करनाल की पूर्व विधायक सुमिता सिंह ने कांग्रेस की हार के लिए बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सुमिता सिंह ने आरोप लगाया है कि बीजेपी ने चुनाव से दो-तीन दिन पहले कुछ गड़बड़ियां कीं, यहां तक कि कुछ जगहों पर पैसे भी बांटे। इतना ही नहीं, बीजेपी के लोगों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उन बूथों पर परेशान किया, जहां उन्हें बैठना था। हालांकि, इन बातों का कोई सबूत नहीं मिला। कांग्रेस उम्मीदवारों का कांग्रेस के कुछ नेताओं द्वारा बड़े स्तर पर समर्थन न करने के सवाल पर सुमिता सिंह ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि नेताओं ने लोकसभा और विधानसभा उम्मीदवारों का समर्थन नहीं किया, क्योंकि हर नेता का अपना तरीका होता है और उन नेताओं ने उसी तरीके से काम किया है। अब जरूरी नहीं है कि नेता 24 घंटे उम्मीदवार के साथ घूमे। सुमिता सिंह ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता भी साथ लगे हुए थे, और उन्होंने मिलकर काम किया है। जिस नेता की जहां पर जरूरत थी, वह वहां पर जा रहा था। बड़े नेता को एक-दो रैली में आ जाते है, लेकिन असलियत में काम तो खुद ही करना पड़ता है, मैंने दो बार विधायक का चुनाव लड़ा है और किस तरह से मेहनत करनी पड़ती है। अति आत्मविश्वास से होता है नुकसान सुमिता सिंह ने कहा कि लोकसभा में जिस तरह का रिजल्ट सामने आया है। उससे विधानसभा का रास्ता क्लियर होता नजर आता है, हालांकि विधानसभा में सरकार बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। कई बार अति आत्मविश्वास हो जाता है, लेकिन वह नुकसान का कारण बनता है। इसके अलावा संगठन होना भी जरूरी है, क्योंकि संगठन की अपनी अलग जिम्मेदारी होती है। लोकसभा चुनाव के दौरान संगठन की कमी खली है। हालांकि संगठन का निर्माण बड़े नेताओं का कार्य है। हाईकमान से बात की जाएगी कि अगर विधानसभा चुनाव से पहले संगठन बन जाए तो बहुत अच्छा रहेगा। मुख्यमंत्री को शुभकामनाएं, लेकिन वो भी गायब हो जाएंगे सुमिता सिंह ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को बधाई दी लेकिन तंज कस दिया, उन्होंने कहा कि नायब सैनी भी अब गायब हो जाएंगे, क्योंकि मनोहर लाल खट्टर भी गायब हो चुके है। नायब सिंह सैनी शपथ ले रहे है, लेकिन इनको शपथ न लेकर रिजाइन कर देना चाहिए था। BJP के पास पूरे विधायक ही नहीं है। मनोहर लाल पर ली चुटकी सुमिता सिंह ने मनोहर लाल खट्टर द्वारा सेक्टर 6 में मकान लिए जाने के सवाल पर चुटकी ली। उन्होंने कहा कि मनोहर लाल ने CM रहते हुए प्रेम नगर में भी मकान लिया था, क्या वे कभी एक दिन भी उस घर में गए, लेकिन मनोहर लाल ने सेक्टर-6 में मकान किराये पर लिया है और जब अपना मकान लेंगे तब देखेगें। करनाल की पूर्व विधायक सुमिता सिंह ने कांग्रेस की हार के लिए बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सुमिता सिंह ने आरोप लगाया है कि बीजेपी ने चुनाव से दो-तीन दिन पहले कुछ गड़बड़ियां कीं, यहां तक कि कुछ जगहों पर पैसे भी बांटे। इतना ही नहीं, बीजेपी के लोगों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उन बूथों पर परेशान किया, जहां उन्हें बैठना था। हालांकि, इन बातों का कोई सबूत नहीं मिला। कांग्रेस उम्मीदवारों का कांग्रेस के कुछ नेताओं द्वारा बड़े स्तर पर समर्थन न करने के सवाल पर सुमिता सिंह ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि नेताओं ने लोकसभा और विधानसभा उम्मीदवारों का समर्थन नहीं किया, क्योंकि हर नेता का अपना तरीका होता है और उन नेताओं ने उसी तरीके से काम किया है। अब जरूरी नहीं है कि नेता 24 घंटे उम्मीदवार के साथ घूमे। सुमिता सिंह ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता भी साथ लगे हुए थे, और उन्होंने मिलकर काम किया है। जिस नेता की जहां पर जरूरत थी, वह वहां पर जा रहा था। बड़े नेता को एक-दो रैली में आ जाते है, लेकिन असलियत में काम तो खुद ही करना पड़ता है, मैंने दो बार विधायक का चुनाव लड़ा है और किस तरह से मेहनत करनी पड़ती है। अति आत्मविश्वास से होता है नुकसान सुमिता सिंह ने कहा कि लोकसभा में जिस तरह का रिजल्ट सामने आया है। उससे विधानसभा का रास्ता क्लियर होता नजर आता है, हालांकि विधानसभा में सरकार बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। कई बार अति आत्मविश्वास हो जाता है, लेकिन वह नुकसान का कारण बनता है। इसके अलावा संगठन होना भी जरूरी है, क्योंकि संगठन की अपनी अलग जिम्मेदारी होती है। लोकसभा चुनाव के दौरान संगठन की कमी खली है। हालांकि संगठन का निर्माण बड़े नेताओं का कार्य है। हाईकमान से बात की जाएगी कि अगर विधानसभा चुनाव से पहले संगठन बन जाए तो बहुत अच्छा रहेगा। मुख्यमंत्री को शुभकामनाएं, लेकिन वो भी गायब हो जाएंगे सुमिता सिंह ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को बधाई दी लेकिन तंज कस दिया, उन्होंने कहा कि नायब सैनी भी अब गायब हो जाएंगे, क्योंकि मनोहर लाल खट्टर भी गायब हो चुके है। नायब सिंह सैनी शपथ ले रहे है, लेकिन इनको शपथ न लेकर रिजाइन कर देना चाहिए था। BJP के पास पूरे विधायक ही नहीं है। मनोहर लाल पर ली चुटकी सुमिता सिंह ने मनोहर लाल खट्टर द्वारा सेक्टर 6 में मकान लिए जाने के सवाल पर चुटकी ली। उन्होंने कहा कि मनोहर लाल ने CM रहते हुए प्रेम नगर में भी मकान लिया था, क्या वे कभी एक दिन भी उस घर में गए, लेकिन मनोहर लाल ने सेक्टर-6 में मकान किराये पर लिया है और जब अपना मकान लेंगे तब देखेगें। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा CM सैनी को नहीं मिल रही सेफ सीट:CEC की मीटिंग में फिर होगा मंथन; बड़ौली लाडवा, मुख्यमंत्री का करनाल से लड़ने का दावा
हरियाणा CM सैनी को नहीं मिल रही सेफ सीट:CEC की मीटिंग में फिर होगा मंथन; बड़ौली लाडवा, मुख्यमंत्री का करनाल से लड़ने का दावा हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी को सूबे की 90 विधानसभा क्षेत्रों में सेफ सीट नहीं मिल पा रही है। 2 दिन पहले हुई बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की मीटिंग में भी इस पर कोई फैसला नहीं हो पाया। जबकि हरियाणा में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली सीएम के लाडवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का दावा कर चुके हैं। वहीं मुख्यमंत्री नायब सैनी खुद करनाल से चुनाव लड़ने का दावा कर रहे हैं। स्टेट इलेक्शन कमेटी (SEC) ने हाल ही में गुरुग्राम में हुई बैठक में कथित तौर पर मुख्यमंत्री के लिए 4 सीटें, करनाल, लाडवा, नारायणगढ़ और रादौर ‘रिजर्व’ की थीं। हालांकि, सीईसी की बैठक में चर्चा किए गए कम से कम 55 नामों पर पार्टी उम्मीदवारों पर आम सहमति नहीं बन पाने के कारण पार्टी ने अभी तक उम्मीदवारों की पहली आधिकारिक सूची जारी नहीं की है। सीईसी की कल फिर बैठक हरियाणा में टिकटों पर मंथन के लिए केंद्रीय चुनाव समिति की एक और बैठक 2 सितंबर को बुलाई गई है। इस बैठक में हरियाणा के 1 केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, कृष्ण पाल गुज्जर के अलावा सीएम नायब सैनी शामिल होंगे। इस मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहेंगे। CM सैनी दे चुके सफाई किस सीट से सीएम चुनाव लड़ेंगे, इस पर मुख्यमंत्री खुद सफाई दे चुके हैं। उन्होंने कहा है कि ‘मैंने अपने पार्टी अध्यक्ष से बात की है, जिन्होंने मुझे बताया कि उन्होंने केवल उन मीडिया रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया दी थी, जिनमें दावा किया गया था कि मुख्यमंत्री लाडवा से चुनाव लड़ेंगे।’’ उन्होंने कहा कि अभी तक किसी भी विधानसभा क्षेत्र के लिए टिकट तय नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं वर्तमान में करनाल से विधायक हूं। जब तक सीईसी सभी सीटों पर अंतिम फैसला नहीं ले लेती, तब तक मेरे सहित कोई भी यह नहीं कह सकता कि हम इस विशेष निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। यहां पढ़िए सीएम-बड़ौली का क्या है दावा ? सीएम नायब सैनी क्या बोले ? शुक्रवार को करनाल में रोड शो के दौरान मुख्यमंत्री नायब सैनी ने दावा किया था कि मैं करनाल से भी चुनाव लड़ूंगा। नायब सैनी ने कहा, ‘ मोहन लाल बड़ौली प्रदेश अध्यक्ष हैं, उसको मेरे से ज्यादा जानकारी है। पार्लियामेंट बोर्ड के सामने जिन दावेदारों ने अप्लाई किया था, उसे लिस्टिंग करके केंद्रीय नेतृत्व के सामने रख दिया है। अगला निर्णय पार्लियामेंट्री बोर्ड का है। करनाल से मैं ही चुनाव लड़ूंगा। बड़ौली ने ये कहा था सीईसी की मीटिंग के बाद बीजेपी की लिस्ट को लेकर पार्टी अध्यक्ष बड़ौली ने बयान दिया था कि लिस्ट अभी जारी नहीं होगी। बाकी बची सीटों पर चर्चा के लिए जल्द ही केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग बुलाई जाएगी। सीएम नायब सैनी करनाल की जगह लाडवा से चुनाव लड़ेंगे।
भूपेंद्र हुड्डा ने खाली नहीं की सरकारी कोठी:15 दिन का टाइम मांगा था, ढाई महीने बीते; सरकार ने 2 लाख पीनल रेंट ठोका
भूपेंद्र हुड्डा ने खाली नहीं की सरकारी कोठी:15 दिन का टाइम मांगा था, ढाई महीने बीते; सरकार ने 2 लाख पीनल रेंट ठोका हरियाणा के पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा ने चंडीगढ़ में स्थित सरकारी कोठी खाली नहीं की है। जिस वजह से सरकार ने उन पर पीनल रेंट की कार्रवाई शुरू कर दी है। सरकार अब तक हुड्डा पर 2 लाख से ज्यादा का पीनल रेंट लगा चुकी है। सरकार का तर्क है कि नियमों के अनुसार नई सरकार बनने के बाद हुड्डा को 15 दिन के भीतर यह कोठी नंबर 70 खाली करनी थी। मगर ढाई महीने से ज्यादा वक्त बीतने के बाद भी उन्होंने कोठी नहीं छोड़ी। 15 दिन का टाइम मांगा, लेकिन कब्जा नहीं छोड़ा
हरियाणा में विधानसभा चुनाव का रिजल्ट 8 अक्टूबर 2024 को आया था। जिसमें भाजपा ने 90 में से 48 सीटें जीतकर सरकार बनाई। इसके बाद CM नायब सैनी और उनके मंत्रियों ने 17 अक्टूबर 2024 को शपथ ली थी। सरकार ने हुड्डा को दिसंबर 2024 में कोठी खाली करने कहा था। हुड्डा ने इसके लिए 15 दिन का टाइम मांगा था, लेकिन अब करीब 2 महीने से ज्यादा समय हो चुका है। मंत्री गोयल ने मांगी थी कोठी, अब दूसरी के लिए आवेदन किया
हुड्डा जिस कोठी नंबर 70 पर कब्जा किए बैठे हैं, वह सैनी सरकार के मंत्री विपुल गोयल को पसंद आ गई थी। इसी वजह से सरकार ने भी इसे खाली कराने के लिए तेजी दिखाई। हालांकि हुड्डा के कोठी खाली न करने पर अब मंत्री गोयल ने दूसरी कोठी के लिए आवेदन कर दिया है। उन्होंने सरकार से चंडीगढ़ के सेक्टर 7 की कोठी नंबर 71 मांगी है। ये कोठी अभी चंडीगढ़ के कोटे की है, इसलिए सरकार यूटी की इस कोठी को अपनी 68 नंबर कोठी से बदलने की तैयारी कर रही है। इसके बाद गोयल को मनचाही कोठी मिल जाएगी। अभी वह MLA फ्लैट में अपना कामकाज चला रहे हैं। हुड्डा पर लगाए जा रहे पीनल रेंट का नियम क्या…
हरियाणा लोक निर्माण विभाग के नियमानुसार सरकार के किसी भी मंत्री या विधायक को नई सरकार बनने के 15 दिन में सरकारी आवास खाली करना होता है। यदि वह तय समय पर नहीं खाली करता है तो उसके खिलाफ पीनल रेंट की कार्रवाई होती है। पहले महीने मकान खाली नहीं होने पर 50 गुना किराया वसूल किया जाता है। दूसरे महीने में 100 गुना और तीसरे महीने 200 गुना पीनल रेंट वसूला जाता है। इसके बाद भी कोई कोठी खाली नहीं करता है तो फिर चौथे महीने से 400 गुना पीनल रेंट वसूल किया जाता है। कांग्रेस हाईकमान की वजह से हुड्डा का दावा कमजोर पड़ा
अगर भूपेंद्र हुड्डा को कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष बना देती तो कैबिनेट रैंक का दर्जा मिलने से उन्हें न तो कोठी खाली करनी पड़ती और न ही पीनल रेंट वसूलने की नौबत आती। हालांकि कांग्रेस हाईकमान ने अभी नेता प्रतिपक्ष के नाम की घोषणा नहीं की है। इस बारे में सारे विधायक पहले ही कांग्रेस हाईकमान को अधिकार दे चुके हैं। 2019 में हुड्डा को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया था। इसके बाद ही कैबिनेट मंत्री के बराबर रैंक दिए जाने की वजह से उन्हें सेक्टर 7 की यह कोठी नंबर 70 अलॉट की गई थी। इससे पहले 2014 से 2019 तक हुड्डा चंडीगढ़ के सेक्टर 3 स्थित MLA फ्लैट में रहते थे। हुड्डा की घोषणा भी उनके काम नहीं आई
भूपेंद्र हुड्डा जब हरियाणा के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने घोषणा की थी कि पूर्व मुख्यमंत्री को भी प्रदेश में कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जाएगा। उन्हें मंत्रियों को मिलने वाली तमाम सुविधाएं भी मिलेंगी। जब साल 2014 में घोषणा की गई तो इसके दायरे में तब दो ही पूर्व मुख्यमंत्री आते थे। इनमें एक चौधरी ओमप्रकाश चौटाला और दूसरे चौधरी हुकम सिंह थे। ओम प्रकाश चौटाला उस वक्त जेल में थे, इसलिए वह यह सुविधाएं नहीं ले पाए। हुकम सिंह को तब सरकार ने कैबिनेट मंत्री वाली सभी सुविधाएं प्रदान की थीं। हुड्डा ने जब यह नियम लागू किया, तब विपक्षी दलों और नेताओं का कहना था कि भूपेंद्र हुड्डा भविष्य में खुद का जुगाड़ कर रहे हैं। हुआ भी ऐसा ही, जब 2014 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस हार गई और भाजपा सत्ता में आ गई तो हुड्डा पूर्व मुख्यमंत्री हो गए। मनोहर लाल खट्टर की अगुआई में बनी पहली सरकार ने कुछ दिन बाद ही हुड्डा का फैसला पलट दिया। नए नेता प्रतिपक्ष को मिलेगा नया आवास
सरकार को भी अभी कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष का इंतजार है। जो भी नया नेता प्रतिपक्ष होगा, उसे सरकार नई कोठी दे सकती है। हुड्डा वाली कोठी को सरकार खाली कराना चाहती है। कैबिनेट रैंक के तहत चंडीगढ़ के सेक्टर 3, सेक्टर 7, सेक्टर 16 और पंचकूला में सेक्टर 12A में मंत्रियों के लिए आवास बनाए गए हैं। इनमें से किसी भी सेक्टर में नए नेता प्रतिपक्ष को आवास मिल सकता है। हालांकि, अधिकांश मंत्रियों को सेक्टर 3 व सेक्टर 7 की कोठियां ज्यादा पसंद आती हैं। मगर मौजूदा समय में सेक्टर 7 की 70 नंबर कोठी को छोड़कर अन्य सभी कोठियां अलॉट हो चुकी हैं। हारे मंत्री भी खाली कर चुके कोठी
विधानसभा चुनाव में भाजपा के 8 मंत्री चुनाव हार गए थे। इनमें कंवरपाल गुर्जर, सुभाष सुधा, जयप्रकाश दलाल, अभय यादव, संजय सिंह, कमल गुप्ता, असीम गोयल और रणजीत चौटाला शामिल हैं। इसके अलावा दुष्यंत चौटाला, देवेंद्र बबली जैसे नेता भी हार गए थे। चुनाव नतीजे आते ही उन्होंने 15 दिन के भीतर सरकारी कोठियां खाली कर दी थीं। जिसके बाद यह कोठियां मंत्रियों को अलॉट कर दी गईं। फिलहाल इन कोठियों में मरम्मत का काम चल रहा है। अनिल विज ने कोठी नहीं ली
सेक्टर 3 में मुख्यमंत्री आवास के साथ की कोठी सबसे वरिष्ठ मंत्री को अलॉट की जाती है। इस लिहाज से यह कोठी परिवहन मंत्री अनिल विज को मिलनी थी। हालांकि उन्होंने सरकारी आवास लेने से इनकार कर दिया। वह अंबाला से ही सचिवालय में अपडाउन करते हैं। ऐसे में यह कोठी पंचायत मंत्री कृष्णलाल पंवार को मिल गई।
हरियाणा में ट्रक-कैंटर में आमने-सामने की टक्कर:2 लोगों की मौत, राजस्थान और भिवानी के रहने वाले, दोनों वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त
हरियाणा में ट्रक-कैंटर में आमने-सामने की टक्कर:2 लोगों की मौत, राजस्थान और भिवानी के रहने वाले, दोनों वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हरियाणा के रोहतक में एक ट्रक और कैंटर में आमने-सामने की टक्कर हो गई। हादसे में 2 ड्राइवरों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान भिवानी निवासी अमित और राजस्थान निवासी नंदू के रूप में हुई है। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची। मृतकों के शवों को मोर्चरी में रखवाया गया है। सांपला थाना पुलिस मामले में कार्रवाई कर रही है। हादसे में दोनों वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। हादसे के बाद आसपास के लोग और राहगीर भी इकट्ठा हो गए। उन्होंने ट्रक और कैंटर चालकों को रोहतक पीजीआई पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। पहले देखिए हादसे से जुड़ी 3 तस्वीरें… गलत साइड आकर टक्कर मारी
भिवानी जिले के गांव कलौड़ निवासी राजेश ने बताया कि ट्रक में टावर के पाइप सिकंदराबाद से नोख राजस्थान ले जाए जा रहे थे। इसी दौरान सामने से आ रहे कैंटर चालक ने डिवाइडर पार कर गलत साइड आकर ट्रक को टक्कर मार दी। ट्रक चालक अमित की उम्र करीब 22 साल है और वह शादीशुदा है। जांच में जुटी पुलिस
सांपला थाना प्रभारी बिजेंद्र सिंह ने बताया कि उन्हें हादसे में दो लोगों की मौत की सूचना मिली है। मृतकों के परिजनों के बयान पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।