करनाल जिला परिषद की बैठक में हंगामा:चहेतों को ग्रांट बांटने का आरोप, चेयरमैन के पति ने कहा- आरोप बेबुनियाद, मानहानि का केस करूंगा

करनाल जिला परिषद की बैठक में हंगामा:चहेतों को ग्रांट बांटने का आरोप, चेयरमैन के पति ने कहा- आरोप बेबुनियाद, मानहानि का केस करूंगा

हरियाणा के करनाल में शुक्रवार को जिला परिषद की बैठक में जमकर हंगामा हुआ। पार्षदों ने चेयरमैन पर विकास कार्यों में भेदभाव करने और अपने चहेते पार्षदों को ही ग्रांट बांटने का आरोप भी लगाया है। बैठक के दौरान एक कमेटी का भी गठन किया गया है, जो अब ग्रांट बांटेगी। वहीं चेयरमैन के प्रतिनिधि ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया। चेयरमैन प्रवेश राणा के पति सोहन सिंह राणा ने कहा कि जिन लोगों ने आरोप लगाए हैं, उनके खिलाफ मानहानि का केस करूंगा। अगर 7 रुपए भी साबित हो गए तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। दो-तीन चहेतों को ही बांटी गई ग्रांट पार्षद अमित बराना ने कहा कि पिछले दो-तीन सालों से जिला परिषद की ग्रांट दो-तीन लोगों को ही बांटी गई। हमने इसका विरोध किया है और पहले भी विरोध प्रदर्शन हुए हैं, लेकिन किसी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। एससी-बीसी समुदाय को दबाया जा रहा है। कुछ पार्षद तो ऐसे हैं, जिन्हें आज तक 5 लाख रुपए की ग्रांट भी नहीं मिली है। बराना ने आगे कहा कि जिला परिषद चेयरमैन को 7 करोड़ रुपए की ग्रांट गई है। एक तरफ 7 करोड़ और दूसरी तरफ 7 लाख रुपए में कितना अंतर है, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। इसकी जांच होनी चाहिए। अब कमेटी बना दी गई है, अब चेयरमैन अपने स्तर पर ग्रांट नहीं बांट पाएंगे। वाइस चेयरमैन ने कहा- ग्रांट बराबर बांटा जाएगा सही तरीके से अनुदान नहीं दिया जा रहा- वाइस चेयरमैन रीना ने कहा कि यह पहले से तय था कि सभी पार्षदों में ग्रांट बराबर बांटा जाएगा, लेकिन डेढ़ साल तक सभी को लगा कि अनुदान बराबर बांटा जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ग्रांट सही तरीके से नहीं दिया जा रहा, खासकर एससी और बीसी समुदाय को। इसलिए आज प्रस्ताव रखा गया और एक कमेटी बनाई गई, जो अनुदान बांटने का काम करेगी। चेयरमैन ने आरोपों को निराधार बताया चेयरमैन प्रवेश राणा के पति सोहन सिंह राणा ने अपनी पत्नी पर लगे आरोपों को निराधार बताया और कहा कि सभी वार्डों में समान रूप से और प्राथमिकता के आधार पर काम हुआ है। जो पार्षद आरोप लगा रहे हैं, उन्हें पिछली बार 50 लाख का अनुदान दिया गया था। यह एक साजिश है और इस साजिश का पर्दाफ़ाश किया जाएगा। जिन लोगों ने आरोप लगाए हैं, उनके खिलाफ मानहानि का केस करूंगा। अगर 7 रुपए भी साबित हो गए तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। वाइस चेयरमैन रीना बोली ग्रांट सही तरीके से नहीं दी जा रही थी-वाइस चेयरमैन रीना ने बताया कि पहले ही तय हो चुका था कि ग्रांट सभी पार्षदों में समान रूप से बांटी जाएगी, लेकिन डेढ़ साल तक सभी ने सोचा कि ग्रांटों का आबंटन समान रूप से होगा, पर ऐसा नहीं हुआ। ग्रांट सही तरीके से नहीं दी जा रही थी, खासकर एससी और बीसी समाज को। इसलिए आज एक प्रस्ताव रखा गया और कमेटी बनाई गई, जो ग्रांट बांटने का काम करेगी। चेयरमैन ने बताया आरोपों को निराधार चेयरमैन प्रवेश राणा के पति सोहन सिंह राणा ने उनकी पत्नी पर लगे लगे आरोपों को निराधार बताते हुए कहा सभी वार्डों में समान रूप से काम करवाए गए हैं और प्राथमिकता के आधार पर। जो पार्षद आरोप लगा रहे हैं, उन्हें पिछली बार 50 लाख की ग्रांट दी गई थी। यह साजिश है और इस साजिश का पर्दाफाश किया जाएगा। जिन लोगों ने आरोप लगाए हैं उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा करूंगा। अगर 7 रुपए भी साबित हो जाते हैं तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। ब्लॉक समिति सदस्यों बुलाकर रची साजिश राणा ने आगे कहा आज वोटिंग के दौरान ब्लॉक समिति सदस्यों को बुलाकर साजिश रच दी गई। कुछ पार्षद उपस्थित थे, फिर भी वे वोटिंग नहीं कर पाए। विधायक की साजिश का जवाब जनता के बीच में दिया जाएगा। CEO बोले-कमेटी का किया गया है गठन ​​​​​​​जिला परिषद के CEO विवेक चौधरी ने बताया कि बैठक बहुत अच्छी रही जिसमें 11 एजेंडे रखे गए थे और सर्वसम्मति से 10 एजेंडे पास हो गए। पार्षदों ने ग्रांटों के एडमिनिस्ट्रेटिव सेंक्शड के मैकेनिज्म को बदलने का प्रस्ताव दिया है। इसमें चेयरमैन की पावर अब कमेटी को दे दी गई है। हरियाणा के करनाल में शुक्रवार को जिला परिषद की बैठक में जमकर हंगामा हुआ। पार्षदों ने चेयरमैन पर विकास कार्यों में भेदभाव करने और अपने चहेते पार्षदों को ही ग्रांट बांटने का आरोप भी लगाया है। बैठक के दौरान एक कमेटी का भी गठन किया गया है, जो अब ग्रांट बांटेगी। वहीं चेयरमैन के प्रतिनिधि ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया। चेयरमैन प्रवेश राणा के पति सोहन सिंह राणा ने कहा कि जिन लोगों ने आरोप लगाए हैं, उनके खिलाफ मानहानि का केस करूंगा। अगर 7 रुपए भी साबित हो गए तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। दो-तीन चहेतों को ही बांटी गई ग्रांट पार्षद अमित बराना ने कहा कि पिछले दो-तीन सालों से जिला परिषद की ग्रांट दो-तीन लोगों को ही बांटी गई। हमने इसका विरोध किया है और पहले भी विरोध प्रदर्शन हुए हैं, लेकिन किसी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। एससी-बीसी समुदाय को दबाया जा रहा है। कुछ पार्षद तो ऐसे हैं, जिन्हें आज तक 5 लाख रुपए की ग्रांट भी नहीं मिली है। बराना ने आगे कहा कि जिला परिषद चेयरमैन को 7 करोड़ रुपए की ग्रांट गई है। एक तरफ 7 करोड़ और दूसरी तरफ 7 लाख रुपए में कितना अंतर है, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। इसकी जांच होनी चाहिए। अब कमेटी बना दी गई है, अब चेयरमैन अपने स्तर पर ग्रांट नहीं बांट पाएंगे। वाइस चेयरमैन ने कहा- ग्रांट बराबर बांटा जाएगा सही तरीके से अनुदान नहीं दिया जा रहा- वाइस चेयरमैन रीना ने कहा कि यह पहले से तय था कि सभी पार्षदों में ग्रांट बराबर बांटा जाएगा, लेकिन डेढ़ साल तक सभी को लगा कि अनुदान बराबर बांटा जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ग्रांट सही तरीके से नहीं दिया जा रहा, खासकर एससी और बीसी समुदाय को। इसलिए आज प्रस्ताव रखा गया और एक कमेटी बनाई गई, जो अनुदान बांटने का काम करेगी। चेयरमैन ने आरोपों को निराधार बताया चेयरमैन प्रवेश राणा के पति सोहन सिंह राणा ने अपनी पत्नी पर लगे आरोपों को निराधार बताया और कहा कि सभी वार्डों में समान रूप से और प्राथमिकता के आधार पर काम हुआ है। जो पार्षद आरोप लगा रहे हैं, उन्हें पिछली बार 50 लाख का अनुदान दिया गया था। यह एक साजिश है और इस साजिश का पर्दाफ़ाश किया जाएगा। जिन लोगों ने आरोप लगाए हैं, उनके खिलाफ मानहानि का केस करूंगा। अगर 7 रुपए भी साबित हो गए तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। वाइस चेयरमैन रीना बोली ग्रांट सही तरीके से नहीं दी जा रही थी-वाइस चेयरमैन रीना ने बताया कि पहले ही तय हो चुका था कि ग्रांट सभी पार्षदों में समान रूप से बांटी जाएगी, लेकिन डेढ़ साल तक सभी ने सोचा कि ग्रांटों का आबंटन समान रूप से होगा, पर ऐसा नहीं हुआ। ग्रांट सही तरीके से नहीं दी जा रही थी, खासकर एससी और बीसी समाज को। इसलिए आज एक प्रस्ताव रखा गया और कमेटी बनाई गई, जो ग्रांट बांटने का काम करेगी। चेयरमैन ने बताया आरोपों को निराधार चेयरमैन प्रवेश राणा के पति सोहन सिंह राणा ने उनकी पत्नी पर लगे लगे आरोपों को निराधार बताते हुए कहा सभी वार्डों में समान रूप से काम करवाए गए हैं और प्राथमिकता के आधार पर। जो पार्षद आरोप लगा रहे हैं, उन्हें पिछली बार 50 लाख की ग्रांट दी गई थी। यह साजिश है और इस साजिश का पर्दाफाश किया जाएगा। जिन लोगों ने आरोप लगाए हैं उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा करूंगा। अगर 7 रुपए भी साबित हो जाते हैं तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। ब्लॉक समिति सदस्यों बुलाकर रची साजिश राणा ने आगे कहा आज वोटिंग के दौरान ब्लॉक समिति सदस्यों को बुलाकर साजिश रच दी गई। कुछ पार्षद उपस्थित थे, फिर भी वे वोटिंग नहीं कर पाए। विधायक की साजिश का जवाब जनता के बीच में दिया जाएगा। CEO बोले-कमेटी का किया गया है गठन ​​​​​​​जिला परिषद के CEO विवेक चौधरी ने बताया कि बैठक बहुत अच्छी रही जिसमें 11 एजेंडे रखे गए थे और सर्वसम्मति से 10 एजेंडे पास हो गए। पार्षदों ने ग्रांटों के एडमिनिस्ट्रेटिव सेंक्शड के मैकेनिज्म को बदलने का प्रस्ताव दिया है। इसमें चेयरमैन की पावर अब कमेटी को दे दी गई है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर