बॉक्सर निशांत देव का पेरिस ओलंपिक में देश के लिए पदक जीतने का सपना टूट गया। मैच के अंत तक उन्हें यकीन था कि उन्होंने मैच जीत लिया है। लेकिन जो फैसला आया उसने न सिर्फ निशांत देव बल्कि पूरे देश को हैरान कर दिया। देव की हार के बाद देश में हंगामा मचा हुआ है। फैंस का मानना है कि निशांत देव को जानबूझकर हराया गया है। निशांत देव की हार के बाद अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर विजेंदर सिंह ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट लिखकर जजों के फैसले पर सवाल उठाए हैं। वहीं पिता पवन ने कहा कि जैसे भारत में क्रिकेट पर सट्टा लगता है, वैसे ही मैक्सिको में बॉक्सिंग का बहुत बड़ा बाजार है। संभव है कि इसी वजह से निशांत को हराया गया हो। क्वार्टर फाइनल मुकाबला मैक्सिको के मार्को से था निशांत देव के पिता पवन देव ने बताया कि उनके बेटे का आज रात 12:30 बजे पुरुष बॉक्सिंग के 71 किलोग्राम भार वर्ग में मैक्सिको के मार्को वर्डे से मुकाबला था। जहां उसे 1-4 से हार का सामना करना पड़ा। अगर निशांत यह क्वार्टर फाइनल मुकाबला जीत जाता तो देश के लिए कांस्य पदक जीतना तय था। पहले दो राउंड में बढ़त पवन ने बताया कि निशांत देव ने पहले दो राउंड जीते। निशांत को तीसरे राउंड में भी जीत का पूरा भरोसा था। सिर्फ उसे ही नहीं, हमें भी पूरा भरोसा था कि हम मैच जीत चुके हैं। लेकिन उसके बाद जजों ने जो फैसला दिया, वह काफी चौंकाने वाला था। जिसमें निशांत को 1-4 से हार का सामना करना पड़ा। तीसरा राउंड कांटे का रहा पवन ने बताया कि कुल मिलाकर तीसरा राउंड कांटे का रहा और स्कोरिंग ने साबित कर दिया कि एक भी जज ने तीनों राउंड किसी भी बॉक्सर को नहीं दिए। शुरुआती राउंड वर्डे को देने वाले जर्मन जज ने दूसरे राउंड में भारत के पक्ष में फैसला दिया था। पवन ने बताया कि एमेच्योर बॉक्सिंग में ज्यादातर स्कोरिंग पंच नजदीक से और शरीर पर लगाए जाते हैं, इस दौरान निशांत के कुछ हुक या क्रॉस मैक्सिको के मार्को वर्डे के चेहरे पर लगे। कुछ ग्लव्स पर लगे, लेकिन उन स्कोरिंग पंचों को जजों ने नहीं दिया। निशांत देव के पिता ने बताया कि मैच पर आपत्ति जताने का समय 30 मिनट है। लेकिन अब समय खत्म हो चुका है। अब हम कोई अपील भी नहीं कर सकते। अब निशांत फिर से मेहनत करेगा और देश के लिए और मेडल लाएगा। अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज ने किया ये ट्वीट देश के अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने निशांत देव की हार के बाद अपने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया कि मैं इस मैच में स्कोरिंग सिस्टम से हैरान हूं। मुझे नहीं पता कि स्कोरिंग सिस्टम क्या है, लेकिन मुझे लगता है कि यह बहुत करीबी मुकाबला था। निशांत ने बहुत अच्छा खेला, कोई नहीं भाई। फिल्म अभिनेता रणदीप हुड़डा ने भी किया ट्वीट वहीं निशांत की हार के बाद फिल्म अभिनेता रणदीप हुड्डा ने अपने सोशल मीडिया X पर लिखा कि निशांत ने ये मैच जीत लिया था। कती सुत दिया था मेक्सिकन। यह स्कोरिंग क्या है? मेडल तो लूट लिया लेकिन दिल जीत लिया निशांत भाई ने। आगे निशांत को हौसला देते हुए लिखा कि अभी और भी बहुत आगे जाना बाकी है। बॉक्सर निशांत देव का पेरिस ओलंपिक में देश के लिए पदक जीतने का सपना टूट गया। मैच के अंत तक उन्हें यकीन था कि उन्होंने मैच जीत लिया है। लेकिन जो फैसला आया उसने न सिर्फ निशांत देव बल्कि पूरे देश को हैरान कर दिया। देव की हार के बाद देश में हंगामा मचा हुआ है। फैंस का मानना है कि निशांत देव को जानबूझकर हराया गया है। निशांत देव की हार के बाद अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर विजेंदर सिंह ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट लिखकर जजों के फैसले पर सवाल उठाए हैं। वहीं पिता पवन ने कहा कि जैसे भारत में क्रिकेट पर सट्टा लगता है, वैसे ही मैक्सिको में बॉक्सिंग का बहुत बड़ा बाजार है। संभव है कि इसी वजह से निशांत को हराया गया हो। क्वार्टर फाइनल मुकाबला मैक्सिको के मार्को से था निशांत देव के पिता पवन देव ने बताया कि उनके बेटे का आज रात 12:30 बजे पुरुष बॉक्सिंग के 71 किलोग्राम भार वर्ग में मैक्सिको के मार्को वर्डे से मुकाबला था। जहां उसे 1-4 से हार का सामना करना पड़ा। अगर निशांत यह क्वार्टर फाइनल मुकाबला जीत जाता तो देश के लिए कांस्य पदक जीतना तय था। पहले दो राउंड में बढ़त पवन ने बताया कि निशांत देव ने पहले दो राउंड जीते। निशांत को तीसरे राउंड में भी जीत का पूरा भरोसा था। सिर्फ उसे ही नहीं, हमें भी पूरा भरोसा था कि हम मैच जीत चुके हैं। लेकिन उसके बाद जजों ने जो फैसला दिया, वह काफी चौंकाने वाला था। जिसमें निशांत को 1-4 से हार का सामना करना पड़ा। तीसरा राउंड कांटे का रहा पवन ने बताया कि कुल मिलाकर तीसरा राउंड कांटे का रहा और स्कोरिंग ने साबित कर दिया कि एक भी जज ने तीनों राउंड किसी भी बॉक्सर को नहीं दिए। शुरुआती राउंड वर्डे को देने वाले जर्मन जज ने दूसरे राउंड में भारत के पक्ष में फैसला दिया था। पवन ने बताया कि एमेच्योर बॉक्सिंग में ज्यादातर स्कोरिंग पंच नजदीक से और शरीर पर लगाए जाते हैं, इस दौरान निशांत के कुछ हुक या क्रॉस मैक्सिको के मार्को वर्डे के चेहरे पर लगे। कुछ ग्लव्स पर लगे, लेकिन उन स्कोरिंग पंचों को जजों ने नहीं दिया। निशांत देव के पिता ने बताया कि मैच पर आपत्ति जताने का समय 30 मिनट है। लेकिन अब समय खत्म हो चुका है। अब हम कोई अपील भी नहीं कर सकते। अब निशांत फिर से मेहनत करेगा और देश के लिए और मेडल लाएगा। अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज ने किया ये ट्वीट देश के अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने निशांत देव की हार के बाद अपने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया कि मैं इस मैच में स्कोरिंग सिस्टम से हैरान हूं। मुझे नहीं पता कि स्कोरिंग सिस्टम क्या है, लेकिन मुझे लगता है कि यह बहुत करीबी मुकाबला था। निशांत ने बहुत अच्छा खेला, कोई नहीं भाई। फिल्म अभिनेता रणदीप हुड़डा ने भी किया ट्वीट वहीं निशांत की हार के बाद फिल्म अभिनेता रणदीप हुड्डा ने अपने सोशल मीडिया X पर लिखा कि निशांत ने ये मैच जीत लिया था। कती सुत दिया था मेक्सिकन। यह स्कोरिंग क्या है? मेडल तो लूट लिया लेकिन दिल जीत लिया निशांत भाई ने। आगे निशांत को हौसला देते हुए लिखा कि अभी और भी बहुत आगे जाना बाकी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
कुरूक्षेत्र में शिक्षा मंत्री ने पंजाब सरकार को बताया नकारा:महिपाल ढांडा बोले-अरविंद केजरीवाल झूठा आदमी, दिल्ली को मिलता है केंद्र बजट
कुरूक्षेत्र में शिक्षा मंत्री ने पंजाब सरकार को बताया नकारा:महिपाल ढांडा बोले-अरविंद केजरीवाल झूठा आदमी, दिल्ली को मिलता है केंद्र बजट हरियाणा शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा बुधवार को अचानक शाहबाद के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस पहुंचे। जहां पहुंचने पर उनका भाजपा के नेताओं और पदाधिकारी द्वारा जोरदार स्वागत किया गया। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि वह चंडीगढ़ की ओर जा रहे थे। शाहबाद में रिश्तेदारी होने के नाते वह हाल-चाल जानने के लिए रुके हैं। पंजाब सरकार से नहीं कोई उम्मीद किसानों के 6 दिसंबर को दिल्ली कूच के सवाल पर उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने प्रदेश के किसानों को तमाम सुविधाएं उपलब्ध करवाई हैं। हरियाणा में जितनी भी फसलें उगाई जाती हैं। सभी फसलों को एमएसपी पर खरीदना सरकार की प्राथमिकता है। पंजाब की सरकार नाकारा है। ऐसे में उनसे कोई भी उम्मीद नहीं की जा सकती। ये दूसरे के सिर पर ठीकरा फोड़ने में माहिर है। केजरीवाल को बताया झूठा आदमी दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तंज करते हुए कहा कि वो झूठा आदमी हैं, दिल्ली में इसलिए कामयाब हुए, क्योंकि केंद्र का बजट दिल्ली को मिलता है। वहीं पंजाब में बिजली का ना आना, डॉक्टर और दवाइयां की किल्लत के साथ-साथ किसानों को उनकी फसल की कीमत भी नहीं मिल पा रही। उन्होंने कहा कि दिल्ली में फिर से आम आदमी पार्टी की सरकार बनाने के चक्कर में आंदोलन को हवा देकर चुनाव जीतने की तैयारी की जा रही है। इस बार पूरी तरह से ध्वस्त होंगे, क्योंकि दिल्ली की जनता समझ चुकी है कि ये लोग ठग और बदमाश है। सिर्फ और सिर्फ जनता को इस्तेमाल करते है।
हरियाणा सरकार राई यूनिवर्सिटी वेव सीरीज शूटिंग विवाद पर अलर्ट:कुलपति को बनाया प्रशासक; प्रिंसिपल की ACR के अधिकार, 200 ड्रॉप आउट
हरियाणा सरकार राई यूनिवर्सिटी वेव सीरीज शूटिंग विवाद पर अलर्ट:कुलपति को बनाया प्रशासक; प्रिंसिपल की ACR के अधिकार, 200 ड्रॉप आउट मोतीलाल नेहरू खेल विद्यालय (MNSS) में वेव सीरीज शूटिंग विवाद के बाद हरियाणा सरकार अलर्ट हो गई है। सरकार ने फैसला किया है कि एमएनएसएस, राई को हरियाणा स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी (SUH) के प्रशासनिक नियंत्रण में रखा जाएगा। एसयूएच के कुलपति, उत्तराखंड के पूर्व डीजीपी अशोक कुमार को इस विद्यालय के समग्र प्रशासनिक नियंत्रक बनाया गया है। एमएनएसएस पिछले काफी समय से एक विवादित वेब सीरीज, कई मुद्दों, शिकायतों और छात्रों की संख्या में भारी कमी के कारण सुर्खियों में है। कुलपति सभी प्रशासनिक मामलों में स्कूल के प्रिंसिपल के रिपोर्टिंग और नियंत्रण अधिकारी होंगे। सरकार द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि, कुलपति के पास एमएनएसएस के प्रिंसिपल की सभी छुट्टियां, दौरा कार्यक्रम मंजूर करने और प्रिंसिपल की एसीआर दर्ज करने का अधिकार होगा। 2 सालों में 200 बच्चे छोड़ गए स्कूल सूत्रों के अनुसार, पिछले दो सालों में 170-180 छात्र स्कूल छोड़ चुके हैं। इसके अलावा, जैसे-जैसे संस्थान की प्रतिष्ठा धूमिल होती गई, कुछ शिक्षक और कोच भी इसे छोड़कर चले गए। विभाग ने इस मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। 14 जून को विभाग के निदेशक द्वारा जारी नए निर्देशों के अनुसार, उचित विचार-विमर्श के बाद, एमएनएसएस, राय पर एसयूएच के प्रशासनिक नियंत्रण के दायरे को स्पष्ट करने के लिए निर्देश जारी करने का निर्णय लिया गया है। क्या है वेव सीरीज शूटिंग विवाद स्कूल की उप-प्रधानाचार्य मौसमी घोषाल ने 27 मई 2023 को राय थाना पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा था कि ‘रंग दे मोहे’ शो की शूटिंग दिसंबर 2021 में मुंबई की एक कंपनी मेसर्स क्लिक ऑन आरएम प्राइवेट लिमिटेड द्वारा की गई थी। इसे एक साल और चार महीने बाद ओटीटी प्लेटफॉर्म एमएक्स प्लेयर पर सीरीज का नाम बदलकर ‘विरोध’ कर दिया गया। घोषाल ने आगे कहा कि कंपनी ने स्कूल प्रशासन से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) मांगा था, लेकिन उसने इसे देने से इनकार कर दिया क्योंकि स्कूल अधिकारियों ने मांग की थी कि प्रमाण पत्र जारी करने से पहले उन्हें सीरीज दिखाई जाए। हालांकि, उन्होंने स्कूल से एनओसी के बिना ही सीरीज जारी कर दी। वेव सीरीज में एडल्ट सीन, गाली-गलौज उप-प्रधानाचार्य ने बताया कि इस सीरीज में स्कूल का नाम कमला नेहरू स्कूल भी दिखाया गया था। इसके अलावा, शो में एडल्ट सीन, गाली-गलौज और बेहद आपत्तिजनक दृश्य दिखाए गए थे। छात्रों को शराब और सिगरेट पीते हुए दिखाया गया था, जबकि एक खेल प्रशिक्षक को एक छात्रा से अवैध रूप से मदद मांगते हुए दिखाया गया था। उन्होंने कहा कि इन कारकों के कारण स्कूल की छवि खराब हुई है, जिससे छात्रों, शिक्षकों, प्रशिक्षकों और अभिभावकों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। वेब सीरीज के निर्माता त्रेहान को भी पत्र लिखकर कहा गया है कि वे स्कूल का नाम और लोगो हटा दें, अन्यथा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। 5 जून को दर्ज हुआ केस वाइस प्रिंसिपल घोषाल की शिकायत के बाद राय पुलिस ने 5 जून 2023 को आईटी एक्ट की धारा 67 के तहत त्रेहान दहिया और एमएक्स प्लेयर के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी। एसएचओ ने बताया कि जांच में शामिल होने के लिए बुधवार को गिरफ्तार किए गए त्रेहान ने आरोप लगाया था कि कर्नल मोर (सेवानिवृत्त) ने एनओसी जारी करने के लिए और मांगें रखी थीं। एसएचओ ने बताया कि मामले की जांच अभी भी जारी है और जल्द ही कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की जाएगी। गौरतलब है कि खेल विभाग ने कर्नल अशोक मोर (सेवानिवृत्त) से प्रिंसिपल और डायरेक्टर का प्रभार वापस ले लिया है, जब तक कि उनके खिलाफ कई शिकायतों की जांच पूरी नहीं हो जाती। उप-प्रधानाचार्य घोषाल ने स्कूल के कार्यवाहक प्रिंसिपल और डायरेक्टर का पदभार संभाला हुआ है।
रोहतक से नाबालिग घर से लापता:पिता ने मोटरसाइकिल में प्रेशर हॉर्न लगाने पर मारी थी डाट, 9वीं कक्षा का छात्र था इकलौता बेटा
रोहतक से नाबालिग घर से लापता:पिता ने मोटरसाइकिल में प्रेशर हॉर्न लगाने पर मारी थी डाट, 9वीं कक्षा का छात्र था इकलौता बेटा रोहतक के एक गांव से नाबालिग छात्र के लापता होने का मामला सामने आया है। जिसे मोटरसाइकिल में प्रेशर हॉर्न लगाने पर डाट मारी थी। जिसके बाद जब 9वीं का छात्र दुकान से सामान लेने गया तो वह लापता हो गया। जिसके बाद परिवार वालों ने उसकी तलाश आरंभ कर दी। वहीं मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस ने मामला दर्ज करके बच्चे की तलाश आरंभ कर दी। रोहतक के एक गांव निवासी व्यक्ति ने सांपला थाना में नाबालिग बेटे के लापता होने की शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में बताया कि उसके पास दो बच्चे (एक बड़ा बेटा व एक छोटी बेटी) है। उसका करीब 14 वर्षीय बड़ा लड़का 9वीं कक्षा में पढ़ता है। 13 जुलाई को उसके बेटे ने मोटरसाइकिल में प्रेशर हॉर्न लगवा लिया था। इसक पता लगने के बाद उसके पिता ने डाट लगा दी और कहा कि इसका पुलिस चालान भी काट देगी। तलाश में जुटा परिवार व पुलिस
पिता द्वारा डाट मारने के कारण बेटे ने घर छोड़ दिया। पीड़ित ने बताया कि 14 जुलाई की दोपहर को उसका बेटा घर से दुकान पर सामान लेने के लिए गया था। लेकिन वापस घर पर नहीं लौटा। इसके बाद वे नाबालिग को तलाश करने लगे, लेकिन कहीं पर भी कोई सुराग नहीं लग पाया। इसके बाद मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। सांपला थाना पुलिस ने मामला दर्ज करके नाबालिग बच्चे की तलाश आरंभ कर दी। लेकिन अभी तक नाबालिग बच्चा नहीं मिला है।