हरियाणा के करनाल जिले के घरौंडा का युवा गायक विनय लाडला टीवी के रियलिटी शो इंडियाज टैलेंट फाइट सीजन-4 में अपनी सिंगिंग का जलवा बिखेरने के लिए तैयार है। यह पहला मौका है। जब घरौंडा जैसे छोटे से कस्बे से विनय जैसे युवा को किसी टीवी सिंगिंग शो में हिस्सा लेने का मौका मिला है। जागरण से की गायकी की शुरुआत विनय ने अपनी गायकी की शुरुआत माता के जागरणों से की थी, जहां वे अपने पिता जय आजाद के साथ जाया करते थे। शॉ का प्रोमो भी रिलीज हो चुका है, जिसमें विनय अपनी परफोर्मेंस देता हुआ नजर आ रहा है और जज उसकी तारीफ करते हुए नजर आ रहे है। इसके अलावा, विनय ‘किसमें कितना है दम’ टीवी शो के फाइनल तक भी पहुंचे थे। वह इंडियन आइडल जैसे शॉ के लिए भी ऑडिशन दे चुका है। जजों ने की आवाज की तारीफ विनय ने दिसंबर-2023 में रुड़की में हुए ऑडिशन में भाग लिया था। जहां देश के कोने-कोने से प्रतिभागी आए हुए थे। विनय ने अपनी मधुर आवाज और गायकी जजों और दर्शकों का दिल जीत लिया और एक के बाद एक पड़ाव के पार करते गए। बीती एक अप्रैल से स्टूडियो राउंड शुरू हुए। तीन राउंड पार करने के बाद अब विनय टीवी पर नजर आएंगे। विनय के पिता जय आजाद बताते है कि विनय ने सिंगर अरिजीत सिंह का प्रसिद्ध गाना ‘मुस्कुराहट’ गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके अलावा जजों की तरफ से दिए गए गाने ‘प्यारी सी है सूरत तेरी, ममता की है मूरत तेरी’ को भी उन्होंने बखूबी निभाया। जजों ने उनकी वॉइस क्वालिटी और हरकतों की तारीफ की। गायकी की शुरुआत और प्रशिक्षण विनय बताते है कि उसने अपनी शुरुआती गायकी की तालीम अपने पिता जय आजाद से ली। इसके बाद उन्होंने प्रेम जयसवाल से भी संगीत की बारीकियां सीखी। स्कूल के समय से ही विनय को गाने का शौक था और उन्होंने कई स्कूल और कॉलेज प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया। विनय बीए द्वितीय वर्ष के छात्र हैं और करनाल के आर्य पीजी कॉलेज में म्यूजिक में वोकल का अध्ययन कर रहे हैं। उनका सपना है कि वे इस प्रतियोगिता में जीत हासिल कर अपने घरौंडा और करनाल का नाम रोशन करें। मेरा मकसद इंडियन आइडल तक पहुंचना है। हालांकि विनय ने कई उतार चढ़ाव देखे है लेकिन कभी हार नहीं मानी, मेहनत की ओर आगे बढ़ा। हरियाणा के करनाल जिले के घरौंडा का युवा गायक विनय लाडला टीवी के रियलिटी शो इंडियाज टैलेंट फाइट सीजन-4 में अपनी सिंगिंग का जलवा बिखेरने के लिए तैयार है। यह पहला मौका है। जब घरौंडा जैसे छोटे से कस्बे से विनय जैसे युवा को किसी टीवी सिंगिंग शो में हिस्सा लेने का मौका मिला है। जागरण से की गायकी की शुरुआत विनय ने अपनी गायकी की शुरुआत माता के जागरणों से की थी, जहां वे अपने पिता जय आजाद के साथ जाया करते थे। शॉ का प्रोमो भी रिलीज हो चुका है, जिसमें विनय अपनी परफोर्मेंस देता हुआ नजर आ रहा है और जज उसकी तारीफ करते हुए नजर आ रहे है। इसके अलावा, विनय ‘किसमें कितना है दम’ टीवी शो के फाइनल तक भी पहुंचे थे। वह इंडियन आइडल जैसे शॉ के लिए भी ऑडिशन दे चुका है। जजों ने की आवाज की तारीफ विनय ने दिसंबर-2023 में रुड़की में हुए ऑडिशन में भाग लिया था। जहां देश के कोने-कोने से प्रतिभागी आए हुए थे। विनय ने अपनी मधुर आवाज और गायकी जजों और दर्शकों का दिल जीत लिया और एक के बाद एक पड़ाव के पार करते गए। बीती एक अप्रैल से स्टूडियो राउंड शुरू हुए। तीन राउंड पार करने के बाद अब विनय टीवी पर नजर आएंगे। विनय के पिता जय आजाद बताते है कि विनय ने सिंगर अरिजीत सिंह का प्रसिद्ध गाना ‘मुस्कुराहट’ गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके अलावा जजों की तरफ से दिए गए गाने ‘प्यारी सी है सूरत तेरी, ममता की है मूरत तेरी’ को भी उन्होंने बखूबी निभाया। जजों ने उनकी वॉइस क्वालिटी और हरकतों की तारीफ की। गायकी की शुरुआत और प्रशिक्षण विनय बताते है कि उसने अपनी शुरुआती गायकी की तालीम अपने पिता जय आजाद से ली। इसके बाद उन्होंने प्रेम जयसवाल से भी संगीत की बारीकियां सीखी। स्कूल के समय से ही विनय को गाने का शौक था और उन्होंने कई स्कूल और कॉलेज प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया। विनय बीए द्वितीय वर्ष के छात्र हैं और करनाल के आर्य पीजी कॉलेज में म्यूजिक में वोकल का अध्ययन कर रहे हैं। उनका सपना है कि वे इस प्रतियोगिता में जीत हासिल कर अपने घरौंडा और करनाल का नाम रोशन करें। मेरा मकसद इंडियन आइडल तक पहुंचना है। हालांकि विनय ने कई उतार चढ़ाव देखे है लेकिन कभी हार नहीं मानी, मेहनत की ओर आगे बढ़ा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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फरीदाबाद में दो समुदाय के विवाद में एक काबू:पटाखे चलाने पर हुआ था झगड़ा; ईंट पत्थर चले, पुलिस ने पलायन को नकारा
फरीदाबाद में दो समुदाय के विवाद में एक काबू:पटाखे चलाने पर हुआ था झगड़ा; ईंट पत्थर चले, पुलिस ने पलायन को नकारा हरियाणा के फरीदाबाद में दिवाली के मौके पर सुभाष कॉलोनी में हिंदू परिवार पर हुए हमले व मारपीट के मामले में पुलिस ने एक मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस इस मामले में शामिल रहे अन्य व्यक्तियों की तलाश में लगी है। विवाद पटाखे चलाने पर हुआ था। बल्लभगढ़ के एसीपी महेश कुमार ने बताया की सुभाष कॉलोनी में 27 अक्टूबर की रात को दुर्गा प्रसाद के बेटे ने पटाखा चलाया था। वहीं साथ में रहने वाले विशेष समुदाय के परिवार ने पटाखे चलाने का विरोध किया। इसके बाद विवाद बढ़ता चला गया। दोनों परिवारों के बीच मारपीट हुई। दुर्गा प्रसाद ने थाने में इसकी शिकायत दी कि दूसरे समुदाय के लोगों ने उन पर ईंट-पत्थरों के साथ हमला किया है। शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए एक मुख्य आरोपी आसिफ को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य लोगों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है, उन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। एसीपी महेश कुमार ने पलायन और घर बिकाऊ की बातों को खंडन करते हुए कहा कि इन बातों को लेकर आसपास के हिंदू परिवारों से सच्चाई जानी, लेकिन ऐसा कुछ निकाल कर नही आया। एसीपी ने बताया कि पीड़ित ने अपने घर पर घर बिकाऊ का जो पोस्टर लगाया है, वह उसने खुद ही लगाया है, क्योंकि उन्होंने इससे पहले भी एक मकान बेचा हुआ है। पोस्टर लगाने का उनका मकसद यह था, क्योंकि वह उस मकान को भी बचना चाहते थे। एसीपी ने दावा किया कि पलायन वाली बात सिर्फ अफवाह है। यह पूरा विवाद सिर्फ एक पटाखा चलाने को लेकर के हुआ था। एक को गिरफ्तार कर लिया गया है, बाकी की तलाश जारी है।
हरियाणा पुलिस में 6 हजार लेडीज-जेंट्स कॉन्स्टेबल की भर्ती:फिजिकल टेस्ट की डेट फाइनल; 4 गुना युवा चुने जाएंगे; इस बार उम्र में छूट
हरियाणा पुलिस में 6 हजार लेडीज-जेंट्स कॉन्स्टेबल की भर्ती:फिजिकल टेस्ट की डेट फाइनल; 4 गुना युवा चुने जाएंगे; इस बार उम्र में छूट हरियाणा में 6000 पुलिस कांस्टेबल भर्ती की हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। आयोग की ओर से फिजिकल मेजरमेंट टेस्ट (PMT) की डेट फाइनल कर दी है। PMT 31 जुलाई से पहले होगा। इसे लेकर आयोग की ओर से खेल विभाग को भी एक लेटर जारी किया गया है, जिसमें PMT के लिए पंचकूला के ताऊ देवी लाल स्टेडियम को रिजर्व रखने के लिए कहा गया है। वहीं, खेल निदेशालय की ओर से लेटर को पंचकूला जिला खेल अधिकारी को मार्क कर भेज दिया गया है। PMT के बाद 2 और टेस्ट होंगे
आयोग ने पुरुष सिपाही के 5 हजार और महिला सिपाही के 1 हजार पदों पर दोबारा भर्तियां निकाली हैं। इसके लिए पहले PMT होगा। उसके बाद फिजिकल स्क्रीनिंग टेस्ट (PST) होगा। फिर नॉलेज टेस्ट लिया जाएगा। नॉलेज टेस्ट के लिए 4 गुना उम्मीदवार शॉर्टलिस्ट किए जाएंगे। चूंकि, विधानसभा चुनाव के लिए आदर्श चुनाव आचार संहिता 15 सितंबर 2024 के आसपास लगने की संभावना है, इसलिए आयोग का प्रयास है कि पुलिस सिपाही की भर्ती प्रक्रिया अगस्त के अंत तक पूरी कर ली जाए। आवेदन के लिए 8 जुलाई लास्ट डेट
आयोग की ओर से इन पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन 8 जुलाई तक मांगे गए हैं। उसके बाद ही PMT प्रक्रिया शुरू हो पाएगी। हालांकि, आयोग ने खेल निदेशालय को पत्र लिखकर 1 जुलाई से ही PMT के लिए वॉलीबॉल हॉल और बास्केटबॉल हॉल रिजर्व रखने को कहा है। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने खेल विभाग को पत्र लिखकर कहा है कि हरियाणा पुलिस सिपाही पदों के लिए पुरुष और महिला उम्मीदवारों का PMT 1 जुलाई से 31 जुलाई तक होना है। इस बार उम्र में मिलेगी छूट
कोविड-19 के कारण सरकार इस बार पुलिस भर्ती में 3 साल उम्र की छूट दे रही है। इस बार सिपाही के लिए 18 से 28, सब इंस्पेक्टर (SI) के लिए 21 से 30 साल तक के उम्मीदवार पात्र हैं। उम्र की गणना उस महीने के पहली तारीख को गिनी जाएगी, जिस महीने में आयोग या अन्य भर्ती एजेंसी आवेदन मांगेगी। हरियाणा कैबिनेट की मंजूरी के अनुसार, यह उम्र केवल 2024 में निकाली जाने भर्ती के लिए ही मान्य होगी। अब तक ये उम्र का प्रावधान था
हरियाणा गृह विभाग के 8 मई, 2017 को नोटिफाई पुलिस (नॉन गैजेटड एंड अन्य रैंक) सर्विस रूल्स के रूल नंबर 5 में उम्र का प्रावधान किया गया है। इसमें लिखा है कि SI पद पर सीधी भर्ती के लिए 21 से 27 वर्ष की उम्र और सिपाही पद पर सीधी भर्ती के लिए 18 से 25 वर्ष तक की उम्र के व्यक्ति ही पात्र होंगे। हालांकि, अभी तक पुलिस ने SI पदों पर भर्ती करने का कोई फैसला नहीं किया है, मगर उम्मीदवारों की मांग है कि ग्रुप C सीईटी हो चुका है, इसलिए SI पदों पर भी भर्ती की जानी चाहिए, ताकि उन्हें भी उम्र का लाभ मिल सके। यहां देखिए ऑर्डर की कॉपी…
हरियाणा के मंत्रियों की डिटेल प्रोफाइल:बेदाग मंत्रिमंडल, 13 करोड़पति, गौरव गौतम सबसे यंग, 1 डॉक्टर-2 वकील
हरियाणा के मंत्रियों की डिटेल प्रोफाइल:बेदाग मंत्रिमंडल, 13 करोड़पति, गौरव गौतम सबसे यंग, 1 डॉक्टर-2 वकील हरियाणा में गुरुवार (17 अक्टूबर) को CM नायब सैनी के साथ 13 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। खास बात यह है कि ये मंत्रिमंडल बेदाग है। किसी भी मंत्री पर कोई केस नहीं है। सीएम और 12 मंत्री करोड़पति हैं। इनमें सबसे ज्यादा 98 करोड़ की संपत्ति विपुल गोयल की है। वहीं सबसे कम संपत्ति कृष्ण बेदी के पास है। उनकी संपत्ति 57 लाख है। इस मंत्रिमंडल में सबसे यंग 36 साल के गौरव गौतम हैं, वहीं सबसे उम्रदराज श्याम सिंह राणा हैं। उनकी उम्र 76 साल है। मंत्रिमंडल में 2 महिला विधायकों आरती राव और श्रुति चौधरी को भी जगह मिली है। इसके साथ कैबिनेट में अरविंद शर्मा डॉक्टर हैं। वहीं सीएम नायब सैनी और श्रुति चौधरी ने LLB की पढ़ाई कर रखी है। अब पढ़िए डिटेल प्रोफाइल… सैनी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा, 48 सीटों पर जीत दर्ज की
नायब सिंह सैनी लगातार दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने हैं। नायब सिंह सैनी ने इस बार कुरुक्षेत्र की लाडवा सीट से चुनाव लड़ा था। इससे पहले वह करनाल से उपचुनाव जीते थे। 54 वर्षीय नायब सिंह सैनी का जन्म 25 जनवरी 1970 को हुआ। वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े। RSS से जुड़ने के बाद उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सहित बड़े नेताओं के साथ अच्छे रिश्ते बनाए। उन्होंने पहली बार 2009 में नारायणगढ़ विधानसभा से चुनाव लड़ा, लेकिन हार का सामना करना पड़ा। 2014 में उन्होंने नारायणगढ़ से दोबारा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। नायब सिंह ने 2019 में कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। बीजेपी ने उन्हें अक्टूबर 2023 में हरियाणा भाजपा का अध्यक्ष नियुक्त किया। 12 मार्च 2024 को मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के बाद सैनी को हरियाणा का मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया। उनके नेतृत्व में भाजपा ने विधानसभा चुनाव लड़ा और 48 सीटों पर जीत हासिल की। नायब सिंह सैनी के 2 बच्चे हैं एक बेटा और एक बेटी। उनका बेटा चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई कर रहा है। बेटी अंशिका ने चंडीगढ़ में 12वीं की है। नायब सैनी की पत्नी सुमन सैनी भी राजनीति में सक्रिय हैं। विज ने बैंक की नौकरी छोड़कर राजनीति में कदम रखा
हरियाणा में एक बार फिर मंत्री के तौर अनिल विज को नायब कैबिनेट में शामिल किया गया है। अंबाला कैंट से अनिल विज ने जीत दर्ज की है। वे लगातार सातवीं बार विधायक चुने गए हैं। अनिल विज ने बैंक की नौकरी छोड़कर राजनीति में कदम रखा। अनिल विज का जन्म 15 मार्च 1953 को हुआ था। उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से बीएससी की डिग्री हासिल की है। उनके पिता का नाम भीम सेन है। उनके पिता रेलवे में अधिकारी थे। 1970 में वे एबीवीपी के महासचिव बने। उन्होंने 16 साल तक बैंक में काम किया। अनिल विज की राजनीतिक पारी
1990 में अनिल विज ने पहली बार अंबाला कैंट से उपचुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 1991 में उन्हें भारतीय जनता युवा मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। एक समय में अनिल विज अंबाला कैंट में इतने मजबूत हो गए थे कि उन्होंने दो बार निर्दलीय चुनाव लड़ा और दोनों बार जीत हासिल की। अनिल विज ने 1996 और 2000 में निर्दलीय चुनाव जीता। 2009 में उन्होंने अंबाला कैंट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और शानदार जीत दर्ज की। इसके बाद 2014, 2019 और 2024 में भी उन्होंने बड़े अंतर से जीत हासिल की। राज्य सभा से इस्तीफा देकर दूसरी बार मंत्री बने कृष्ण लाल पंवार
इसराना विधानसभा सीट से चुनाव जीतने वाले कृष्ण लाल पंवार ने दूसरी बार कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है। उनका राजनीतिक सफर लंबा है। भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने से पहले कृष्ण लाल पंवार इंडियन नेशनल लोकदल से असंध सीट से विधायक रह चुके हैं। मनोहर लाल सरकार में वह परिवहन, आवास और जेल मंत्री रहे हैं। 2019 में कांग्रेस के बलबीर वाल्मीकि ने उन्हें हराया था। इसके बाद भाजपा ने एससी का बड़ा चेहरा होने के चलते उन्हें राज्यसभा भेज दिया था। अब राज्यसभा से इस्तीफा देकर वह मंत्री बने हैं। दादा अंग्रेजी शासन में MLC और पिता पूर्व में कैबिनेट मंत्री रहे हैं
राव नरबीर सिंह चौथी बार प्रदेश के मंत्री बने हैं। वह बादशाहपुर विधानसभा से दूसरी बार विधायक बने हैं। वर्ष 2014 में उन्होंने ही बादशाहपुर में पहली बार कमल खिलाया था। वह पहली बार 1987 में 26 साल की उम्र में जाटूसाना से राव इंद्रजीत सिंह को हराकर विधायक बनने के बाद ताऊ देवीलाल सरकार में मंत्री बने थे। राव नरबीर सिंह का जन्म 2 अप्रैल 1961 को गुरुग्राम में हुआ। राव नरबीर मोहर सिंह यादव के पोते हैं, जो 1942 में भारत और पाकिस्तान के विभाजन से पहले एमएलसी थे। उनके पिता महावीर सिंह यादव भी हरियाणा राज्य में पूर्व कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। 1996 में सोहना से विधायक बनने के साथ ही राव नरबीर बंसीलाल सरकार में परिवहन एवं सहकारिता मंत्री बने। 2014 में बादशाहपुर से विधायक चुने जाने के बाद मनोहर लाल सरकार में लोक निर्माण एवं वन मंत्री बने। अब नायब सिंह सैनी सरकार में मंत्री बने हैं। महिपाल ढांडा दूसरी बार मंत्री बने
पानीपत ग्रामीण के विधायक महिपाल ढांडा दूसरी बार मंत्री बने हैं। पानीपत जिले में 2009 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई ग्रामीण विधानसभा सीट पर 2014 में भाजपा के टिकट पर पहली बार ढांडा विधायक बने। उन्होंने प्रतिद्वंद्वी को 36,132 वोटों से हराया। 2019 में फिर टिकट मिला। जजपा के देवेंद्र कादियान को 21,961 मतों से हराया। इस बार के चुनाव में उन्हें 1,01,079 वोट मिले। उन्होंने कांग्रेस के सचिन कुंडू को 50,212 वोट से हराया है। ढांडा 1996 से 2004 तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में प्रदेश सहमंत्री रहे। 2004 में पानीपत भाजपा जिला उपाध्यक्ष, 2006 से 2009 तक पानीपत भाजपा जिला महामंत्री, 2009 से 2012 तक हरियाणा भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष रहे। 2012 में हरियाणा भाजपा किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष बने थे। डॉक्टरी की पढ़ाई कर राजनीति में आए
नायब सैनी के मंत्रिमंडल में शामिल डॉ. अरविंद कुमार का जन्म 25 नवंबर 1962 को हुआ था। उनके पिता का नाम पंडित सतगुरु दास शर्मा और मां का नाम बिमला देवी है। अरविंद डॉक्टरी के पेशे से राजनीति में आए। उन्होंने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक से मास्टर ऑफ डेंटल सर्जरी की पढ़ाई की है। उनकी शादी 9 नवंबर 1989 को रीटा शर्मा से हुई। उनका एक बेटा और एक बेटी है। अरविंद शर्मा की राजनीतिक पारी
अरविंद शर्मा ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1996 में की थी। उन्होंने सोनीपत से लोकसभा चुनाव लड़ा और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के उम्मीदवार रिजक राम को हराया। जनवरी 2014 में अरविंद कुमार शर्मा ने कांग्रेस छोड़ दी और BSP में शामिल हो गए थे। BSP ने उन्हें 2014 के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाया। हालांकि BSP को हार मिली। अरविंद कुमार शर्मा यमुनानगर और जुलाना दोनों सीटों से हार गए। दोनों सीटों पर तीसरे स्थान पर खिसक गए। 2019 में अरविंद शर्मा बीजेपी में शामिल हुए और रोहतक लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा। इस चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के दीपेंद्र सिंह हुड्डा को 7,503 वोटों से हराया। इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें दोबारा टिकट दी, लेकिन दीपेंद्र हुड्डा से हार गए। पूर्व सीएम बंसीलाल की पोती बनीं मंत्री
तोशाम विधानसभा सीट से विधायक बनी श्रुति चौधरी को भी मंत्री बनाया गया है। श्रुति चौधरी पूर्व सीएम चौधरी बंसीलाल की पोती और पूर्व मंत्री चौधरी सुरेंद्र व किरण चौधरी की बेटी हैं। वह पहली बार विधायक बनीं। पूर्व सीएम चौधरी बंसीलाल तोशाम सीट से जीतकर ही हरियाणा के सीएम बने थे। उनके बेटे चौधरी सुरेंद्र भी इसी सीट से जीत कर कृषि मंत्री रह चुके हैं। अब सुरेंद्र की बेटी श्रुति ने भी इसी सीट से जीत दर्ज की और मंत्रिमंडल में जगह बनाई। गौरव को पहली बार विधायक बनते ही मंत्रिमंडल में जगह
पलवल विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बने गौरव गौतम को हरियाणा सरकार में मंत्री पद भी मिला है। गौरव गौतम ने पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल को 33,605 वोटों के बड़े अंतर से हराया है। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत करी थी। 36 वर्षीय गौरव गौतम ब्राह्मण समुदाय से ताल्लुक रखते हैं।