कपूरथला में राष्ट्रीय बाल सुरक्षा आयोग ने लगाया कैंप:250 आवेदनों पर हुई सुनवाई; बकाया मामले 15 दिन में निपटाने के दिए निर्देश

कपूरथला में राष्ट्रीय बाल सुरक्षा आयोग ने लगाया कैंप:250 आवेदनों पर हुई सुनवाई; बकाया मामले 15 दिन में निपटाने के दिए निर्देश

कपूरथला में राष्ट्रीय बाल अधिकार सुरक्षा आयोग की ओर से विशेष कैंप का आयोजन किया गया। जिसमें बाल अधिकारों के उल्लंघन की शिकायतों और विभिन्न विभागों की ओर से बच्चों को प्रदान की जाने वाली सुविधाओं को लेकर सुनवाई की गई। 250 आवेदनों का हुआ निपटारा कैंप में आए अधिकारियों ने करीब 250 आवेदकों के मामलों का निपटारा किया। जबकि कुछ आवेदनों पर ​15 दिनों के भीतर कार्रवाई कर डीसी के माध्यम से आयोग को रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए है। कैंप में राष्ट्रीय बाल अधिकार सुरक्षा आयोग की सदस्य डॉ. दिव्या गुप्ता, पंजाब राज्य बाल अधिकार सुरक्षा आयोग के चेयरमैन कंवरदीप सिंह और DC अमित कुमार पांचाल की मौजूदगी में बच्चों के अधिकारों के उल्लंघन के मामलों की सुनवाई की गई। डॉ. दिव्या गुप्ता ने कहा कि आने वाले दिनों में जिले के विभिन्न क्षेत्रों में इस तरह के कैंप लगाए जाएंगे। विभाग के अधिकारी इन कैंपों के माध्यम से बच्चों को मौके पर ही आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। समय पर हो समस्याओं का निपटारा उन्होंने कहा कि मुख्य रूप से बच्चों की अधिकतर समस्याएं स्वास्थ्य विभाग, सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास, खाद्य एवं सिविल सप्लाई, आधार कार्ड, सेवा केंद्र आदि से संबंधित है। जिसका समय पर निपटारा किया जाए। उन्होंने जिला प्रोग्राम अधिकारी से लेकर नोडल अधिकारी को ऐसे मामलों की नियमित समीक्षा करने के निर्देश दिए। डीसी ने राष्ट्रीय बाल अधिकार सुरक्षा आयोग की सदस्य डॉ. दिव्या गुप्ता को आश्वासन दिया कि लोगों की सुविधा के लिए गांवों में लगाए जाने वाले कैंपों का सिलसिला इसी तरह जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी बाल अधिकारों के उल्लंघन के मामलों और इन कैंपों में बच्चों को दी जाने वाली सुविधाओं का विशेष ध्यान रखेंगे। कपूरथला में राष्ट्रीय बाल अधिकार सुरक्षा आयोग की ओर से विशेष कैंप का आयोजन किया गया। जिसमें बाल अधिकारों के उल्लंघन की शिकायतों और विभिन्न विभागों की ओर से बच्चों को प्रदान की जाने वाली सुविधाओं को लेकर सुनवाई की गई। 250 आवेदनों का हुआ निपटारा कैंप में आए अधिकारियों ने करीब 250 आवेदकों के मामलों का निपटारा किया। जबकि कुछ आवेदनों पर ​15 दिनों के भीतर कार्रवाई कर डीसी के माध्यम से आयोग को रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए है। कैंप में राष्ट्रीय बाल अधिकार सुरक्षा आयोग की सदस्य डॉ. दिव्या गुप्ता, पंजाब राज्य बाल अधिकार सुरक्षा आयोग के चेयरमैन कंवरदीप सिंह और DC अमित कुमार पांचाल की मौजूदगी में बच्चों के अधिकारों के उल्लंघन के मामलों की सुनवाई की गई। डॉ. दिव्या गुप्ता ने कहा कि आने वाले दिनों में जिले के विभिन्न क्षेत्रों में इस तरह के कैंप लगाए जाएंगे। विभाग के अधिकारी इन कैंपों के माध्यम से बच्चों को मौके पर ही आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। समय पर हो समस्याओं का निपटारा उन्होंने कहा कि मुख्य रूप से बच्चों की अधिकतर समस्याएं स्वास्थ्य विभाग, सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास, खाद्य एवं सिविल सप्लाई, आधार कार्ड, सेवा केंद्र आदि से संबंधित है। जिसका समय पर निपटारा किया जाए। उन्होंने जिला प्रोग्राम अधिकारी से लेकर नोडल अधिकारी को ऐसे मामलों की नियमित समीक्षा करने के निर्देश दिए। डीसी ने राष्ट्रीय बाल अधिकार सुरक्षा आयोग की सदस्य डॉ. दिव्या गुप्ता को आश्वासन दिया कि लोगों की सुविधा के लिए गांवों में लगाए जाने वाले कैंपों का सिलसिला इसी तरह जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी बाल अधिकारों के उल्लंघन के मामलों और इन कैंपों में बच्चों को दी जाने वाली सुविधाओं का विशेष ध्यान रखेंगे।   पंजाब | दैनिक भास्कर