हरियाणा में करनाल के सदर थाना एरिया के गांव की नवविवाहिता ने अपने ससुराल वालों पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने, मारपीट और जान से मारने की कोशिश के गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता का आरोप है कि शादी के तुरंत बाद ससुराल पक्ष ने कार और महंगे गहनों की मांग शुरू कर दी। आरोपियों के दबाव और प्रताड़ना से परेशान होकर उसके पिता को दिल का दौरा पड़ा और उनकी मृत्यु हो गई। पुलिस ने मामले में छह लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शादी के बाद शुरू हुई दहेज की मांग गांव दरड़ की पीड़िता की शादी इसी साल बीती 12 अप्रैल को हिंदू रीति-रिवाज से कुरूक्षेत्र जिला के बीर खेडी हरिपुर गांव में हुई थी। शादी में उसके माता-पिता ने 7 लाख रुपए खर्च करके फर्नीचर, गहने और अन्य दहेज का सामान दिया। इसके बावजूद ससुराल वालों ने टाटा कार और महंगे गहनों की मांग करते हुए ताने मारने शुरू कर दिए। पीड़िता ने आरोप लगाया कि ससुराल वालों ने उसका पूरा स्त्री धन जब्त कर लिया। सास और ननद ने गहने अपने पास रख लिए, जबकि उसके कपड़े अलमारी और पेटी से निकालकर खुद इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। पति ने शादी में मिली सोने की अंगूठी तक फेंक दी। पिता को लगा गहरा सदमा, गई जान 24 मई को ससुराल वालों ने जान से मारने की कोशिश की। पीड़िता का आरोप है कि उसे बालों से घसीटा गया, थप्पड़ मारे गए और गला दबाकर जान से मारने की कोशिश की गई। शोर सुनकर पड़ोसी इकट्ठा हो गए, जिससे उसकी जान बची। ससुराल वालों की बढ़ती मांगों और बेटी की स्थिति से परेशान होकर पीड़िता के पिता ने 18 मई को 1 लाख रुपए उधार लेकर आरोपियों को दिए। इसके बावजूद, उनकी मांगें खत्म नहीं हुईं। इस मानसिक दबाव के कारण 6 जून को पीड़िता के पिता को दिल का दौरा पड़ा और उनकी मृत्यु हो गई। पंचायत और ससुराल वालों का इनकार पिता की मृत्यु के बाद रिश्तेदारों और पंचायत ने ससुराल वालों को समझाने की कोशिश की। लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे और पीड़िता को साथ ले जाने से इनकार कर दिया। पीड़िता ने 19 दिसंबर को पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। जांच अधिकारी उमेश ने बताया कि पुलिस ने पति और अन्य पांच लोगों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न, मारपीट और जान से मारने की धमकी के आरोप में आईपीसी की धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है हरियाणा में करनाल के सदर थाना एरिया के गांव की नवविवाहिता ने अपने ससुराल वालों पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने, मारपीट और जान से मारने की कोशिश के गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता का आरोप है कि शादी के तुरंत बाद ससुराल पक्ष ने कार और महंगे गहनों की मांग शुरू कर दी। आरोपियों के दबाव और प्रताड़ना से परेशान होकर उसके पिता को दिल का दौरा पड़ा और उनकी मृत्यु हो गई। पुलिस ने मामले में छह लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शादी के बाद शुरू हुई दहेज की मांग गांव दरड़ की पीड़िता की शादी इसी साल बीती 12 अप्रैल को हिंदू रीति-रिवाज से कुरूक्षेत्र जिला के बीर खेडी हरिपुर गांव में हुई थी। शादी में उसके माता-पिता ने 7 लाख रुपए खर्च करके फर्नीचर, गहने और अन्य दहेज का सामान दिया। इसके बावजूद ससुराल वालों ने टाटा कार और महंगे गहनों की मांग करते हुए ताने मारने शुरू कर दिए। पीड़िता ने आरोप लगाया कि ससुराल वालों ने उसका पूरा स्त्री धन जब्त कर लिया। सास और ननद ने गहने अपने पास रख लिए, जबकि उसके कपड़े अलमारी और पेटी से निकालकर खुद इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। पति ने शादी में मिली सोने की अंगूठी तक फेंक दी। पिता को लगा गहरा सदमा, गई जान 24 मई को ससुराल वालों ने जान से मारने की कोशिश की। पीड़िता का आरोप है कि उसे बालों से घसीटा गया, थप्पड़ मारे गए और गला दबाकर जान से मारने की कोशिश की गई। शोर सुनकर पड़ोसी इकट्ठा हो गए, जिससे उसकी जान बची। ससुराल वालों की बढ़ती मांगों और बेटी की स्थिति से परेशान होकर पीड़िता के पिता ने 18 मई को 1 लाख रुपए उधार लेकर आरोपियों को दिए। इसके बावजूद, उनकी मांगें खत्म नहीं हुईं। इस मानसिक दबाव के कारण 6 जून को पीड़िता के पिता को दिल का दौरा पड़ा और उनकी मृत्यु हो गई। पंचायत और ससुराल वालों का इनकार पिता की मृत्यु के बाद रिश्तेदारों और पंचायत ने ससुराल वालों को समझाने की कोशिश की। लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे और पीड़िता को साथ ले जाने से इनकार कर दिया। पीड़िता ने 19 दिसंबर को पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। जांच अधिकारी उमेश ने बताया कि पुलिस ने पति और अन्य पांच लोगों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न, मारपीट और जान से मारने की धमकी के आरोप में आईपीसी की धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रोहतक में युवक की दुर्घटना में मौत:5 बहनों का इकलौता भाई बस से उतरते समय गिरा, निजी अस्पताल में था कर्मचारी
रोहतक में युवक की दुर्घटना में मौत:5 बहनों का इकलौता भाई बस से उतरते समय गिरा, निजी अस्पताल में था कर्मचारी रोहतक के एक युवक की सड़क हादसे में मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ जब एक निजी अस्पताल का कर्मचारी निजी बस में सवार होकर लौट रहा था। इस दौरान जब युवक बस से उतरने लगा तो वह गिर गया। जिससे 5 बहनों के इकलौते भाई की रोहतक पीजीआई में मौत हो गई। रोहतक के गांव नौनंद निवासी ओमप्रकाश ने आईएमटी थाने में शिकायत दर्ज कराई। जिसमें उसने बताया कि वह मजदूरी करता है। उसके 6 बच्चे (5 बेटियां और एक बेटा) हैं। उसका 24 वर्षीय बेटा सौरभ एक निजी अस्पताल में सफाई का काम करता है। 3 अगस्त की सुबह उसका बेटा घर से ड्यूटी के लिए अस्पताल गया था। रात को उसका बेटा सौरभ घर लौट रहा था। इसी कारण वह निजी बस में सवार हो गया। पीजीआई में तोड़ा दम उन्होंने बताया कि रात को करीब 9 बजे सूचना मिली कि उसके बेटे का एक्सीडेंट हो गया। जिसे रोहतक पीजीआई में ले गए है। सूचना मिलते ही वे भी रोहतक पीजीआई पहुंचे। जहां पर पता चला कि उसके बेटे सौरभ की एक्सीडेंट में लगी चोटों के कारण मौत हो गई। अपने स्तर पर पता किया तो जानकारी मिली कि उसका बेटा ड्यूटी के बाद घर आ रहा था। जिसने दिल्ली बाईपास से प्राइवेट बस में गांव जाने के लिए सवार हुए। जब वह बाबा टहलनाथ गोशाला के पास पहुंचा तो सौरभ ने बस रोकने के लिए कहा। बस से उतरते समय गिरकर मौत उन्होंने कहा कि चालक ने अपनी बस थोड़ा रोकी और फिर लापरवाही से तेज गति में वापस भगा लिया। जिसके कारण उसका बेटा बस से गिर गया। वहीं इस एक्सीडेंट में सौरभ को चोट लगी। वहीं राहगीरों ने घायल को उपचार के लिए रोहतक पीजीआई में भर्ती करवाया गया। जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं मामले की सूचना आईएमटी थाना पुलिस को दी। जांच अधिकारी निक्कू ने बताया कि मृतक के पिता की शिकायत पर अज्ञात प्राइवेट बस चालक के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। वहीं मामले की जांच की जा रही है।
रोहतक PGIMS ओपीडी विश्वकर्मा दिवस पर खुलेगी:लगातार चार छुट्टियों के कारण लिया फैसला, सामान्य तरीके से होगा इलाज
रोहतक PGIMS ओपीडी विश्वकर्मा दिवस पर खुलेगी:लगातार चार छुट्टियों के कारण लिया फैसला, सामान्य तरीके से होगा इलाज रोहतक स्थित पंडित भगवत दयाल शर्मा स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (PGIMS) की ओपीडी 2 नवंबर विश्वकर्मा दिवस पर खुली रहेगी। यह निर्णय लेते हुए पीजीआईएमएस प्रशासन ने आदेश भी जारी कर दिए हैं। ताकि मरीजों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। आपको बता दें कि 31 अक्टूबर से 3 नवंबर तक लगातार चार छुट्टियां (दिवाली, हरियाणा दिवस, विश्वकर्मा दिवस, रविवार) रहीं। जिसके चलते लगातार चार दिन पीजीआई की ओपीडी बंद रही और मरीजों को इलाज नहीं मिला। इसलिए मरीजों की सुविधा के लिए यह निर्णय लिया गया है। पंडित भगवत दयाल शर्मा स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (PGIMS) के निदेशक डॉ. एसएस लोहचब ने ऑर्डर जारी किए हैं। जिसमें कहा कि 31 अक्टूबर से 3 नवंबर तक चार दिन अवकाश (सरकारी अवकाश व रविवार) है। इसलिए जरूरतमंद मरीजों के हितों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि पीजीआईएमएस की ओपीडी, ओपीडी लैब और संबंधित जांच विभाग 2 नवंबर शनिवार को सामान्य रूप से काम करेंगे। 2 नवंबर विश्वकर्मा दिवस को की गई ड्यूटी के बदले कर्मचारियों को प्रतिपूरक अवकाश (एक कहीने के भीतर) दिया जाएगा।
हरियाणा में कांग्रेस उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट का एनालिसिस:युवा-अनुभवी चेहरों का गुडमिक्स; हाईकमान ने सर छोटूराम और बंसीलाल की विरासत नहीं छोड़ी
हरियाणा में कांग्रेस उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट का एनालिसिस:युवा-अनुभवी चेहरों का गुडमिक्स; हाईकमान ने सर छोटूराम और बंसीलाल की विरासत नहीं छोड़ी हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 9 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी। इसके जरिए कांग्रेस हाईकमान ने युवा और अनुभवी चेहरों का गुडमिक्स किया है। इनमें 2019 का चुनाव हारने के बावजूद 3 चेहरों अशोक अरोड़ा, कुलदीप शर्मा और परमवीर सिंह पर अनुभव के तौर पर दांव खेला। वहीं वर्धन यादव, मोहित ग्रोवर, बलराम दांगी और अनिरुद्ध चौधरी युवा चेहरे हैं। हाईकमान ने प्रदेश के पूर्व दिग्गज नेताओं की विरासत को भी पार्टी से जोड़े रखने का पूरा ध्यान रखा। इसी वजह से पूर्व CM बंसीलाल के पोते और सर छोटूराम के पूर्व मंत्री नाती बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह को भी टिकट दी है। कांग्रेस हाईकमान ने BJP में बगावत से दूसरी लिस्ट में भी सबक लिया। भाजपा के पहली ही लिस्ट में 67 उम्मीदवारों को मुकाबले कांग्रेस ने पहली लिस्ट में 32 और अब सिर्फ 9 उम्मीदवारों की घोषणा की। जातीय समीकरण: जाट चेहरे ज्यादा, SC चेहरा न होने से चौंकाया क्षेत्रीय समीकरण: बागड़-अहीरवाल बेल्ट पर हाईकमान का ज्यादा मंथन 2019 में जिन सीटों पर दूसरे नंबर पर रही कांग्रेस, वहां 26 सीटें रोकीं
कांग्रेस 2019 के विधानसभा चुनाव में कुल 30 सीटों पर दूसरे नंबर पर रही थी। 2024 के चुनाव के लिए पार्टी ने इन 30 सीटों में से सिर्फ 4 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया है। इनमें थानेसर, गन्नौर, महम और होडल (SC) शामिल है। इन चार में से तीन सीटों पर पार्टी ने उन्हीं चेहरों को मौका दिया है जो 2019 का चुनाव लड़े थे। इनमें थानेसर से अशोक अरोड़ा, गन्नौर से कुलदीप शर्मा और होडल (SC) से चौधरी उदयभान शामिल है। महम सीट पर पिछले चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे आनंद सिंह दांगी की जगह पार्टी ने इस बार उनके बेटे बलराम दांगी को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस की दूसरी लिस्ट से जुड़े सवाल-जवाब 1. दूसरी लिस्ट में सिर्फ 9 ही उम्मीदवार क्यों?
कांग्रेस हरियाणा में BJP जैसी गलती नहीं करना चाहती। इसीलिए कम सीटों की घोषणा की। इनमें वैसे तो कहीं बगावत की गुंजाइश नहीं है। अगर कहीं ऐसी स्थिति हुई थी तो कम सीटों की वजह से दिग्गज नेताओं को वहां जाकर बागियों को संभालना आसान हो जाएगा। 2. कांग्रेस कितनी लिस्टें जारी करेगी
कांग्रेस के पहली लिस्ट में 32 और दूसरी में 9 उम्मीदवार देखकर ऐसा लगता है कि अभी 2 और लिस्टें आ सकती हैं। तीसरी लिस्ट आज या कल में आ सकती है। चौथी लिस्ट सबसे विवादों वाली होगी, जिसे नामांकन के अंतिम दिन 12 सितंबर से एक दिन पहले जारी किया जा सकता है ताकि बागियों को दूसरी पार्टी में जाने या निर्दलीय लड़ने का मौका न मिल सके। 3. कांग्रेस-AAP से गठबंधन का क्या होगा?
गठबंधन को लेकर वैसे तो आज ही ऐलान हो सकता है। मगर, दोनों लिस्टों में कांग्रेस ने उन सीटों पर उम्मीदवार घोषित नहीं किया, जिन्हें AAP को देने की प्लानिंग हैं। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस AAP को 5 सीटें दे सकती है। जिनमें जींद, कलायत, पानीपत ग्रामीण, पिहोवा और ओल्ड फरीदाबाद की सीट हो सकती है। ऐसे में अभी गठबंधन की उम्मीद बरकरार है। 4. तोशाम से बंसीलाल के पोते को टिकट क्यों?
बंसीलाल प्रदेश के पूर्व सीएम रह चुके हैं। आज भी उनके नाम का वोट बैंक है। उनकी राजनीतिक विरासत संभाल रही बहू किरण चौधरी कुछ महीने पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चली गई। भाजपा ने उन्हें राज्यसभा भेज दिया। वहीं किरण की बेटी श्रुति चौधरी को तोशाम से विधानसभा टिकट दे दी। ऐसे में यह वोट बैंक भाजपा में शिफ्ट न हो जाए, इसलिए कांग्रेस ने बंसीलाल के पोते अनिरुद्ध चौधरी को टिकट देकर श्रुति के मुकाबले खड़ा कर दिया। 5. कांग्रेस के टिकट बंटवारे में किसकी चली
अभी तक के लिहाज से पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा की। 41 सीटों में सबसे ज्यादा 35 टिकटें हुड्डा खेमे को ही मिली हैं। कांग्रेस में उनके विरोधियों की बात करें तो विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं सांसद कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला पर कोई फैसला नहीं हुआ। सुरजेवाला कैथल सीट से अपने या बेटे आदित्य सुरजेवाला के लिए दावेदारी जता रहे हैं लेकिन कांग्रेस ने वहां टिकट की ही घोषणा नहीं की है। राहुल गांधी की मुंहबोली बहन के ससुर को टिकट नहीं
कांग्रेस उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट में बादशाहपुर सीट से वर्धन यादव का नाम चौंकाने वाला रहा। यहां से राव कमलबीर सिंह कांग्रेस टिकट के दावेदार थे। राव कमलबीर सिंह जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष रहे स्व. शरद यादव की बेटी सुभाषिनी यादव के ससुर हैं। सुभाषिनी की शादी राव कमलबीर सिंह के बेटे राजकमल राव से हुई है। राव कमलबीर सिंह किसी समय हरियाणा में जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष थे। बाद में वह कांग्रेस में शामिल हो गए। राहुल गांधी सुभाषिनी यादव को मुंहबोली बहन मानते हैं। सुभाषिनी यादव भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में राहुल गांधी के साथ नजर आई थीं। वह प्रियंका गांधी के भी करीब है। ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा चुनाव, कांग्रेस की दूसरी लिस्ट में 9 उम्मीदवार घोषित:पार्टी ने अब तक 28 विधायकों समेत 41 कैंडिडेट्स के नामों का ऐलान किया हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने रविवार (8 सितंबर) की देर रात अपने कैंडिडेट्स की दूसरी लिस्ट जारी कर दी। इस लिस्ट में 9 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया। पार्टी ने तोशाम सीट से पूर्व सीएम बंसीलाल के पोते अनिरुद्ध चौधरी और उचाना कलां सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे व BJP के पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह को टिकट दिया है। (पूरी खबर पढ़ें) कांग्रेस की दूसरी लिस्ट के 9 प्रत्याशियों की डिटेल प्रोफाइल:तोशाम में भाई-बहन का मुकाबला; 3 हारे चेहरों पर दांव, कुलदीप सबसे उम्रदराज हरियाणा में कांग्रेस ने उम्मीदवारों की जो दूसरी लिस्ट जारी की है, उसमें 3 नए चेहरे हैं। इस लिस्ट में 3 टिकट उन नेताओं को मिले हैं, जो पिछली बार हारे थे। 9 सीटों में 4 टिकटें जाट और 2-2 OBC और पंजाबी उम्मीदवारों को मिली हैं। दूसरी लिस्ट में केवल 1 महिला है। 2 दलबदलुओं को टिकट दी है। (पूरी खबर पढ़ें) हरियाणा में कांग्रेस की 2 लिस्ट जारी, 32 नाम:ED केस में फंसे-नूंह हिंसा आरोपी समेत 28 विधायकों को दोबारा टिकट; BJP बोली- क्राइम चैंपियनशिप हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 6 सितंबर की देर रात दो लिस्ट में 32 उम्मीदवारों का ऐलान किया। पहली लिस्ट में 31 उम्मीदवारों का ऐलान किया गया। डेढ़ घंटे बाद दूसरी लिस्ट में एक कैंडिडेट का नाम घोषित किया (पूरी खबर पढ़ें) कांग्रेस की पहली लिस्ट के 32 उम्मीदवारों की डिटेल प्रोफाइल:1 हारे-1 दलबदलू को टिकट, 80 साल के कादियान सबसे बुजुर्ग, विनेश सबसे यंग हरियाणा में कांग्रेस ने 32 नामों की जो पहली लिस्ट जारी की है, उसमें सिर्फ 3 नए चेहरे हैं। इस लिस्ट में पिछला चुनाव हारे हरियाणा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष उदयभान को टिकट मिली है। 32 सीटों में 9-9 टिकटें जाट और SC उम्मीदवारों को मिली हैं। SC के लिए 17 सीटें रिजर्व हैं। पहली लिस्ट में केवल 5 महिलाएं हैं। इस लिस्ट में 1 दलबदलू को टिकट दी है। (पूरी खबर पढ़ें) कांग्रेस के 32 उम्मीदवारों का एनालिसिस:हरियाणा में BJP जैसी बगावत-भगदड़ से बचने की कोशिश; सांसदों को दोटूक मैसेज- हाईकमान सबसे ऊपर कांग्रेस हाईकमान सेफ गेम खेलते हुए हरियाणा चुनाव के लिए जारी 32 उम्मीदवारों की दो लिस्टों में BJP में मची भगदड़-बगावत जैसे हालात से बचने की कोशिश करता नजर आया। कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की 4 मीटिंग हुईं। उसके बाद 3 मीटिंग केंद्रीय चुनाव समिति की हुईं। आखिरी बैठक में राहुल गांधी की जगह खुद सोनिया गांधी पहुंचीं। इसके बावजूद पार्टी बड़ी लिस्ट जारी करने की हिम्मत नहीं दिखा पाई। (पूरी खबर पढ़ें)