हरियाणा के करनाल में बाल दिवस के मौके पर हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने करनाल स्थित श्रवण एवं वाणी निशक्तजन कल्याण केंद्र का दौरा किया। राज्यपाल का स्वागत गार्ड ऑफ ऑनर से हुआ। उनके आगमन पर कार्यक्रम में विशेष उत्साह देखा गया। इस दौरान केंद्र के बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिनका राज्यपाल और अन्य अतिथियों ने भरपूर आनंद लिया। कार्यक्रम में बच्चों की कला और उत्साह की सराहना करते हुए राज्यपाल ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। बाल दिवस पर पंडित नेहरू को श्रद्धांजलि राज्यपाल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बाल दिवस, पंडित जवाहर लाल नेहरू की स्मृति में मनाया जाता है, जो बच्चों से बेहद प्यार करते थे। इस दिन का उद्देश्य बच्चों के अधिकारों और उनकी विशेषताओं को सम्मान देना है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि देते हुए बाल दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला। मूक-बधिर बच्चों के लिए कौशल विकास राज्यपाल ने श्रवण एवं वाणी निशक्तजन केंद्र में मूक-बधिर बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए चल रहे कौशल विकास कार्यक्रमों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का प्रशिक्षण बच्चों को रोजगार के अवसर प्रदान करने में सहायक होगा, जिससे वे समाज का एक अहम हिस्सा बन सकें। सांकेतिक भाषा पहल की सराहना हरियाणा में सांकेतिक भाषा के विकास की चर्चा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि इस क्षेत्र में हरियाणा ने अहम कदम उठाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नई शिक्षा नीति में सांकेतिक भाषा को मान्यता देने की सराहना करते हुए उन्होंने इसे एक महत्वपूर्ण पहल बताया। उन्होंने कहा कि हर किसी को सांकेतिक भाषा को सीखना चाहिए ताकि मूक-बधिर समाज के साथ हमारी बेहतर संवाद स्थापित हो सके। दिव्यांगों के लिए राज्य सरकार का विशेष सहयोग राज्यपाल ने हरियाणा सरकार द्वारा दिव्यांगों के लिए किए जा रहे कार्यों पर भी बात की। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार 18 वर्ष से अधिक उम्र के मूक-बधिर लोगों को 2500 रुपए मासिक पेंशन प्रदान कर रही है और उनके रोजगार के लिए भी प्रयासरत है। सरकार के इन प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि इससे दिव्यांगजन आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकेंगे। सामाजिक संस्थाओं से अपील राज्यपाल ने अपने संबोधन में सामाजिक संस्थाओं से दिव्यांगजन केंद्रों को प्रोत्साहन देने की अपील की। उन्होंने कहा कि समाज के हर वर्ग को दिव्यांगजनों की सहायता के लिए आगे आना चाहिए, ताकि उन्हें बेहतर जीवन और रोजगार के अवसर प्रदान किए जा सकें। भाजपा सरकार के जनादेश का प्रतिरूप अंत में राज्यपाल ने विधानसभा में अपने भाषण का उल्लेख करते हुए कहा कि यह जनता द्वारा भाजपा सरकार को दिए गए जनादेश का प्रतिरूप है। उन्होंने कहा कि सरकार पिछड़े वर्गों, एससी/एसटी, महिलाओं और किसानों के हित में कार्य कर रही है और ‘हरियाणा एक- हरियाणवी एक’ की भावना को बढ़ावा देने का कार्य कर रही है। हरियाणा के करनाल में बाल दिवस के मौके पर हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने करनाल स्थित श्रवण एवं वाणी निशक्तजन कल्याण केंद्र का दौरा किया। राज्यपाल का स्वागत गार्ड ऑफ ऑनर से हुआ। उनके आगमन पर कार्यक्रम में विशेष उत्साह देखा गया। इस दौरान केंद्र के बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिनका राज्यपाल और अन्य अतिथियों ने भरपूर आनंद लिया। कार्यक्रम में बच्चों की कला और उत्साह की सराहना करते हुए राज्यपाल ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। बाल दिवस पर पंडित नेहरू को श्रद्धांजलि राज्यपाल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बाल दिवस, पंडित जवाहर लाल नेहरू की स्मृति में मनाया जाता है, जो बच्चों से बेहद प्यार करते थे। इस दिन का उद्देश्य बच्चों के अधिकारों और उनकी विशेषताओं को सम्मान देना है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि देते हुए बाल दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला। मूक-बधिर बच्चों के लिए कौशल विकास राज्यपाल ने श्रवण एवं वाणी निशक्तजन केंद्र में मूक-बधिर बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए चल रहे कौशल विकास कार्यक्रमों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का प्रशिक्षण बच्चों को रोजगार के अवसर प्रदान करने में सहायक होगा, जिससे वे समाज का एक अहम हिस्सा बन सकें। सांकेतिक भाषा पहल की सराहना हरियाणा में सांकेतिक भाषा के विकास की चर्चा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि इस क्षेत्र में हरियाणा ने अहम कदम उठाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नई शिक्षा नीति में सांकेतिक भाषा को मान्यता देने की सराहना करते हुए उन्होंने इसे एक महत्वपूर्ण पहल बताया। उन्होंने कहा कि हर किसी को सांकेतिक भाषा को सीखना चाहिए ताकि मूक-बधिर समाज के साथ हमारी बेहतर संवाद स्थापित हो सके। दिव्यांगों के लिए राज्य सरकार का विशेष सहयोग राज्यपाल ने हरियाणा सरकार द्वारा दिव्यांगों के लिए किए जा रहे कार्यों पर भी बात की। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार 18 वर्ष से अधिक उम्र के मूक-बधिर लोगों को 2500 रुपए मासिक पेंशन प्रदान कर रही है और उनके रोजगार के लिए भी प्रयासरत है। सरकार के इन प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि इससे दिव्यांगजन आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकेंगे। सामाजिक संस्थाओं से अपील राज्यपाल ने अपने संबोधन में सामाजिक संस्थाओं से दिव्यांगजन केंद्रों को प्रोत्साहन देने की अपील की। उन्होंने कहा कि समाज के हर वर्ग को दिव्यांगजनों की सहायता के लिए आगे आना चाहिए, ताकि उन्हें बेहतर जीवन और रोजगार के अवसर प्रदान किए जा सकें। भाजपा सरकार के जनादेश का प्रतिरूप अंत में राज्यपाल ने विधानसभा में अपने भाषण का उल्लेख करते हुए कहा कि यह जनता द्वारा भाजपा सरकार को दिए गए जनादेश का प्रतिरूप है। उन्होंने कहा कि सरकार पिछड़े वर्गों, एससी/एसटी, महिलाओं और किसानों के हित में कार्य कर रही है और ‘हरियाणा एक- हरियाणवी एक’ की भावना को बढ़ावा देने का कार्य कर रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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CM नायब सैनी करेंगे सदस्यता अभियान का आगाज:हरियाणा में भाजपा 8 नवंबर से चलाएगी 3 दिवसीय कैंपेन, 360 कार्यशालाएं होंगी
CM नायब सैनी करेंगे सदस्यता अभियान का आगाज:हरियाणा में भाजपा 8 नवंबर से चलाएगी 3 दिवसीय कैंपेन, 360 कार्यशालाएं होंगी हरियाणा में 50 लाख सदस्य बनाने में जुटी BJP आठ नवंबर से अपना 3 दिवसीय सघन सदस्यता अभियान शुरू करेगी। 8, 9 और 10 नवंबर को चलने वाले इस अभियान की शुरुआत मुख्यमंत्री नायब सैनी के सदस्यता ग्रहण से होगी। 8 नवंबर की सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री आवास पर एक विशेष कार्यक्रम आयोजित होगा, जहां नायब सैनी भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर सघन सदस्यता अभियान की शुरुआत करेंगे। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडौली, राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम, अभियान के संयोजक वेदपाल एडवोकेट सहित अनेक नेता मौजूद रहेंगे। बता दें कि, प्रदेशभर में जिला स्तर और मंडल स्तर पर लगभग 350 से अधिक कार्यशालाएं आयोजित की जा चुकी है और अब तक 4 लाख से अधिक सदस्य प्रदेशभर में बनाए जा चुके हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पंडित मोहनलाल ने बताया कि प्रदेश में भाजपा का सदस्य बनने के लिए लोगों में जबरदस्त उत्साह है और कार्यकर्ता भी पूरी लगन से अपने-अपने बूथों पर सदस्य बनाने में जुटे हैं। हर बूथ पर 250 सदस्य बनाने का लक्ष्य
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पंडित मोहन लाल बड़ौली के मुताबिक सदस्यता अभियान को लेकर पदाधिकारियों को जिम्मेदारियां पहले ही तय की जा चुकी हैं और रोजाना कार्यकर्ताओं से इस संबंध में फीडबैक लिया जा रहा है। 8 नवंबर से शुरू होने वाले 3 दिवसीय सघन अभियान के लिए भी प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडौली और अभियान के संयोजक वेदपाल एडवोकेट ने भाजपा के सभी सांसदों, विधायकों और मंत्रियों को अपने-अपने क्षेत्र में रहने के लिए कहा है और उन्हें सदस्य बनाने के लिए टारगेट दिए हैं। हर सांसद और विधायक को दिया टारगेट सदस्यता अभियान के लिए हर सांसद और विधायक को टारगेट दिया गया है। सांसद को 30 हजार सदस्य और विधायक को 20 हजार सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया गया है। पार्टी नेताओं को उम्मीद है कि जिस तरह का जोश सदस्यता अभियान को लेकर लोगों में देखने को मिल रहा है, उससे निर्धारित समय में प्रदेश में पार्टी 50 लाख सदस्य बनाने में कामयाब होगी। प्रदेश अध्यक्ष पंडित मोहनलाल ने कहा है कि इस अभियान से भाजपा जमीनी स्तर पर ऐतिहासिक रूप से मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा में 20 हजार 629 बूथ हैं और हर बूथ पर 250 सदस्य बनाने का टारगेट पूरा करने के लिए कार्यकर्ता दिन रात लगे हुए हैं। कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रत्येक कार्यकर्ता को सदस्यता अभियान को संगठन के महापर्व के रूप में मनाना है। उन्होंने बताया कि पार्टी ने लोगों को सदस्य बनाने के लिए चार तरह की व्यवस्थाएं की हैं। इसमें ऑनलाइन, नमो एप, क्यूआर कोड और फॉर्म भरकर सदस्य बनाया जाएगा।
दुष्यंत चौटाला बोले-कोई मुझे खत्म नहीं कर सकता:हरियाणा में त्रिशंकु विधानसभा की भविष्यवाणी, अभय चौटाला पर बोले- चोरी करने वालों के पेट में दर्द हुआ
दुष्यंत चौटाला बोले-कोई मुझे खत्म नहीं कर सकता:हरियाणा में त्रिशंकु विधानसभा की भविष्यवाणी, अभय चौटाला पर बोले- चोरी करने वालों के पेट में दर्द हुआ ‘हरियाणा विधानसभा चुनाव में इस बार किसी को बहुमत नहीं मिलेगा। त्रिशंकु विधानसभा यानी विधानसभा में 3 पार्टियों की मिलकर सरकार बनेगी। इसके अंदर हम सबसे इम्पोर्टेंट प्लेयर होंगे। हमारे पास सत्ता की चाबी भी होगी और ताला भी हम ही खोलेंगे।’ यह बात हरियाणा के पूर्व डिप्टी CM और जननायक जनता पार्टी (JJP) के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष दुष्यंत चौटाला ने कही। दुष्यंत चौटाला ने BJP से गठबंधन टूटने पर कहा कि राजनीतिक जीवन में उतार चढ़ाव सबके सामने आते हैं। देवीलाल जी के भी आए थे। अभी मेरी उम्र 36 साल है। अभी मुझे 40 साल और राजनीति करनी है। अभय चौटाला के घोटाले के आरोप पर दुष्यंत ने कहा – जो चोरी करते थे, इससे उनके पेट में दर्द हो गया। जिन पॉलिटिकल पार्टी के पास कुछ नहीं था, उन लोगों ने इनसे ऐसे बयान भी दिलवाए। भाजपा के तीनों लाल (देवीलाल, भजनलाल और बंसीलाल) के परिवार को खत्म करने के सवाल पर दुष्यंत ने कहा कि कोई मुझे खत्म नहीं कर सकता। दैनिक भास्कर से बातचीत में दुष्यंत चौटाला ने आजाद समाज पार्टी (ASP) कांशी राम के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद से गठबंधन, विधायकों के पार्टी छोड़ने और चुनाव को लेकर JJP उम्मीदवारों की लिस्ट पर खुलकर बात की। पढ़िए पूरा इंटरव्यू… भास्कर : चुनाव की तैयारियां कैसी चल रही है?
दुष्यंत : पूरी तैयारी है, चुनाव में 30 दिन बाकी हैं। मैं मानता हूं कि यह हर पॉलिटिकल पार्टी के लिए अग्निपरीक्षा है। मेहनत करने के बाद नतीजा क्या निकलता है, यह देखने वाली बात होगी। भास्कर : पूरे हरियाणा में खासकर आपका इतना विरोध क्यों हो रहा है? क्या वजह मानते हैं इसकी?
दुष्यंत : विरोध वो लोग कर रहे हैं, जिनके लिए हम चैलेंज हैं। चाहे वो कांग्रेस हो, लोकदल हो, आम आदमी पार्टी या भाजपा हो, सभी को ये दिखता है कि प्रदेश के लिए आने वाले भविष्य की लड़ाई जो लड़ पाएगा, वो जननायक जनता पार्टी है। घबराहट की वजह से वो लोग लगातार दुष्प्रचार के माध्यम से हमें कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं, क्या हम कमजोर हो पाए?। हमने साढ़े 4 साल में अपने सारे वादे पूरे किए हैं। आने वाले समय में जो हम संकल्प पत्र लेकर आएंगे, वो दिशा देगा कि आने वाला हरियाणा किस तरह का होगा। भास्कर : आपकी पार्टी में ये भगदड़ क्यों मची है?
दुष्यंत : चुनाव के टाइम अक्सर ये हर एक पॉलिटिकल पार्टी में देखने को मिलता है कि लोग अपने स्वार्थ के लिए दूसरों दलों की तरफ जाते हैं। मुझे याद है, लोकदल में संपत सिंह सेकेंड इन कमांड थे। वो पार्टी छोड़ गए थे। लोकसभा चुनाव में वह 6 हजार वोट से हार गए। विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में चले गए। चौटाला साहब से भी लोगों ने पूछा कि संपत सिंह कैसे छोड़ गए?, तो उन्होंने शेर पढ़कर कहा, ‘छोटे से स्वार्थ के लिए वर्षों के याराने गए, अच्छा हुआ मेरे दोस्त, कुछ निकली चेहरे पहचाने गए’। ये लोग वो हैं जो अपने स्वार्थ के लिए ऐसे निर्णय लेते हैं। पार्टी विचारधारा को न मानकर, अपना स्वार्थ प्राइमरी रखते हैं। भास्कर : हरियाणा में 2019 से पहले तक बहुत लोग कहा करते थे कि आपके अंदर ताऊ देवीलाल की छवि दिखती है। क्या लगता नहीं कि 5 साल में ही सबकुछ खत्म सा कर बैठे?
दुष्यंत : चौधरी देवीलाल के जीवन के सफर को देखेंगे तो वह एक लाइन की तरह सीधा नहीं रहा। उन्होंने बहुत संघर्ष देखें हैं। वो 1972 में चुनाव हार, 1974 में राज्यसभा का चुनाव हारे और 1977 में वह मुख्यमंत्री बने। उसके बाद वह फिर चुनाव हारे। 1982 में बनी हुई सरकार भजनलाल लेकर भाग गए। 1984 में लोकसभा चुनाव हार गए। 1987 में फिर पूर्ण बहुमत मिला। इसके बाद ऐसी मुहिम बनी कि वह 1989 में देश के उपप्रधानमंत्री बने। राजनीतिक जीवन के अंदर जो व्यक्ति लड़ेगा, उसे उतार-चढ़ाव देखने पड़ेंगे। अभी मेरे जीवन की शुरुआत है। अभी मैं 36 साल का हूं और शायद अगले 40 साल इसी तरह राजनीति करनी है। भास्कर : आज के जो हालात हैं, उनमें क्या मानते हैं- BJP से सत्ता के लिए हाथ मिलाना सही फैसला था? या चूक हो गई आपसे?
दुष्यंत : देखिए, हमने जो घोषणाएं की थीं, उन्हें पूरा करने के लिए गठबंधन किया था। हमने पूरा करके दिखाया है। महिलाओं को 50 प्रतिशत रिजर्वेशन हो, BCA को पंचायती राज में 8 प्रतिशत रिजर्वेशन हो, 75 प्रतिशत लोकल एम्प्लॉयमेंट का कानून लाना हो, बहनों के लिए फ्री बस सुविधा हाे, ये वादे हमने ही किए थे। बुढ़ापा पेंशन देश में सबसे ज्यादा हम ला पाए। 4 साल में ढाई सौ रुपए करके 3 हजार पहुंचाया। ये बात तो चौधरी देवीलाल और छोटूराम भी कहते थे कि लोगों के काम और फैसले सरकार में हिस्सेदार बनकर ही पूरे किए जा सकते हैं। कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के तहत निर्णय लिए गए। भास्कर : क्या आपको नहीं लगता कि 2019 में हरियाणा के लोगों ने BJP के खिलाफ वोट दिया था लेकिन आपने उसे दोबारा सत्ता में पहुंचा दिया?
दुष्यंत : क्या मुझे भूपेंद्र हुड्डा या कांग्रेस के पक्ष के वोट मिले या लोकदल, आम आदमी पार्टी या बसपा के पक्ष के वोट मिले?। जो पार्टी जनता के बीच जाती है वह अपने वादे लेकर जाती है। लोग उन वादों को अपनाते हैं। उन वादों पर जनता ने हमारा साथ दिया। अब भी जो हम वादा करेंगे, जनता उन्हीं वादों को देखकर वोट डालेगी। भास्कर : कोई ऐसे काम हैं जो सरकार में रह गए हैं?
दुष्यंत : राजनीतिक आदमी और पार्टी के लिए काम कभी खत्म नहीं होते। 10 काम करेंगे, 10 नए और आ जाएंगे। जैसे अग्निवीर आ गई, केंद्र ने 10 प्रतिशत कोटा रख दिया। मैं सिपाही को सिपाही नहीं देखना चाहता। जो 4 साल देश के लिए सेवा देकर आया है, उसे ऑफिसर कैसे बनाया जाए, यह हमने वादा किया है। हम उनकी हायर एजुकेशन निशुल्क करेंगे। हरियाणा भारतीय सेना में 10 प्रतिशत हिस्सा देता है। हमारे वो साथी जो देश सेवा करके आए हैं, उन्हें पढ़ाकर अफसर बनने का मौका दें। मुझे नहीं लगता ऐसा कोई सोच सकता है। आज आंगनबाड़ी वर्करों की बहुत समस्याएं हैं, उनके लिए भी वादा लेकर आएंगे। बहुत ऐसे वर्ग हैं, जिनके बारे में सोचना बहुत जरूरी है। भास्कर : इस बार आपने आजाद समाज पार्टी और इनेलो ने BSP से गठबंधन किया है। ये चर्चा है कि इन गठजोड़ के पीछे BJP का ही माइंड है ताकि उससे नाराज SC वोट बंट जाए और वो तीसरी बार सरकार बना ले। क्या कहेंगे?
दुष्यंत : चंद्रशेखर आजाद 36 साल के हैं, मेरी भी उम्र इतनी ही है। हम युवाओं की आवाज बनने की लड़ाई लड़ रहे हैं। सर्व समाज और सर्व हित की लड़ाई लड़ रहे हैं। चौधरी देवीलाल और कांशी राम जी ने 1989 में मिलकर लड़ाई लड़ी है। उस लड़ाई के अंदर देवीलाल जी ने कांशी राम जी से वादा किया था कि डॉ. अंबेडकर जी को भारत रत्न दिलाएंगे। उन्हें मिला और पार्लियामेंट में स्टैच्यू भी बना। इसके बाद भी उस विचारधारा ने एकजुटता से लड़ाई लड़ी। भाजपा-कांग्रेस के खिलाफ भी लड़ी। हरियाणा में कांशी राम और देवीलाल जी ने एक साथ चुनाव लड़े तो 4 सांसद बने। ये विचार मिलने की बात है, राजनीतिक तौर पर विचार मिलते हैं तो ताकत भी बढ़ती है। भास्कर : हरियाणा में इस बार 5 पार्टियां मैदान में हैं। इतिहास अगर देखें तो यहां निर्दलीय भी अच्छी-खासी तादाद में जीतते हैं। क्या आपको नहीं लगता कि वोटों का बिखराव हुआ तो उसका फायदा BJP को ही होगा?
दुष्यंत : देखिए, पॉलिटिकल पार्टी बहुत आई हैं और आएंगी भी। हर एक को लोकतंत्र में अधिकार है कि वह अपना संगठन बना सके। हरियाणा में एक बार निर्दलीयों का दौर नहीं आया, हर चुनाव में आता है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार में गोपाल कांडा जीते तो उस समय निर्दलियों की चांदी हुई थी। हम सरकार में आ गए तो जीते हुए भी रुस (नाराज) गए। निर्दलीय अपना दांव खेलेंगे। इस चुनाव में पार्टी जरूर अपना इम्पोर्टेंट रोल प्ले करेंगी। मैं मानता हूं कि इस बार त्रिशंकु विधानसभा (3 पार्टियों की मिलकर सरकार) आएगी। इसके अंदर हम सबसे इम्पोर्टेंट प्लेयर रहेंगे। हमारे पास सत्ता की चाबी भी होगी और ताला भी खोलेंगे। भास्कर : आप साढ़े 4 साल रेवेन्यू मिनिस्टर और डिप्टी सीएम रहे। आपके चाचा अभय चौटाला ने आप पर कोरोना काल में शराब घोटाला करने का आरोप लगाया। अपनी सफाई में क्या कहेंगे?
दुष्यंत : देखिए, मैं विधानसभा में कई बार इसका जवाब दे चुका हूं। क्या कभी इसका कोई एविडेंस आया?। नॉन सीरियस पॉलिटिशियन के सवालों का जवाब देना टाइम की बर्बादी है। अगर कोई चीज असलियत में हमने की है तो वह रेवेन्यू डिपार्टमेंट के कलेक्शन को दोगुना किया है। एक्साइज एंड टैक्सेशन में जीएसटी और वैट को दोगुना किया। जब मैं टैक्सेशन मिनिस्टर बना तो हमारी GST कलेक्शन 16 हजार करोड़ थी। जब मैंने रिजाइन किया, तब हम 36 हजार करोड़ रुपए पर पहुंच गए थे। हरियाणा जैसा प्रदेश दोगुना से ज्यादा टैक्स कलेक्शन कर रहा है, इसका मतलब हमने चोरी रोकी है। रेवेन्यू की बात करें तो स्टांप ड्यूटी कलेक्शन हरियाणा की 6400 करोड़ थी, वह साढ़े 12 हजार करोड़ कैसे पहुंच गई?। ये आंकड़े बताते हैं कि मैंने चोरी रोकी। जो चोरी करते थे, इससे उनके पेट में दर्द हो गया। जिन पॉलिटिकल पार्टी के पास कुछ नहीं था, उन लोगों ने इनसे ऐसे बयान भी दिलवाए। भास्कर : BJP ने हरियाणा के तीनों लाल के परिवार हजम कर दिए। यही उसने क्षेत्रीय दलों के साथ भी किया। आपके परिवार का तो एक्सपीरियंस भी है। BJP की इस नीति पर क्या कहेंगे?
दुष्यंत : राजनीतिक तौर पर जो संघर्ष करना छोड़ देता है, वह खत्म हो जाता है। जो संघर्ष करने का माद्दा रखता है, वह कभी खत्म नहीं होता। अखिलेश यादव तीसरे-चौथे नंबर पर आ गए थे। उन्होंने संघर्ष कर दोबारा रिवाइव किया। लालू प्रसाद यादव जी जेल चले गए तो लोग कहते थे कि RJD खत्म हो गई, क्या उन्होंने रिवाइव नहीं किया?। जब येदुगुड़ी संदिंती राजशेखर रेड्डी (YSR) के जगन जेल में थे तो उनकी बहन और पत्नी ने पदयात्रा की। जब उनकी सरकार बनी तो चंद्रबाबू नायडू को लोग कहते थे कि उन्होंने भाजपा को खत्म कर दिया। आज वही चंद्रबाबू नायडू हैं, जिन्हें आधा बजट समर्पित किया गया है। पॉलिटिकल आदमी की कैपेबिलिटी पर है कि वह कितनी मेहनत कर सकता है। वह मेहनत करेगा तो और मजबूती के साथ आएगा। भास्कर : इस बार लोग कह रहे हैं कि मल्टीफाइट नहीं है, सीधा मुकाबला कांग्रेस-भाजपा में है?
दुष्यंत : अभी कांग्रेस, भाजपा, जेजेपी, एएसपी, इनेलो, आम आदमी पार्टी समेत जितने भी दल हैं, चुनाव 12 तारीख से शुरू होगा। तब सारे घोड़े मैदान में होंगे। उसमें देखना पड़ेगा कि मैदानी घोड़ा कौन सा है और आप के खुद के घर का घोड़ा कौन सा है। जो मैदानी घोड़े होंगे, वही रेस जीतेंगे। भास्कर : ऐसी चर्चा है कि आपके दादा रणजीत चौटाला की टिकट भाजपा काट रही है। गोबिंद कांडा के बेटे को उनकी सीट से टिकट देने की तैयारी है। क्या भाजपा चौटाला परिवार की अनदेखी कर रही है?
दुष्यंत : यह बात भाजपा के लोग बताएंगे। हम तो गठबंधन में थे। हमने विषयों को भाजपा के साथ पूरा किया है। कुछ इश्यू थे, जहां हमारा टकराव रहा है। उस टकराव में मतभेद हो सकते हैं। भास्कर : अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि हमारा JJP से गठबंधन रहेगा। फिर लोकसभा चुनाव आए तो भाजपा ने कहा कि हमने दुष्यंत चौटाला को रोहतक सीट ऑफर की थी, तब क्या हुआ था?
दुष्यंत : हमारा 5100 रुपए पेंशन करने का वादा था। भाजपा के साथ मिलकर हम उसे 3 हजार तक ला पाए। इसके बाद हम उसे नहीं बढ़ा पाए। सीट शेयरिंग पर भी सहमति नहीं बनी। कोई भी पॉलिटिकल पार्टी किसी दूसरे के लिए मैदान नहीं छोड़ेगी। हमने अपने दम पर सभी 10 लोकसभा सीट और करनाल विधानसभा उपचुनाव लड़ा है। हम उनके साथ गठबंधन में थे, मैं कभी उनकी पार्टी का सदस्य नहीं रहा। ये चीज देखते हुए उन्होंने आगे चलने का निर्णय लिया तो हमने भी अलग चलने का फैसला कर लिया। भास्कर : परिवार एकजुट होकर लड़ता तो बेहतर होता?
दुष्यंत : ये राजनीतिक लड़ाई है, कोई पारिवारिक जमीन की लड़ाई नहीं है। मनप्रीत, सुखबीर बादल अलग-अलग चुनाव लड़ चुके। सुप्रिया सुले और अजीत पवार की पत्नी आमने-सामने चुनाव लड़ चुके। ये पॉलिटिकल लड़ाई है। हमारे परिवार में यह आज नहीं हुई। चौधरी रणजीत, जगदीश जी, चौटाला साहब, सब आमने-सामने हो चुके हैं। भास्कर : आपके पास सारी सीटों लायक कैंडिडेट्स हैं? या पिछली बार की तरह कांग्रेस-भाजपा की बगावत से कोई आस है?
दुष्यंत : देखिए, हम अपने कैडर पर विश्वास करते हैं। 70 सीटों पर जननायक जनता पार्टी लड़ेगी और 20 पर चंद्रशेखर की पार्टी चुनाव लड़ेगी। मिलकर 90 मजबूत उम्मीदवार मैदान में उतारेंगे। PAC की मीटिंग के बाद सभी उम्मीदवार सामने रख देंगे।
झज्जर में रंजिश में युवक की छाती में मारी गोली:समारोह में डीजे पर हुई कहासुनी, रोहतक पीजीआई में होगा पोस्टमॉर्टम
झज्जर में रंजिश में युवक की छाती में मारी गोली:समारोह में डीजे पर हुई कहासुनी, रोहतक पीजीआई में होगा पोस्टमॉर्टम हरियाणा के झज्जर जिले में शादी समारोह की पार्टी में बज रहे डीजे पर हुई कहासुनी के बाद युवक ने अपने साथियों के साथ गोली चला दी। वहीं युवक की छाती में गोली लगने के बाद परिजन पीजीआई रोहतक लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने युवक को मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलने के बाद बेरी थाना प्रभारी व सीआईए टीम घटनास्थल पहुंची और आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। मृतक युवक की पहचान गांव मांगवास निवासी सचिन (28) पुत्र जयबीर के रूप में हुई। डीजे पर कहासुनी, डेयरी में जाकर चलाई गोली जानकारी के अनुसार शिकायत में गांव मांगवास निवासी दलबीर ने बताया कि गांव में शिल्लू पुत्र करतार के लड़के की शादी के प्रोग्राम में डीजे बज रहा था। मेरा भतीजा सचिन व मेरा भांजा गांव अहरी निवासी सौरभ प्रोग्राम में पहुंचे थे। तभी गांव मांगवास निवासी संजय पुत्र जीत सिंह हाल बेरी के साथ डीजे पर कहासुनी हो गई। कहासुनी होने के बाद सचिन व सौरभ वहां से चले गए और अपने चाचा दलबीर की डेयरी पर जाकर बैठ गए। कुछ देर बाद संजय अपने 5-6 साथियों के साथ दलबीर की डेयरी के पास पहुंचा, वहां जाकर उनको गली-गलौज करने लगा। तभी संजय ने दुनाली से गोली चला दी। गोली सचिन की छाती में जा लगी। पीएसओ का काम करता है आरोपी छाती में गोली लगने से सचिन की मौत हो गई। गोली चलाने के बाद सभी आरोपी बिना नंबर की गाड़ी में सवार मौके से फरार हो गए। बता दें कि आरोपी संजय पीएसओ का काम करता है। झज्जर बेरी थाना प्रभारी अमित कुमार जानकारी देते बताया कि गांव मांगवास में डीजे पर कहासुनी होने के बाद गोली चलाने की सूचना मिली। घटनाक्रम में एक युवक को छाती में गोली लगने से मौत हो गई। मृतक युवक की पहचान गांव मांगवास निवासी सचिन के रूप में हुई है। मृतक के चाचा के बयान पर संजय व श्याम सहित अन्य 4-5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई। मृतक के शव का पीजीआई एमएस रोहतक में पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा।