हरियाणा सरकार के निर्देश के बाद गांवों में रात्रि ठहराव के तहत आम जनता की समस्याओं को समझने और उनके समाधान के लिए करनाल जिला प्रशासन ने एक और कदम बढ़ाया है। सीएम के आदेशों के बाद करनाल में उपायुक्त उत्तम सिंह और पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया ने कुंजपुरा ब्लॉक के गांव शेरगढ़ टापू में रात बिताई और ग्रामीणों के साथ संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना। ग्रामीणों ने उपायुक्त के समक्ष सबसे पहले खेती से जुड़ी समस्याओं को रखा। किसानों ने बताया कि शेरगढ़ टापू की सीमा उत्तर प्रदेश से लगती है, जिसकी वजह से पोर्टल पर फसल पंजीकरण में अड़चनें आती हैं। उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि जो किसान यूपी की जमीन पर खेती करते हैं, उनका पंजीकरण पटवारी की पुष्टि के बाद कराया जाएगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि हर किसान को पंजीकरण से जुड़ी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। तालाब सौंदर्यीकरण का वादा, अवैध कब्जे हटेंगे गांव के तालाब के सौंदर्यीकरण को लेकर ग्रामीणों ने उत्सुकता दिखाई। इस पर उपायुक्त ने कहा कि सौंदर्यकरण कार्य तभी हो पाएगा जब तालाब के आसपास के अवैध कब्जों को हटाया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि कब्जा नहीं हटाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। परिवार पहचान पत्र को लेकर भी समाधान उपायुक्त ने परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) से जुड़ी समस्याओं की भी जानकारी ली। अधिकतर ग्रामीणों ने संतोष व्यक्त किया, लेकिन कुछ ने फैमिली आईडी को अलग करने में दिक्कत बताई। उपायुक्त ने कहा कि इस समस्या को सरकार के ध्यान में लाया जाएगा ताकि स्थायी समाधान हो सके। यातायात और सड़क निर्माण के मुद्दे ग्रामीणों ने यूपी से शेरगढ़ टापू होते हुए ग्रीड जाने वाली सड़क पर लगातार लगने वाले जाम की समस्या उठाई। उपायुक्त ने लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता को तत्काल समाधान के निर्देश दिए। इसके अलावा, मोदीपुर रोड के निर्माण कार्य में खराब सामग्री के इस्तेमाल की शिकायत भी की गई। उपायुक्त ने आश्वासन दिया कि इसकी जांच करवाई जाएगी, और यदि कोई गड़बड़ी पाई गई तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अपने आसपास हो रहे कार्यों पर नजर रखें और किसी भी अनियमितता की तुरंत शिकायत करें। पानी की निकासी और श्मशान घाट की समस्या गांव की महिलाओं ने पानी की निकासी की समस्या को गंभीरता से उठाया। उपायुक्त ने मौके पर ही अधिकारियों को निरीक्षण करने और तत्काल समाधान के निर्देश दिए। वहीं, श्मशान घाट की स्थिति सुधारने के लिए उन्होंने बीडीपीओ से प्रस्ताव तैयार करने को कहा, ताकि वहां पर उचित सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें। नशा रोकथाम और युवा सशक्तिकरण पर विशेष जोर पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया ने ग्रामीणों को नशे से दूर रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि, सरकार और प्रशासन नशे के खिलाफ सख्ती से काम कर रहे हैं। ऐसे में यदि किसी व्यक्ति को नशा करते हुए देखा जाए, तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दें। नशे के कारोबार में लिप्त लोगों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो। उन्होंने युवाओं को खेलों की ओर प्रेरित करने की बात भी कही और कहा कि प्रशासन गांव स्तर पर खेल सुविधाएं उपलब्ध कराने का हरसंभव प्रयास करेगा। पुलिस नाके को चौकी में बदलने की मांग ग्रामीणों ने शेरगढ़ टापू में बने पुलिस नाके को स्थायी चौकी में बदलने का अनुरोध किया। इस पर उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया। ग्रामीणों ने अधिकारियों की इस पहल का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि इस संवाद से उनकी समस्याएं जल्दी हल होंगी। हरियाणा सरकार के निर्देश के बाद गांवों में रात्रि ठहराव के तहत आम जनता की समस्याओं को समझने और उनके समाधान के लिए करनाल जिला प्रशासन ने एक और कदम बढ़ाया है। सीएम के आदेशों के बाद करनाल में उपायुक्त उत्तम सिंह और पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया ने कुंजपुरा ब्लॉक के गांव शेरगढ़ टापू में रात बिताई और ग्रामीणों के साथ संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना। ग्रामीणों ने उपायुक्त के समक्ष सबसे पहले खेती से जुड़ी समस्याओं को रखा। किसानों ने बताया कि शेरगढ़ टापू की सीमा उत्तर प्रदेश से लगती है, जिसकी वजह से पोर्टल पर फसल पंजीकरण में अड़चनें आती हैं। उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि जो किसान यूपी की जमीन पर खेती करते हैं, उनका पंजीकरण पटवारी की पुष्टि के बाद कराया जाएगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि हर किसान को पंजीकरण से जुड़ी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। तालाब सौंदर्यीकरण का वादा, अवैध कब्जे हटेंगे गांव के तालाब के सौंदर्यीकरण को लेकर ग्रामीणों ने उत्सुकता दिखाई। इस पर उपायुक्त ने कहा कि सौंदर्यकरण कार्य तभी हो पाएगा जब तालाब के आसपास के अवैध कब्जों को हटाया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि कब्जा नहीं हटाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। परिवार पहचान पत्र को लेकर भी समाधान उपायुक्त ने परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) से जुड़ी समस्याओं की भी जानकारी ली। अधिकतर ग्रामीणों ने संतोष व्यक्त किया, लेकिन कुछ ने फैमिली आईडी को अलग करने में दिक्कत बताई। उपायुक्त ने कहा कि इस समस्या को सरकार के ध्यान में लाया जाएगा ताकि स्थायी समाधान हो सके। यातायात और सड़क निर्माण के मुद्दे ग्रामीणों ने यूपी से शेरगढ़ टापू होते हुए ग्रीड जाने वाली सड़क पर लगातार लगने वाले जाम की समस्या उठाई। उपायुक्त ने लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता को तत्काल समाधान के निर्देश दिए। इसके अलावा, मोदीपुर रोड के निर्माण कार्य में खराब सामग्री के इस्तेमाल की शिकायत भी की गई। उपायुक्त ने आश्वासन दिया कि इसकी जांच करवाई जाएगी, और यदि कोई गड़बड़ी पाई गई तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अपने आसपास हो रहे कार्यों पर नजर रखें और किसी भी अनियमितता की तुरंत शिकायत करें। पानी की निकासी और श्मशान घाट की समस्या गांव की महिलाओं ने पानी की निकासी की समस्या को गंभीरता से उठाया। उपायुक्त ने मौके पर ही अधिकारियों को निरीक्षण करने और तत्काल समाधान के निर्देश दिए। वहीं, श्मशान घाट की स्थिति सुधारने के लिए उन्होंने बीडीपीओ से प्रस्ताव तैयार करने को कहा, ताकि वहां पर उचित सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें। नशा रोकथाम और युवा सशक्तिकरण पर विशेष जोर पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया ने ग्रामीणों को नशे से दूर रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि, सरकार और प्रशासन नशे के खिलाफ सख्ती से काम कर रहे हैं। ऐसे में यदि किसी व्यक्ति को नशा करते हुए देखा जाए, तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दें। नशे के कारोबार में लिप्त लोगों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो। उन्होंने युवाओं को खेलों की ओर प्रेरित करने की बात भी कही और कहा कि प्रशासन गांव स्तर पर खेल सुविधाएं उपलब्ध कराने का हरसंभव प्रयास करेगा। पुलिस नाके को चौकी में बदलने की मांग ग्रामीणों ने शेरगढ़ टापू में बने पुलिस नाके को स्थायी चौकी में बदलने का अनुरोध किया। इस पर उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया। ग्रामीणों ने अधिकारियों की इस पहल का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि इस संवाद से उनकी समस्याएं जल्दी हल होंगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा विधानसभा भंग होने पर आज फैसला:2 कारणों से CM ने लिया फैसला; अर्जेंट बुलाई कैबिनेट, VIDEO कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ेंगे मंत्री हरियाणा में 12 सितंबर से पहले विधानसभा का मानसून सत्र बुलाने और विधानसभा भंग करने के संवैधानिक संकट के बीच हरियाणा सरकार ने अर्जेंट मंत्रिमंडल की बैठक बुला ली है। सूत्रों की माने तो इस बैठक में विधानसभा भंग करने का फैसला लिया जाएगा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में सरकार के अधिकांश मंत्री शामिल होंगे। सुबह BJP के उम्मीदवारों के नॉमिनेशन के कारण मीटिंग का समय आज शाम 5 बजे तय किया गया है। मुख्य सचिव कार्यालय की ओर से सैनी के मंत्रियों को इसकी सूचना भेजी जा चुकी है। कुछ मंत्रियों के बैठक में शामिल न होने की स्थिति में उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ने के आदेश दिए गए हैं। संविधान विशेषज्ञों की राय के अनुसार, ऐसा करना सरकार के लिए जरूरी है। वजह साफ है कि 6 माह के अंतराल से पूर्व सदन का अगला सत्र बुलाना संवैधानिक अनिवार्यता है। बेशक प्रदेश विधानसभा के ताजा चुनाव घोषित कर दिए गए हो। विधानसभा भंग करना ही सिंगल ऑप्शन विधायी एवं संवैधानिक मामलों के जानकार हेमंत कुमार का कहना है कि बेशक चुनाव आयोग ने 15वीं हरियाणा विधानसभा के गठन के लिए आम चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी हो, उसमें भी सरकार सत्र बुला सकती है। उनका कहना है कि 14वीं हरियाणा विधानसभा, जिसका कार्यकाल 3 नवंबर 2024 तक है, एवं जिसका पिछला एक दिन का विशेष सत्र 5 माह पूर्व 13 मार्च 2024 को बुलाया गया था। ऐसे में संविधान के अनुच्छेद 174(1) की सख्त अनुपालना में मौजूदा प्रदेश विधानसभा का एक सत्र, बेशक वह एक दिन या आधे दिन की अवधि का ही क्यों न हो, वह आगामी 12 सितम्बर 2024 से पहले बुलाना अनिवार्य है। क्या कहता है संविधान ? संविधान में स्पष्ट उल्लेख है कि पिछले सत्र की अंतिम बैठक और अगले सत्र की प्रथम बैठक के बीच 6 महीने का अंतराल नहीं होना चाहिए। सरकार की ओर से पिछली कैबिनेट बैठक में मानसून सत्र पर कोई फैसला नहीं लिया गया था। ऐसे में अब सरकार के पास हरियाणा विधानसभा को समयपूर्व भंग करने के लिए राज्यपाल से सिफारिश करना ही एकमात्र विकल्प बचा है। हरियाणा में संवैधानिक संकट का कारण हरियाणा में चुनाव की घोषणा के बाद संवैधानिक संकट खड़ा हुआ है। इसकी वजह 6 महीने के भीतर एक बार विधानसभा सेशन बुलाना है। राज्य विधानसभा का अंतिम सेशन 13 मार्च को हुआ था। उसमें नए बने CM नायब सैनी ने विश्वास मत हासिल किया था। इसके बाद 12 सितंबर तक सेशन बुलाना अनिवार्य है। यह संवैधानिक संकट ऐतिहासिक भी है, क्योंकि देश आजाद होने के बाद कभी ऐसी स्थिति नहीं आई। हरियाणा में ही कोरोना के दौरान भी इस संकट को टालने के लिए 1 दिन का सेशन बुलाया गया था। 6 माह में सत्र न बुलाने का इतिहास में उदाहरण नहीं है। संविधान के जानकार मानते हैं कि वैसे तो यह महज कागजी औपचारिकता है, लेकिन संवैधानिक तौर पर अनिवार्य होने से इसे हर हाल में पूरा करना होगा। ऐसी सूरत में भी सेशन न बुलाया गया हो, ऐसा कोई उदाहरण देश में नहीं है। 14वीं विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर तक राज्य में इस समय 15वीं विधानसभा चल रही है। 15वीं विधानसभा के गठन के लिए चुनाव की घोषणा हो चुकी है। इसका नोटिफिकेशन 5 सितंबर को जारी हो गया है। 5 अक्टूबर को वोटिंग और 8 अक्टूबर को काउंटिंग होगी। मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर तक है।
पानीपत में रोडवेज के चालकों के साथ मारपीट; VIDEO:खिड़की पर सफर करने वाले युवकों को नीचे उतरने को कहा; साथियों संग पीटा
पानीपत में रोडवेज के चालकों के साथ मारपीट; VIDEO:खिड़की पर सफर करने वाले युवकों को नीचे उतरने को कहा; साथियों संग पीटा हरियाणा के पानीपत में मंगलवार की शाम नए बस स्टैंड पर हरियाणा रोडवेज के दो चालकों के साथ मारपीट की गई। दोनों को बीच सड़क पर पीटा गया। मामला महज खिड़की पर सफर कर रहे युवकों को भीतर बैठने या नीचे उतरने का कहने का है। आरोपी युवकों ने बस के ड्राइवर को उसके साथी को खूब पीटा।
उन्हें लहूलुहान भी कर दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी कार में सवार होकर फरार हो गए। ड्राइवरों ने इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल रूम नंबर डायल 112 पर दी। सूचना पर मौके पर पुलिस पहुंची। पुलिस ही दोनों ड्राइवरों को वहां से सिविल अस्पताल लेकर पहुंची। दोनों ड्राइवरों ने अपना इलाज करवाया। बीच-बचाव में आए दूसरे ड्राइवर को भी पीटा
जानकारी देते हुए संदीप ने बताया कि वह हरियाणा रोडवेज में बतौर चालक कार्यरत है। मंगलवार की शाम करीब साढ़े बजे वह नियमित बस में सवारियां लेकर बस स्टैंड की ओर जा रहा था। रास्ते में बस में कुछ युवक सवार हुए। जोकि बस की खिड़की पर खड़े होकर सफर कर रहे थे। युवकों को कई बार बस के भीतर बैठने या नीचे उतरने के बारे में कहा गया था। जिसके बाद वे युवक गाली-गलौज करने लगे। जब वे बस लेकर स्टैंड पर पहुंचे तो यहां युवक ने पहले ही कॉल कर अपने अन्य साथियों को कॉल कर बुलाया हुआ था। यहां पहुंचते ही युवकों ने उस पर पर हमला कर दिया। बीच बचाव में आए दूसरे ड्राइवर अनिल पर भी हमला कर दिया। उनके साथ मारपीट करने के बाद आरोपी एक कार में सवार होकर फरार हो गए।