करनाल में एक महिला को विदेश भेजने के नाम पर 6 लाख 7 हजार रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। जालसाजों ने पहले भरोसा दिलाया कि उनका इमिग्रेशन का बड़ा कारोबार है और उन्होंने कई लोगों को विदेश भेजा है। पैसे लेने के बाद जब पीड़िता ने जवाब मांगा तो न केवल टालमटोल की गई, बल्कि धमकियां भी दी गईं। महिला ने अपने साथ हुई ठगी की शिकायत पुलिस को दी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। करनाल के घौसी मोहल्ला निवासी वीना ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसने अपने बेटे पवन और परिचित रजत का सिंगापुर का वीजा लगवाने के लिए इमिग्रेशन एजेंट गुरप्रीत सिंह ढिल्लों से संपर्क किया था। गुरप्रीत ने खुद को यूनिवर्स माइग्रेशन इमिग्रेशन कंसल्टेंट से जुड़ा बताया और भरोसा दिलाया कि वह सिंगापुर का वीजा लगवा सकता है। इसके लिए उसने 3.20 लाख रुपए मांगे। उस पर भरोसा करके पीड़िता ने 21 सितंबर 2022 को जरूरी दस्तावेज भेज दिए। ऑनलाइन किए गए पैसे ट्रांसफर गुरप्रीत ने अपने भाई अमृतपाल सिंह से बात करवाई। वह गंगानगर स्थित श्योर सक्सेस इमिग्रेशन का संचालक बताया गया। अमृतपाल ने भी वीजा लगवाने का आश्वासन दिया और पैसे जमा करने के लिए अपना बैंक खाता दिया। 19 और 21 सितंबर को वीना ने 12 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए। बाद में गुरप्रीत ने सुखप्रीत कौर नाम की महिला का खाता दिया और 11 नवंबर 2022 को उसमें 2.52 लाख रुपए आरटीजीएस के जरिए जमा करवा दिए। इसके अलावा करनाल स्थित बुटीक पर 3.30 लाख रुपए नकद भी दिए गए। वीजा रिजेक्ट होने की बात कहकर टालते रहे, बाद में मिली धमकियां पीड़िता ने बताया कि पैसे लेने के बाद आरोपियों ने पहले टालमटोल किया और फिर बताया कि पवन का वीजा रिजेक्ट हो गया है, लेकिन रजत का वीजा लग गया है। 22 नवंबर को रजत सिंगापुर गया, लेकिन वहां कागजात अधूरे पाए जाने पर अगले ही दिन उसे भारत डिपोर्ट कर दिया गया। जब वीना ने गुरप्रीत और उसके साथियों से इस बारे में पूछा तो उन्होंने जवाब देने की बजाय धमकियां देनी शुरू कर दीं। कहा कि वे इसी तरह लोगों से ठगी करते हैं और ज्यादा सवाल किए तो जान से मरवा देंगे। पहले भी दी जा चुकी थीं शिकायतें, अब पुलिस ने दर्ज किया मामला वीना ने बताया कि उन्होंने पहले भी कई बार पुलिस को शिकायत दी थी, लेकिन आरोपी हर बार गुमराह कर देते थे। अब पुलिस ने जांच के बाद गुरप्रीत, सुखप्रीत और अमृतपाल के खिलाफ धोखाधड़ी और इमिग्रेशन एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। करनाल पुलिस का कहना है कि जांच जारी है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। करनाल में एक महिला को विदेश भेजने के नाम पर 6 लाख 7 हजार रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। जालसाजों ने पहले भरोसा दिलाया कि उनका इमिग्रेशन का बड़ा कारोबार है और उन्होंने कई लोगों को विदेश भेजा है। पैसे लेने के बाद जब पीड़िता ने जवाब मांगा तो न केवल टालमटोल की गई, बल्कि धमकियां भी दी गईं। महिला ने अपने साथ हुई ठगी की शिकायत पुलिस को दी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। करनाल के घौसी मोहल्ला निवासी वीना ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसने अपने बेटे पवन और परिचित रजत का सिंगापुर का वीजा लगवाने के लिए इमिग्रेशन एजेंट गुरप्रीत सिंह ढिल्लों से संपर्क किया था। गुरप्रीत ने खुद को यूनिवर्स माइग्रेशन इमिग्रेशन कंसल्टेंट से जुड़ा बताया और भरोसा दिलाया कि वह सिंगापुर का वीजा लगवा सकता है। इसके लिए उसने 3.20 लाख रुपए मांगे। उस पर भरोसा करके पीड़िता ने 21 सितंबर 2022 को जरूरी दस्तावेज भेज दिए। ऑनलाइन किए गए पैसे ट्रांसफर गुरप्रीत ने अपने भाई अमृतपाल सिंह से बात करवाई। वह गंगानगर स्थित श्योर सक्सेस इमिग्रेशन का संचालक बताया गया। अमृतपाल ने भी वीजा लगवाने का आश्वासन दिया और पैसे जमा करने के लिए अपना बैंक खाता दिया। 19 और 21 सितंबर को वीना ने 12 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए। बाद में गुरप्रीत ने सुखप्रीत कौर नाम की महिला का खाता दिया और 11 नवंबर 2022 को उसमें 2.52 लाख रुपए आरटीजीएस के जरिए जमा करवा दिए। इसके अलावा करनाल स्थित बुटीक पर 3.30 लाख रुपए नकद भी दिए गए। वीजा रिजेक्ट होने की बात कहकर टालते रहे, बाद में मिली धमकियां पीड़िता ने बताया कि पैसे लेने के बाद आरोपियों ने पहले टालमटोल किया और फिर बताया कि पवन का वीजा रिजेक्ट हो गया है, लेकिन रजत का वीजा लग गया है। 22 नवंबर को रजत सिंगापुर गया, लेकिन वहां कागजात अधूरे पाए जाने पर अगले ही दिन उसे भारत डिपोर्ट कर दिया गया। जब वीना ने गुरप्रीत और उसके साथियों से इस बारे में पूछा तो उन्होंने जवाब देने की बजाय धमकियां देनी शुरू कर दीं। कहा कि वे इसी तरह लोगों से ठगी करते हैं और ज्यादा सवाल किए तो जान से मरवा देंगे। पहले भी दी जा चुकी थीं शिकायतें, अब पुलिस ने दर्ज किया मामला वीना ने बताया कि उन्होंने पहले भी कई बार पुलिस को शिकायत दी थी, लेकिन आरोपी हर बार गुमराह कर देते थे। अब पुलिस ने जांच के बाद गुरप्रीत, सुखप्रीत और अमृतपाल के खिलाफ धोखाधड़ी और इमिग्रेशन एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। करनाल पुलिस का कहना है कि जांच जारी है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
