हरियाणा में करनाल के असंध में जींद रोड पर अरडाना बस अड्डे के पास भयानक सड़क हादसे में तीन युवकों की मौत हो गई। युवक बाइक पर सवार थे। राहड़ा नाके के पास पराली से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली ने बाइक को सामने से टक्कर मारी। तीनों युवक सड़क पर गिरे और तीनों को कुचलते हुए ट्रैक्टर-ट्राली आगे बढ़ गई। हालांकि ट्रैक्टर-ट्राली को जलमाना चौकी के पास पकड़ लिया गया। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और दो शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। तीसरे शव को ले गए परिजन पुलिस जब शवों को कब्जे में ले रही थी तो एक स्कॉर्पियो गाड़ी आती है। जिसमें एक युवक के परिजन थे। तीनों मृतक युवकों में से एक अलेवा गांव का रहने वाला था। मौके पर पहुंचे परिजनों को संदेह था कि युवक घायल है और उसमें कुछ सांस है, और वे उसे अपने साथ लेकर चले गए। उन्होंने कहा कि वह जिंद अस्पताल में लेकर भाई को लेकर जा रहा है। ताकि अगर उसमें सांस बची हो तो उसकी जान को बचाया जा सके। मौके पर मौजूद सब इंस्पेक्टर राकेश कुमार ने बताया कि इस दौरान परिजनों को रोका भी गया है और कहा भी गया है कि पुलिस आपके साथ ट्रामा सेंटर जाएगी, लेकिन परिजन नहीं माने और जबरन मृतक को अपने साथ ले गए। वे कह रहे थे, कि अभी युवक में सांस है। हम परिजनों को रोक नहीं सकते, हमने गाड़ी का नंबर नोट कर लिया है। ये लोग खुद को युवक का परिजन बता रहे थे। पुलिसकर्मी भी जख्मी हादसे के समय मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शी दिलबाग ने बताया कि रात करीब साढ़े 10 बजे अरडाना अड्डे से आगे एक्सीडेंट हुआ। युवक असंध की तरफ से आ रहे थे और सामने से एक ट्रेक्टर ट्राली आ रही थी, जिसने सामने से टक्कर मारी। तीनों युवक एक एकड दूर जाकर गिरे थे। जिसमें तीन की मौत हुई है। जिसमें से एक मृतक रतोली गांव का बताया जा रहा है और दूसरे की शिनाख्त नहीं हो पाई है और तीसरे की भी पहचान नहीं हुई है। जब पुलिस यहां पर पहुंची और पुलिस मामले की जांच कर रही थी और जब एम्बुलेंस में दोनों को डाल रहे थे तो पीछे से एक ट्राला भी तेज रफ्तार में आया और उसने भी एंबुलेंस को साइड मारी और भाग गया। जिसकी वजह से एक पुलिसकर्मी भी घायल हुआ है। हरियाणा में करनाल के असंध में जींद रोड पर अरडाना बस अड्डे के पास भयानक सड़क हादसे में तीन युवकों की मौत हो गई। युवक बाइक पर सवार थे। राहड़ा नाके के पास पराली से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली ने बाइक को सामने से टक्कर मारी। तीनों युवक सड़क पर गिरे और तीनों को कुचलते हुए ट्रैक्टर-ट्राली आगे बढ़ गई। हालांकि ट्रैक्टर-ट्राली को जलमाना चौकी के पास पकड़ लिया गया। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और दो शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। तीसरे शव को ले गए परिजन पुलिस जब शवों को कब्जे में ले रही थी तो एक स्कॉर्पियो गाड़ी आती है। जिसमें एक युवक के परिजन थे। तीनों मृतक युवकों में से एक अलेवा गांव का रहने वाला था। मौके पर पहुंचे परिजनों को संदेह था कि युवक घायल है और उसमें कुछ सांस है, और वे उसे अपने साथ लेकर चले गए। उन्होंने कहा कि वह जिंद अस्पताल में लेकर भाई को लेकर जा रहा है। ताकि अगर उसमें सांस बची हो तो उसकी जान को बचाया जा सके। मौके पर मौजूद सब इंस्पेक्टर राकेश कुमार ने बताया कि इस दौरान परिजनों को रोका भी गया है और कहा भी गया है कि पुलिस आपके साथ ट्रामा सेंटर जाएगी, लेकिन परिजन नहीं माने और जबरन मृतक को अपने साथ ले गए। वे कह रहे थे, कि अभी युवक में सांस है। हम परिजनों को रोक नहीं सकते, हमने गाड़ी का नंबर नोट कर लिया है। ये लोग खुद को युवक का परिजन बता रहे थे। पुलिसकर्मी भी जख्मी हादसे के समय मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शी दिलबाग ने बताया कि रात करीब साढ़े 10 बजे अरडाना अड्डे से आगे एक्सीडेंट हुआ। युवक असंध की तरफ से आ रहे थे और सामने से एक ट्रेक्टर ट्राली आ रही थी, जिसने सामने से टक्कर मारी। तीनों युवक एक एकड दूर जाकर गिरे थे। जिसमें तीन की मौत हुई है। जिसमें से एक मृतक रतोली गांव का बताया जा रहा है और दूसरे की शिनाख्त नहीं हो पाई है और तीसरे की भी पहचान नहीं हुई है। जब पुलिस यहां पर पहुंची और पुलिस मामले की जांच कर रही थी और जब एम्बुलेंस में दोनों को डाल रहे थे तो पीछे से एक ट्राला भी तेज रफ्तार में आया और उसने भी एंबुलेंस को साइड मारी और भाग गया। जिसकी वजह से एक पुलिसकर्मी भी घायल हुआ है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा पुलिस ने चुनाव के लिए बनाया चुनाव सेल:24 घंटे रहेगा वर्किंग; मॉनिटरिंग के लिए नोडल अधिकारी लगाए, ADGP संजय सिंह ओवरऑल इंचार्ज बने हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर हरियाणा पुलिस ने चुनाव सेल का गठन किया है। यह सेल 24 घंटे वर्किंग रहेगा। अलग-अलग स्तर पर मॉनिटरिंग के लिए पुलिस महानिदेशक (DGP) शत्रुजीत कपूर की ओर से नोडल ऑफिसर्स लगाए गए हैं। सेल का ओवरऑल इंचार्ज अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) कानून एवं व्यवस्था, संजय कुमार को लगाया गया है। डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने बताया कि प्रदेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से विधानसभा चुनाव-2024 संपन्न करवाने के लिए हरियाणा पुलिस द्वारा पुलिस मुख्यालय, सेक्टर-6, पंचकूला में चुनाव सेल स्थापित किया गया है। इस सेल के जरिए प्रदेश स्तर पर चुनाव का प्रबंधन किया जाएगा ताकि लोग भय मुक्त होकर अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें। यहां पढ़िए किस IPS को क्या मिली जिम्मेदारी डीजीपी की ओर से चुनाव सेल के सुपरविजन के लिए स्टेट पुलिस नोडल ऑफिसर के रूप में पुलिस महानिरीक्षक सुरक्षा सौरभ सिंह को जिम्मेदारी दी गई है। चुनावी खर्च की निगरानी तथा कानून एवं व्यवस्था संबंधी रिपोर्ट के लिए नोडल अधिकारी पुलिस महानिरीक्षक, कानून एवं व्यवस्था हरदीप दून को लगाया गया है। इसके अलावा, प्रदेश के सभी जिलों में डीएसपी तथा एसीपी स्तर के अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, जो पुलिस मुख्यालय में स्थापित किए गए चुनाव सेल में निर्धारित बिंदुओं बारे में रोजाना अपने जिलो की रिपोर्ट भेजेंगे। क्या होगी इलेक्शन सेल की वर्किंग चुनाव सेल की कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी देते हुए कपूर ने बताया कि पुलिस मुख्यालय में बनाए गए चुनाव सेल के माध्यम से प्रदेश में आदर्श आचार संहिता के तहत जारी दिशा-निर्देशों की पालना सुनिश्चित करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इलेक्शन सेल द्वारा पुलिस बल की उपलब्धता तथा उसकी तैनाती तथा इससे संबंधित मुद्दो को लेकर जिलों से तालमेल स्थापित किया जाएगा। क्रिटिकल बूथों पर अतिरिक्त पुलिस होगी तैनात डीजीपी ने बताया कि इसके साथ ही, प्रदेश में अलग-2 विधानसभा क्षेत्रों में क्रिटिकल बूथों की पहचान करते हुए वहां पर अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती का निर्णय भी लिया जाएगा। जिलों द्वारा रोजाना सीजर रिपोर्ट, चुनाव संबंधी शिकायतें, आदर्श आचार संहिता की पालना संबंधी रिपोर्ट भी चुनाव सेल को भेजी जाएगी। इलेक्शन सेल 24 घंटे संचालित रहेगा। राजपत्रित अवकाश तथा छुट्टी वाले दिन (शनिवार व रविवार) को भी यहां पर स्टाफ की ड्यूटी सुनिश्चित की जाएगी। सी-विजिल एप के जरिए गाइड लाइन होगी फॉलो डीजीपी ने बताया कि विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करवाने के लिए प्रदेश में अलग-2 स्तर पर मॉनीटरिंग की जा रही है। आदर्श आचार संहिता की पालना तथा कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरे प्रदेश पर पुलिस की कड़ी नजर रहेगी। कपूर ने कहा कि प्रदेश में चुनाव आयोग की सी-विजिल एप के माध्यम से भी चुनाव संबंधी दिशा-निर्देशों की पालना सुनिश्चित की जा रही है। कपूर ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि वे स्वतंत्र, निष्पक्ष तथा शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न करवाने में हरियाणा पुलिस का सहयोग करें और अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें।
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गुरुग्राम में मेडिकल स्टोर में भीषण आग:फायर ब्रिगेड की 20 गाड़ियां मौके पर; 6 घंटे बाद भी काबू नहीं, लाखों की दवाएं-सामान जला हरियाणा के गुरुग्राम में मंगलवार सुबह एक मेडिकल स्टोर में भीषण आग लग गई। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की 2 दर्जन गाड़ियां मौके पर पहुंची। आग पर 6 घंटे बाद भी पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका है। पूरा क्षेत्र काले धुएं के गुबार से ढ़का है। मौके पर लोगों की भीड़ उमड़ी है। जानकारी के अनुसार आग गुरुग्राम के रेलवे रोड स्थित डंग मेडिकल स्टोर में सुबह 5 बजे के करीब लगी। आग लगने से ओल्ड गुरुग्राम में धुआं धुआं हो गया। आग की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची। तकरीबन दो दर्जन गाड़ियां आग पर काबू पाने में लगी हैं। फायर ब्रिगेड अधिकारी रमेश के मुताबिक आग पर काबू पाने में समय लग सकता है। आग किन कारणों से लगी इसका खुलासा तो नही हो पाया है। वही सुबह के वक्त जब ये आग लगी तो उस समय दुकान में कोई मौजूद नही था गनीमत ये रही कि कोई हताहत नही हुआ। आग से करोड़ों रुपए कीमत की दवाई जल कर खाक हो गई।
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राव इंद्रजीत की प्रेशर पॉलिटिक्स का राज क्या?:हरियाणा में बेटी को मंत्रीपद, अपनी प्रमोशन या CM दावेदारी; 15 MLA के समर्थन का दावा कर चुके हरियाणा में जीत की हैट्रिक लगाने वाली BJP के भीतर अहीरवाल बेल्ट में सबसे ज्यादा राजनीति गर्माई हुई है। यहां से पार्टी को 11 में से 10 सीटों पर जीत मिली है। सरकार बनाने में इस इलाके का अहम रोल होने के कारण यहां के कद्दावर नेता और केंद्र सरकार में राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह प्रेशर पॉलिटिक्स की राह पर चल पड़े हैं। रिजल्ट आने के बाद से ही राव इंद्रजीत सिंह पूरी तरह एक्टिव है और चुनाव जीते 9 MLA उनसे मुलाकात कर चुके हैं। राव इंद्रजीत सिंह से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, उनके संपर्क में 15 से ज्यादा MLA है। ऐसे में राव इंद्रजीत सिंह किस बड़ी मंशा को लेकर चल रहे हैं, इसको लेकर खूब चर्चा हो रही है। सियासी माहिरों की मानें तो राव इस पूरे दांव से क्या साधना चाहते हैं, उसकी ये 5 वजहें हो सकती हैं…. 1. बेटी को हरियाणा में मंत्रीपद
राव इंद्रजीत सिंह ने इस बार अपने पसंद से अहीरवाल की 11 में से 9 सीटों पर उम्मीदवारों को चुनाव लड़ाया, जिनमें सभी चुनाव जीत गए। इनमें अटेली सीट से उनकी बेटी आरती राव भी शामिल है। आरती राव का ये पहला ही चुनाव था। उन्हें कड़े मुकाबले में जीत मिली है। राव इंद्रजीत सिंह बेटी आरती राव को नई सरकार में मंत्री बनाकर इलाके में अपनी पकड़ को और मजबूत करने की कोशिश कर सकते हैं। 2. अपने समर्थक विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह
BJP अहीरवाल बेल्ट को इस बार 2 कैबिनेट मंत्री और एक राज्यमंत्री का पद दे सकती है। राव इंद्रजीत सिंह की कोशिश अपने समर्थक विधायकों को ही इन पदों पर एडजस्ट करने की है। इनमें पटौदी से चुनाव जीती बिमला चौधरी के अलावा लक्ष्मण यादव, ओपी यादव को मंत्री बनाया जा सकता है। बिमला चौधरी किसी वजह से मंत्री नहीं बन पाई तो बावल से चुनाव जीते डॉ. कृष्ण कुमार को विकल्प के रूप में मंत्रीपद दिलवा सकते है। 3. राव नरबीर को मंत्री बनने से रोकना
अहीरवाल की बादशाहपुर सीट पर सबसे बड़ी जीत दर्ज करने वाले राव नरबीर सिंह का नाम नए मंत्रिमंडल को लेकर सुर्खियों में है। नरबीर सिंह इस बार अपने खुद के दम पर टिकट लेकर आए और चुनाव भी जीत गए। उन्हें राव इंद्रजीत सिंह का धुर विरोधी माना जाता है। राव इंद्रजीत सिंह नहीं चाहते कि राव नरबीर सिंह सरकार में मंत्री बने। राव इंद्रजीत सिंह खुद गुरुग्राम से सांसद है। अगर राव नरबीर मंत्री बनते है तो राव इंद्रजीत सिंह का वह इलाके में दूसरा बड़ा विकल्प बन सकते है। नरबीर 2014 में भी चुनाव जीतने के बाद मनोहर लाल की कैबिनेट में पावरफुल मंत्री बने थे। हालांकि 2019 के चुनाव में उनकी टिकट कट गई थी। 4. CM पद पर दावा बरकरार रखना
अहीरवाल से मुख्यमंत्री पद की मांग भी लगातार उठ रही है। रेवाड़ी यादव सभा इसकी मांग पहले ही कर चुकी है। हालांकि भाजपा पहले ही नायब सैनी को सीएम चेहरा घोषित कर चुकी है। फिर भी राव भविष्य के लिए दावा मजबूत रखना चाहते हैं। यही वजह है कि राव इंद्रजीत सिंह ने चुनाव प्रचार के दौरान कई बार सीएम पद पर दावा ठोका। रिजल्ट आने के बाद भी राव इंद्रजीत सिंह ने कहा- हमने 10 सीटें जिताकर अपना काम कर दिया। अब हाईकमान को इलाके की संज्ञान लेना चाहिए। 5. केंद्र में राज्यमंत्री की जगह कैबिनेट मंत्री की प्रमोशन
राव इंद्रजीत सिंह ने भाजपा में रहते हुए गुरुग्राम सीट से लगातार तीसरी लोकसभा चुनाव जीता। दोनों बार वह मोदी सरकार में राज्यमंत्री रहे। इस बार जीत के बाद उनके कैबिनेट मंत्री बनने की संभावनाएं थी। लेकिन उन्हें राज्यमंत्री का पद मिला। जिसका दर्द राव इंद्रजीत सिंह खुद बयां कर चुके हैं। वह कह चुके है कि उनसे छोटे नेता को कैबिनेट मंत्री बना दिया और वह आज तक राज्यमंत्री ही रहे, जिससे अहीरवाल इलाके में भी मायूसी हुई। अब विधानसभा चुनाव में इस इलाके से मिली बड़ी जीत के बाद राव इंद्रजीत सिंह केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री की प्रमोशन चाहते हैं। दो सीटों पर प्रचार करने नहीं गए राव इंद्रजीत
भाजपा ने इस बार गुरुग्राम से मुकेश शर्मा, बावल से डॉ. कृष्ण कुमार, पटौदी से बिमला चौधरी, सोहना से तेजपाल तंवर, रेवाड़ी से लक्ष्मण सिंह यादव, अटेली से आरती राव, नारनौल से ओमप्रकाश यादव और महेंद्रगढ़ से कंवर सिंह को राव इंद्रजीत सिंह की पसंद से टिकट दी। जबकि नांगल चौधरी में डॉ. अभय सिंह और बादशाहपुर में राव नरबीर को उनके विरोध के बीच चुनावी मैदान में उतारा। राव नरबीर तो चुनाव जीत गए लेकिन अभय सिंह चुनाव हार गए। इलाके में मजबूत पकड़ होने के कारण राव इंद्रजीत सिंह ने प्रचार की जिम्मेदारी खुद संभाली। हालांकि वह बादशाहपुर और नांगल चौधरी में चुनाव प्रचार करने नहीं गए। अहीरवाल में राव इंद्रजीत सिंह के परिवार की पकड़
अहीरवाल इलाके में राव इंद्रजीत सिंह के परिवार रामपुरा हाउस की पकड़ दशकों से रही है। पहले उनके पिता पूर्व मुख्यमंत्री राव बीरेंद्र सिंह का इलाके में दबदबा रहा। इसके बाद राव इंद्रजीत सिंह ने पिता के रुतबे को इस इलाके में बनाए रखा। हालांकि राव इंद्रजीत सिंह एक तरह से अपनी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए अपनी बेटी आरती राव को पूरी तरह एडजस्ट कर चुके है। राव इंद्रजीत सिंह 6 बार सांसद और 4 बाद विधायक बने है। अब उनकी उत्तराधिकारी के रूप में आरती राव इस पूरे इलाके में एक्टिव है।