइक पर सवार होकर सिविल अस्पताल आया तो जश्नप्रीत सिंह पुलिस कर्मियों को चकमा देकर बाइक के पीछे बैठ गया और दोनों भाग गए। जिसे PCR व पुलिस गार्द ने बहादुरी से पीछा कर इन्हें दबोच लिया। इस दौरान बाइक गिरने से एक आरोपी की टांग भी टूट गई है। पहले से दर्ज हैं आधा दर्जन केस SSP ने बताया कि जश्नप्रीत सिंह देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहा है। इस पर UAPA के अलावा 5-6 केस पहले भी दर्ज हैं। इसे भगाने आए युवक के बारे में पुलिस जांच कर रही है कि उसका बैकग्राउंड क्या है। फ़िलहाल दोनों के खिलाफ थाना सिटी में FIR दर्ज कर ली है। इनके पास से एक विदेशी ग्लॉक पिस्टल, 12 रौंद और वारदात में इस्तेमाल बाइक बरामद की है। SSP ने बताया कि जेल के अंदर से ही जश्नप्रीत सिंह ने अपनी फरारी की साजिश रची थी। इस मामले में जेल कनेक्शन के तहत भी जांच आगे बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि एक पुलिस कर्मी जख्मी जरूर हुआ है, लेकिन वह ठीक है। वहीं SP-D सरबजीत राय ने बताया कि इस बहादुरी के लिए PCR टीम व पुलिस गार्द का नाम डीजी डिस्क के लिए भेजा जाएगा। प्रेसवार्ता में DSP -D परमिंदर सिंह और CIA इंचार्ज इंस्पेक्टर जरनैल सिंह, IT सेल इंचार्ज चरणजीत सिंह भी मौजूद थे। कपूरथला मामले में सिविल अस्पताल से फरार हुए बंदी के मामले में कपूरथला की एसएसपी ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। हालांकि फरार हुए बंदी और उसके साथी को पुलिस ने कुछ ही देर बाद पकड़ लिया। फरार होने की कोशिश करने वाले आरोपी ने जेल ही फरार होने की साजिश रची थी। SSP वत्सला गुप्ता ने बताया कि मंगलवार की दोपहर लगभग पौने दो बजे पुलिस गार्द जेल से UAPA केस के हवालाती जश्नप्रीत सिंह निवासी नूरदी थाना सिटी तरनतारन को दवा दिलाने के लिए सिविल अस्पताल लेकर आई थी। जहां कुछ समय बाद एक युवक बिना नंबर की बाइक पर आया और हवाई फायरिंग करते हुए जश्नप्रीत सिंह को बाइक पर बैठाकर भगा ले गया। गोलियां चलने से अफरा-तफरी का माहौल बन गया। घटना के बाद पुलिस गार्द व PCR टीम ने पीछा करते हुए स्थानीय लोगों की मदद से दोनों को सब्जी मंडी में दबोच लिया। इस दौरान एक आरोपी ने एक पुलिस कर्मी के सिर पर पिस्टल की बट से हमला कर जख्मी भी कर दिया। लेकिन पुलिस कर्मियों ने बहादुरी दिखाते हुए दोनों को काबू किया। अवैध असलाह के साथ बुलाया था दोस्त को SSP ने बताया कि पिछले वर्ष जून 2023 में जश्नप्रीत सिंह ने बटाला में शिवसेना नेता राजीव महाजन पर गोलियां चलाई थीं। इस समय जश्नप्रीत सिंह माडर्न जेल कपूरथला में बंद था। जश्नप्रीत सिंह को दवा लेने के लिए सिविल अस्पताल कपूरथला लाया गया। आरोपी ने जेल के अंदर से अपने सोर्स के जरिए अपने दोस्त अमृतपाल सिंह निवासी बच्चड़े थाना सिटी तरनतारन को अवैध असलाह के साथ अपने पास सिविल अस्पताल बुलाया। ताकि वह पुलिस हिरासत से भाग सके। जैसे ही अमृतपाल सिंह बाइक पर सवार होकर सिविल अस्पताल आया तो जश्नप्रीत सिंह पुलिस कर्मियों को चकमा देकर बाइक के पीछे बैठ गया और दोनों भाग गए। जिसे PCR व पुलिस गार्द ने बहादुरी से पीछा कर इन्हें दबोच लिया। इस दौरान बाइक गिरने से एक आरोपी की टांग भी टूट गई है। पहले से दर्ज हैं आधा दर्जन केस SSP ने बताया कि जश्नप्रीत सिंह देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहा है। इस पर UAPA के अलावा 5-6 केस पहले भी दर्ज हैं। इसे भगाने आए युवक के बारे में पुलिस जांच कर रही है कि उसका बैकग्राउंड क्या है। फ़िलहाल दोनों के खिलाफ थाना सिटी में FIR दर्ज कर ली है। इनके पास से एक विदेशी ग्लॉक पिस्टल, 12 रौंद और वारदात में इस्तेमाल बाइक बरामद की है। SSP ने बताया कि जेल के अंदर से ही जश्नप्रीत सिंह ने अपनी फरारी की साजिश रची थी। इस मामले में जेल कनेक्शन के तहत भी जांच आगे बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि एक पुलिस कर्मी जख्मी जरूर हुआ है, लेकिन वह ठीक है। वहीं SP-D सरबजीत राय ने बताया कि इस बहादुरी के लिए PCR टीम व पुलिस गार्द का नाम डीजी डिस्क के लिए भेजा जाएगा। प्रेसवार्ता में DSP -D परमिंदर सिंह और CIA इंचार्ज इंस्पेक्टर जरनैल सिंह, IT सेल इंचार्ज चरणजीत सिंह भी मौजूद थे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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