कपूरथला में लोकसभा चुनाव में मतदान के लिए तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। कपूरथला और सुल्तानपुर सब डिवीजन श्री खंडूर साहिब लोकसभा संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है। वहीं फगवाड़ा और भुलत्थ होशियारपुर लोकसभा का हिस्सा है। जिसके चलते जिले के चार विधानसभा क्षेत्रों में स्थापित 791 पोलिंग स्टेशनों पर लगभग 3200 चुनाव कर्मियों के अलावा अर्धसैनिक बल सहित पर्याप्त संख्या में सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है, ताकि चुनाव प्रक्रिया निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके। इस दौरान चुनाव अधिकारी एवं डीसी अमित कुमार पांचाल ने कहा कि पोलिंग पार्टियों को रवाना कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि पोलिंग स्टाफ के अलावा माइक्रो ऑब्जर्वर, वीडियो एवं वेबकास्टिंग टीम, वोटर सहायता बूथ वालंटियर, ब्लॉक स्तरीय अधिकारी आदि को भी तैनात किया गया है, जो निर्धारित पोलिंग स्टेशनों पर चुनाव आयोग के निर्देशानुसार चुनाव प्रक्रिया संपन्न कराएंगे। कुल कितने वोटर जिले में वोटरों की गिनती का विवरण देते हुए उन्होंने बताया कि जिले में कुल 6,26,866 वोटर हैं, जिनमें 3,26,989 पुरुष, 2,99,844 महिला और 33 ट्रांसजेंडर वोटर हैं। इसी प्रकार, 4,421 दिव्यांग वोटर हैं, जिनमें 2578 पुरुष और 1843 महिलाएं शामिल हैं। 85 वर्ष से अधिक आयु के 6,759 वोटर और 19 एनआरआई वोटर हैं। 1254 सर्विस वोटरों के अलावा 18-19 वर्ष के वोटरों की संख्या 12,555 है। उन्होंने कहा कि भुलत्थ विधानसभा क्षेत्र में 175, कपूरथला में 194, सुल्तानपुर लोधी में 195 और फगवाड़ा में 227 पोलिंग स्टेशन हैं। उन्होंने कहा कि 48 घंटों के दौरान चुनाव आयोग के निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया गया है। एसएसपी ने दिए दिशा निर्देश एसएसपी कपूरथला वत्सला गुप्ता ने ड्यूटी पर तैनात किए कर्मचारियों को हिदायत दी है कि कोई भी कर्मचारी चुनाव ड्यूटी के दौरान अपने निजी वाहन का उपयोग नहीं करेगा और ना ही बूथ पर जाने के लिए निजी वाहन द्वारा जाएगा। सभी कर्मचारी के लिए एलोकेट गए वाहन द्वारा ही मतदान केंद्र पर पहुंचेंगे। जहां उनके रहने खाने पीने और अन्य व्यवस्थाएं की गई है। कपूरथला में लोकसभा चुनाव में मतदान के लिए तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। कपूरथला और सुल्तानपुर सब डिवीजन श्री खंडूर साहिब लोकसभा संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है। वहीं फगवाड़ा और भुलत्थ होशियारपुर लोकसभा का हिस्सा है। जिसके चलते जिले के चार विधानसभा क्षेत्रों में स्थापित 791 पोलिंग स्टेशनों पर लगभग 3200 चुनाव कर्मियों के अलावा अर्धसैनिक बल सहित पर्याप्त संख्या में सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है, ताकि चुनाव प्रक्रिया निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके। इस दौरान चुनाव अधिकारी एवं डीसी अमित कुमार पांचाल ने कहा कि पोलिंग पार्टियों को रवाना कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि पोलिंग स्टाफ के अलावा माइक्रो ऑब्जर्वर, वीडियो एवं वेबकास्टिंग टीम, वोटर सहायता बूथ वालंटियर, ब्लॉक स्तरीय अधिकारी आदि को भी तैनात किया गया है, जो निर्धारित पोलिंग स्टेशनों पर चुनाव आयोग के निर्देशानुसार चुनाव प्रक्रिया संपन्न कराएंगे। कुल कितने वोटर जिले में वोटरों की गिनती का विवरण देते हुए उन्होंने बताया कि जिले में कुल 6,26,866 वोटर हैं, जिनमें 3,26,989 पुरुष, 2,99,844 महिला और 33 ट्रांसजेंडर वोटर हैं। इसी प्रकार, 4,421 दिव्यांग वोटर हैं, जिनमें 2578 पुरुष और 1843 महिलाएं शामिल हैं। 85 वर्ष से अधिक आयु के 6,759 वोटर और 19 एनआरआई वोटर हैं। 1254 सर्विस वोटरों के अलावा 18-19 वर्ष के वोटरों की संख्या 12,555 है। उन्होंने कहा कि भुलत्थ विधानसभा क्षेत्र में 175, कपूरथला में 194, सुल्तानपुर लोधी में 195 और फगवाड़ा में 227 पोलिंग स्टेशन हैं। उन्होंने कहा कि 48 घंटों के दौरान चुनाव आयोग के निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया गया है। एसएसपी ने दिए दिशा निर्देश एसएसपी कपूरथला वत्सला गुप्ता ने ड्यूटी पर तैनात किए कर्मचारियों को हिदायत दी है कि कोई भी कर्मचारी चुनाव ड्यूटी के दौरान अपने निजी वाहन का उपयोग नहीं करेगा और ना ही बूथ पर जाने के लिए निजी वाहन द्वारा जाएगा। सभी कर्मचारी के लिए एलोकेट गए वाहन द्वारा ही मतदान केंद्र पर पहुंचेंगे। जहां उनके रहने खाने पीने और अन्य व्यवस्थाएं की गई है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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रंग-बिरंगी मोमबतियां और सजावटी सामानों की बाजार में धूम
रंग-बिरंगी मोमबतियां और सजावटी सामानों की बाजार में धूम भास्कर न्यूज | जालंधर/नवांशहर रंग-बिरंगी मोमबत्तियों की रोशनी से इस बार शहर जगमगाएगा। क्योंकि इस वर्ष पहली बार रोशनी के त्योहार दिवाली का रोमांच नए रंग रूप की मोमबत्तियों व रंग बिरंगी लाइटों से बढ़ रहा है। पहले सिर्फ दीपमाला के लिए मोमबित्तयां की खरीददारी होती थी। लेकिन अब मोमबत्तियां बनाने वालों ने वेल्यू एडीशन की है। नए रूप रंग की इन मोमबत्तियां को दुकानदार स्पेशल गिफ्ट पैक में शामिल करके बेच रहे हैं। पारंपरिक डिजाइन की बजाय नए रंग रूप में मोम को सांचे में डालकर सुंदर मोमबत्तियां बनाई गई हैं। लोग इन्हें सजावट के लिए खरीद रहे हैं। इनके साथ खुशबूदार तेल वाले लैंप की बिक्री हो रही इन लैंप में मोम ही भरा होता है। मोमबत्तियां कई आकारों में बनी हैं। इसलिए बाजारों में रंग-बिरंगी और सुगंधित मोमबत्तियों की मांग बढ़ी है। वैसे केवल दीवाली पर ही नहीं, आजकल लोग डिजाइनर मोमबत्तियों का उपयोग घरों में रोशनी करने और सजाने के लिए भी खूब कर रहे हैं। इसलिए मोमबत्ती का व्यवसाय पूरे साल चलता रहता है। त्योहार की तैयारी को लेकर बाजार के मोमबत्तियां बनाने से लेकर अन्य सजावटी सामानों की बहुतायत दिख रही है। मिट्टी के पारंपरिक दीपक बाजार में नजर आने लगे हैं। श्री गणेश एवं मां लक्ष्मी की छोटी मूर्तियां भी बाजार में दिखाई दे रहीं। बाजार में उत्सव सा माहौल है। घरों को सजाने के लिए रंग-बिरंगी लाइटों वाली लड़ियों, आकर्षित मोमबतियां व अन्य इलेक्ट्रानिक सामान बाजारों में लोगों को पसंदीदा है। व्यापारी प्रवीण महेंद्रू ने बताया कि मोमबत्ती बनाने का काम 50-60 साल पहले हमारे पिता जी ने शुरू किया था। जो भी सिखा अपने पिता जी से सिखा था। उनके आशीर्वाद से अलग-अलग डिजाइन की मोमबत्तियां बनाकर बेच रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस बार उम्मीद है कि मार्किट में पहले के जैसे व्यापार हो। केवल मोमबत्ती बनाना ही नहीं, बल्कि मोमबत्ती सजाने का भी आजकल काफी प्रचलन है। मिट्टी के छोटे-छोटे मोम वाले दीये तरह-तरह से रंगों से सजाए जाते हैं। सफेद मोमबत्तियों को रंग कर उन्हें रंगबिरंगा बनाया जाता है। व्यापारी राजेश राजा, दीपक महेंद्रू, सूरज महेंद्रू, मोहित, वरदान ने बताया कि यह लोगों की डिमांड के अनुसार ही मोमबत्तियां बनाई जाती है। मोमबत्ती की श्रेणी में आप आवश्यकता के अनुसार कम या ज्यादा कीमत के प्रोडक्ट का विकल्प दे सकते हैं। मोमबत्तियां आमतौर पर 1 रुपए से शुरू हो जाती है, जोकि लगभग 200 रुपए तक की आकर्षित सजावटी मोमबत्तियां बनाई जाती है। उन्होंने बताया कि एक बार में लगभग 250 मोमबत्तियां बनाई जाती है, जिसमें सिर्फ 15 मिनट का समय लगता है।
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हिमाचल में 3 जगह बादल फटा,मलबे में 2 परिवार दबे:6 लोग लापता; हरियाणा के 22 शहरों में बारिश का अलर्ट, तेज हवाएं भी चलेंगी हरियाणा के 22 शहरों में मौसम विभाग ने बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें नाथूसरी चोपटा, ऐलनाबाद, रानिया, सिरसा, डबवाली, नांगल चौधरी, नारनौल, अटेली, महेंद्रगढ़, कनीना, भद्रा, लोहारू, चरखी दादरी, भिवानी, तोशाम, रेवाड़ी, सिवानी, बवानी खेड़ा, हांसी, हिसार, आदमपुर, फतेहाबाद शामिल है। यहां तेज बारिश के साथ 30 किलोमीटर की स्पीड से हवाएं चलेंगी। अलर्ट वाले जिलों में सुबह से बादल छाए हुए हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के 11 जिलों में खूब बारिश हुई। कई जगह जलभराव हुआ। सड़कों पर एक फीट से ज्यादा पानी जमा हो गया। इसलिए एक्टिव हुआ मानसून
सूबे में बदले मौसम के मिजाज के बाद मौसम विशेषज्ञों ने अब उम्मीद जताई है कि 48 घंटे बाद यानी अगस्त के पहले सप्ताह में मानसून फिर सक्रिय होगा। राजस्थान में बन रहे दबाव के चलते बारिश होने की उम्मीद है। मानसून की बारिश कम होने की वजह बंगाल और राजस्थान से आने वाली हवाएं बीच में ही खत्म होना बताया जा रहा है। इससे हवाएं भी कमजोर हो रही हैं। साथ ही हवा में नमी नहीं होने से इस बार हरियाणा से मानसून रूठा हुआ है। कहां कितनी हुई बरसात
हरियाणा में बुधवार को सबसे ज्यादा बारिश हिसार में दर्ज की गई, यहां 15 एमएम बारिश हुई। वहीं अंबाला में 12 एमएम, सिरसा में 10, भिवानी में 9, जींद में 12.5, करनाल में 11.5 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। जुलाई में कम बरसात
प्रदेश में जुलाई में सामान्य से 35% कम बरसात हुई है। अमूमन प्रदेश में इस अवधि में 130.2 एमएम बरसात होती है, लेकिन अबकी बार केवल 84.1 मिलीमीटर बरसात हो सकी है। पिछले 24 घंटे में जीटी बेल्ट के जिलों में बरसात हुई है। इनमें पानीपत में 23.6, करनाल 13.4, कुरुक्षेत्र में 15.3, कैथल में 13.9, सोनीपत में 35, अंबाला में 5.4 मिलीमीटर बरसात हुई है। वहीं यमुनानगर में 13.0, सिरसा में 3.1, दादरी में सिर्फ 3.0, पलवल में 1.3 और पंचकूला में 1.4, रोहतक में 1.6 एमएम बारिश हुई है।