होशियारपुर में मृत किसान के नाम पर हड़पे 2 लाख:सहकारी बैंक से लिया लोन, विजिलेंस टीम ने 5 कर्मचारियों को किया गिरफ्तार

होशियारपुर में मृत किसान के नाम पर हड़पे 2 लाख:सहकारी बैंक से लिया लोन, विजिलेंस टीम ने 5 कर्मचारियों को किया गिरफ्तार

पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने सहकारी समिति धुगा कलां जिला होशियारपुर के पांच कर्मचारियों को मृत किसान के नाम पर लोन लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इस मामले में तीन लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। विजिलेंस ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने आज यहां यह खुलासा करते हुए कहा कि गिरफ्तार आरोपियों में युद्धवीर सिंह, पूर्व निरीक्षक और वर्तमान सहायक रजिस्ट्रार, सहकारी बैंक दसूहा, सहकारी बैंक शाखा रूपोवाल तहसील दसूहा रविंदर सिंह क्लर्क सह कैशियर शामिल हैं, जो अब लेखाकार केंद्रीय सहकारी बैंक के रूप में तैनात हैं। मंजीत सिंह कैशियर (सेवानिवृत्त), सहकारी बैंक शाखा रूपोवाल और अवतार सिंह पूर्व प्रबंधक (सेवानिवृत्त) के साथ परमजीत सिंह पूर्व प्रबंधक (सेवानिवृत्त) को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में दर्ज एक शिकायत की जांच के दौरान सामने आए तथ्यों के आधार पर आरोपी अजैब सिंह, सचिव सहकारी समिति गांव धुग्गा कलां होशियारपुर सहित सदस्य निरंजन सिंह और तरसेम सिंह को ब्यूरो द्वारा गिरफ्तार किया गया था। सोसायटी के सचिव ने की हेराफेरी अधिक जानकारी देते हुए उन्होंने आगे बताया कि वर्ष 2018 में गांव धुग्गा कलां निवासी सोसायटी के मृत किसान सदस्य गुलजार सिंह के नाम पर 1,92,000 रुपए का ऋण प्राप्त करने के लिए उपरोक्त कैशियर अजैब सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया था। इस संबंध में विजिलेंसस ब्यूरो किसान के भतीजे की शिकायत पर जांच कर मामला दर्ज किया था। यह पाया गया कि आरोपी सचिव ने सोसायटी से पूरा ऋण जमा कर दिया था और उसी तिथि पर फिर से 1,90,000 रुपए का ऋण प्राप्त किया था। प्रवक्ता ने बताया कि पूछताछ के आधार पर तीन आरोपियों अजायब सिंह, निरंजन सिंह और तरसेम सिंह को गिरफ्तार किया था। इसके बाद गहन जांच की गई जिसमें पाया गया कि उपरोक्त पांचों आरोपियों ने आपसी मिलीभगत से एक मृत व्यक्ति के नाम पर यह ऋण स्वीकृत करने के लिए सहकारी समिति धुग्गा कलां और सहकारी बैंक शाखा रूपोवाल के साथ धोखाधड़ी की थी। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने सहकारी समिति धुगा कलां जिला होशियारपुर के पांच कर्मचारियों को मृत किसान के नाम पर लोन लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इस मामले में तीन लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। विजिलेंस ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने आज यहां यह खुलासा करते हुए कहा कि गिरफ्तार आरोपियों में युद्धवीर सिंह, पूर्व निरीक्षक और वर्तमान सहायक रजिस्ट्रार, सहकारी बैंक दसूहा, सहकारी बैंक शाखा रूपोवाल तहसील दसूहा रविंदर सिंह क्लर्क सह कैशियर शामिल हैं, जो अब लेखाकार केंद्रीय सहकारी बैंक के रूप में तैनात हैं। मंजीत सिंह कैशियर (सेवानिवृत्त), सहकारी बैंक शाखा रूपोवाल और अवतार सिंह पूर्व प्रबंधक (सेवानिवृत्त) के साथ परमजीत सिंह पूर्व प्रबंधक (सेवानिवृत्त) को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में दर्ज एक शिकायत की जांच के दौरान सामने आए तथ्यों के आधार पर आरोपी अजैब सिंह, सचिव सहकारी समिति गांव धुग्गा कलां होशियारपुर सहित सदस्य निरंजन सिंह और तरसेम सिंह को ब्यूरो द्वारा गिरफ्तार किया गया था। सोसायटी के सचिव ने की हेराफेरी अधिक जानकारी देते हुए उन्होंने आगे बताया कि वर्ष 2018 में गांव धुग्गा कलां निवासी सोसायटी के मृत किसान सदस्य गुलजार सिंह के नाम पर 1,92,000 रुपए का ऋण प्राप्त करने के लिए उपरोक्त कैशियर अजैब सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया था। इस संबंध में विजिलेंसस ब्यूरो किसान के भतीजे की शिकायत पर जांच कर मामला दर्ज किया था। यह पाया गया कि आरोपी सचिव ने सोसायटी से पूरा ऋण जमा कर दिया था और उसी तिथि पर फिर से 1,90,000 रुपए का ऋण प्राप्त किया था। प्रवक्ता ने बताया कि पूछताछ के आधार पर तीन आरोपियों अजायब सिंह, निरंजन सिंह और तरसेम सिंह को गिरफ्तार किया था। इसके बाद गहन जांच की गई जिसमें पाया गया कि उपरोक्त पांचों आरोपियों ने आपसी मिलीभगत से एक मृत व्यक्ति के नाम पर यह ऋण स्वीकृत करने के लिए सहकारी समिति धुग्गा कलां और सहकारी बैंक शाखा रूपोवाल के साथ धोखाधड़ी की थी।   पंजाब | दैनिक भास्कर