हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आज करनाल में 75वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव में मुख्य अतिथि होंगे। कार्यक्रम का आयोजन पुरानी बादशाही नहर के पास सेक्टर-37 ग्राउंड स्थित ओक्सीवन पार्क में किया जाएगा। जहां मुख्यमंत्री ओक्सीवन पार्क का उद्घाटन करेंगे और ‘एक पेड़ मां के नाम’ कार्यक्रम का शुभारंभ कर इसे जनता को समर्पित करेंगे। कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और वृक्षारोपण को बढ़ावा देना है। ‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल के तहत लोगों को अपनी माताओं के नाम पर पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, ताकि हरियाणा में हरित आवरण को बढ़ाया जा सके और पर्यावरण संतुलन को बेहतर बनाया जा सके। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नायब सिंह जनता को भी संबोधित करेंगे और “पर्यावरण संरक्षण और वृक्षारोपण के महत्व से अवगत करवाएंगे। इस कार्यक्रम में राज्य के विभिन्न हिस्सों से पर्यावरण प्रेमी, सामाजिक कार्यकर्ता, और स्थानीय नागरिक बड़ी संख्या में भाग लेंगे। करनाल के सूचना एवं जन संपर्क अधिकारी ने बताया कि इस पहल के माध्यम से हरियाणा में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण किया जाएगा और यह कार्यक्रम वन महोत्सव के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित होगा। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आज करनाल में 75वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव में मुख्य अतिथि होंगे। कार्यक्रम का आयोजन पुरानी बादशाही नहर के पास सेक्टर-37 ग्राउंड स्थित ओक्सीवन पार्क में किया जाएगा। जहां मुख्यमंत्री ओक्सीवन पार्क का उद्घाटन करेंगे और ‘एक पेड़ मां के नाम’ कार्यक्रम का शुभारंभ कर इसे जनता को समर्पित करेंगे। कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और वृक्षारोपण को बढ़ावा देना है। ‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल के तहत लोगों को अपनी माताओं के नाम पर पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, ताकि हरियाणा में हरित आवरण को बढ़ाया जा सके और पर्यावरण संतुलन को बेहतर बनाया जा सके। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नायब सिंह जनता को भी संबोधित करेंगे और “पर्यावरण संरक्षण और वृक्षारोपण के महत्व से अवगत करवाएंगे। इस कार्यक्रम में राज्य के विभिन्न हिस्सों से पर्यावरण प्रेमी, सामाजिक कार्यकर्ता, और स्थानीय नागरिक बड़ी संख्या में भाग लेंगे। करनाल के सूचना एवं जन संपर्क अधिकारी ने बताया कि इस पहल के माध्यम से हरियाणा में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण किया जाएगा और यह कार्यक्रम वन महोत्सव के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित होगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा कांग्रेस में संगठन पर घमासान:10 साल में 2 अध्यक्षों के इस्तीफे, तीसरे ने प्रभारी को जिम्मेदार ठहराया; सहप्रभारी बोले- जल्द सूची आएगी
हरियाणा कांग्रेस में संगठन पर घमासान:10 साल में 2 अध्यक्षों के इस्तीफे, तीसरे ने प्रभारी को जिम्मेदार ठहराया; सहप्रभारी बोले- जल्द सूची आएगी हरियाणा में संगठन को लेकर कांग्रेस के भीतर ही घमासान मचने लगा है। कांग्रेस के सीनियर विधायक अशोक अरोड़ा ने पार्टी को चेताया कि लंबे समय तक संगठन न होना कांग्रेस के लिए खतरनाक है। लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भी इसका नुकसान हुआ। प्रदेश में कांग्रेस का संगठन 10 साल से नहीं बना है। इस दौरान 2 अध्यक्ष इस्तीफा दे चुके। वहीं मौजूदा अध्यक्ष को पौने 3 साल हो चुके हैं। हालांकि, विधानसभा चुनाव में हार के बाद उनसे पूछा गया तो उन्होंने हाईकमान के नियुक्त प्रभारी दीपक बाबरिया पर ही ठीकरा फोड़ दिया। वहीं कांग्रेस के सहप्रभारी जितेंद्र बघेल का कहना है कि संगठन जल्दी ही बनेगा। इसके लिए पार्टी की तरफ से जल्द ही सूची जारी कर दी जाएगी। सबसे पहले जिला प्रभारियों की सूची जारी होगी। सभी नेताओं से रायशुमारी कर ही सूची को जारी किया जाएगा। 3 अध्यक्षों के कार्यकाल में कांग्रेस संगठन न बनने की कहानी… तंवर की हुड्डा से खींचतान रही, इस्तीफा दिया
अशोक तंवर फरवरी 2014 में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बने थे। तब वे सिरसा से सांसद भी थे। तंवर के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा से खींचतान रही। जिससे वह संगठन नहीं बना सके। 2016 में दिल्ली में एक रैली में हुड्डा समर्थकों की तंवर से झड़प हो गई। 2019 में टिकट वितरण में नहीं चली तो तंवर ने कांग्रेस छोड़ दी। सैलजा ने भी सोनिया गांधी को इस्तीफा सौंपा
2019 में तंवर के इस्तीफे के बाद कुमारी सैलजा को कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया गया। सैलजा ने अध्यक्ष बनने के बाद कई मीटिेंग बुलाईं लेकिन उसमें न तो भूपेंद्र हुड्डा आए और न ही कोई विधायक आता था। 2019 में कांग्रेस के चुने 31 विधायकों में से 25 हुड्डा के करीबी थे। यहां हालात देख साल 2022 के अप्रैल महीने में ही सैलजा ने सोनिया गांधी को इस्तीफा सौंप दिया। उदयभान ने प्रभारी पर ठीकरा फोड़ दिया
27 अप्रैल 2022 को उदयभान नए प्रधान बने। उसके बाद पौने 3 साल बीत गए लेकिन कांग्रेस का संगठन नहीं बनाया गया। इस बारे में कुछ दिन पहले उदयभान ने कहा कि हमने कई बार पार्टी पदाधिकारियों की सूची पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया को सौंपी। मगर, वह उन्हें हाईकमान को भेजने के बजाय दबाकर बैठे रहे। उदयभान ने कहा कि 7 अगस्त 2023 को बाबरिया ने राहुल गांधी के सामने 10 सितंबर 2023 तक संगठन बनाने का दावा किया था लेकिन वे ऐसा नहीं कर सके। प्रधान पद न मिलने पर कुलदीप बिश्नोई कांग्रेस छोड़ गए
कुमारी सैलजा के इस्तीफे के बाद पूर्व CM भजनलाल के विधायक बेटे कुलदीप बिश्नोई ने अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी पेश कर दी। वह दावा कर रहे थे कि अध्यक्ष बनकर जल्द संगठन खड़ा कर देंगे। हालांकि भूपेंद्र हुड्डा ने दलित चेहरा उदयभान को अध्यक्ष बनवा दिया। इससे नाराज कुलदीप ने राहुल गांधी से मिलने का टाइम मांगा लेकिन उन्हें मुलाकात का समय नहीं मिला। तब कुलदीप ने कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार अजय माकन को वोट नहीं दिया। जिस वजह से कांग्रेस ने उन्हें सभी पदों से हटा दिया। कुलदीप ने 3 अगस्त 2022 को कांग्रेस छोड़ दी और भाजपा में शामिल हो गए। संगठन को लेकर अब तक किस कांग्रेस नेता ने क्या कहा… थानेसर से MLA अशोक अरोड़ा ने कहा- किसी भी पार्टी की ताकत उसका संगठन होता है। पार्टी का संगठन लंबे समय से न होना, यह कांग्रेस के लिए बहुत खतरनाक है। लोकसभा और विधानसभा चुनाव में संगठन होता तो इससे भी बेहतर रिजल्ट आ सकते थे। पार्टी हाईकमान भी कह रहा है कि संगठन बनाएं। संगठन बनेगा, तभी पार्टी आगे बढ़ेगी। सिरसा सांसद कुमारी सैलजा ने कहा– सैलजा ने कहा कि संगठन से कार्यकर्ताओं की पहचान होती है। कांग्रेस का राज्य स्तर से लेकर ब्लॉक स्तर तक संगठन नहीं था। संगठन से पार्टी का काम होता है। पूर्व विधायक शमशेर गोगी ने कहा– विधानसभा चुनाव में हार में संगठन न होना एक बड़ा कारण है। हमारा और हमारी पार्टी का भी दुर्भाग्य है कि पिछले 15 साल से हमारा संगठन ही नहीं है। अब संगठन बनाना है और बनना चाहिए।
करनाल में विवाहिता के साथ जुल्म:दो लाख लाने की रखी मांग, डिमांड पूरी न होने पर मारपीट, 2 साल पहले हुई थी शादी
करनाल में विवाहिता के साथ जुल्म:दो लाख लाने की रखी मांग, डिमांड पूरी न होने पर मारपीट, 2 साल पहले हुई थी शादी हरियाणा में करनाल के सेक्टर 32-33 थाना क्षेत्र में की एक कालोनी में विवाहिता ने अपने ससुराल पर दहेज प्रताड़ना और मारपीट के गंभीर आरोप लगाए है। विवाहिता का आरोप है कि उसके ससुराल वालो ने उससे 2 लाख रुपए की मांग की। जब वह पैसे नहीं लापाई तो मारपीट की गई। इतना ही नहीं पीड़िता को पंचायत में तलाक के लिए भी मजबूर किया गया। इसके साथ ही पीड़िता को जान से मारने की धमकी मिली। पीड़िता ने मामले की शिकायत पुलिस को की और अपने पति, ससुराल पक्ष और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है और जांच जारी है। दो साल पहले हुई थी शादी शिकायतकर्ता विवाहिता ने बताया कि उसकी शादी नवदीप शर्मा से 7 दिसंबर 2022 को सिख रिवाजों के अनुसार शादी की थी। पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि शादी के बाद से ही ससुराल पक्ष का बर्ताव उसके प्रति सही नहीं था। पीड़िता ने कहा कि शादी में उनके पिता ने अपनी हैसियत से बढ़कर दहेज दिया था और लगभग 20 लाख रुपये खर्च किए थे। इसके बावजूद ससुराल पक्ष उनसे लगातार दहेज की मांग करता रहा और उन्हें ताने मारता था कि वह उनकी उम्मीदों के अनुसार दहेज नहीं लाई। 2 लाख रुपये की मांग, मारपीट और धमकी विवाहिता का आरोप है कि उसकी सास और अन्य ससुराल वालों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और उससे 2 लाख रुपए की मांग की, जोकि उनके जेठ द्वारा खरीदे गए फ्लैट की कमी पूरी करने के लिए था। पीड़िता के इनकार करने पर उन्हें घर से निकालने की धमकी दी गई और उनके साथ मारपीट भी की गई। सास ने यह भी कहा कि कंचन का परिवार सरकारी नौकरी में है और उनके पास पैसे की कोई कमी नहीं है, इसलिए उनकी मांगें पूरी करनी होंगी। पंचायत में तलाक के लिए मजबूर किया शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया कि ससुराल वालों ने मिलकर एक षड्यंत्र रचा, जिसके तहत उसे पंचायत के सामने मजबूर किया गया कि वह तलाक के लिए सहमति दें। ब्राह्मण सभा में हुई पंचायत में ससुराल पक्ष ने यह स्वीकार किया कि पीड़िता को 6.5 लाख रुपये और उनका स्त्रीधन वापस किया जाएगा और तलाक आपसी सहमति से लिया जाएगा। लेकिन कंचन का कहना है कि इस समझौते के लिए उन्हें धमकाया गया और बिरादरी से बेदखल करने की धमकी भी दी गई। वीजा लग चुका है तलाक की जरूरत नहीं पीड़िता का आरोप है कि जब उन्होंने बीती 29 मई को तलाक के लिए बात की, तो उनके ससुराल पक्ष ने तलाक देने से इनकार कर दिया और कहा कि नवदीप का वीजा लग चुका है, इसलिए अब तलाक की जरूरत नहीं है। इसके साथ ही, उनके देवर हन्नी ने उन्हें लाइसेंसी गन दिखाकर जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता ने पंचायत के फैसले को भी अस्वीकार किया है, जिसमें उन्हें 6.5 लाख रुपये देने और तलाक के लिए मजबूर किया गया था। वह चाहती हैं कि आरोपियों के खिलाफ एक्शन हो। पुलिस ने किया मामला दर्ज सेक्टर 32,33 थाना के जांच अधिकारी कुसुम ने बताया कि विवाहिता ने अपने ससुराल पक्ष पर दहेज प्रताड़ना के आरोप लगाए है। शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हरियाणा CM का ED की कार्रवाई पर बयान:नायब सैनी बोले- हमारी कोई भूमिका नहीं, कानून का अपना विषय; हुड्डा पर भी निशाना
हरियाणा CM का ED की कार्रवाई पर बयान:नायब सैनी बोले- हमारी कोई भूमिका नहीं, कानून का अपना विषय; हुड्डा पर भी निशाना कांग्रेस नेता और विधायक राव दान सिंह समेत पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के 15 करीबी नेताओं के विभिन्न ठिकानों पर ईडी की छापेमारी के बाद करनाल पहुंचे हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि यह कानून का अलग मामला है। ईडी को जहां भी गलत गतिविधियों का शक होता है, वहां कार्रवाई करती है। सीएम सैनी ने कहा कि ईडी एक स्वतंत्र एजेंसी है जो कई चीजों का ध्यान रखती है। इसमें हमारी कोई भूमिका नहीं है। कांग्रेस और AAP पर निशाना कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए सीएम सैनी ने कहा कि दोनों पार्टियां एक ही पंख की चिड़िया हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों पार्टियां झूठ बोलती हैं और झूठ की राजनीति करती हैं। कांग्रेस और आप झूठ का सहारा लेकर काम कर रही हैं। सतलुज के पानी को लेकर दायर जनहित याचिका पर सीएम ने कहा कि पानी की जरूरत है और हमारे हरियाणा में लाखों एकड़ जमीन उस पानी का इंतजार कर रही है। कुछ लोग वादे तो करते हैं लेकिन अपने वादों से मुकर जाते हैं। हरियाणा की जनता अच्छी तरह समझती है कि कौन दो चेहरे लेकर घूम रहा है। दीपेंद्र हुड्डा के हरियाणा मांगे हिसाब अभियान पर प्रतिक्रिया दीपेंद्र हुड्डा के ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ अभियान पर सीएम सैनी ने टिप्पणी की कि उन्होंने 11 सवाल पूछे हैं और दीपेंद्र हुड्डा को उनका जवाब देना चाहिए। हुड्डा पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं के बीच बैठकर खाना खाने से कुछ नहीं होगा, बल्कि उन्हें अपने कार्यकाल की याद दिलानी चाहिए। सीएम ने कहा कि दीपेंद्र हुड्डा को समझना चाहिए कि अब रोटी खाने का क्या फायदा, जब चिड़ियां चुग गई खेत। कांग्रेस के खिलाफ गांव-गांव जाकर हिसाब देंगे सीएम सैनी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने निर्देश दिए हैं कि कांग्रेस द्वारा फैलाई जा रही भ्रामक प्रचार का जवाब गांव-गांव जाकर देंगे। उन्होंने कहा हम अपना हिसाब हर गांव में जाकर देंगे और कांग्रेस को भी अपना हिसाब देना चाहिए।